गोधन अर्क के फायदे , godhan ark ke fayde , godhan ark ke fayde patanjali, दोस्तों आपने गोधन अर्क के बारे मे तो अच्छी तरह से सुना ही होगा । असल मे गो धन अर्क गाय के मूत्र से बनाया जाता है। इस वजह से इसको गोधन अर्क के नाम से जाना जाता है। यह आपके आसानी से मार्केट के अंदर मिल जाएगा । बड़े बड़े कंपनी गोधन अर्क का निर्माण करते हैं। वैसे भी गाय का हमारे जीवन के अंदर बहुत अधिक महत्व है। गाय को माता के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । असल मे गाय को माता इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह जीवन भर हमे दूध प्रदान करती है। और माता के समान पालन पोषण करती है। इसलिए उसे हम माता के नाम से जानते हैं। आपको यह समझ लेना होगा । खैर गाय हमें कई ऐसी चीजें प्रदान करती है जोकि काफी फायदेमंद होती है। इस वजह से गाय को काफी लाभकारी जानवर माना जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता ही होगा । यह हमे दूध तो देती ही है। इसके अलावा इसके गोबर के उपले बनाये जाते हैं। जोकि जलाने के काम आते हैं।
इसके अलावा गाय के मूत्र के बारे मे आपको पता ही है कि इसका गोमूत्र अर्क बनाया जाता है जोकि कई तरह की समस्याओं को दूर करने का काम करता है। इस तरह से आप समझ सकते हैं कि गाय किस तरह से फायदेमंद होती है।
इसके अलावा गाय के गोबर को तो प्राचीन काल से ही पवित्र माना जाता है। आज तो हर घर के अंदर सीमेंट के मकान हो चुके हैं लेकिन प्राचीन काल के अंदर ऐसा नहीं था । हर घर कच्चे मकानों से बना होता था जो कई जगहों पर आज भी देखने को मिलता है। गाय के गोबर से उन घरो को लीपा जाता था । जब कोई बड़ा त्यौहार होता था। इसके अलावा गाय के गोबर को काफी पवित्र माना जाता था। दोस्तों इसी तरह से गोमूत्र अर्क भी काफी फायदेमंद होता है। यह एक दवा की तरह यूज किया जा सकता है। जिस तरह से हम दवा का उपयोग करते हैं उसी तरीके से इसका प्रयोग सही मात्रा मे किया जा सकता है।
गोधन अर्क का प्रयोग यदि आप कर रहे हैं तो आप किसी समस्या से छूटकारा पाने के लिए ही कर रहे होंगे तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए कि आप किस तरह से इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा गोधन अर्क कई तरह के स्वाद के अंदर उपलब्ध है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।यह कड़वा और तीखा हो सकता है। यह आसानी से भूख बढ़ाने वाला होता है। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए ।
गोधन अर्क जो होता है वह आसानी से पच जाता है और भूख भी बढ़ाने का काम करता है। गोधन अर्क आमतौर पर काफी फायदेमंद होता है। लेकिन आपको इसके बारे मे सही से पता ना हो तब तक आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी हो जाता है। इसके अलावा आप यह भी समझ सकते हैं कि गोधन अर्क के बारे मे आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए उसके बाद आप इसको सेवन कर सकते हैं।
godhan ark ke fayde और दूसरी चीजों पर सदैव जानबूझ कर विवाद खड़ा किया जाता है। असल मे भारत के लोग ही नहीं चाहते हैं कि भारत की कंपनी आगे बढ़े सबसे बड़ी बात यही है। और आने वाले दिनों मे भारत का हाल ही पाकिस्तान जैसा होगा । हर पत्रकार चीजों को अपनी नजर से घूमाकर देखते हैं।खैर जो भी हो लेकिन कई वैज्ञानिक रिसर्च हुए जोकि गोधन अर्क को काफी फायदेमंद मानते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वर्ष 2012 में जर्नल एनसिएंट साइंस ऑफ लाइफ के अंदर एक रिसर्च प्रकाशित हुआ था। जिसके अंदर यह कहा गया था कि डायबिटीज के मरीजों को गोमूत्र फायदा पहुंचा सकता है।टरनेशनल ब्राजीलियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी ने यह दवा किया कि
गोधन अर्क का सेवन करने से चूहों का किडनी स्टोर गिर गया था। ए2 नैचुरल्स नाम की बेंगलूरू बेस्ड कंपनी ने गोमूत्र को बेचना शूरू कर दिया है। अब और भी कंपनी इस फिल्ड के अंदर उतर रही हैं। और सबसे बड़ी बात यही है कि आप यदि देशी दवा का सेवन करते हैं तो इसके कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होगे ।
और यह हमारे देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि यहां पर अंग्रेजी दवा के नुकसान की कोई भी बात खुलकर नहीं बोली जाती है। उसे हवा नहीं दी जाती है कि इस दवा के गलत डोज से न जाने कितने लोग अब तक मर चुके हैं। लेकिन यदि कोई देशी दवा के अंदर मामूली कमी होती है तो मिडिया वाले चिल्लाना शूरू कर देते हैं।
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godhan ark ke fayde प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है
दोस्तों गोधन अर्क के बारे मे यह कहा गया है कि यह प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने का काम करता है। हालांकि यह प्राचीन ग्रंथों के अंदर उल्लेख मिलता है। आधुनिक विज्ञान इसके बारे मे क्या कहता है ? इसके हमे जानकारी नहीं है। लेकिन यदि ऐसा होता है तो यह काफी फायदेमंद होता है।
आपको पता ही है कि आजकल चीजें काफी तेजी से बदल रही हैं। शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी बेहतर होनी चाहिए । यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है तो फिर समस्याएं होने लग जाती हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
हालांकि यह जरूरी नहीं है कि आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को गोधन अर्क पीकर ही बढ़ाएं । इससे भी बेहतर कई चीजें आती हैं जिसकी मदद से आप शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बेहतर हो सकती है। और आप यदि खुद को कम बीमार देखना चाहते हैं तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करना बहुत ही जरूरी हो जाता है।
सफेद रक्त कणिकाओं की जब शरीर के अंदर बढ़ोतरी होती है तो यह आपके शरीर मे प्रवेश करने वाले किसी भी रोगाणू को नष्ट कर देती हैं। इससे आपका शरीर रोगों से सुरक्षित रहता है और आप कब बीमार पड़ते हैं। रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने मे गिलोय सबसे अधिक फायदेमंद चीज है। इसके अलावा भी बहुत सारी चीजें हैं जैसे आंवला ,तुलसी आदि आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का काम करते हैं। आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
godhan ark ke fayde एंटिकैंसर गुण होते हैं गोधन अर्क के अंदर
दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि गोधन अर्क के अंदर एंटिकैंसर गुण होते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता ही होगा । और कैंसर एक ऐसा रोग है जिसके बारे मे कौन नहीं जानता है। कैंसर को यदि शूरूआत के अंदर ही पहचान लिया जाता है तो उसके बाद हो सकता है कि इसका ईलाज हो जाए लेकिन यदि कैंसर को नहीं पहचाना जाता है तो फिर इसका ईलाज होना संभव नहीं है। आमतौर पर हम लोग यही गलती करते हैं।
कि जब कैंसर की शूरूआत होती है तब भी सचेत नहीं होते हैं। जब वह अधिक दिक्कत पैदा करने लग जाता है तो उसके बाद सचेत होते हैं। और आपको पता ही है कि उसके बाद इसका ईलाज नहीं किया जा सकता है। घटिया खानपान की वजह से कैंसर होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि आप भी कैंसर से बचना चाहते हैं तो आपको ऑरेजनल खान पान पर अधिक ध्यान देना होगा और दवाओं की सब्जी से परहेज करना होगा ।
गोधन अर्क के अंदर कैंसर रोधी गुण पाये जाते हैं जिससे कि यह सूजन को कम करता है और उन सब चीजों को रोकता है जोकि कैंसर पैदा करती हैं। कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। आमतौर पर किसी कोशिका की अनियंत्रित बढ़ोतरी ही कैंसर कहलाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
वैसे आपको बतादें कि कैंसर को रोकने के लिए कई तरह की दवाएं दी जाती हैं लेकिन इसके अंदर आयुर्वेदिक दवाएं काफी अधिक कारगर साबित होती हैं। और यदि किसी को छोटी भी गांठ है तो एक बार डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए । ताकि सारी समस्याएं अपने आप ही सही हो जाएं । क्योंकि हो सकता है कि बाद मे यही छोटी गांठ बड़ी होकर कैंसर का रूप धारण कर ले तो आपको इन सब चीजों के बारे मे अच्छी तरह से समझ जाना चाहिए ।
हमारी जानकार की एक महिला है जिसको कैंसर थर्ड स्टेज के अंदर पहुंच चुका है और अब उसकी कभी भी मौत हो सकती है। उस महिला को पहले हल्का हल्का पेट दर्द करता था। उस महिला ने इसके उपर कभी गौर नहीं किया और उसके बाद पेट दर्द काफी तेज होने लग गया । फिर क्या था जब चैक करवाया तो पेट के अंदर बड़े बड़े टयूमर हो चुके थे । अब इन सब का कोई भी ईलाज नहीं हो सकता है। अंत मे उसको मरना ही होगा ।
दवा प्रतिरोधी जीवाणु के लिए गोधन अर्क उपयोगी
दोस्तों हमारे आस पास कई तरह के बैक्टिरिया और जीवाणू पाये जाते हैं। और यह हमारे शरीर के अंदर कई तरह के रोग पैदा कर देते हैं। और अधिक दवाओं का सेवन करने की वजह से यह दवाओं के प्रतिप्रतिरोधी हो जाते हैं जिसका मतलब यह है कि दवा इनके उपर असर नहीं करती है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको चाहिए कि आप गोधन अर्क का सेवन डॉक्टर के परामर्श के बाद करें। यह काफी फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आप डॉक्टर के परामर्श के बाद गोधन अर्क का सेवन करते हैं तो आपको इसके अंदर फायदा मिल सकता है। और आपको नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टिरिया नष्ट हो जाते हैं।
गोधन अर्क के फायदे घाव को भरने मे उपयोगी
दोस्तों आज तो यदि किसी को चोट लग जाती हैं तो मेडिकल के अंदर कई तरह की दवाएं मौजूद हैं लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था । आमतौर पर पहले दवाएं नहीं थी तो घाव आदि को भरने के लिए देशी दवाओं जैसे कि गौधन अर्क आदि का ही प्रयोग किया जाता था। और देशी दवाओं की मदद से ही घाव भर जाते थे लेकिन आजकल ऐसा नहीं होता है। आज ना तो पहले जैसे इंसानों की तरह प्रतिरोधक क्षमता है और ना ही अब वैसा खानपान रहा है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
यदि आजकल किसी को चोट लग जाती है तो उसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाना बहुत ही जरूरी हो जाता है क्योंकि यदि ऐसा नहीं किया गया तो फिर समस्या और अधिक बढ़ सकती है। और चोट के अंदर संक्रमण फैल सकता है।यदि किसी को चोट लग गई है तो सिर्फ घरेलू उपचार के सहारे आपको नहीं बैठना चाहिए । वरन आपको इसके लिए अपने डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका आपको पालन करना चाहिए ।
जोड़ों के दर्द मे गोधन अर्क के फायदे
गोधन अर्क गोमूत्र से बना होता है। इसलिए यह जोड़ों के दर्द के लिए काफी फायदेमंद होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।यदि हम बात करें जोड़ों के दर्द को रोकने की तो आप कई तरीकों से जोड़ों के दर्द को रोक सकते हैं। गोधन अर्क को गर्म करके जोड़ों के दर्द पर सेकें । ऐसा करने से होगा यह है कि आपको आराम मिलेगा इसके अलावा गोधन अर्क का भी आप सेवन कर सकते हैं। यह भी आपको जोड़ों के दर्द से राहत प्रदान करने का काम करेगा ।
जोड़ों का दर्द एक प्रकार से आम समस्या होती है जोकि किसी को भी हो सकती है। इसकी वजह से जोड़ों के अंदर सूजन और लालिमा आ सकती है।यह चोट संक्रमण और गठिया की वजह से हो सकता है।जोड़ों के अंदर आमतौर पर गठिया और एक आम दर्द हो सकता है। यदि आपको दर्द के साथ सूजन है तो फिर यह गठिया होने का संकेत है लेकिन यदि सूजन नहीं है सिर्फ दर्द है तो यह गठिया होने का संकेत नहीं है। आपको इसके बारे मे समझना चाहिए ।
जलन, खुजली, सुन्न होना, दर्द या कोमलता, लाली, गर्माहट या सूजन आदि हो सकती है जोड़ों मे यह सभी समस्याएं होने की वजह से चलने उठने और बैठने मे काफी समस्याएं हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।जोडों में दर्द किसी चोट, संक्रमण, प्रतिरक्षा विकार, एलर्जी आदि की वजह से भी हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- यदि हम बात करें जोड़ों के दर्द के लक्षणों की तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से हम जोड़ों के दर्द को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं।
- जैसे कि जोड़ों के अंदर दर्द होना
- जोड़ों के अंदर सूजन का आना ।
- इसके अलावा गतिशीलता का कम होना भी इसका एक लक्षण है।
यदि आपको भी किसी तरह की जोड़ों की समस्या है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपको डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका आपको पालन करना चाहिए । जोड़ों का दर्द किसी भी तरह का क्यों ना हो खास तौर पर गठिया जैसा दर्द आसानी से ठीक हो जाता है।बस आपको दवाओं का पूरा कोर्स लेना होगा । और यदि आप पूरी तरह से आप कोर्स ले लेते हैं तो उसके बाद आपके जोड़ों का दर्द बहुत ही आसानी से ठीक हो जाता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
गोधन अर्क के फायदे दांतों के अंदर
दोस्तों गोधन अर्क दांतों के अंदर भी काफी फायदा होता है। जैसे कि यदि किसी के दांतों मे पायरिया हो गया है तो गोधन अर्क का उपयोग करना चाहिए इसकी कुल्ला किया जा सकता है।आपको बतादें कि पायरिया जो होता है वह मसूड़ों की बीमारी होता है। यह दांतों की बीमारी नहीं है।
इसके बारे मे आपको पता ही होगा । आमतौर पर पायरिया तब होता है जब हम ब्रश को ठीक तरह से नहीं करते हैं। उसके बाद बैक्टीरिया दांतों के आस पास जमा होना शूरू हो जाते हैं। और इनको यहां पर पोषण मिलता है और बाद मे यह मसूड़ों को नुकसान पहुंचाना शूरू कर देते हैं।जिससे कि दांतों की जो हडियां होती हैं।वे गलना शूरू हो जाती है। और उसके बाद मुंह के अंदर दुर्गंध आने लग जाती है और दांतों के अंदर सड़न पैदा होती है। और यदि इस समस्या पर सही से ध्यान नहीं दिया जाता है तो फिर यह संक्रमण काफी गम्भीर तरीके से फैल जाता है। इसका समय पर ईलाज करना बहुत ही जरूरी होता है।
- सांसों में भयानक बदबू आना.
- ब्रश करते वक्त मसूड़ों से खून आना.
- लाल, कोमल या सूजे हुए मसूड़े
- खाना चबाने में दर्द होना.
- दांतों की स्थिति में बदलाव
आदि लक्षण इस बीमारी के प्रकट हो सकते हैं। आपको बतादें कि गोधन अर्क इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं है।यदि किसी को इस तरह की समस्या है तो फिर जल्दी से जल्दी डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए और डॉक्टर जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यह बहुत ही जरूरी होता है। आप समझ ही गए होंगे ।
यदि आप पायरिया से बचना चाहते हैं तो आपको ब्रश को सही समय पर करना होगा और यही जरूरी होता है। आप समझ सकते हैं। आमतौर पर होता यह है कि हम जल्दी के अंदर सब कुछ करते हैं। जिसकी वजह से दांतों मे कचरा जमा हुआ रह जाता है जोकि धीरे धीरे दांतों की अंदर की परत तक पहुंच जाता है जिसकी वजह से यह काफी नुकसान करने का काम करता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आपको समय समय पर दांतों की सफाई करना जरूरी है। तभी आप इस समस्या से निपट सकते हैं।
कब्ज और पेट की समस्या मे उपयोग
दोस्तों गोधन अर्क कब्ज की समस्या को दूर करता है। क्योंकि यह गोमूत्र से बना होता है। कब्ज एक आम प्रकार की समस्या होती है जोकि हर किसी को हो सकती है। इसके अंदर क्या होता है कि मल अधिक सख्त हो जाता है। और मल के अधिक सख्त होने से वह बाहर नहीं निकल पाता है। ऐसी स्थिति को कब्ज के नाम से जाना जाता है। कब्ज के उपचार के लिए मार्केट के अंदर कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं तो इसका समय पर उपचार करवाया जाना चाहिए यदि इसका समय पर उपचार नहीं होता है तो उसके बाद यह कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है।
कब्ज वैसे एक आम समस्या होती है जोकि किसी को भी हो सकती है। हालांकि कुछ लोगों को यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको यह समस्या अपने आप ही ठीक नहीं होती है। और उनको डॉक्टर की मदद लेनी पड़ती है।इसके अलावा यदि कब्ज होती है तो मल त्याग करने के लिए बहुत अधिक जोर लगाना पड़ता है जिससे कि नसों के अंदर सूजन आ जाता है और बाद मे यह किसी दूसरी बीमारी के अंदर बदल जाता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
कब्ज के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप कब्ज को पहचान सकते हैं।
- यदि आपको मल त्याग करते समय बहुत अधिक जोर लगाना पड़ रहा है तो यह कब्ज के संकेत हो सकते हैं। इसलिए मल को त्याग करते समय कम जोर लगाएं ।
- जिन लोगों को कब्ज की समस्या है उनको मल त्याग मे काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- कब्ज के अंदर पेट दर्द भी हो सकता है।
- पेट अधिक फूला हुआ सा महसूस हो सकता है।
- इसके अलावा जो कब्ज का रोगी होता है उसको भूख नहीं लगती है।उल्टी और मतली होने की समस्या होती है।
इस तरह से यदि किसी को कब्ज की समस्या है तो उसे अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर जो निर्देश आपको देता है आपको उसका पालन करना चाहिए यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी हो जाता है।
लार्ज इंटेस्टाइन के अंदर मल के अंदर जो पानी होता है उसको अवशोषित कर लिया जाता है। और उसके बाद यदि वहां पर भोजन काफी लंबे समय तक रहता है तो फिर यह काफी अधिक सख्त हो जाता है।ऐसा आमतौर पर खराब खाने पीने की वजह से होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
यदि आप कब्ज से बचना चाहते हैं तो आपको इस तरह के खाने को अधिक सेवन करना चाहिए जो आसानी से पच जाए और अधिक पानी का सेवन करना भी आपके लिए काफी जरूरी होता है। इसके बारे मे आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
कब्ज के अलावा यदि आपके पेट फूल जाता है तो गोधन अर्क का सेवन किया जा सकता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आपका डॉक्टर आपकेा जो निर्देश देता है। उसका पालन आपको करना जरूरी हो जाता है।
मोटापे को कम करता है गोधन अर्क
दोस्तों मोटापा आजकल हर किसी के लिए एक समस्या बन चुका है। इसके बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। और कुछ लोग ऐसे होते हैं कि जब वे मोटे होने लग जाते हैं तो कितना भी खाना पीना क्यों कम करें। वे बस मोटे होते ही जाते हैं। लेकिन ऐसे कुछ लोगों को भी देखा है जोकि कितना कुछ भी खाएं वे मोटे नहीं होंगे आप इस बात को समझ सकते हैं।अब इन दोनों के अंदर क्या फर्क होता है ? इसके बारे मे तो हम कुछ नहीं कह सकते हैं। लेकिन ऐसा होता है। हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं। लेकिन मोटापा किसी काम का नहीं होता है। यदि आप मोटे हैं तो आपको कई तरह की बीमारियां घेर सकती हैं। इसके अलावा एक मोटे इंसान को चलने फिरने मे और काम करने मे भी काफी अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आप समझ सकते हैं।
2 चम्मच गोधन अर्क आधे आधे चम्मच शहद और नींबू का उपयोग करें और उसके बाद इनका सेवन करें ।यह एक दवा की तरह प्रयोग करें आपको बतादें कि इसके अंदर काफी अच्छी चीजें पाई जाती हैं। यह आपके भोजन को पचाने मे काफी मदद करता है। और मोटापे को दूर करता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने डाक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए यही आपके लिए जरूरी है और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। गोधन अर्क के अंदर कई तरह के विटामिन जैसे कि विटामिन ई बी , और सी पाये जाते हैं जोकि काफी फायदेमंद होते हैं।
दोस्तों मोटापे को दूर करने का यह एकमात्र तरीका नहीं है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । मोटापे को दूर करने के कई अन्य तरीके भी हो सकते हैं जिसकी मदद से आप मोटापे को दूर कर सकते हैं। आप उन तरीकों को भी आजमा सकते हैं जिसे के अंदर ऐलोवेरा का जूस काफी अधिक काम करता है।
यदि आप लंबे समय तक ऐलोवेरा का जूस का सेवन करते हैं तो यह आपके मोटापे को दूर कर सकता है। इसके अलावा आपको अपने खान पान पर भी नियंत्रण रखना होगा । यदि आप कम खाना खाएंगे और अधिक एक्सरसाइज करेंगे तो फिर आप मोटापे को बहुत ही आसानी से दूर कर सकते हैं।
लेकिन यदि आप यह सोच रहे हैं कि आप बैठे बैठे मोटापे को दूर करदें तो ऐसा होना संभव नहीं है। बैठे बैठे मोटापे को दूर नहीं किया जा सकता है।
हमेशा फिट रहने का प्रयास आपको करना चाहिए । क्योंकि यदि आप अधिक मोटे होते हैं तो फिर समस्या हो सकती है। कारण यह है कि आप कई तरह से बीमारियों के घर हो सकते हैं। और अक्सर आपने भी देखा होगा कि जो लोग अधिक मोटे होते हैं उनको कई तरह की बीमारियां होती हैं। और इस बात की पुष्टि वैज्ञानिक भी कर चुके हैं। कि अधिक मोटा होना बीमारियों का घर होता है तो आपको अपने मोटापे को कम करने के बारे मे अच्छी तरह से विचार कर लेना चाहिए यही आपके लिए काफी अधिक जरूरी हो जाता है।
गोधन अर्क के फायदे दिल की बीमारी मे
दोस्तों दिल की बीमारी का नाम तो आपने सुना ही होगा जैसे हार्ट अटैक या दिल की नस का ब्लॉक होना ।और हर्ट के धड़कने की समस्या और दिल का कैंसर आदि कई तरह की बीमारी होती हैं जिनको दिल की बीमारी के नाम से जाना जाता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
कार्डियोवास्कुलर रोग भी एक प्रकार की दिल की समस्या होती है जिसके अंदर दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक आने का खतरा हो जाता है इसके अंदर दिल की धमनियां काफी कमजोर हो जाती है। या फिर यह काफी संकरी हो जाती हैं जिसकी वजह से खून का फलो होने मे काफी अधिक परेशानी होती है। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए यह जरूरी भी है।
ऐसा माना जाता है कि सुबह और शाम दो चम्मच गोधन अर्क का सेवन किया जाता है तो इससे दिल की बीमारी के अंदर राहत मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होगा ही है।
अब यदि हम दिल की बीमारी के प्रकार की बात करें तो यह कई प्रकार की हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए
- हार्ट अटैक
- दिल की विफलता
- एनजाइना
- कोरोनरी धमनी की बीमारी
- अनियमित दिल की धड़कन (हृद् अतालता; अरीथमिया)
- एथेरोस्क्लेरोसिस
दोस्तों इसके अलावा भी दिल की बीमारी के कई प्रकार हो सकते हैं जिनके अलग अलग लक्षण प्रकट हो सकते हैं जोकि काफी फायदेमंद होते हैं। उन लक्षणों के आधार पर ही डॉक्टर यह पता लगाते हैं कि यह किसी तरह की दिल की बीमारी है ?
- दिल की बीमारी की वजह से छाती के अंदर भारीपन महसूस हो सकता है। हालांकि छाती मे भारीपन किसी ओर वजह से भी हो सकता है। जैसा कि मेरे केस मे हुआ छाती मे कफ की वजह से भारी पन महसूस हुआ तो मैंने दिल के कई सारे टेस्ट किये पर वे सब कुछ सही थे ।
- इसके अलावा यदि दिल की बीमारी है तो बार बार थकान और कमजोर महसूस हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि आपको थकान हो रही है तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।
- ऊपरी शरीर में बार-बार दर्द होना जैसे कि हाथों, जबड़े, गर्दन, पीठ मे दर्द इसका संकेत हो सकता है।
- इसके अलावा यदि दिल की समस्या है तो फिर चक्कर भी आ सकता है। अधिक पसीना भी आ सकता है। यह किसी दिल की बीमारी के संकेत हैं आपको समझना चाहिए ।
- इसके अलावा आप यदि थोड़ी देर काफी तेजी से काम करते हैं तो उसके बाद आपकी सांस फूलने लग जाती है।
- सूजन होना
- चिंता होना
- खांसी होना और जलन होना ।
आमतौर पर दिल की बीमारी कुछ लोगों के अंदर जन्म से ही होती है। जब वे जन्म लेते हैं तो उनके अंदर दिल की बीमारी होती है। यह रोग जन्मजात होता है। हालांकि यह संक्रमण से नहीं फैलता है लेकिन गलत खान पान की वजह से यह रोग फैल सकता है।
आजकल काफी अधिक गलत खानपान हो रहा है जिसकी वजह से यह रोग काफी अधिक तेजी से फैल रहा है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और यह रोग काफी तेजी से फैलने का कारण अधिक तैलिय चीजें और नशा ही है।
यदि आप भी दिल की बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको सही भोजन का सेवन करना होगा क्योंकि यदि आप सही भोजन का सेवन नहीं करते हैं ता फिर दिल की बीमारी आपको भी हो सकती है। इसलिए हमेशा ही नैचुरल चीजों का अधिक सेवन करें। बाजार मे मिलने वाली नकली चीजों का सेवन आपको नहीं करना चाहिए यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी हो जाता है। यही आप नैचुरल चीजों का सेवन करते हैं तो सब कुछ सही चलेगा ।
मधुमेह के लिए फायदेमंद
दोस्तों यदि आप गोधन अर्क का सेवन करते हैं तो यह मधुमेह के अंदर भी काफी फायदेमंद होता है। लेकिन इसको लेने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपको जो डॉक्टर निर्देश देता है उसी का आपको पालन करना चाहिए ।
हॉर्मोन्स या शरीर की अन्तःस्त्रावी ग्रंथियां द्वारा निर्मित स्त्राव की कमी या अधिकता की वजह से मधुमेह जैसे अनेक रोग पैदा हो जाते हैं। आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।आपको बतादें कि भारत के अंदर कई सारे करोड़ों लोग मधुमेह से पिड़ित होते हैं। इसके अलावा कई लोगों की हर साल मधुमेह की वजह से मौत भी हो जाता है भारत के अंदर भी मधुमेह विकाराल रूप धारण करता जा रहा है आप भी इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।तेज बढ़ती समस्याएं और कम शारीरिक परिश्रम और खान पान आदि की वजह से मधुमेह काफी तेजी से फैल रहा है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
दोस्तों वैसे मधुमेह हर किसी के अंदर नहीं होता है। यह आमतौर पर यदि किसी के परिवार के सदस्य मधुमेह का रोगी है तो फिर दूसरा भी मधुमेह का रोगी हो सकता है। इसके अलावा जो लोग अधिक मोटे होते हैं उनको मधुमेह होने का खतरा अधिक होता है।
इसके अलावा यदि हम बात करें मधुमेह के लक्षणों की तो इसके कई सारे संकेत होते हैं जिसकी मदद से आप यह आसानी से समझ सकते हैं कि मधुमेह हो चुका है। तो आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे मे ।
- वजन में कमी आना।
- अधिक भूख प्यास व मूत्र लगना।
- थकान, पिडंलियो में दर्द।
- बार-बार संक्रमण होना
- इसके अलावा हाथों मे झनझनाहट ।
नमक, चीनी, गुड, घी, तेल, दूध व दूध आदि का सेवन मधुमेह होने पर किया जाना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।हरी सब्जियॉं, खीरा, ककडी, टमाटर, प्याज, लहसुन, नींबू सोयाबीन मूंगफली सरसों का तेल आदि का समय समय पर सेवन करना चाहिए
जहां तक संभव हो सके आपको भूखा नहीं रहना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
वैसे आपको पता होना चाहिए कि मधुमेह जैसे रोग तुरंत नहीं पनपते हैं इनको पनपने मे काफी अधिक समय लगता है। और एक बार जब यह काफी डेंजर रूप लेलेते हैं तो उसके बाद ही यह सामने आते हैं। आप इस बात को समझ सकेते हैं और उसके बाद आपको पता ही है कि इसका उपचार करना काफी कठिन हो जाता है।
तैरना साइकिल चलाना पैदल चलना और व्यायाम करना आदि मधुमेह का ईलाज हो सकता है। इसके अलावा जो बच्चे हैं उनको नियमित इंसूलीन का टीका लगाना जरूरी होता है। और व्यस्क को यदि मधुमेह है तो उनको टीका के साथ टेबलेट भी दिया जा सकता है। इस तरह से आप काम चला सकते हैं। हालांकि इसके बारे मे अधिक जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ।
गले के कैंसर मे गोधन अर्क
दोस्तों गले के कैंसर मे भी गोधन अर्क काफी फायदेमंद होता है। आमतौर पर इसमे होता यह है कि गोधन अर्क के अंदर करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है।और माना जाता है कि इस तत्व की कमी की वजह से ही गले का कैंसर होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
आपको बतादें कि गले का जो कैंसर होता है वह महिलाओं की बजाय पुरूषों को अधिक होता है। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए केवल भारत के अंदर गले के कैंसर की वजह से 6 से 7 फीसदी लोग अपनी जान गवांते हैं। और इस कैंसर की सबसे बड़ी बात यह होती है कि यह शूरूआती समय के अंदर नहीं पहचाना जा सकता है।
इसके अंदर आमतौर पर होता यह है कि गले के अंदर एक टयूमर बन जाता है जोकि आमतौर पहले पता नहीं चल पाता है। और आप समझ सकते हैं कि गले का कैंसर कितना डेंजर होता है।
दोस्तों यदि हम गले के कैंसर के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं। और इसके सबसे बड़े कारणों की बात करें तो शराब और तंबाखू का सेवन करने से गले का कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
यदि आप अधिक मात्रा के अंदर नशा करते हैं तो फिर आपको सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि यह गले के अंदर कैंसर का कारण बन सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
- यदि हम गले के अंदर कैंसर के लक्षणों की बात करें तो इसकी वजह से कई सारे लक्षण प्रकट हो सकते हैं जैसे
- यदि लंबे समय तक गले के अंदर खराश रहती है तो इसको नजर अंदाज करना काफी घातक हो सकता है। अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- यदि आप सही से सांस नहीं ले पा रहे हैं तो यह सिर्फ कोरोना का लक्षण नहीं है। यह समस्या गले के अंदर कैंसर होने की वजह से भी हो सकती है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
- यदि आपकी आवाज के अंदर लंबे समय तक बदलाव रहता है तो यह भी कैंसर का संकेत हो सकता है।
- गले और कान मे दर्द होना भी कैंसर का संकेत हो सकता है।
- इसके अलावा यदि खांसी के साथ खून की बूंदे आती हैं तो यह भी चिंताजनक है।
- यदि किसी को गले के अंदर कैंसर होता है तो उसे खाना को निगलने मे काफी परेशानी होती हैं और गले मे दर्द भी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और समझना भी चाहिए ।
- इसके अलावा यदि गले के अंदर छाले हो जाते हैं तो वह भी कैंसर के लक्षण होते हैं।
दोस्तों कैंसर का ईलाज करने के लिए बहुत अधिक पैसा लगता है आप समझ सकते हैं और हम जैसे लोग इतना पैसा कहां से लाएं । और मैंने अधिकतर यही देखा है कि जिन लोगों को कैंसर होता है उनको अंत मे मरना ही पड़ता है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है।
इसलिए यदि किसी को कैंसर है तो वह यह ना सोचे की वह इतनी आसानी से ठीक हो जाएगा । लेकिन चिंता करने की भी जरूरत नहीं है। क्योंकि हम सभी लोग मरने के लिए ही पैदा हुए हैं आज नहीं तो कल मरना ही है सबको ।
आंखों के रोग के लिए गोमूत्र के फायदे
दोस्तों यदि आप गोमूत्र से रोजाना अपना मुंह धोते हैं तो यह काफी फायदेमंद होता है इसकी वजह से रतौंधी जैसे रोग ठीक हो जाते हैं। वैसे आपको यह बतादें कि आजकल हर इंसान को आंखों की समस्या होती ही है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। एक तो उपर से बढ़ता हुआ प्रदूषण भी इसका कारण होता है और इसी तरह का जहरीला खान पान चल चुका है कि कुछ हो ही नहीं सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
और आज कल इसी तरह से कई लोगों को चश्मा चढ़ चुकी है। खानपान ही जहर जैसा हो चुका है। आपने रतौंधी का नाम तो सुना ही होगा । यह एक प्रकार का विकार होता है जोकि आमतौर पर रात के अंदर सही तरीके से दिखने से रोकता है। जिस इंसान को रतौंधी होता है उसे दिन मे सही दिखता है लेकिन रात मे सही नहीं दिखता है।
दोस्तों इस रोग के अंदर शीघ्र की अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए वरना रोगी काफी समस्या से ग्रस्त हो सकता है। और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अंधापन भी विकसित हो सकता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आप रतौंधी रोग को दूर करना चाहते हैं तो कई। तरह के घरेलू उपचार को आजमा सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आप शुद्ध मधु को नेत्रों मे लगाते हैं तो रतौंधी नष्ट हो जाती है।
इसके अलावा सुर्योदय से पहले बगीचे के अंदर नंगे पांव घूमना चाहिए ।
इसी तरह के बहुत सारे उपाय हैं जो आप कर सकते हैं। आमतौर पर आजकल जो आंखों की समस्या हो रही है। उसके लिए बहुत हद तक टीवी कम्प्यूटर और मोबाइल भी हैं। खास कर मोबाइल के साथ समस्या यह होती है कि मोबाइल को लोग रात के अंधरे मे चलाते हैं जिससे कि मोबाइल की रोशनी का सीधा असर उनकी आंखों पर पड़ता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए रात के अंधेरे मे मोबाइल को नहीं चलाना चाहिए और यदि आप चलाते हैं तो फिर
मोबाइल की लाइट को कम करना भी बहुत अधिक जरूरी होता है। क्योंकि यह आपकी आंखों पर पड़ने वाली तेज रोशनी को कम करने का काम करता है।
चर्मरोग दूर करने मे
दोस्तों जो रोग चमड़ी से जुड़ा होता है उसे चर्म रोग के नाम से जाना जाता है। जैसे कि खुजली भी एक प्रकार का चर्म रोग होती है। आपको पता ही होगा कि हर बीमारी का डॉक्टर अलग अलग होता है।यदि किसी को चर्म रोग की समस्या है तो नीम गिलोय के साथ गोधन अर्क का सेवन करने से चर्म रोग के अंदर काफी अधिक फायदा मिलता है। आप इस बात को समझ सकते हैं
घमौरियां, दाद, खाज, सफेद दाग, कुष्ठ रोग, मुंहासे, फोड़ा, छाजन, फुंसी, फंगल इन्फेक्शन और छाल रोग आदि चर्म रोंगों के अंदर आते हैं वैसे आपको बतादें कि दाद खुजली और यह अन्य सभी तरह के चर्म रोग उतने जानलेवा नहीं होते हैं आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं
चर्म रोग आमतौर पर साफ सफाई का सही तरह से ध्यान नहीं रखने की वजह से हो सकता है। इसके अलावा कई चर्म रोग संक्रामक भी होते हैं जैसे कि यदि किसी को दाद की समस्या है तो वह किसी दूसरे को भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
दोस्तों बहुत सारे चर्म रोग काफी आम होते हैं और यदि आप कुछ दिन समय पर दवा लेते हैं तो उसके बाद यह चर्म रोग बहुत ही आसानी से ठीक हो जाते हैं आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। लेकिन खुजली और दाद इस तरह के चर्म रोग होते हैं जोकि काफी अधिक परेशान करते हैं।
आप कुछ उपाय आजमा सकते हैं जिसकी मदद से आप चर्म रोगों से बच सकते हैं तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे मे ।
नमक का कम इस्तेमाल करें।
दाद आदि का समय पर ईलाज करें
रोजाना नीम की साबुन से नहाएं ।
यदि किसी को चर्म रोग हो गया है तो उसे अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए वरना यह आपका जीना हराम कर सकता है। आपको चाहिए कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करेंगे तो वह कुछ दवा आपको लिखकर देगा आप इस दवा की मदद से उस चर्म रोग को बहुत ही आसानी से ठीक कर सकते हैं। यदि आप समय पर दवा लेते हैं तो आप किसी भी तरह के चर्म रोग को ठीक कर सकते हैं। हालांकि पहले बहुत अधिक चर्म रोग होते थे हालांकि आजकल इनका नाम कम हो चुका है। क्योंकि मार्केट मे कई तरह की दवाएं आ चुकी हैं।
गोधन अर्क के फायदे पेट के कीड़ों को दूर करता है
दोस्तों गोधन अर्क का एक फायदा यह भी है कि यह पेट के कीड़ों को दूर करने का काम करता है। इसके लिए आप गोधन अर्क का सेवन कर सकते हैं। आपको बतादें कि मानव की आंतों के अंदर कई प्रकार के परजीवी होते हैं जोकि आंतों के अंदर ही रहते हैं और आंतों की सामग्री का ही सेवन करते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।यह जो कीड़े होते हैं वे आंतों के अंदर ही जीवित तो रह सकते हैं लेकिन यहां पर प्रजनन नहीं कर सकते हैं। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।
परजीवी का मतलब होता है जो अपना जीवन चलाने के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है। हालांकि पेट के अंदर कीड़े कई बार गम्भीर संक्रमण पैदा कर सकते हैं। इस बात को आपको अच्छी तरह से समझ जाना चाहिए ।
पेट के अंदर कई प्रकार के कीड़े हो सकते हैं। लेकिन अधिकतर केस के अंदर हमे यह पता ही नहीं चल पाता है कि पेट के अंदर कीड़े हैं पेट के अंदर मौजूद कीड़ों का ईलाज करने के लिए कई तरह की दवाएं प्रचलित हैं आप उनकी मदद से पेट के कीड़ों का ईलाज कर सकते हैं।
यदि किसी के पेट के अंदर कीड़े हैं तो इसकी मदद से कई सारे लक्षण प्रकट हो सकते हैं। और उन लक्षणों की मदद से आप आसानी से पहचान सकते हैं कि पेट के अंदर कीड़े मौजूद हैं तो आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे मे जिससे कि आपको भी पता चलेगा कि पेट के अंदर कीड़े मौजूद हैं।
राउंडवॉर्म, फ्लूक या टेपवॉर्म, आदि यदि पेट के अंदर घुस गए हैं तो पेट के अंदर दर्द हो सकता है और पेट मे मरोड़ जैसा महसूस होता है। पेट मे दर्द रूक रूक कर होता है। यदि ऐसा है तो इसका मतलब पेट के अंदर कीड़ें हैं। और आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
राउंडवॉर्म कीड़े की वजह से आपको दस्त हो सकती है। इसका ईलाज कुछ दवाएं हैं जिनकी मदद से दस्त को रोका जा सकता है। और पेट के कीड़ों को कम किया जा सकता है। आप बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
इसके अलावा यदि पेट के अंदर कीड़ा होता है तो सही तरीके से शारीरिक विकास नहीं हो पाता है। इसका मतलब यह है कि पोषण संबंधित समस्या होने लगती है। और बच्चा काफी दुबला पतला दिखाई देने लग जाता है आप बात को समझ सकते हैं।
इसके अलावा यदि पेट के अंदर कीडे हैं तो यह थकान पैदा करते हैं क्योंकि यह आंतों के अंदर बहने वाले खून को चूस लेते हैं जिससे कि काफी अधिक थकान हो जाती है। आप इस बात को समझें और यदि पेट के अंदर कीड़ें हैं तो अपने डॉक्टर को संपर्क करना जरूरी हो जाता है।
इसके अलावा भी बहुत सारे लक्षण हो सकते हैं
जैसे बुखार का आना
मल मे कीड़े आना ।
छाती के अंदर दर्द होना ।
मतली आना
उल्टी आना
पेट फूलना ।
यदि हम पेट के कीड़े की बात करें तो वह कई तरह की असावधानियों की वजह से पेट मे जा सकता है। तो आइए जानते हैं वे कौनसे कारण हैं जिसकी वजह से पेट के अंदर कीड़े पैदा हो सकते हैं।
दूषित पानी पीना
दूषित मिट्टी खा लेना
मल के संपर्क में आना
और कई बार क्या होता है कि जब हम दूषित पदार्थ का सेवन कर लेते हैं तो पेट के अंदर कीड़े चले जाते हैं और उसके बाद यह वहां पर अपना आकार बढ़ाना शूरू कर देते हैं और उसके बाद लक्षण भी दिखना शूरू हो जाते हैं आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
इसके अलावा आप पेट के अंदर कीड़ों को जाने से कई तरीकों से रोक सकते हैं। जोकि आपकी मदद करने का काम करते हैं तो आइए जानते हैं पेट के अंदर कीड़ों को रोकने के कुछ उपाय के बारे मे विस्तार से ।
- बाजार से आप जो भी सब्जी वैगरह लेकर आते हैं आपको उनको धोकर खाना चाहिए और यदि आप कच्ची भी खाते हैं तो उसको अच्छी तरह से देखकर खाएं क्योंकि उसके अंदर भी कीड़े हो सकते हैं। जोकि आपके दिमाग तक पहुंच सकते हैं। उसके बाद ऑपरेशन करके ही उनको निकालना पड़ता है।
- इसके अलावा बच्चा यदि मिट्टी के अंदर खेल रहा है तो उसको कहें की वह अपने हाथ को मुंह के आस पास ना लगाएं । वरना यह कीड़ें आपके मुंह के अंदर जा सकते हैं। जिससे कि काफी अधिक नुकसान हो सकता है।
- जिन क्षेत्रों के अंदर कीड़ें अधिक होने की संभावना हो उन क्षेत्रों के अंदर आपको नंगे पांव नहीं चलना चाहिए इस बात को आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
- इसके अलावा यदि आप मांस और मछलियां खाते हैं तो आपको उनको अधपका नहीं खाना चाहिए । आप भी इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
- इसके अलावा रसोई के अंदर काम आने वाली सभी चीजों को ढककर रखना बहुत ही जरूरी होता है। और रसोई के अंदर साफ सफाई भी रखना आपके लिए काफी अधिक जरूरी हो जाता है।
- इसके अलावा आपको चाहिए कि आप शौचालय जाने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं । यह बहुत ही जरूरी है।
शरीर के अंदर खुजली को दूर करता है गोधन अर्क
दोस्तों गोधन अर्क गोमूत्र से बना होता है। यदि शरीर के अंदर कहीं पर खुजली हो रही है तो आपको चाहिए कि आप गोधन अर्क के साथ जीरें को पीसें और उसके बाद उसको उस स्थान पर लगाएं जहां पर खुजली हो रही है। खुजली ठीक हो जाएगी ।
खुजली आमतौर पर काफी अधिक परेशान करती है। और यह त्वचा को रगड़ने के लिए प्रेरित करती है। इस वजह से त्वचा पर कई बार निशान भी बन जाते हैं। आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।यह किसी भी उम्र मे हो सकती है। और शरीर के किसी भी हिस्से के अंदर खुजली हो सकती है।
खुजली की वजह से आपकी त्वचा पर कई तरह के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। इसकी वजह से आपकी त्वचा सामान्य दिखाई दे सकती है या फिर वह लाल भी हो सकती है। इसके उपचार के लिए कई तरह की दवाएं और गोली मौजूद हैं।
खुजली के लिए कई तरह की दवाएं आती हैं। इसके अलावा कई तरह के घरेलू उपचार भी हैं जिसकी मदद से आप खुजली को दूर कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं।खुजली के लक्षणों के बारे में । वैसे आपको यह बतादें कि खुजली शरीर के किसी भी हिस्से के अंदर हो सकती है। यह हाथ पैर खोपड़ी आदि कहीं पर भी हो सकती है।
लालिमा, खरोंच के निशान, दाने या छाले, सूखी व फटी त्वचा आदि इसके लक्षणों मे दिखाई देता है। जिसको खुजली होती है उसका वहां पर खरोंचने का जी करता है। इस तरह से खुजली काफी फायदेमंद होती है। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए । इसके अलावा कई बार लिवर के अंदर समस्या होने की वजह से भी खुजली हो सकती है। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।
गले के खराश को दूर करता है गोधन अर्क
दोस्तों गोधन अर्क मे गोमूत्र होता है। यह गोमूत्र गले के खराश को दूर करने का काम करता है। इसके लिए आपको इसको गर्म करना होता है और उसके बाद इसके अंदर मामूली सी हल्दी मिलानी होती है फिर इसको पिकर कुल्ला करना होता है। इस तरह से यह काफी फायदे मंद होता है।
दोस्तों गले के अंदर खराश एक आम समस्या है जोकि कई लोगों के अंदर देखने को मिलती है। खास कर जिन लोगों को एलर्जी होती है उनको यह समस्या बहुत अधिक होती है। जुकाम की एलर्जी की वजह से गले के अंदर खराश पैदा हो जाती है और फिर यह काफी दिनों तक जाती नहीं है। कई बार गले मे इन्फेक्सन हो जाने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे गले के अंदर यदि खराश है तो यह अधिक चिंताजनक नहीं है। बस आपको इसके लिए करना यह होता है कि आप कुछ घरेलू उपाय करें और उसकी मदद से आप गले मे खराश को दूर कर सकते हैं जोकि काफी फायदेमंद होती है।
एंटिबायोटिक्स, एनाल्जेसिक, एंटी-एलर्जिक और स्टेरॉयड्स दवाएं गले मे खराश को दूर कर सकती हैं। हालांकि यदि आप अधिक मात्रा मे इन दवाओं का सेवन करते हैं तो फिर यह नुकसान कर सकती हैं। इसलिए आपको इन दवाओं को अधिक मात्रा के अंदर सेवन नहीं करना चाहिए यही आपके लिए जरूरी है।
यदि हम गले के अंदर खराश या फरि खिच खिच के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसके बारे मे आपको पता होना चाहिए
यदि आपको एलर्जी की वजह से यह सब हो रहा है तो इसके कई सारे लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं
जैसे कि आंख मे खुजली होना
- नाक बदं हो जाना ।
- छींक आना
- नाक बहना
- थकान होना
इसके अलावा गले के अंदर जो खराश होती है वह कई तरह के खाने पीने की चीजों की वजह से भी हो सकती है। यह आमतौर पर अधिक ठंडा खाने की वजह से भी हो सकती है। इससे गला बैठ सकता है। आप समझ सकते हैं।
- सांस लेने में परेशानी और निगलने में कठिनाई
- दस्त
- पेट में दर्द
- गले का क्षतिग्रस्त लगना
- सिरदर्द
- ग्रंथियों में सूजन
- मांसपेशियों में दर्द
- बुखार आना
- नाक बंद रहना
- खांसी आना ।
इसके अलावा ऐसिड़ रिफलिक्स की वजह से भी गले के अंदर समस्या हो सकती है। तो ऐसिड़ रिफलिक्स से बचने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं। ऐसिड रिफलिक्स एक ऐसी समस्या है जिसके अंदर गले मे मौजूद तरल भोजन नली तक आ जाता है।
आप कुछ सावधानियों को बरतके ऐसिड़ रिफलिक्स से बच सकते हैं। या फिर यदि लंबे समयसे ऐसा हो रहा है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए नहीं तो गले के अंदर घाव हो सकते हैं।
- यदि आपको गले के अंदर यह लक्षण महसूस हो तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए तो आइए जानते हैं इसके बारे मे
- निगलने में कठिनाई
- सांस लेने में कठिनाई
- मुंह खोलने में कठिनाई
- जोड़ों में दर्द
- बलगम मे खून आना
- कान मे दर्द होना
- गले मे गांठ जैसी महसूस होना आदि ।
रक्तशोधक होता है गोधन अर्क
दोस्तों आपको बतादें कि गोधन अर्क एक रक्तशोधक का काम करता है। और यह एक तरह से रक्त शोधक ही होता है। खून में कई वजहों से टॉक्सिन्स एकत्रित होते रहते हैं और यदि इसकी सही तरीके से सफाई नहीं हो पाई तो फिर कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। और कई बीमारियों का जन्म हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आप बात को समझ सकते हैं।वैसे आपको बतादें की रक्तशोधक का मतलब होता है कि आपके रक्त के अंदर कई तरह के अपशिष्ट पदार्थ मौजूद होते हैं जोकि बाहर निकल जाते हैं। इसको खून का साफ होना कहा जाता है।
यदि खून ठीक तरह से साफ होता है तो फिर किसी भी तरह की बीमारी नहीं होती है। और इंसान पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। वैसे सिर्फ गोधन अर्क ही अकेला नहीं है जोकिखून को साफ करता है। इसके अलावा भी बहुत सारे चीजें हैं जोकि खून को साफ करने का काम करती हैं जैसे कि चुकंदर है गोभी है ताजे फल और सब्जी ।
इसके अलावा गुड़ के बारे मे तो आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। गुड़ एक प्रकार का नैचुरल रक्तशोधक होता है। प्राचीन काल मे लोग बहुत अधिक गुड़ खाते थे क्योंकि उस वक्त इतनी बढ़िया मिठाई लोगों की पहुंच से बहुत अधिक दूर थी । वे बस गुड़ खाकर की काम चलाते थे लेकिन अब जमाना बदल चुका है।
आजकल मार्केट के अंदर एक से बढ़कर एक चटपटी चीजें मौजूद हैं तो फिर गुड़ खाने की जरूरत ही क्या हैं यही वजह है कि मार्केट के अंदर बनी नकली मिठाइयों को लोग खाते हैं। गुड़ खाने की बजाय ।
इस तरह से दोस्तों गोधन अर्क रक्त को शुद्ध करने मे भी काफी फायदेमंद होता है।
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