intraday trading rules in hindi इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम आपको पता होने चाहिए । उसके बिना आप ट्रेडिंग के अंदर सक्सेस नहीं हो सकते हैं। intraday trading का मतलब होता है , कि आप एक ही दिन मे शेयरों को खरीदते हैं और उसी दिन आप उनको बेच देते हैं। इसको intraday trading के नाम से जाना जाता है। अब आपको बतादें कि इंट्रा डे कई जगहों पर होती है। जैसे कि आप्सन के अंदर या फिर इक्वीटी के अंदर यह होती है। यदि आप नए हैं , तो आपको इक्वीटी के अंदर ही इंटरा डे ट्रेडिंग करना चाहिए । तभी आपके लिए सही होगा । यदि आप सीधे ही bank nifty के अंदर चले जाते हैं , तो आपके लोस होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए आपको कभी भी बिना सीखे bank nifty मे ट्रेड नहीं करना चाहिए ।
intraday trading की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि हमको रूल बनाकर रखने होते हैं। यदि हम अपने रूल जिस दिन तोड़ देते हैं , उस दिन अपना लोस होना तय होता है। यह मेरे खुद के साथ कई बार हो चुका है। यदि मैं अपने रूल को तोड़ता हूं तो मुझे लोस ही होता है। intraday trading के अंदर आपको रूल्स को बहुत ही सख्ती से अप्लाई करना चाहिए । यदि आप सख्ती से अप्लाई नहीं करते हैं , तो फिर आपको लोस होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं। और फाइनली आपको प्रोफिट कम लोस अधिक होगा । वैसे तो intraday trading के बहुत सारे रूल्स होते हैं। और हर इंसान का मनोविज्ञान के हिसाब से रूल बदल जाता है । लेकिन कुछ कॉमल रूल हैं जिसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह लगभग हर इंसान पर अप्लाई होते हैं।
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intraday trading rules in hindi इंटरा डे ट्रेडिंग हमेशा लिक्विड स्टॉक मे ही करें
दोस्तों इंटराडे ट्रेडिंग आपको हमेशा लिक्विड स्टॉक के अंदर ही करनी चाहिए । मतलब यही है कि जिस स्टॉक की प्राइस दिन मे कई बार उपर नीचे हो जाती है , वही स्टॉक इंटरा डे के लिए बेस्ट होता है। यदि आप ऐसे स्टॉक को पकड़ कर बैठ जाएंगे । जिसकी प्राइस दिन मे उपर नीचे नहीं होती है , तो इस तरह के स्टॉक को पकड़ कर बैठने का कोई भी फायदा नहीं होगा । इसलिए कुछ खास स्टॉक की अपनी वाच लिस्ट आपको बना लेनी है। जिसके अंदर काफी अधिक लिक्विडीटी रहती है। intraday trading के लिए स्टॉक आप खुद नहीं देख सकते हैं , तो आप गूगल से भी पूछ सकते हैं। गूगल आपकी समस्या का हल करने मे मदद करेगी । और आपको वहां पर कई सारे स्टॉक मिल भी जाएंगे।
intraday trading को यदि आप बिना लिक्वीडिटी वाले स्टॉक के अंदर करते हैं , तो इस तरह के स्टॉक के अंदर आपको कुछ खास फायदा नहीं मिलेगा । और आप सबको लेकर बैठे रहेंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं। तो सबसे पहला रूल intraday trading का कि आप बस लिक्वीडिटी वाले स्टॉक को ही चुने ।
sellers और buyers को जरूर देखें
intraday trading यदि आप कर रहे हैं , तो आपको sellers और buyers को जरूर ही देखना होगा । यदि आप sellers और buyers नहीं देखते हैं , तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। sellers और buyers आपको एप्प के अंदर देखने को मिल जाएंगे । आप देखें कि किसी स्टॉक के अंदर यदि शेलर और बायर उचित मात्रा के अंदर मौजूद हैं , तब आप उसके अंदर ट्रेड ले सकते हैं। लेकिन यदि किसी स्टॉक के अंदर सिर्फ sellers हैं और buyers नहीं हैं , तो इस तरह के स्टॉक से आपको दूरी बना लेनी होगी । आप इस बात को समझ लें ।और यदि किसी स्टॉक के अंदर सिर्फ buyers हैं और sellers नहीं हैं , तो इस तरह की स्थिति के अंदर एक नए ट्रेडर को दूर रहना चाहिए ।
अपर सर्किट और लोवर सर्किट जैसी चीजों से एक नए ट्रेडर को दूर रहना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। वरना इनके अंदर यदि फंस जाते हैं , तो पेनल्टी पड़ सकती है।
intraday trading मे अपने लोस को फिक्स करें
दोस्तों intraday trading यदि आप कर रहे हैं , तो आपको अपने लोस को फिक्स करना होगा । यह बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप लोस को फिक्स नहीं करते हैं , तो फिर आप कभी भी एक सफल इंटरा डे ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से गांठ बांध लें । आपको अपने लोस को फिक्स करना है। जैसे कि आप एक दिन मे 50 रूपये कमाने की क्षमता रखते हैं , तो आपको लोस एक दिन मे 25 रूपये का ही लेना है। यदि आपका लोस 25 रूपये का हो चुका है , तो उसके बाद आपको ट्रेडिंग को बंद कर देना होगा । और फिर आप दूसरे दिन ही ट्रेड करेंगे । यदि आप एक फिक्स लोस के साथ intraday trading करते हैं ,तो आपको जरूरी फायदा मिलेगा । लेकिन यदि आप लोस को फिक्स नहीं करते हैं , तो फिर बड़ी समस्या आपके लिए हो सकती है। आप इस बात को समझ लें ।
intraday trading कम क्वाटिटी के साथ करें
दोस्तों intraday trading यदि आप कर रहे हैं , तो आपको हमेशा कम क्वाटिटी के साथ ही करना चाहिए । यह बहुत अधिक जरूरी होता है। यदि आप एक बड़ी क्वाटिटी के साथ करते हैं , तो आपको बड़ा लोस होने का खतरा रहता है। यदि आप पुराने बंदे हैं , तो आप खिलाड़ी हो चुके हैं। आप सब कुछ आसानी से कर लेंगे । लेकिन यदि आप अभी सीख रहे हैं , तो आपको कम से कम क्वाटिटी के साथ ट्रेड करना चाहिए । यह बहुत अधिक जरूरी होता है। इसलिए जितनी क्वाटिटी का लोस आप सहन कर सकते हैं। उतना ही आपको एड करना होगा । दूसरे को देखने के चक्कर मे 8000 हजार क्वाटिटी से ट्रेड करने के बारे मे विचार ना करें । नहीं तो नुकसान होने का पूरा खतरा बना रहता है। यदि आप सीख ही रहे हैं , तो आपको 5 से 10 क्वाटिटी के साथ ट्रेड करना चाहिए । ऐसा करने से आप अच्छी तरह से अपनी साइकलोजी को मैंटेन कर पाएंगे । और आपको अच्छा फायदा भी मिलेगा ।
intraday trading मे अपर सर्किट का ध्यान रखें
दोस्तों intraday trading मे यदि लोवर सर्किट लग जाता है , और आप शेयर बेच नहीं पाते हैं , तो आपको कोई अधिक नुकसान नहीं होता है। आप बस पैसा फिर से जमा करवा सकते हैं , और फिर शेयर आपके खाते मे ही रह जाते हैं। लेकिन यदि अपर सर्किट लग जाता है , तो उसके बाद होगा यह कि आपने जो शेयर बेचे थे आप उनको खरीद नहीं पाएंगे और आपको पेनल्टी पड़ेगी । इसलिए आपको हमेशा अपर सर्किट की संभावना नजर आए । या आपको लगे की शेयर सीधा ही उपर भाग रहा है , तो अपनी शेल्स की पोजिशन को तुरंत ही मार्केट सलेक्ट करके काट दें ।
intraday trading के अंदर अपर सर्किट से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप जिस किसी शेयर पर सेल्स की पोजिशन बना रहे हैं , तो उसके बारे मे थोड़ा सा गूगल पर सर्च करें और देखें कि कोई ऐसी न्यूज तो नहीं आई है , जिससे कि इसके उपर अपर सर्किट लगने के चांस हो जाए । उसके बाद ही आपको बाय और सेल्स करना चाहिए ।
intraday trading मे बस दिन के दो ही ट्रेड करें
intraday trading मे आपको इस रूल को कड़ाई से फोलो करना होगा । यदि आप इस रूल को कड़ाई से फोलो नहीं करते हैं , तो फिर यह आपके लिए बड़ा नुकसानदायी हो सकता है। इसका कारण यह है कि बहुत से लोग पूरे दिन ट्रेड करते रहते हैं। लेकिन आपको बतादें कि पूरे दिन ट्रेड करना कोई अच्छी बात नहीं है। यदि आप पूरे दिन ट्रेड करते हैं , तो आपने जो कुछ भी कमाया था , वह भी लोस के अंदर बदल जाएगा । इसलिए आपको दिन के बस दो ही ट्रेड करने हैं। या तो आपको दोनों मे ही प्रोफिट होगा और या फिर दोनों मे ही लोस होगा । बस उसके बाद अपने सेटअप को बंद कर देना है। और दूसरे काम पर लग जाना है। याद रखें ओवर ट्रेडिंग आपको नहीं करना है। वरना कमाया हुआ पैसा भी आपका डूब सकता है।
बहुत से लोग ओवर ट्रेडिंग के शिकार होने की वजह से नुकसान मे जाते हैं , तो आपको भी ओवर ट्रेडिंग से दूरी बनाकर रखनी चाहिए । और यह नियम आपको सख्ती से लागू करना होगा । तभी आपका काम बनेगा । नहीं तो एक ट्रेड मे कमाया हुआ पैसा दूसरों के अंदर लुटाकर चले जाएंगे ।
मार्केट को चैलेंज करने की कोशिश ना करें
देखिए Intraday trading के अंदर जब हमारा लोस हो जाता है , तो कई बार हम काफी अधिक गुस्सा हो जाते हैं। और उसके बाद आलतू फालतू ट्रेड लेने की कोशिश करते हैं , जिसकी वजह से हमारा और अधिक लोस हो जाता है। तो यदि आपका Intraday trading के अंदर लोस हो चुका है , तो आपको मार्केट को चैलेंज करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए । यदि आप मार्केट को चैलेंज करते हैं , तो इससे आपको और अधिक लोस ही होगा । क्योंकि मार्केट मे गुस्सा और दूसरी भावनाएं काम नहीं आती हैं। यहां पर आपको बने रहने के लिए दिमाग से खेलना आना चाहिए । तभी आप मार्केट के अंदर बने रह सकते हैं । यदि आपको दिमाग से खेलना नहीं आता है , तो फिर आप इसके अंदर बने नहीं रह सकते हैं।
सीखने पर फोक्स करें कमाने पर नहीं
दोस्तों यदि आप इंटरा डे के अंदर नए हैं , तो फिर आपको सीखने के बारे मे फोक्स करना चाहिए । यह बहुत ही अधिक जरूरी होता है। यदि आप सीखने पर फोक्स करेंगे , तो आपको अधिक फायदा होगा । यदि आप नए हैं , तो कम से कम शेयरों के साथ ट्रेड करें । और सीखने पर जब आप फोक्स करेंगे , तो आप खुद के अंदर धीरे धीरे सुधार लेते चले जाएंगे । असल मे बहुत से लोग क्या करते हैं , कि वे सीधे ही शेयर मार्केट के अंदर कमाने के लिए घुस जाते हैं , और उनको आता कुछ नहीं है। ऐसी स्थति के अंदर उनका कोई भी फायदा नहीं होता है। बस बड़ा लोस ही होता है , तो फिर आप समझ सकते हैं कि पहले आपको सीखना होगा । उसके बाद ही आगे बढ़ना होगा ।
पीछले ग्राफ के अपर और लो को देखकर ट्रेड करें
दोस्तों एक शेयर जब इंटरा डे के अंदर होता है , तो वह अपर और लो बनाता है। आपको उन अपर और लो को देखकर ही ट्रेड करना है। इसके लिए आप एक स्पोर्ट और रजिस्टेंस को ड्रा कर सकते हैं। जैसे कि वह लो पर आता है , तो आप उसे बाय कर सकते हैं। और रजिस्टेंस पर जाता है , तो आप उसे सेल कर सकते हैं। हालांकि यह बताने मे जितना सिंपल लगता है , रियल मे यह उतना अधिक सिंपल है नहीं ।
क्योंकि कई बार क्या होता है , कि मार्केट आपका स्टॉप लॉस को हिट कर देता है। बार बार ऐसा करता है , तो इन सब चीजों के बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप सही जगह पर बाय करते हैं , तो आपको फायदा ही होगा ।
यदि आप यह सोच रहे हैं कि हम कहीं पर भी इंटरी मार लेंगे , तो आप बहुत ही गलत सोच रहे हैं। एक सही जगह पर इंटरी का होना काफी अधिक महत्वपूर्ण होता है , और आपको तभी प्रोफिट मिलता है। यदि आप एक गलत जगह पर इंटरी मारते हैं , तो आपको प्रोफिट मिलने के चांस काफी कम हो जाते हैं।
intraday trading मे स्टॉप लॉस जरूर लगाएं
बहुत से लोग जोकि मार्केट के अंदर नए होते हैं , वे क्या करते हैं , कि इंटरा डे ट्रेडिंग के अंदर इंटर तो हो जाते हैं , लेकिन क्या होता है , कि वे स्टॉप लॉस को नहीं लगाते हैं। इसकी वजह से बहुत ही बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए यदि आप intraday trading कर रहे हैं , तो आपको बिना stop loss के ट्रेड ही नहीं करना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें ।
इस बात को अच्छी तरह से अपने दिमाग के अंदर बैठा लें कि स्टॉप लॉस यदि आप नहीं लगाते हैं , तो फिर जल्दी ही आप ट्रेडिंग से बाहर हो जाएंगे । आप इस बात को समझ कर ही आगे बढ़ें और यही आपके लिए सही होगा । इसलिए स्टॉप लॉस आपको जरूर ही लगाना चाहिए ।
stop loss की मदद से आप यह निर्धारित करते हैं , कि आप कितना रिस्क ले रहे हैं। और उसके बाद आप आगे बढ़ते हैं। इसलिए stop loss को लगाना काफी जरूरी होता है। इसके बिना आप अपने रिस्क को मैनेज नहीं कर पाएंगे ।
intraday trading के लिए शैलर और बायर की पोजिशन को समझें
दोस्तों intraday trading मे शैलर और बायर की पोजिशन को समझना बेहद ही जरूरी होता है। याद रखें। शेलर बायर की पोजिशन मे सेल करने की गलती नहीं करते हैं। एक तरह से कहा जाए तो उपर की तरफ ग्राफ मे सेलर होते हैं , और नीचे की तरफ बायर होते हैं। अब आपको किस तरह की पोजिशन बनानी है ? इसके बारे मे आपको पता करना होगा । यदि आप सेल करना चाहते हैं , तो इसके बारे मे सोचें और बाय करना चाहते हैं , तो इसके बारे मे सोचे और विश्लेषण करें । याद रखें यदि आप शेलर हैं , तो सैलर के साथ ही चलें । और यदि बायर हैं , तो बायर के साथ ही चलें । जंहा पर बहुत सारे बायर एकत्रित होकर जो कर रहे हैं , वही आपको करना होगा । तभी आपको प्रोफिट होगा । यदि आप सैलर के एरिया मे जाकर बाय करेंगे , तो आपको लोस होने के चांस बहुत अधिक बढ़ जाएंगे ।
intraday trading मे यदि सैलर हावी हैं , तो फिर आपके लिए सेल करना फायदेमंद होता है
दोस्तों जिस दिशा मे शेयर और मार्केट की डायरेक्सन होती है , यदि आप भी उसी दिशा मे काम करते हैं , तो आपको काफी अधिक फायदा मिलने की उम्मीद हो जाती है। जैसे कि यदि सैलर हावी हैं , तो शेयर नगेटिव दिखाएगा । ऐसी स्थिति के अंदर आप सेलर बनना तय कर सकते हैं। आपको नुकसान होने की उम्मीद कम होगी । मगर तभी जब शेयर बहुत उपर गया हुआ हो। यदि शेयर अपने स्पोर्ट के आस पास है , तो फिर बायर की क्षमता वहां पर बढ़ जाती है , इसलिए सही जगह पर सैलिंग करने से लाभ होगा ।
intraday trading मे धीरे धीरे आत्मविश्वास को बढ़ाएं
दोस्तों intraday trading पूरा माइंड सेट का खेल होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि एक बार आपका माइंड सेट बन जाता है , तो उसके बाद आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। और आपको पता ही है कि माइंड सेट बनने मे काफी समय लगता है। आपको छोटे छोटे अमाउंट से intraday trading को करना चाहिए । और धीरे धीरे अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के बारे मे विचार करना चाहिए । ऐसा नहीं है कि एक ही दिन के अंदर आत्मविश्वास बढ़ जाएगा । और आप एक सफल ट्रेडर बन जाएंगे । असल मे आत्मविश्वास को बढ़ने मे काफी अधिक समय लगता है।
intraday trading मे आपको क्या सूट करता है वही चूनें
intraday trading के अंदर दो तरह की चीजें होती हैं , एक बाइंगी होती है , और दूसरा सैलिंग होती है। अब कुछ लोगों को शॉर्ट करना अच्छा लगता है , या उनको शॉर्ट सैलिंग के अंदर आत्मविश्वास अच्छा होता है , तो उसके लिए बायर बनना इतना आसान नहीं होगा । इसी तरह से मुझे शॉर्ट सैलिंग उतनी अधिक सूट नहीं करती है , तो ऐसी स्थिति के अंदर मैं बाय करना काफी अधिक पसंद करता हूं । तो आपको जो सूट करता है , आपको उसी तरह से करना चाहिए । जैसे कि कुछ लोग बस शॉर्ट सैलर का ही काम करते हैं , उसी तरह से कुछ ट्रेडर बस बायर का ही काम करते हैं। वे शार्ट करने पर अधिक भरोसा नहीं करते हैं।
intraday trading के अंदर आपको जो सूट करता है , आपको उसी दिशा मे जाना चाहिए । और जो आपको सूट नहीं करता है , आपको उस दिशा मे जाने से बचना चाहिए । क्योंकि उस दिशा के अंदर लोस होने के चांस काफी अधिक होते हैं।
यदि आप एक बायर हैं , तो लोवर सर्किट का ध्यान रखें
दोस्तों लोवर सर्किट का मतलब यह होता है , कि शेयर इतना अधिक गिर जाता है , कि फिर वहां पर कोई भी बायर मौजूद नहीं रहता है। बस सैलर होते हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।लोवर सर्किट मे आपने जो शेयर इंट्रा डे के लिए खरीदे थे , उस शेयर को लेने वाला कोई नहीं होगा । ऐसी स्थिति के अंदर फिर आपको उन सारे शेयरों को रखने के लिए पूरा पैसा देना होगा । हालांकि इसके अंदर शार्ट डिलिवरी जितना नुकसान आपको नहीं होता है। बस जैसे कि आपके पास पीएनबी के 100 शेयर हैं , तो आपको 60000 रूपये देनें होंगे । और वो शेयर आपके हो जाएंगे । यहां पर आपके उपर कोई पेन्लटी नहीं लगती है। यदि आप लोवर सर्किट जैसी समस्या से बचना चाहते हैं , तो फिर आपको अपना स्टॉप लोस को लगाकर रखना चाहिए ।
यदि आप एक सैलर हैं , तो अपर सर्किट का ध्यान रखें
अक्सर एक इंसान ने एक दिन बताया कि वह शेयर मार्केट के अंदर इंट्राडे से बढ़िया पैसा बना रहा था , फिर एक दिन क्या हुआ कि उसने एक कंपनी के 165 शेयर शॉर्ट कर दिये । और किसी काम से बाहर चला गया । उसके बाद वह आया तो उसे शेयर मे 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया और वे कुल 160000 के शेयर थे , तो ब्रोकर ने उसके अकाउंट से सारे पैसा काट लिया । अब फिर क्या था , बेचारे को नुकसान हुआ ।
इन सब नुकसान से बचने का एक ही तरीका है , कि आपको अपर सर्किट का ध्यान रखना होगा । और यदि आपको लगता है कि शेयर उपर जा रहा है , तो आपको तुरंत ही अपनी पोजिशन को बंद कर देना होगा ।
intraday trading को क्लोज करने के बाद ही दूसरा काम करें
जैसे कि आपने किसी कंपनी के शेयर को शार्ट किया , और उसके बाद आप किसी काम से बाहर चले गए । अब क्या होगा कि हो सकता है , कि आपके आने तक उस शेयर के अंदर अपर सर्किट लग गया , तो आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। खास कर यदि आप ट्रेडिंग के अंदर नए नए उतरे हैं , तो इस तरह की गलती आपको नहीं करनी होगी । यदि आपको कहीं पर बाहर जाना है , तो अपनी इंटरा डे पोजिशन को बंद कर देना होगा । और उसके बाद ही आपको बाहर जाना चाहिए ।
यदि आप अपनी intraday trading पोजिशन को ओपन ही छोड़कर चले जाते हैं , तो फिर कुछ भी हो सकता है। कोई भी बेड न्यूज आ सकती है । ऐसी स्थिति के अंदर आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।
intraday trading मे चार्ज को समझने का प्रयास करें
intraday trading मे चार्ज को समझना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप एक सक्सेसफुल ट्रेडर बनना चाहते हैं , तो आपको चार्ट को समझन आना चाहिए । जरूरी नहीं है कि आप बस मोटी मोटी किताबों को लेकर ही चार्ज को समझें । बस आपको यह पता चल जाना चाहिए , कि यहां पर प्राइस उपर जाएगा या फिर नीचे जाएगा । तभी आप अपने प्रोफिट को बना सकते हैं। यदि आपको यह समझ नहीं है कि कहां से प्राइस उपर जाएगा या फिर कहां से प्राइस नीचे जाएगा तो फिर आप intraday trading के अंदर कभी भी सफल नहीं हो सकते हैं।
बहुत से लोग चार्ट को टेक्नीकल तरीके से समझाते हैं , लेकिन आपके लिए इस तरीके से चार्ट को समझना काफी अधिक कठिन हो जाएगा । इसलिए आपको अपने हिसाब से उस तरह से समझना चाहिए ताकि वह आपको आसानी से समझ आ जाए ।
अपना पूरा पैसा को चार भागों मे बांटे
आप चाहे इंट्रा डे कर रहे हो या फिर कोई अन्य ट्रेड आपको अपने डीमैट अकाउंट के अंदर जो पैसा पड़ा है , उसको कम से कम 2 या फिर 4 भागों के अंदर बांटना होगा । और एक भाग से ट्रेड करना होगा । यदि आप एक ही ट्रेड के अंदर सारा पैसा लगा देते हैं , तो फिर आपका पैसा कई बार फंसने का डर रहता है। इसलिए यदि आपको बड़ा लोस भी हो जाता है , तो कम से कम आप अपने पैसा के 3 भाग से उस पैसे को फिर से रिकवरी तो कर ही सकते हैं।
इसलिए एक अच्छा ट्रेडर हमेशा यही करता है , कि वह अपने सारे पैसों को एक ही ट्रेड के अंदर नहीं लगाता है , वरन वह अलग अलग ट्रेड के अंदर अपने पैसा को लगाता है।
इंटरा डे मे हर वक्त मूमेंट नहीं मिलता है
दोस्तों आपको पता ही है कि इंटराडे ट्रेडिंग के अंदर हर वक्त मूमेंट नहीं मिलता है। अधिकतर केस के अंदर आपको सुबह ही मूमेंट मिल जाता है। , तो आप सुबह ही ट्रेड कर सकते हैं। और अच्छा पैसा बना सकते हैं। लेकिन कई बार आपको मूमेंट के लिए इंतजार भी करना पड़ता है। तभी आपका पैसा बनता है।आपको मूमेंट को अच्छी तरह से पकड़ना आना चाहिए । तभी आप एक सफल ट्रेडर बन सकते हैं। यदि आप मूमेंट को नहीं पकड़ सकते हैं , तो आप एक सफल ट्रेडर नहीं बन सकते हैं।
इंटरा डे ट्रेडिंग के लिए धैर्य बहुत जरूरी है
दोस्तों इंटरा डे ट्रेडिंग के अंदर धैर्य का होना काफी अधिक जरूरी होता है। बिना धैर्य के कुछ भी नहीं हो सकता है। यदि आप जैसे कि एक पोजिशन बनाते हैं , और उस पोजिशन को बनाने के बाद यदि आप वेट नहीं करते हैं ,और थोड़े से प्रोफिट के अंदर उसको निकाल देते हैं , तो फिर आपको कुछ भी फायदा नहीं होगा । बेहतर यही होगा कि आप इंतजार करें । यदि आपको लग रहा है कि मूमेंट मिलेगा , तो फिर आपको वेट करना होगा ।
दूसरों के दम पर आप इंटरा डे मे अधिक सफल नहीं हो सकते हैं
दोस्तों बहुत से लोग क्या करते हैं कि दूसरों के दम पर ट्रेड लेते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि दूसरों के दम पर इंसान कुछ कमा नहीं पाता है। वह कई बार तुके से पैसा कमा भी लेगा । लेकिन अधिक समय वह ऐसा नहीं कर पाएगा । क्योंकि जब ट्रेड आप दूसरों के दम पर लेते हैं ,तो आपको यह पता नहीं चल पाता है कि आपने गलती क्या की थी ? और आप बस दूसरों को कोसते रह जाते हैं। इसलिए आपको अपने खुद का दिमाग लगाना होगा । आजतक आपने ऐसा कोई ट्रेडर नहीं देखा होगा , जोकि दूसरों की वजह से सफल हो गया हो । इसलिए खुद सीखें ।
एक ट्रेड पूरा होने के बाद दूसरा करें
यदि आप इस फिल्ड के अंदर नए हैं , तो फिर आपको यह बात अच्छे से ध्यान मे रखनी होगी कि एक ट्रेड को खत्म करने के बाद ही आपको दूसरा ट्रेड लेना चाहिए । इसका फायदा यह होगा कि आपको चीजों को सही तरह से समझने मे आसानी होगी और आप अधिक लाभ कमा सकते हैं।
हालांकि यदि आप पुराने हो चुके हैं , तो फिर आपको समझाने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि आपको सब कुछ आ ही चुका है। मगर यदि आप नए हैं , तो इस रूल को फोलो करेंगे , तो आपको प्रोफिट होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।
इंटरा डे करते समय कंपनी की न्यूज के बारे मे गूगल पर जरूर सर्च करलें
दोस्तों आज आप किस कंपनी पर इंटरा डे लगाने के बारे मे सोच रहे हैं ,तो सबसे पहले उस कंपनी के बारे मे आपको थोड़ा गूगल करना होगा । अब आप पूछ सकते हैं कि ऐसा क्यों ? तो इसका कारण यह है कि कई बार कोई बेड न्यूज आ जाती है , या फिर अच्छी न्यूज आ जाती है , तो इन सबकी वजह से उस शेयर के अंदर बहुत अधिक फलेक्चूयसन होता है। और आपको यह बड़ा नुकसान दे सकता है। इसलिए आप जब गूगल पर उस कंपनी के शेयर के बारे मे सर्च करते हैं , तो आपको पता चल जाएगा । और आप नुकसान से बच जाएंगे ।
यदि आपको लगातार लोस हो रहा है , तो अपने तरीके को बदलें
यदि आप कोई तरीका अप्लाई करके ट्रेड कर रहे हैं , और उस तरीके के अंदर यदि हमें लगातार लोस हो रहा है , तो फिर इसका मतलब यह है कि हम जो तरीका प्रयोग कर रहे हैं , असल मे वह सही नहीं है। और उसके अंदर हमें सुधार करने की जरूरत हो सकती है।
ऐसी स्थिति के अंदर आपको अपने उस तरीके को बदलने की जरूरत हो सकती है। लेकिन बहुत से लोग लोस पर लोस करते जाते हैं , लेकिन उसके बाद भी अपने तरीके को नहीं बदलते हैं।
मार्केट बंद होने के बाद अलग अलग चार्ट का विश्लेषण करें
दोस्तों ऐसा नहीं है कि आप मार्केट खुलने के समय आए और प्रोफिट बनाकर चले गए । यह सब अनुभवी ट्रेडरों का काम होता है। लेकिन यदि आप मार्केट के अंदर नए हैं , तो आपको चीजों को समझना होगा । और यदि मार्केट बंद हो जाता है , तो उसके बाद आपको अलग अलग कंपनी के चार्ट का विश्लेषण करना होगा कि आप यदि कहां पर ट्रेड बनाते , तो आपको कितना फायदा हो सकता था ? इसके बारे मे आपको ठीक तरह से विचार करना होगा । अलग अलग कंपनी के चार्ट को जब आप देखते हैं , तो आपको उनके शेयरों का बिहेवियर काफी अच्छी तरह से समझ मे आता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
इन सबका विश्लेषण यदि आप करते हैं , तो आपको धीरे धीरे चीजों को सीखने को मिलेगी ।
जल्दी पैसा बनाने के चक्कर मे आपका लोस ही होगा
अक्सर जब हम किसी ट्रेडर को देखते हैं कि उसने कुछ ही समय के अंदर लाखों छाप लिये तो हम काफी शॉक्ड रह जाते हैं। और उनके जैसा ही करने का प्रयास करते हैं , जोकि एक बहुत ही घटिया गलती होती है। क्योंकि जो ट्रेडर आपको यह सब दिखा रहे हैं , वह बस उनके अनुभव की वजह से हो रहा है। यदि आपके अंदर अनुभव नहीं है , तो आप कमा नहीं सकते हैं। इसलिए यदि आपको उनके जैसा बनना है , तो पहले अनुभव को हाशिल करना होगा । उसके बाद ही आप उनके जैसा बन सकते हैं।
बिना आत्मविश्वास के साथ यदि आप हजारों क्वाटिटी के साथ ट्रेड करते हैं , तो आपको लोस ही होगा । इसके अंदर कोई शक नहीं है।
intraday trading मे आपके काम करने की स्पीड तेज करने का प्रयास करें
दोस्तों यदि आप छोटी क्वांटिटी के साथ ट्रेड करते हैं , तो ठीक है। लेकिन यदि आप एक बड़ी क्वांटिटी के साथ चल रहे हैं , तो फिर आपके पास एक तेज स्पीड का होना काफी अधिक जरूरी होता है। क्योंकि बड़ी क्वाटिटी के अंदर मामूली वैल्यू के उपर नीचे होने से बड़ा भूचाल आ सकता है। इसलिए आपको धीरे धीरे अपने आडर लेने और और सेल करने की स्पीड काफी फास्ट होनी चाहिए ।
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