घोंघा खाने के फायदे बताइए ghongha khane ke fayde ghongha khane ke nuksan in hindi स्थलीय घोंघा एक अमेरूदण्डीय प्राणी है जो कि नमी घास के मैदानों और नमी व पानी के आस पास पाया जाता है। और आमतौर पर यह रात के अंदर ही निकलता है दिन मे कहीं पर छुपा हुआ रहता है। इसके पास एक खोल होता है जोकि काफी कठोर होता है। यदि इसको किसी तरह के खतरे का एहसास होता है तो उसके बाद यह उस खोल के अंदर छिप जाता है और उस खोल को आसानी से तोड़ा नहीं जा सकता है। इस तरह का काम यह अपनी सुरक्षा के लिए ही करता है।भूमि घोंघे शामिल होते हैं बल्कि समुद्री घोंघे और मीठे पानी के घोंघे भी होते हैं। इस तरह से घोंघे की कई सारी प्रजातियां होती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
घोंघे खाने की आदतें व्यापक रूप से भिन्न होती हैं, कुछ सामान्यवादी होते हैं और कुछ विशेषज्ञ फीडर होते हैं। घोंघे रात में खाते हैं। सड़ने वाले कार्बनिक पदार्थों को भोजन के रूप मे प्रयोग करते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।कवक, लाइकेन, हरे पत्ते, कीड़े, सेंटीपीड, कीड़े, जानवरों का मल, कैरियन आदि को खाने के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा आपको बतादे कि कुछ जो घोंघे होते हैं वे दूसरे घोंघे को भी खा जाते हैं।गैस्ट्रोपोड्स जिनमें एक विशिष्ट खोल की कमी होती है इसको घोंघा नहीं वरन स्लग के नाम से जाना जाता है। यह आमतौर पर खुद को छिपाकर रखता है। खास कर उन स्थानों को यह काफी अधिक पसंद करता है जहां पर नमी नहीं होती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अच्छा विचार हो सकता है।
वैसे आपको बतादें कि खेत के अंदर घोंघा काफी डेंजर साबित होते हैं। यह आमतौर पर फसल को काफी अधिक नुकसान पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
फसलों से घोंघों को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय किये जाते हैं। जिससे कि वे फसल को नुकसान ना पहुंचाएं । वैसे आपको बतादें कि घोंघे सिर्फ उन जगहों पर रहना सबसे अधिक पसंद करते हैं जिन जगहों पर मिट्टी अक्सर गीली रहती है। सूखी मिट्टी मे घोंघे नहीं रह सकते है। उनको लगातार नमी की जरूरत होती ।
फ्रांसीसी व्यंजनों में , खाने योग्य घोंघे उदाहरण के लिए एस्केरगोट ए ला बोर्गुइग्नोन में परोसे जाते हैं और भोजन के लिए घोंघों को पाला भी जाता है। इस प्रथा को हेलीसीकल्चर के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।भूमि घोंघे, मीठे पानी के घोंघे और समुद्री घोंघे सभी कई देशों में खाए जाते हैं।
इसके अलावा आपको बतादें कि दुनिया के अंदर घोंघे की प्रजातियां और अंडे कैवियार की तरह ही खाये जाते हैं। बुल्गारिया में , घोंघे को पारंपरिक रूप से चावल के साथ ओवन में पकाया जाता है या वनस्पति तेल और लाल पेपरिका पाउडर के साथ पैन में तला जाता है । वैसे आपको बतादें कि घोंघे की दो प्रजातियों को भोजन के रूप मे सबसे अधिक पसंद किया जाता है। उसके नाम इस प्रकार से हैं। हेलिक्स ल्यूकोरम और हेलिक्स पोमेटिया हैं।
दोस्तों यदि आप मांसहारी भोजन को करना पसंद करते हैं तो फिर आपको घोंघे का भी सेवन करना चाहिए । यह काफी स्वादिष्ट हो सकता है। और इसका अनुभव भी आपको करना चाहिए । यह काफी धीमी गति से चलने वाला जीव होता है। और इसका जो जीवन काल होता है वह सिर्फ 5 ही साल होता है।
आपको बतादें कि जो घोंघा सुमद्र के अंदर रहते हैं उनके अंदर प्रोटीन की काफी अधिक मात्रा होती है। यदि आप घोंघा का सेवन करते हैं तो जिंक का लाभ भी उठा सकते हैं। इसके अलावा भी घोंघा के अंदर बहुत सारे तत्व होते हैं जिसकी मदद से आप काफी अधिक फायदा उठा सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए तो आइए जानते हैं आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, तांबा, विटामिन ए, विटामिन बी6 , विटामिन बी12, विटामिन आदि घोंघा के अंदर होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
2009 में इंटरनैशनल जर्नल ऑफ फूड सेफ्टी, न्यूट्रिशन ऐंड पब्लिक हेल्थ के अनुसार यदि बच्चों के अंदर आयरन की कमी है तो उनको घोंघा खिलाया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और इसकी मदद से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।
घोंघा खाने के फायदे के बारे मे अब हम बात करने वाले हैं तो आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे मे यदि आपने कभी घोंघा खाया है तो इसके आपको क्या क्या फायदे मिलें होंगे तो इसके उपर भी एक चर्चा कर लेते हैं।
Table of Contents
1.घोंघा खाने के फायदे दिमाग के लिए
दोस्तों आपको बतादें कि घोंघा दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है। घोंघा के अंदर ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जोकि काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग की यादाश्त को काफी बेंहतर बनाने का काम करता है। यदि आपकी यादाश्त अच्छी नहीं हैं तो फिर आपको घोंघे का सेवन करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा और आपके दिमाग को काफी तेज कर देता है। वैसे भी आजकल दिमाग का तेज होना बहुत ही जरूरी हो जाता है। क्योंकि हर जगह पर आपको काफी अधिक कंपिटिशन देखने को मिलेगा ।
और यदि आपका दिमाग तेज नहीं है तो उसके बाद जंग को जीत नहीं सकते हैं। और ऐसी स्थिति के अंदर जाहिर सी बात है कि आप दूसरों से पिछड़ जाएंगे । इसलिए यदि आप अपने बच्चों के दिमाग को बेहतर तरीके से पोषण देना चाहते हैं तो घोंघे का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा ।
वैसे घोंघा हो सकता है कि भारत के अंदर काफी महंगा हो और यहां पर लोग इसको खाते भी उतना अधिक नहीं हो लेकिन विदेशों के अंदर इसको काफी अधिक चाव से खाया जाता है।
2.बेहतर नींद के लिए घोंघा के फायदे
दोस्तों आपको बतादें कि घोंघा के अंदर ट्रिप्टोफैन होता है जोकि आपको बेहतर नींद लेने मे काफी मदद करता है। यदि आपको अक्सर कम नींद आने की समस्या है तो फिर आपको घोंघे का सेवन करना चाहिए । जिससे कि आपको रात मे अच्छी नींद आएगी । और जब अच्छी नींद आएगी तो उसके बाद आपका मूड भी काफी अच्छा ही रहेगा । वैज्ञानिको के अनुसार हर इंसान को कम से कम 8 घंटे सोना बहुत ही जरूरी होता है। यदि इंसान 8 घंटे से कम सोता है तो उसके बाद उसे नुकसान ही नुकसान होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
हालांकि आपको सिर्फ घोंघा खाने से ही अच्छी नींद आए यह जरूरी नहीं होता है। इसके अलावा आपको खुद को भी प्रयास करना होगा तभी आप अच्छी नींद ले पाएंगे । यहां पर प्रयास का मतलब यह है कि रात को अधिक देर तक मोबाइल ना देखें। और दिमाग को शांत करके सोने की कोशिश करें ।
3.घोंघा खाने के फायदे भूख बढ़ाने के लिए
दोस्तों आपको बतादें कि घोंघा के अंदर एक खास प्रकार का तत्व ट्रिप्टोफैन पाया जाता है। और यदि आपको भूख कम लगती है तो फिर आपको घोंघे का सेवन करना चाहिए । यह काफी फायदेमंद होता है। आमतौर पर जिन लोगों को भूख नहीं लगती है उनके लिए घोंघा एक दवा की तरह काम करता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। इसके अलावा दोस्तों आपको बतादें कि भूख का समय पर लगना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। यदि आपको भूख समय पर नहीं लगेगी तो शरीर के अंदर पोषण की भारी कमी हो जाएगी ।और कमजोरी आ जाएगी आप इस बात को समझ सकते हैं।
4.घोंघा खाने के फायदे आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए
दोस्तों आपको बतादें कि घोंघा आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।आजकल पूरा जमाना डिजिटल हो चुका है। लोग घंटो मोबाइल और टीवी से चिपके रहते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और लंबे समय तक मोबाइल वैगरह का इस्तेमाल करने से काफी अधिक नुकसान होता है। खास कर मोबाइल की स्क्रीन से आंखों पर काफी बुरा असर पड़ता है। ऐसी स्थिति के अंदर आंखें काफी जल्दी खराब हो जाती हैं। यदि आपकी भी आंखें काफी तेजी से खराब हो रही हैं या फिर आप अधिक समय तक मोबाइल वैगरह का यूज करते हैं तो आपको चाहिए कि आप अच्छी पौष्टिक चीजों का सेवन करें । यह आपके लिए बहुत ही जरूरी है। इसके अलावा आप घोंघे का भी सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए सबसे अधिक जरूरी है। इसके अलावा समय समय पर अपनी आंखों को चैक करवाते रहें। क्योंकि यदि आप आंखों को चैक नहीं करवाएंगे तो उसके बाद आपकी आंखे और तेजी से बैठ जाएंगी । यदि आपको लगता है कि आपकी आंखें कमजोर हो रही हैं तो एक बार अपने डॉक्टर के पास जाएं और उसके बाद चैक करवाएं । यदि आपका डॉक्टर आपको कुछ निर्देश देता है तो उसका पालन करें । नजर कमजोर होने पर आप चश्मे का भी यूज कर सकते हैं ।
इसके अलावा मोबाइल वैगरह के लिए अलग से एक प्रकार का चश्मा आता है। आप उसका भी प्रयोग कर सकते हैं जिससे कि किरणें आपकी आंखों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं करेंगी । इसके अलावा पौष्टिक खाने के उपर आपको सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
अच्छे खाने से आंखें कमजोर नहीं होंगी और आपके लिए काफी फायदा होगा । क्योंकि आंखों से ही यह संसार है और यदि आंखें ही खराब हो जाती हैं तो उसके बाद इस संसार के होने से आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है आप देख नहीं सकते हैं। घोंघा के मांस में विटामिन ए पाया जाता है। इस वजह से यह आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकता है। इसलिए आंखों की कमजोरी के अंदर घोंघा काफी फायदेमंद होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
5.शरीर मे आयरन की मात्रा को बढ़ाने के लिए
आपको पता ही होगा कि आयरन हमारे शरीर के लिए काफी अधिक उपयोगी चीज है। यदि शरीर के अंदर आयरन की कमी होती है तो इसके भयंकर नुकसान हो सकते हैं। आयरन से हीमाग्लोबिन बनता है। और यही वह तत्व है जोकि पूरे शरीर के अंदर ऑक्सीजन को पहुंचाने का काम करता है।
दोस्तो आपको बतादें कि आयरन शरीर की जरूरत है और यह घोंघे के अंदर भी पाया जाता है। यदि आप घोंघे का सेवन करते हैं तो आपके शरीर के अंदर किसी भी तरह से आयरन की कमी नहीं होगी । और आपके अंगों तक अच्छी तरह से ऑक्सीजन पहुंच जाएगी । इसके अलावा यदि आप मांस नहीं खाते हैं तो भी आयरन के अनेक स्त्रोत मौजूद हैं उसकी मदद से आप अपने शरीर के अंदर आयरन की पूर्ति को कर सकते हैं। और यदि कोई गर्भवति महिला है तो उसके लिए आयरन सबसे अधिक जरूरी चीज होती है। क्योंकि उसको खून की काफी अधिक जरूरत अपने शिशु के लिए होती है।
आयरन की मदद से ही यह अमिनो एडिस, कोलेजन, हार्मोन्स एवं न्यूरोट्रांसमीटर को भी बनाने का काम करता है । और पाचन तंत्र के अंदर आयरन को अवशोषित किया जाता है।
6.कैंसर से बचाने के लिए आयरन का उपयोग
दोस्तों आपको बतादें कि घोंघा के अंदर ग्लाइकोप्रोटीन पाया जाता है जोकि कैंसर से लड़ने मे काफी मदद कर सकता है।घोंघा के मांस में सेलेनियम भी पाया जाता है जोकि कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को काफी बेहतर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। दोस्तों कैंसर एक भयंकर रोग होता है। आमतौर पर किसी भी कोशिका के अंदर अनियंत्रित बढ़ोतरी को कैंसर कहा जाता है। कैंसर तब होता है जब कोशिका के डिएनए के अंदर बदलाव हो जाता है।
और कैंसर भी आमतौर पर दो प्रकार का होता है। पहला कैंसर वह होता है जोकि दूसरी कोशिकाओं के अंदर नहीं फैल सकता है। और दूसरा कैंसर वह होता है जोकि आपके पूरे शरीर के अंदर काफी तेजी से फैल सकता है यह काफी अधिक जानलेवा होता है।
यदि किसी को भी गांठ या घाव भरने मे समय लगना अधिक थकान का होना जैसे लक्षण नजर आते हैं तो फिर उसे एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और डॉक्टर जो निर्देश देते हैं उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। कैंसर जब पहली स्टेज के अंदर होता है तो इसका उपचार संभव हो सकता है। इसलिए यदि किसी को कैंसर होने का पता चलता है तो उसे चाहिए कि वह जल्दी से जल्दी उपचार करवाए । यदि समय बीत जाता है तो फिर कैंसर का उपचार करना काफी कठिन हो जाएगा ।
वैसे आपको बतादें कि कैंसर के जो शुरूआती लक्षण होते हैं वे अलग अलग होते हैं।और कैंसर के लक्षण भी इस बात पर निर्भर रहते हैं कि किसी को किस तरह का कैंसर हुआ है तो आइए जानते हैं कैंसर के लक्षणों के बारे मे
- निगलने में कठिनाई होना
- भूख कम लगना
- आवाज में बदलाव होना
- बार-बार बुखार होना
- रात को पसीने आना
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
- घाव के ठीक होने मे अधिक समय लगना ।।
- बार-बार संक्रमण होना
- कहीं पर गांठ महसूस होना ।।
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- त्वचा के किसी हिस्से में बार-बार नील पड़ना
- त्वचा के नीचे गांठ महसूस होना
यदि उपर दिये गए लक्षण आपको दिखाई दे रहे हैं तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आपको बतादें कि घोंघा किसी भी तरह की कैंसर का इलाज नहीं है। यदि किसी को कैंसर होने की संभावना है तो उसे जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप कैंसर का समय पर इलाज करवा लेते हैं तो उसके बाद सब कुछ ठीक हो सकता है। लेकिन बाद मे यदि अधिक समय निकल जाता है तो कैंसर का इलाज करना काफी कठिन हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- यदि आप अधिक समय से तंबाकू सिगरेट और च्युगम का सेवन करते हैं तो इनका सेवन करना बंद कर दिजिए । क्योंकि इससे कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि सभी लोगों के अंदर इनसे कैंसर हो यह जरूरी नहीं होता है।
- इसके अलावा यदि आप लंबे समय से अल्कोहल का सेवन कर रहे हैं तो इससे लिवर कैंसर होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
- रिफाइंड खाद्य जिनके अंदर तेल आता है। का यदि आप अधिक सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी कोलन कैंसर होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
- टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ना और एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ना भी ब्रेस्ट कैंसर होने के चांस को काफी अधिक बढ़ा देती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि हार्मोन काफी अधिक बढ़ा हुआ है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
- कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर आदि कुछ इस प्रकार की कैंसर होती हैं जिनका खतरा उम्र बढ़ने के साथ ही बढ़ता जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
- इसके अलावा यदि परिवार मे पहले किसी को कैंसर हुआ है तो इसकी वजह से भी कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
- डाई, टार और एनिलाइन आदि के संपर्क मे यदि आप निरंतर आते रहते हैं तो इसकी वजह से भी मूत्र कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
- बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण की वजह से भी कैंसर का खतरा हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही भी होगा ।
- यदि आप सूर्य की पराबैंगनी किरणों के संपर्क मे लंबे समय तक आते हैं तो इसकी वजह से भी त्वचा कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। हालांकि यह समस्या भी सभी लोगों के अंदर नहीं होती है। बस कुछ ही लोगों मे देखने को मिलती है।
- इसके अलावा यदि आप अधिक मोटापे के शिकार हैं तो उसकी वजह से भी कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। मोटापे की वजह से कैंसर का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसलिए अपने मोटापे को कम करने के बारे मे आपको विचार करना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
8.हर्ट के लिए घोंघा खाने के फायदे
दोस्तों हर्ट शरीर की सबसे अधिक उपयोगी चीज होती है। और हर्ट को हमेशा काम करना ही पड़ता है। यह कुछ पल के लिए भी यदि रूक जाता है तो उसके बाद इंसान की मौत होना तय माना जाता है।आपको बतादें कि घोंघा के अंदर सोडियम और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है। इसकी वजह से यह हर्ट के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।यह आमतौर पर कालेस्ट्रोल के लेवल को कम करता है जिससे कि हर्ट की बीमारी कम हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। वर्तमान मे हर्ट अटैक के मामले काफी अधिक बढ़ गए हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं यही आपके लिए सही भी होगा ।
हर्ट की समस्या दूर करने के उपायों के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। दोस्तों वर्तमान मे भारत के अंदर भी हर्ट अटैक के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। और हर्ट के लिए अलग से अस्पताल भी खुल चुके हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आमतौर पर हर्ट की अधिकतर बीमारियां सही खान पान नहीं करने की वजह से होती हैं। यदि आप अधिक तैलयुक्त खाना खाते हैं या फिर आपको नकली वॉल्व का प्रयोग किया गया है और यदि आपका रक्तचाप कम या अधिक रहता है तो उसकी वजह से हर्ट की बीमारी का खतरा अधिक होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
वैसे तो दिल का दौरा कभी भी पड़ सकता है। और यदि एक बार दिल का दौरा पड़ जाता है तो जरूरी नहीं है कि इंसान बचा ही रहे । उसे जल्दी से जल्दी अस्पताल लेकर जाना होता है। यदि आप अस्पताल नहीं लेकर जाते हैं तो उसके बाद समस्या हो सकती है। दिल के दौरे के कुछ लक्षण होते हैं उसकी मदद से आप इसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
सीने में तकलीफ या दर्द, सीने में जकड़न. इसके अलावा गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द, ठंडा पसीना, जी मिचलाना, सांसों की कमी और थकान आदि कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जोकि यह संकेत देते हैं कि आपको दिल का दौरा पड़ा है। यदि आप अपने खान पान पर नियंत्रण रखने मे सक्षम होते हैं तो आप खुद को दिल के दौरे से बचा सकते हैं और एक लंबे जीवन को बहुत ही आसानी से जी सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
मसालेदार भोजन, जंक फूड, मैदे के बने फूड, बांसी तला भुना आदि प्रकार के खाने से आपको परहेज करना होगा । इसके अलावा हर्ट अटैक से बचने के लिए आपको योगा करना चाहिए । जिससे कि आप आसानी से बच सकते हैं।
आपको बतादें कि जीवनशैली के खराब बदलाव की वजह से हर्ट अटैक के मामले भी भारत के अंदर आने लगे हैं। यदि आप सही जीवन शैली को अपनाते हैं तो हर्ट अटैक का किसी भी तरह से खतरा नहीं है आप इस बात को समझ सकते हैं।
आज से 150 साल यदि पीछे जाते हैं तो पता चलेगा कि भारत के अंदर हर्ट अटैक के मामले ना के बराबर थे लेकिन विदेशी खान पान और घटिया खान पान की वजह से भारत के अंदर भी हर्ट अटैक के मामलों मे काफी तेजी से इजाफा हो रहा है।
घोंघा खाने का सही तरीका
दोस्तों यदि आप घोंघा खा रहे हैं तो आपको इसके खाने के सही तरीकों के बारे मे भी पता होना चाहिए । क्योंकि यदि आप इसको खुद पकाकर खाते हैं तो इस तरीके के बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि मार्केट के अंदर आपको पके हुए घोंघा मिलते हैं तो उनके साथ कोई समस्या नहीं है। क्योंकि वे घोंघे को सही तरीके से पकाते हैं। दोस्तों घोंघे दो प्रकार के होते हैं एक खारे पानी के घोंघे होते हैं तो दूसरे मीठे पानी के घोंघे होते हैं।और इसकी कुल 117 प्राजतियां ऐसी हैं जिनको खाया जाता है। आमतौर पर घोंघे को खाने से पहले उसके पाचन तंत्र को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए उसके बाद इसको अच्छी तरह से पकाना चाहिए । और यदि आप इसको अच्छी तरह से नहीं पकाते हैं तो इसकी वजह से आपको कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए घोंघे को सही तरह से पकाकर ही खाना चाहिए ।
घोंघा खाने के नुकसान
दोस्तों हमने अब तक घोंघा खाने के फायदों के बारे मे जाना । अब हम आपको यह बताने वाले हैं कि घोंघा खाने से क्या क्या नुकसान हो सकते हैं। जिससे कि आपको यह पता चलेगा कि घोंघा खाने से क्या क्या नुकसान होगा ।
- आपको बतादें कि मीठे पानी के अंदर पाये जाने वाले घोंघे के अंदर शिस्टोसोमियासिस बीमारी के जीवाणु होते हैं । और इसको ,खाने वालों मे इसके होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । सिस्टोसोमा प्रकार के परजीवी कीड़ों के कारण होता है। यह मूत्र मार्ग या आंतोंको संक्रमित कर सकता है। इसकी वजह से पेट दर्द हो सकता है दस्त हो सकता है और मूत्र मे खून भी आ सकता है।और यदि इस रोग की वजह से कोई लंबे समय तक संक्रमित होता है तो किडनी की क्षति और लिवर फैल होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। सिस्टोसोमियासिस से पूरी दुनिया में 210 मिलियन लोग प्रभावित हैं और हर वर्ष लगभग 12,000 से 200,000 लोग मर जाते हैं और यह रोग आमतौर पर दक्षिण अमेरिका और अफ्रिका के अंदर देखने को मिलता है।आमतौर पर जो ताजे पानी के घोंघे होते हैं यदि आप उनको बिना सही तरह से पकाए हुए खाते हैं तो इसकी वजह से भी यह रोग हो सकता है। इसके अलावा विकाशील देशों के अंदर बच्चे और लोग नदियों के पानी को पीते हैं। जिसकी वजह से भी इस रोग के होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि आप सही तरह से साफ सफाई रखते हैं तो फिर इस रोग से आसानी से बच सकते हैं। इसके अलावा जो मछुआरे नदियों के अंदर मछलियों वैगरह की तलास करते हैं उनको भी इस रोग होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- इसके अलावा दोस्तों यदि आप कच्चा घोंघा खाते हैं तो इसकी वजह से संक्रमण का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसलिए कच्चे घोंघे को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। आपको सिर्फ पके हुए घोंघे का ही सेवन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
- चूहों में पाए जाने वाले परजीवी लंगवर्म भी घोंघे में भी देखा गया है। और यदि आप घोंघे को सही तरह से पकाकर नहीं खाते हैं तो आपको मेनिनजाइटिस होने के चांस अधिक हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अंदर दिमाग के अंदर सूजन आ जाती है। बैक्टीरियल मेनिनजाइटिस गंभीर हो सकता है और लोगों द्वारा एक-दूसरे के निकट संपर्क में आने से फैल सकता है। अधिकतर लोगों के अंदर यह गम्भीर नहीं होता है। और बिना किसी उपचार के आसानी से ठीक हो जाता है। लेकिन यदि किसी इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है। तो यह उसके लिए काफी अधिक खतरा बन सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । अबतक 1,00,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह सिर्फ पीछले 20 वर्षों का ही आंकड़ा है। इसके अलावा यदि मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं है तो उसके बाद इस रोग से इंसान की मौत होने के चांस काफी अधिक हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
इस तरह से इस लेख के अंदर हमने यह जाना कि किस तरह से हम घोंघे को खा सकते हैं और घोंघे को खाने से क्या क्या फायदे हमको मिल सकते हैं उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा यदि आपको यह लेख पसंद आया तो हमें कमेंट करके बताएं ।
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This post was last modified on October 10, 2022