गिलोय घनवटी के फायदे giloy ghanvati ke fayde गिलोय के नुकसान , गिलोय का नाम सभी ने सुना होगा । गिलोय को वैज्ञानिक भाषा के अंदर टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया के नाम से भी जाना जाता है।देखने मे गिलोय के पत्ते पान के पत्ते की तरह ही लगते हैं।अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि अन्य नामों से भी इसको पुकारा जाता है। गिलोय की बेल होती है जो अक्सर कई घरों के अंदर उगायी जाती है।और यह घरों मे आसानी से देखने को मिलती है। गिलोय को इम्यूनिटी बूसटर के मामले मे सबसे अधिक बेहतरीन उत्पाद माना जाता है।
औषधीय वनस्पति गिलोय के फायदे और जानकारी
बेल के काण्ड की ऊपरी छाल बहुत पतली, भूरे या धूसर वर्ण की होती है, जिसे हटा देने पर भीतर का हरित मांसल भाग दिखाई देने लगता है।नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई गिलोय को सबसे अधिक बेहतर माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह जिस भी पेड़ के उपर चढ़ती है उसके गुणों को अपने अंदर समाहित कर लेती है।
वैसे गिलोय का प्रयोग तो आपने भी कई बार किया होगा ।और भारत के अंदर तो सभी लोग गिलोय के महत्व को बहुत ही अच्छी तरह से जानते भी हैं।गिलोय वात ,कफ और पित को ठीक करने मे मदद करती है।इसका सेवन करने से भूख बढ़ती है और यह आंखों के लिए भी काफी उपयोगी होती है।बुखार, उलटी, सूखी खाँसी, हिचकी, बवासीर, टीबी आदि के अंदर गिलोय काफी फायदेमंद होती है।और कमजोर होने पर यह इंसान की कमजोरी को दूर करती है और उसके बाद उसके उर्जा के लेवल को बढ़ाने का कार्य करती है।
वैसे तो आपके घर के अंदर यदि गिलोय की बेल है तो आप उसका काढ़ा बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा एक गिलोय घनवटी (giloy ghanvati ke fayde) आती है जो पतंजली की तरफ से आती है। उसका सेवन कर सकते हैं। यह काफी बेहतर चीज है। और मैं खुद इसका प्रयोग कर चुका हूं । और बहुत से लोग पहले से ही इसके फायदे के बारे मे अच्छी तरह से जानते ही होंगे ।
के कोरोना काल के अंदर गिलोय लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। गिलोय ही वह चीज है जो लोगों के जीवन को बचा रही है और इम्यूनिटी को बढ़ाने मे मदद कर रही है। क्योंकि कोरोना का सबसे अधिक अटैक उसी इंसान के उपर करता है जिसकी इम्यूनिटी काफी कमजोर हो चुकी है। तो कोरोना से बचने के लिए गिलोय घनवटी आपके लिए काफी फायदे मंद साबित हो सकती है।
वैसे गिलोय की महिमा गाना बहुत से लोगों को पसंद नहीं होता है क्योंकि यह आयुर्वेद से जुड़ी हुई है। बहुत से पत्रकार तो गिलोय का नाम सुनते ही बिदक जाते हैं। लेकिन अक्सर वही पत्रकार पैरासिटामोल का नाम आते ही अपनी जीभ को तालू मे चिपका लेते हैं। और क्योंकि पैरासिटामोल के इतने अधिक साइड इफेक्ट हैं कि पूछो मत ।
Table of Contents
1.गिलोय घनवटी के फायदे इम्यूनिटी को बूस्ट करता है giloy ghanvati ke fayde
दोस्तों गिलोय घनवटी का प्रयोग इम्यूनिटी को बूस्ट करने का कार्य करता है। यदि आप इम्यूनिटी को बढ़ाने के बारे मे सोच रहे हैं तो गिलोय से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है। आप पतंजली की गिलोय घनवटी खरीद सकते हैं और उसके बाद उसका सेवन कर सकते है। और यदि आपके घर मे गिलोय की बेल है तो उसका भी प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि गिलोयघनवटी के सेवन करने मे आपको किसी भी तरह का झंझट करने की आवश्यकता नहीं है। बस एक गोली लो और काम चल जाएगा ।
इम्यूनिटी सबसे अधिक महत्वपूर्ण चीज है।यदि आपके पास अच्छी इम्यूनिटी है तो कोई भी बीमारी आपका बाल भी बांका नहीं कर सकती है। और वैसे भी वर्तमान मे हम जिन दवाओं का प्रयोग करते हैं वे शरीर को अंदर ही अंदर खोखला कर देती हैं।बाहर से वह पूरी तरह से अच्छा दिखता है लेकिन अंदर से सड़ चुका होता है।
और वैसे भी कोरोना काल के अंदर मजबूत इम्यूनिटी होने की वजह से ही आप आसानी से कोरोना से बच सकते हैं। और कोरोना आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है लेकिन यदि आप कमजोर हैं तो कोरोना तो आपको ले ही डूबेगा । इसके अलावा भी कई तरह की बीमारियां आपके उपर अटैक करना शूरू कर देंगी ।
2.गिलोय घनवटी के फायदे खून की कमी को दूर करता है
दोस्तो गिलोय धनवटी खून की कमी को दूर करने का कार्य करती है। यदि आपके अंदर खून की कमी है तो इसका सेवन कर सकते हैं। गिलोय में ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड भरपूर मात्रा मे होते हैं।गिलोयघनवटी को आप मार्केट से खरीद सकते हैं और उसके बाद उसका सेवन रोजाना खाना खाने के बाद कर सकते हैं। दूध उसके बाद पी सकते हैं। हालांकि गिलोय शरीर के अंदर गर्मी पैदा करती है।
3.अस्थमा के लिए उपयोगी है गिलोय
दमा एक फेफड़ो से संबंधित बीमारी होती है।इसके अंदर सांस नलिकाओं के अंदर सूजन आ जाता है। दमा एक तरह से कोरोना जैसा होता है लेकिन यह इससे पूरी तरह से अलग है। यदि आप गिलोय का सेवन करते हैं तो यह सांस से संबंधित समस्याओं मे आपको राहत प्रदान करता है।इसके अलावा फेफड़ो को साफ करने मे काफी उपयोगी होता है।और वर्तमान मे कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से फेफड़ों के अंदर संक्रमण हो रहा है तो इसके लिए भी गिलोय काफी फायदेमंद होती है। तो यदि आपको सांस की समस्या है तो गिलोय का सेवन कर सकते हैं।
4.खांसी के अंदर गिलोय घनवटी के फायदे
कुछ लोगों के अंदर यह देखा गया है कि बहुत अधिक खांसी होती है। बार बार वे खांसी और जुकाम से पिड़ित होते हैं। इसका अर्थ यह है कि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो चुका है। लेकिन यदि आप गिलोय घनवटी का सेवन करते हैं तो यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का कार्य करती है। जिससे कि आपको बार बार खांसी और जुकाम कि जो समस्या होती है वह अपने आप ही समाप्त हो जाती है और उसके बाद लग भग ना के बराबर जुकाम और खांसी होती है।
यह बात सिर्फ सुनी सुनाई ही नहीं है। वरन मैंने खुद ने यह प्रयोग करके देखा है। आमतौर पर मुझे बहुत अधिक जुकाम और खांसी की समस्या रहती थी तो मैंने एक महिने तक गिलोयघनवटी का सेवन किया और आज काफी लंबा समय हो चुका है सेवन करते लेकिन ना तो जुकाम लगती है और ना ही खांसी आती है। असल मे यह काफी फायदेमंद चीज है।
5.बुखार को दूर करती है गिलोय घनवटी
कुछ लोगों के लिए बुखार एक बहुत ही बड़ी समस्या होती है। बुखार बार बार आने की वजह से वे काफी परेशान रहते हैं। बुखार को जड़ से खत्म करने के लिए गिलोय काफी उपयोगी साबित होती है। यदि आपको अधिक बुखार आने की समस्या होती है तो आप गिलोय घनवटी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगा और उसके बाद बुखार को दूर करने का कार्य करेगा ।आप यदि आप 2 महिने लगातार गिलोय का सेवन करते हैं तो आपके बुखार आने की समस्या बहुत ही हद तक कम हो जाएगी ।
6.शरीर की कमजोरी को दूर करती है
गिलोय घनवटी शरीर की कमजोरी को दूर करने का कार्य करती है। यदि बहुत अधिक फालतू दवाओं के सेवन करने की वजह से आपके शरीर के अंदर कमजोरी आ चुकी है तो आप गिलोय घनवटी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके शरीर के अंदर की कमजोरी को दूर करता है और आपको सुपर फास्ट बनाने का कार्य करता है। मैं खुद दो महिनों से गिलोय घनवटी का सेवन किया और उसके बाद यह महसूस कर रहा हूं कि यह आपके शरीर को उर्जा देती है और थकान को कम करती है। यदि आप चाहते हैं कि आपकी थकान कम हो तो आप यह प्रयोग करके देख सकते हैं काफी बेहतर होता है।
7.पीलिया मे गिलोय के फायदे
जिस किसी को पीलिया हो जाता है । उसे गिलोयघनवटी दे सकते हैं। यह पिलिया को दूर करने के लिए काफी उपयोगी होती है। पीलिया की बुखार को दूर करने मे और दर्द को दूर करने मे काफी उपयोगी होता है। और यदि आप गिलोयघनवटी का सेवन नहीं करना चाहते हैं तो गिलोय की बेल के पत्तों को लें और उनका रस निकाल कर पियें इससे काफी आराम मिलेगा ।
8.कोरोना को दूर कर सकता है गिलोय
दोस्तों आपको यह बात कोई भी न्यूज खुलकर नहीं बताएगा कि गिलोय कोरोना को दूर कर सकता है। लेकिन कई लोगों की प्रतिक्रिया जानने के बाद मैं यह कह सकता हूं कि गिलोय कोरोना से उभरने मे काफी मदद करता है।
अभी हाल ही में हमारे यहां पर एक व्यक्ति को कोरोना हुआ तो उसका ऑक्सीजन लेवल 88 तक पहुंच गया तो उसके बाद उसने गिलोय का सेवन किया और कुछ दिन अलग रहा । बाद मे उसने चैक करवाया तो वह काफी रिकवर हो चुका था। यह सिर्फ एक ही नहीं है। वरन ऐसी हजारों प्रतिक्रियाएं आपको मिल जाएंगी । जिसके अंदर कोरोना को रोकने मे गिलोय ने मदद की है। और यहां तक की कई डॉक्टर भी मानते हैं कि गिलोय से बेहतर कुछ भी नहीं है।
हालांकि मुझे कोरोना के लक्षण नहीं दिखे लेकिन मैं काफी लंबे समय से गिलोय का सेवन कर रहा हूं। यह काफी अदभुत है। अभि तक काफी महिने बीत चुके हैं जुकाम तक नहीं लगी है। यदि कोई और दवा लेता तो इम्यून सिस्टम कब का बरबाद हो चुका होता ।
9.डेंगू से रक्षा करता है गिलोय
दोस्तों डेंगू के अंदर जो बुखार आता है उसके उपचार करने के लिए गिलोय का प्रयोग किया जाता था। गिलोय के अंदर एक विशेष प्रकार का गुण होता है जोकि बुखार को दूर करने मे काफी उपयोगी होता है। डेंगू होने की स्थिति के अंदर गिलोय की गोली का सेवन कर सकते हैं या फिर गिलोय की जड़ को अच्छी तरह से धो लेने के बाद उसे उबालें और उसके बाद उसका सेवन आप कर सकते हैं। वैसे गिलोय डेंगू के अंदर बुखार की समस्याओं को दूर करने मे काफी मददगार साबित होता है।
10.आंखों के लिए फायदेमंद होता है गिलोय
दोस्तों गिलोय आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। अक्सर अपने देखा होगा कि आजकल हर किसी की आंखें कमजोर हो चुकी होती हैं। गिलोय के रस के अंदर एक मिली सेंधा नमक और शहद मिलाएं और उसके बाद आंखों के अंदर लगा लें ।
इससे आंखों कि चुभन आंखों के आगे अंधेरा छाना जैसी समस्याएं अपने आप ही दूर हो जाती हैं।इसके अलावा आप गिलोय के रस के अंदर चूर्ण और शहद मिलाकर सेवन करें । ऐसा करने से आंखों की रोशनी बढ़ जाती है। आंखों की रोशनी को बढ़ाने का यह एक बहुत ही अच्छा और अचूक उपाय है।
11.कान की गंदगी को निकालने के लिए गिलोय के फायदे
आमतौर पर हम कान की सफाई नहीं करते हैं। और जब कई बार सफाई करने की कोशिश करते हैं तो कान के अंदर दर्द होता है जिसकी वजह से सफाई करना छोड़ देते हैं। कान की सफाई करने का एक अच्छा उपाय यह है कि आप कान के अंदर गिलोय के तने को पानी मे घिसें और गुनगुना पानी करके डालदें । ऐसा करने से कान के अंदर मौजूद गंदगी बाहर निकल जाती है। यह कान के मैल को बाहर निकालने का काफी उपयोगी तरीका है। यदि कान मे मैल जम गया है तो आप इस तरीके का प्रयोग कर सकते हैं।
12.हिचकी को दूर करता है
गिलोय घनवटी पाउडर फोर्म मे आती है।इसका चूर्ण बना लें और उसके बाद सोंठ का चूर्ण लें दोनों को अच्छी तरह से मिलाने के बाद दूध के अंदर डालें और फिर पीलें । ऐसा करने से हिचकी आना अपने आप ही बंद हो जाती है। हिचकी को रोकने का यह एक बहुत ही अच्छा तरीका है।
13.मोटापे को कम करता है गिलोय
दोस्तों कई लोगों की समस्या मोटापा होती है। और लोग मोटापे को दूर करने के लिए बहुत कुछ प्रयास करते हैं मोटापे को कम करने मे गिलोय काफी फायदेमंद होता है। यह मेटाबॉलिज्म के स्तर को बेहतर बनाने का कार्य करता है। यदि आप मोटापे की समस्याओं से पिड़ित हैं तो आप यह कर सकते हैं।
वैसे जब कोई मोटापे का शिकार होता है तो वह सिर्फ मोटापे का ही शिकार नहीं होता है वरन अपने मोटापे के साथ अनेक प्रकार की बीमारियों को भी लेकर आता है। इसलिए यदि आपकी चर्बी बढ़ रही है या आप मोटापे का शिकार हो रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी इसका उपचार करवाने की जरूरत है। वरना समस्या बहुत अधिक विकट हो सकती है। अक्सर मोटे लोगों के अंदर बाद मे कई भयंकर बीमारियां देखने को मिलती हैं।
14.गिलोय उल्टी को रोकती है
यदि किसी वजह से उल्टी हो रही है तो गिलोय इसके लिए काफी फायदेमंद हो सकती हैं। उल्टी को रोकने के लिए 10 मिली गिलोय का रस लें और उसके अंदर 5 ग्राम मिसरी को अच्छी तरह से मिलादें । उसके बाद इसका सेवन करें । ऐसा करने से उल्टी को आप रोक सकते हैं।उल्टी को रोकने के लिए गिलोय को दिन मे 3 बार सेवन करें । इससे निश्चय ही आपको फायदा मिलेगा ।
15.गिलोय का सेवन कब्ज को दूर करता है
आजकल कई लोगों को कब्ज की समस्या होती है। यदि किसी को कब्ज की शिकायत है तो सोंठ, मोथा, अतीस तथा गिलोय आदि को बराबर मात्रा के अंदर लें और उसके बाद इसको खाना खाने से पहले 20 मिली ग्राम रोजाना सेवन करें । ऐसा करने से कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी । सिर्फ इतना ही नहीं यह आपके शरीर के अंदर की अपच को दूर करता है। और आपके पेट की समस्याओं को सही करने मे काफी मददगार साबित होता है।
16.बवासीर के अंदर गिलोय के फायदे
दोस्तों बवासीर के अंदर भी गिलोय काफी फायदेमंद होता है। हरड़, गिलोय तथा धनिया आदि को बराबर मात्रा के अंदर लें और उसके बाद इनको पानी के अंदर उबालें ।जब पानी एक बाई चार रह जाए तो फिर इसके अंदर गुड़ मिला देना चाहिए । इसका सेवन करने से बवासीर के अंदर आराम मिलता है।
यदि किसी को बवासीर की समस्या है तो यह उपाय आजमा कर देख सकते हैं। लेकिन आप इस तरीकें के अंदर गिलोय घनवटी का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। गिलोय की बेल का प्रयोग करना सही रहता है।
17.कैंसर के लिए गिलोय काफी फायदेमंद होता है
कैंसर एक बहुत ही बड़ी समस्या बन चुकी है।यदि आप कैंसर के अस्पतालों मे जाकर देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि यह एक बहुत ही भयंकर रोग है जिसका ईलाज किसी के पास नहीं हैं। लेकिन यह तय है कि कैंसर खान पान से होता है।इसके लिए गिलोय की एक मोटी जड़ आप ले सकते हैं। और कुछ गेहूं की हरी पतियों को लें। उसके बाद इनको अच्छी तरह से पीस लेना चाहिए । इसका रस निकल जाने के बाद इसको छान लें और रोजाना इसका सेवन करें। ऐसा करने से कैंसर जैसे भयंकर रोग भी आसानी से ठीक हो जाते हैं।यह एक आजमाया हुआ आयुर्वेदिक तरीका है।और इसके अंदर आपका कुछ भी खर्च नहीं होगा ।
18.कफ को दूर करता है गिलोय
दोस्तों कफ एक बहुत ही बड़ी समस्या है। कफ की समस्या यदि हो रही है तो आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं। गिलोय घनवटी को पीसें और उसके बाद शहद इसके अंदर मिलाएं । फिर इसका सेवन करने से कफ की समस्या काफी दूर हो जाएगी ।
19.एसिडिटी की समस्या को दूर करता है गिलोय
आजकल एसिडिटी की समस्या बहुत अधिक हो चुकी है। और यही वजह है कि आपको सब तरफ पेट फूले हुए ही दिखाई देते हैं। गिलोय के 10-20 मिली रस के साथ गुड़ और मिश्री आदि को मिलाएं और इसका सेवन रोजाना करें । ऐसा करने से पेट गैस की जो समस्या है वह अपने आप ही सही हो जाएगी । यह आपको किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाएगा । वरन आपके लिए काफी फायदेमंद ही होगा । इसके अलावा यदि आप मार्केट से पेट गैस की दवा लेते हैं तो वह ना तो नैचुरल ही है वरन काफी घातक भी है।
20.गिलोय घनवटी के फायदे बुखार उतारने मे
दोस्तों गिलोयघन वटी की मदद से आप बुखार को भी उतार सकते हैं। वैसे बुखार उतारने के लिए कई सारे नुस्खे मौजूद हैं।इसके लिए आप यह भी कर सकते हैं कि 40 ग्राम गिलोय को अच्छी तरह से पीस लें और फिर एक मिट्टी के बर्तन मे रखदें । फिर सुबह होने के बाद इसको पी ले दिन के अंदर तीन बार इसका सेवन आप कर सकते हैं।ऐसा करने से बुखार आसानी से उतर जाएगी ।
21.कुष्ठ रोग को दूर करता है गिलोय
कुष्ठ रोग एक जीर्ण संक्रमण है, जिसका असर व्यक्ति की त्वचा, आंखों, श्वसन तंत्र एवं परिधीय तंत्रिकाओं पर पड़ता है। यह मायकोबैक्टीरियम लैप्री नामक जीवाणु के कारण होता है।वैसे तो यह बीमारी अधिक संक्रामक नहीं है लेकिन यदि मरीज की देखभाल करते समय उसके संपर्क मे बिना सावधानी के लंबे समय तक आप रहते हैं तो यह आपके लिए काफी नुकसान दायी हो सकता है।
10-20 मिली गिलोय के रस को दिन मे 3 बार पिलाएं । ऐसा लगभग 2 महिनों तक करने से कुष्ठ रोग अपने आप ही ठीक हो जाता है। यह कुष्ठ रोग को ठीक करने का काफी असरदार तरीका है। हालांकि वर्तमान मे कुष्ठ रोगी की संख्या तेजी से कम हो रही है।
22.गठिया के लिए गिलोय के फायदे
प्यूरिन नामक प्रोटीन के मेटाबोलिज्म की विकृति से होता है।जिससे कि यूरिक ऐसिड जोड़ों के अंदर जम जाता है जिससे बैठने और उठने मे काफी समस्याएं होने लग जाती हैं।गठिया के अंदर आप गिलोय घनवटी का प्रयोग कर सकते हैं।इसका सेवन रोजाना करनें से दर्द से राहत मिलती है। यदि आपके पास गिलोय घनवटी नहीं है तो आप गिलोय के रस का सेवन कर सकते हैं।यह भी गठिया के लिए काफी उपयोगी साबित होता है। वैसे भी यह देखा गया है कि गिलोय से बनी देसी दवाओं के प्रयोग से ही गठिया से राहत मिलती है।
23.त्वचा के लिए उपयोगी होती है गिलोय
गिलोय का प्रयोग त्वचा संबंधित रोगों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।त्वचा पर चकते कील और मुंहासे निकल सकते हैं। जिससे चेहरा काफी बेकार दिख सकता है। गिलोय के सेवन से इनसे छूटकारा पाया जा सकता है।
24.लीवर के लिए अच्छी होती है गिलोय
दोस्तों गिलोय लीवर के लिए काफी अच्छी होती है।लीवर कई बेकार की चीजों के सेवन करने से खराब हो जाता है। शराब आदि लीवर के लिए हानिकारक होती हैं। गिलोय खून को साफ करती है और एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के स्तर को बढ़ाने का कार्य करती है।यदि आप थोड़े से गिलोय सत्व के साथ शहद को मिलाकर खाते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
25.डायबिटीज को दूर करती है गिलोय
डायबिटीज को मधुमेह भी कहा जाता है। मधुमेह उच्च रक्त शर्करा के स्तर की वजह से होता है। और इसके कुछ लक्षण होते हैं जैसे अधिक पैशाब आना ,प्यास अधिक लगना और भूख का बढ़ना आदि होते हैं। हृदय रोग, स्ट्रोक, क्रोनिक किडनी की विफलता, पैर अल्सर और आंखों को नुकसान जैसी समस्याएं मधुमेह की वजह से भी हो सकती हैं। वैसे आपको बता दें कि मधुमेह कई प्रकार का होता है।
मधुमेह के उपचार के लिए गिलोय के 10 मिली रस लें और उसके बाद उसके अंदर मामूली सा शहद मिलाएं फिर इसका सेवन दिन के अंदर तीन बार करें । ऐसा करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है।और जिसको इसकी समस्या है उससे राहत मिलती है।एक ग्राम गिलोय सत् में 3 ग्राम शहद को मिलाकर भी सेवन करने से भी मधुमेह से राहत मिलती है।
गिलोय घनवटी के अधिक सेवन से नुकसान
दोस्तों आपको पता ही है कि कोई भी दवा हो या कोई भी खाने योग्य चीज का आप अधिक सेवन करते हैं तो इससे नुकसान तो होता ही है। वैसे आपको बतादें कि गिलोय से आपको कम से कम मार्केट मे मिलने वाली दवाओं के जैसे नुकसान नहीं होते हैं। क्योंकि जैसे आप पैरासिटामोल लेते हैं तो वह एक बार तो आपकी जुकाम को दूर कर देता है।लेकिन इसके साथ ही बहुत सारे ऐसे नुकसान भी छोड़कर जाता है जिसकी भरपाई करने मे आपको समय लग जाता है लेकिन गिलोय के साथ ऐसा नहीं है।
यह आपके शरीर के अंदर गर्मी को बढ़ा सकता है
दोस्तों मैंने गिलोय का दो महिने से अधिक सेवन किया । हालांकि मैं सर्दियों के अंदर गिलोय घनवटी का सेवन करता था । सुबह शाम एक एक गोली का सेवन करता था। सर्दियों मे यह आपके शरीर मे गर्मी तो उत्पन्न करता है लेकिन इसका एहसास आपको नहीं होता है।लेकिन जैसे ही गर्मी आई।मैंने वैसे ही गिलोय का सेवन जारी रखा तो मुझे शरीर के अंदर गर्मी का एहसास होने लगा । और उसके बाद मैंने रोजाना एक गोली लेना शूरू कर दिया । लेकिन उसके बाद भी शरीर मे गर्मी बनी रही तो बाद मे मैंने कम कर दिया । दोस्तों यदि आप गिलोय को गर्मी मे सेवन करते हैं तो गिलोयघनवटी की एक गोली से अधिक ना लें ।क्योंकि यह शरीर के अंदर गर्मी को बढ़ा सकता है। और गिलोय यदि गर्मी मे लेते भी हैं तो फिर आपको चाहिए कि आप ठंडी चीजों का सेवन करते रहें ।
गर्भावस्था मे गिलोय उपयोगी नहीं है
दोस्तों यदि कोई महिला प्रेगनेंट है तो उसे गिलोय घनवटी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उसके लिए काफी नुकसान दायी होती है।इसके अलावा जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उनको भी गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए ।यदि आप गिलोय का सेवन कर ही रही हैं तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
लो ब्लड प्रेसर वाले मरीजों को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए
दोस्तों जिन मरीजों का ब्लड प्रेसर पहले से ही कम होता है उनको गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह ब्लड प्रेसर को कम करने का कार्य करती है। जिससे मरीजों की स्थिति पहले से अधिक बिगड़ सकती है।
सर्जरी से पहले गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए
यदि आप किसी भी तरह की सर्जरी करवा रहे हैं तो आपको गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए नुकसानदायी हो सकता है। सर्जरी करने से पहले आपको क्या खाना है ? इसके बारे मे डॉक्टर से पता करें ।
क्या गिलोय के सेवन के नुकसान की समीक्षा ?
दोस्तों उपर जो गिलोय के सेवन या गिलोय घनवटी के सेवन के जो नुकसान दिये गए हैं वे मात्र नोर्मल हैं। यह पूरी तरह से नैचुरल होती है। आपके लीवर को डेमेज नहीं करती और आपके शरीर के किसी भी हिस्से को नुकसान नहीं पहुंचाती है।इतने नुकसान आप किसी भी सब्जी के देख सकते हैं।
गिलोयघन वटी खाने का मेरा अनुभव
दोस्तों गिलोयघन वटी खाने का जो मेरा अनुभव रहा है । वह काफी अच्छा है। यदि आप गिलोय घनवटी खाते हो तो यह काफी अच्छी साबित हो सकती है। लगातार 2 महिने से अधिक समय तक सेवन करने से मुझे इसके पॉवर का एहसास हो गया है।इसका सेवन करने से पहले जहां मुझे बहुत अधिक खांसी और बुखार आते ही रहते थे और जब आम खांसी की दवा या बुखार की दवा लेता तो कमजोरी महसूस होने लग जाती थी।लेकिन असल मे गिलोय घनवटी खाने के बाद कमजोरी और थकान महसूस नहीं होती है। और बुखार आना ही बंद हो गया है।
सिर्फ इतना ही नहीं है। जुकाम भी नहीं लग रही है।असल मे यह एक नैचुरल और आजमाई हुई चीज है जो आपकी बॉडी को बाहर से मजबूत ही नहीं बनाती हैं वरन अंदर से भी मजबूत बनाती हैं। कोई भी आयुर्वेदिक दवा आपके लिए बेहतर होती है। यह आपको अंदर से खोखला नहीं करती ।
मैंने गिलोय घनवटी के अनुभव करने के बाद अपने घर के कई सदस्यों को इसको खाने की सलाह दी तो उन्होंने भी इसको खाने के बाद अच्छा अनुभव बताया । इसके अलावा कई जगहों पर लोगों की प्रतिक्रिया को देखा तो यह पता चला कि वाकाई मे गिलोय से बेहतर कुछ भी नहीं है।यदि आप आम पैरासिटामोल जैसी गोली खाते हैं तो आपको बार बार जुकाम होगी लेकिन यदि आप गिलोय (giloy ke fayde) खाते हैं तो बस एक बार जुकाम लगेगी ।
गिलोय घनवटी का सेवन किस प्रकार से किया जा सकता है ?
देखिए गिलोय (Giloy ke fayde) घनवटी टेबलेट फोर्म मे आती है आप चाहें तो एक एक गोली सुबह शाम ले सकते हैं। लेकिन यदि गर्मी का मौसम है तो एक गोली ही लें तो अधिक बेहतर होता है। वरना शरीर मे अधिक गर्मी हो सकती है जो काफी नुकसान दायी होगी ।ध्यान दें 5 साल से कम उम्र के बच्चों को दिन मे आधी गोली से अधिक नहीं देना चाहिए ।और बड़े इसकी अधिक मात्रा ले सकते हैं।इसके अलावा यदि आप गिलोय का काढ़ा लेते हैं तो यह 20-30 मिली ही लें । इससे अधिक नहीं लें ।
giloy ghan vati ke fayde aur nuksan के बारे मे हमने विस्तार से जाना आइए अब जानते हैं गिलोय के संबंध मे पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर के बारे मे ताकि आपकी समस्याओं का समाधान हो सके ।
गिलोय का काढ़ा किस प्रकार बनाएं ?
वैसे तो गिलोय का काढ़ा बनाने के कई तरीके हो सकते हैं।लेकिन हम आपको यहां पर एक बहुत ही कॉमन तरीका बता रहे हैं।
- गिलोय का डंठल और पत्ती
- थोड़ा सा तुलसी पत्ता
- 2 दालचीनी का टुकड़ा
- 1 अदरक
- 1 चम्मच अजवाइन
- 7-8 काली मिर्च
सबसे पहले अदरक और काली मिर्च को महिन दानों के अंदर पीस लेना चाहिए । उसके बाद गिलोय,अजवाइन,काली मिर्च,तुलसी पत्ता,अदरक,दालचीनी को पानी मे डालें और उबलने दें ।15 मीनट तक इनको अच्छी तरह से उबालें । उसके बाद इन सबको छान लें और फिर इसका सेवन करें । यह आपकी जुकाम को दूर करने का बेहतरीन तरीका है।
गिलोय को दिन मे कितनी बार पीना चाहिए ?
आप गिलोय के काढ़े या रस को 20 मिलीग्राम दिन के अंदर तीन बार पी सकते हैं। जिससे पुराना से पुराना बुखार भी ठीक हो जाएगा । इसके अलावा 20 मिली गिलोय के रस में एक ग्राम पिप्पली तथा एक चम्मच मधु मिला लें फिर इसका सेवन करें तो खांसी और बुखार सब ठीक हो जाता है।
गिलोय के चूर्ण का सेवन किस प्रकार से करें ?
यदि आप गिलोय के जूस का सेवन करते हैं तो 3 चम्मच गिलोय के जूस का सेवन आप खाना खाने से पहले कर सकते हैं। इसके अलावा गिलोय के चूर्ण को आप पानी के साथ खाना खाने के बाद ले सकते हैं।
गिलोय की तासीर क्या होती है ?
गिलोय की तासीर गर्म होती है और इसका प्रयोग ठंड से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। यह सभी तरह की सर्दी जुकाम मे काम आती है।
गिलोय के पत्तों का सेवन किस प्रकार से कर सकते हैं ?
गिलोय के पत्तों को आप पानी के अंदर उबाल कर पी सकते हैं। या फिर आप इनका चूर्ण बनाएं और उसके बाद शहद के साथ ले सकते हैं।यदि मरीज को पिलिया है तो इससे काफी फायदा पहुंचता है।
गिलोय का काढ़ा रोजाना कितनी मात्रा मे पीना चाहिए
यदि आप गिलोय का काढ़ा को अधिक मात्रा के अंदर पीते हैं तो यह आपके शरीर के अंदर गर्मी को बढ़ा सकता है और रोजाना एक कप गिलोय के काढ़े से अधिक नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि यह आपके शरीर के लिए नुकसान दायी हो सकती है। और यदि आप किसी दूसरी बीमारी के शिकार हैं तो फिर आपको गिलोय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता है।
शुगर मे गिलोय का उपयोग किस प्रकार से करना चाहिए
यदि किसी को शुगर हो गया है तो उसके लिए भी गिलोय काफी फायदेमंद होती है।यह शुगर लेवल को कम करती है । गिलोय के तने व उसके पत्ते को हल्दी मिलाकर रस निकालें और एक चम्मच रोजाना इस रस का सेवन करने से शुगर को कम करने मे काफी मदद मिलती है।
गिलोय कितने रूपये किलो आती है ?
वैसे तो गिलोय (giloy ke fayde) की बेल आपको लगभग घरों के अंदर मिल जाती है। मार्केट के अंदर भी गिलोय आप खरीद सकते हैं। लेकिन घर मे ही गिलोय की बेल उगाएं तो यह अधिक बेहतर होती है।इसकी पैदावार आठ से 10 क्विंटल प्रति एकड़ हो जाती है। और मंडी मे यह 20 रूपये किलो के हिसाब से मिलती है।
गिलोय के सेवन से क्या नुकसान हो सकते हैं ?
वैसे तो हमने गिलोय के सेवन के नुकसान के बारे मे उपर बता दिया है।लेकिन गिलोय के अधिक सेवन से शरीर मे गर्मी पैदा होती है जो आपके लिए असहनीए हो सकती है।
गिलोय के अलग अलग नाम क्या हैं ?
दोस्तों गिलोय को आयुर्वेद के अंदर कई नामों से जाना जाता है।अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि
गिलोय की गोली का सेवन कब करें
यदि आप अपने शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाना चाहते हैं तो गिलोय की गोली का सेवन कर सकते हैं।आप दिन के अंदर या खाना खाने के बाद भी इसका सेवन कर सकते हैं।लेकिन यदि आपको लो शुगर की समस्या है तो इसका सेवन ना करें । क्योंकि यह शुगर को कम करती है।
गिलोय की चटनी किस प्रकार से बना सकते हैं ?
दोस्तों पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए गिलोय की चटनी काफी फायदेमंद होती है।कब्ज़, सूजन, अम्लता आदि को दूर करने मे यह मदद करती है। यदि आपको नियमित रूप से गैस की समस्या होती है तो आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं।यह आपके शरीर के अंदर बनने वाली गैस को रोकता है और आपको राहत प्रदान करता है । क्योंकि गैस होने पर पेट काफी बेकार लगता है । और बहुत ही असहज लगता है।
- सबसे पहले 3 से 5 टमाटर लें और इनके अंदर गिलोय की कुछ पतियां डालें ।
- कढ़ाई के अंदर तेल को गर्म करें ।
- गर्म तेल में कढ़ी पत्ता, दालचीनी और राई के दाने डालें ।
- अब टमाटर और गिलोय के पतियों का पेस्ट भी इसमे डाल देना है।
- और उसके बाद गर्म करें पानी को उबलने दें ।जब यह गाढ़ा हो जाए तो नीचे उतारदें। यह है गिलोय की चटनी आप इसका सेवन कर सकते हैं।
मानसिक तनाव को कम करता है गिलोय
दोस्तों गिलोय मानसिक तनाव को कम करने का कार्य करता है। यह आपके मन को शांत करता है और चिंता को कम करता है।इसके अलावा नींद को बेहतर बनाने के लिए भी गिलोय का प्रयोग किया जाता है।
10 गिलोय के पत्ते, 2 बड़े चम्मच गुलाब जल और 2 टी स्पून शहद लें।
गिलोय के पत्तों को अच्छी तरह से पीसें और फिर इसके अंदर शहद मिलादें ।फिर गुलाब जल मिलाएं । अब सोने से पहले इसका सेवन करें ।यह आपके तनाव को कम कर देगा । और आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा ।
गिलोय के फूल कैसे होते हैं?
फूल ग्रीष्म ऋतु में छोटे-छोटे पीले रंग के गुच्छों में आते हैं। यह 2 मिमी आकार मे होते हैं और फल पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं।गिलोय (giloy ke fayde) के बीज सफेद और चिकने होते हैं।
क्या बच्चों को गिलोयघनवटी दी जा सकती है ?
यदि बच्चों की उम्र 5 साल से अधिक हो चुकी है तो आप उनको गिलोय घनवटी दे सकते हैं लेकिन केवल आधी गोली ही उनको देनी चाहिए क्योंकि यह उनके लिए अधिक होने पर नुकसान कर सकती है।
गिलोय को कहां से खरीदा जा सकता है ?
दोस्तों यदि आप अपनी बनाई गिलोय टेबलेट लेना चाहते हैं तो अपने शहर के अंदर मौजूद किसी भी पतंजली स्टोर से खरीद सकते हैं। या आप वहां से गिलोय पाउडर भी खरीद सकते हैं। इसी प्रकार से आपको आयुर्वेदिक स्टोर पर गिलोय का जूस भी मिल जाता है। बने बनाए पाउडर या टेबलेट के साथ किसी भी तरह का झंझट नहीं होता है।बस आपको इनका इस्तेमाल करना होता है। सीधे ही ।
कोरोना काल मे गिलोय फायदेमंद
दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह पूरी तरह से साफ हो चुका है कि गिलोय इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। और भारत के अंदर गिलोय का प्रयोग हजारों सालों से होता आ रहा है। असल मे अब जब गांवों के अंदर कोरोना ने पैर पसारने शूरू किये तो बहुत से लोगों गिलोय का सेवन करना शूरू कर दिया ।
मैं तो बहुत पहले से ही गिलोय का सेवन कर रहा था तो इस बार किसी भी तरह की सर्दी या जुकाम नहीं हुआ । घर के सदस्यों को कोरोना हुआ । जिनमे से एक तो पूरी तरह से गिलोय और दूसरी दवाओं से रिकवर हो चुका है। दूसरा रिकवर होने मे लगा है ?
लेकिन असल मे गिलोय के सेवन से शरीर के अंदर इम्यूनिटी काफी अधिक बढ़ जाती है और जिसकी वजह से हम आसानी से कोरोना से लड़ पाते हैं। यह ब्लैक फंगस जैसे अटैक से भी आपको बचाने मे कामयाब होती है।
यदि आप काफी पहले से ही गिलोय का सेवन कर रहे हैं तो यह भी संभव है कि कोरोना आपको हो ही नहीं । हालांकि मिडिया बिका होने की वजह से यह कभी नहीं छापेगा कि गिलोय और दूसरी आयुर्वेदिक तरीकों से कितने लोग कोरोना से रिकवर हुए ? क्योंकि ऐसा छापने का उनको पैसा नहीं मिलती है लेकिन बाद मे मैंने यूजर की प्रतिक्रिया को देखा जिनके अंदर बहुत सारे ऐसे यूजर भी थे जोकि गिलोय और कोरोनिल जैसी दूसरी दवाओं की मदद से कोरोना से रिकवर होकर अपना अनुभव बता रहे थे ।
उसके बाद मुझे पक्का यकीन हुआ कि गिलोय और यह सब काम करता है। हालांकि यदि मेरा अनुभव देखें तो यह गिलोय के साथ बेहतरीन हुआ है। जुकाम से हर समय पीड़ित रहने वाले मेरे को अब जुकाम तक नहीं हुआ । यह बस पीछले दो महिने से गिलोय लेने का परिणाम ही है।
आप गिलोय को मुख्य रूप से तीन तरीकों से ले सकते हैं ।सबसे पहला तरीका यह है कि आप बाजार के अंदर मिलने वाली गिलोयघनवटी लेकर आएं और इसको आप रोजाना सेवन कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि आपको कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। यह लेने मे आसान भी है। और लंबे समय तक खराब भी नहीं होती है।
गिलोय घनवटी का प्रयोग बहुत से लोग करते हैं।यह आपके लिए सबसे बेहतर है यदि आप बनाने के चक्कर मे नहीं पड़ना चाहते हैं।
इसके अलावा एक गिलोय का जूस भी आता है। यदि आप गिलोय के जूस को लाना चाहते हैं तो मार्केट मे से खरीद सकते हैं।हालांकि यह लंबे समय तक टिकता नहीं है।आपको जल्दी जल्दी लेना होता है।
और यदि आपके घर के अंदर गिलोय की बेल है तो आप इसका जूस निकाल कर सेवन कर सकते हैं। कुछ लोग गिलोय की बेल के काढ़े का भी सेवन कर सकते हैं।
कोरोना से रिकवर होने के बाद लोग ब्लैक फंगस के अटैक मे आ रहे हैं। क्योंकि कोरोना आपकी इम्यूनिटी को एकदम से कम कर देता है जिससे ब्लैक फंगस आपके उपर अटैक करता है लेकिन यह सिर्फ उन लोगों के साथ हो रहा है जो मार्केट के अंदर कम्पनियों की दवा ले रहे हैं जिन लोगों ने आयुर्वेदिक दवा का सेवन किया है उनके साथ यह सब नहीं हो रहा है।क्योंकि आयुर्वेदिक दवाएं नैचुरल है।
लोगों का भरोशा बढ़ा है आयुर्वेद के प्रति
दोस्तों अनेक तरह की विदेशी फर्मा कम्पनियों के आने के बाद आयुर्वेद की नैचुरल चिकित्सा के प्रति लोगों का विश्वास कम होता जा रहा था लेकिन कोरोना काल के अंदर बस सब तरह से ही आयुर्वेद की ही चर्चा नजर आ रही है। लोगों को अब यकीन होने लगा है कि आयुर्वेद ही उनको कोरोना से बचा सकता है।बहुत से लोगों ने आयुर्वेद की दवाओं का सेवन किया तो बेहतरीन परिणाम आये । यह आपको अंदर से खोखला नहीं करते हैं। क्योंकि यह पूरी तरह से नैचुरल होते हैं।
आयुर्वेदिक दवाओं के अंदर अश्वगंधा और गिलोय की मदद से लाखों लोग अपनी इम्यूनिटी को मजबूत कर रहे हैं। और इसकी वजह से वे सच मे कोरोना से बच भी रहे हैं। आपने देखा कि अक्सर कोरोना ने सबसे अधिक हमला उन लोगों पर किया जो पैसे वाले थे लेकिन नैचुरल खाने पीना उनके पास कुछ भी नहीं था। इसी के विपरित गांव देहात के अंदर रहने वाले लोगों ने आसानी से कोरोना के प्रति जंग जीति है। मेरा एक दोस्त है जिसको कोरोना हो गया ।
वह बिल्कुल भी नहीं घबराया और उसने पहले आम दवाओं का सेवन किया उसके बाद गिलोय का सेवन करना शूरू कर दिया । कुछ दिन बाद फिर से उसने टेस्ट करवाया तो पॉजिटिव ही आया था।
वह कोरोना से मात्र गिलोय के सेवन करने से ही रिकवर हो गया । तो आप समझ सकते हैं कि गिलोय का सेवन करना कितना फायदेमंद हो सकता है ?
गिलोय घनवटी कोरोना संक्रमण को खत्म कर सकती है ?
वैसे तो यह बात भारत के अनपढ़ लोगों को भी पता चल चुका है कि गिलोय घनवटी कोरोना से लड़ने मे 92 फिसदी कारगर साबित होती है। यह रिसर्च किया जा चुका है। पतंजली ने कोरोनिल किट निकाली थी तब इसका भारी विरोध हुआ क्योंकि यह कुछ खास किस्म के लोगों को अच्छा नहीं लगा ।लेकिन इसके परिणाम वाकाई मे बेहतरीन रहे । कई लोग इसकी मदद से ठीक हो गए । कोरोनिल किट की मदद से आप अपने गिरे हुए ऑक्सीजन लेवल को बढ़ा सकते हैं। यह मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है।
हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भी एक दवा आती है जो कोरोना के उपचार मे दी जाती है लेकिन इसकी मदद से मात्र 66 प्रतिशत ही मरीज ठीक हुए थे ।भोपाल के खुशीलाल अस्पताल में जुलाई से सितंबर के अंदर एक रिसर्च की गई। इसके अंदर 30 मरीज लिये गए जिनको कोरोना था। और उनमे से 15 मरीज को गिलोय दिया गया और 15 को हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दिया गया ।
इनमे ग्रुप ए और बी के अंदर बांटा गया ।15 मरीजों को दिन मे दो बार 500 एमजी की गिलोय घनवटी दी गई ।जबकि दूसरे 15 मरीजों को पहले दिन 800 एमजी की टेबलेट और दूसरे दिन 400 एमजी की हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टैबलेट दी गई। पांचवे दिन सभी की आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया तो पता चला कि गिलोय घनवटी लेने वाले मरीजों की 66.66% रिपोर्ट नगेटिव आई जबकि 53% मरीज हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टैबलेट के नगेटिव निकले ।
इन सबके 5 दिन बाद फिर टेस्ट किया गया और गिलोय घनवटी लेने वाले 95 प्रतिशत मरीज नगेटिव हो चुके थे । यह रिसर्च इस बात को प्रमाणित करने के लिए काफी यह कि गिलोयघनवटी कोरोना के अंदर काम करती है।
डॉक्टरों के अनुसार जिन मरीजों को कोरोना हो जाता है उनका आईएल- 6 का लेवल बढ़ जाता है। और जिन मरीजों को गिलोय घनवटी का सेवन करवाया गया उनका आईएल- 6 बाद मे घटकर 3 हो गया । एचसीक्यूएस की अपेक्षा गिलोय घनवटी लेने वाले कोविड मरीज पहले स्वस्थ हुए। और रिसर्च मे किसी भी दवा का कोई साईड इफेक्ट देखने को नहीं मिला ।
गिलोय घनवटी को खुद ट्राई करके देखें
दोस्तों गिलोय धनवटी को आप खुद ट्राई करके देखें । सही सही तो आपको तभी इसके बारे मे पता चल पाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप खुद ट्राई नहीं करेंगे तो इसके बारे मे आप कुछ भी कहने मे असमर्थ होंगे । लेकिन अक्सर यदि आपके बच्चे बार बार छोटी मोटी बीमारियों जैसे कि सर्दी और जुकाम की वजह से काफी अधिक परेशान रहते हैं तो उनको आपको गिलोय धनवटी देना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। कुछ समय यदि आप देते हैं। मतलब आप 15 दिन तक यदि आप उनको यह दवा देदेते हैं तो उसके बाद देखना कि उनको किसी तरह की जुकाम या खांसी नहीं लगेगी । यह कोई ऐलोपेथिक दवा नहीं है। यह आयुर्वेदिक है और पूरी तरह से नैचुरल है। यह एक अलग बात है कि यह हर किसी को सूट नहीं करती है। कुछ लोगों के अंदर यह काफी अधिक गर्मी पैदा करने लग जाती है। यदि आपके अंदर भी यह गर्मी पैदा कर रही है तो फिर आपको इस दवा का सेवन करना बंद कर देना चाहिए । क्योंकि यह आपके लिए नहीं बनी है। हाल ही मैं मुझे सर्दी और जुकाम ने काफी अधिक परेशान किया तो उसके बाद मैंने भी गिलोय घनवटी का सेवन करना शूरू किया । एक महिने सेवन करने के बाद मुझे काफी अधिक फायदा महसूस होने लगा ।
गिलोय घनवटी आपके शरीर के अंदर उर्जा को बढ़ाने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप इसका सेवन करते हैं तो उसके बाद आपको इस तरह से लग सकता है जैसे कि आप काफी अधिक उर्जावान हो चुके हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यह सब मेरा अकेले का अनुभव नहीं है। यह हम सभी लोगों का अनुभव है जिन लोगों ने गिलोय घनवटी का सेवन किया है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आप एक बार इस दवा को लेकर ट्राई कर सकते हैं। और यदि आपको यह पसंद आती है तो उसके बाद आप इसको आगे भी जारी रख सकते हैं।
यदि आप गिलोय घनवटी को सर्दियों के अंदर ले रहे हैं तो यह और भी ठीक रहेगा । क्योंकि यह आपके शरीर के अंदर गर्मी पैदा करती है तो वैसे भी गर्मियों के अंदर इसको लेना ठीक नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
तो यदि आपने गिलोय घनवटी को ट्राई नहीं किया है तो उसके बाद आपको एक बार ट्राई करना चाहिए । तभी आपको इसके फायदे का एहसास होगा ।
गिलोय घनवटी के फायदे giloy ghanvati ke fayde या गिलोय चूर्ण के फायदे लेख आपको पसंद आया होगा यदि आपका कोई विचार हो तो नीचे कमेंट करें ।
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