intraday trading tips in hindi के बारे मे हम आपको बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं।यदि आप ट्रेडिंग करते हैं , तो आपने intraday trading का नाम सुना होगा । और कभी कभी ट्राई किया होगा ।intraday trading का मतलब होता है , शेयरों को एक ही दिन मे खरीदना और उसी दिन फिर से बेच देना । इसको intraday trading के नाम से जाना जाता है। वैसे तो ट्रेडिंग कई तरह की होती हैं। लेकिन आज हम intraday trading के बारे मे बात करने वाले हैं। वैसे तो हम खुद भी ट्रेडर हैं। और चीजों को सीख रहे हैं , तो इसके बारे मे हम अपने अनुभव को आपके साथ सांझा कर रहे हैं। यह कोई किताबी ज्ञान नहीं है। intraday trading यो या फिर कोई और ट्रेडिंग उसके अंदर अनुभव बहुत अधिक मैटर करता है। यह बहुत सी चीजों को आपको सीखने मे मदद करता है।
वैसे आपको बतादें कि intraday trading के कई सारे फायदे होते हैं , जिसके चलते हर कोई intraday trading को करना पसंद करता है। यदि आप shoonya finvasia एप्प का यूज करते हैं , तो आपको intraday trading के लिए कोई चार्ज नहीं देना होता है। कुल मिलाकर यह एक अच्छा एप्प है।
Table of Contents
intraday trading tips in hindi सबसे पहले एक शेयर पर कुछ दिनों के लिए फोक्स करें
दोस्तों मार्केट के अंदर हर शेयर का अपना बिहेवियर होता है। इसके अंदर कोई शक नहीं है। जब हम मार्केट के अंदर नए होते हैं , तो हमें बहुत सी चीजों के बारे मे पता नहीं होता है , कि इस शेयर का क्या बिहेवियर है। और यही वजह होती है , कि हमे काफी अधिक लोस होता है। intraday trading के अंदर आपको यह पता होना काफी अधिक महत्वपूर्ण होता है , कि कोई शेयर गिरे का तो कहां तक गिर सकता है ? और यदि उपर जाए तो कहां तक जा सकता है ? यह सब अनुमानित रेंज होती है। और उसके आधार पर ही हम intraday trading करते हैं। अब यदि हम एक ही शेयर के अंदर बार बार intraday trading करते हैं , तो उस शेयर की पूरी चीजें हमें अच्छी तरह से समझ आ जाती हैं , और उसके बाद हम प्रोफिट कमा सकते हैं।
intraday trading के लिए लिक्वीडिटी वाले स्टॉक चुने
intraday trading के अंदर हमको कुछ ऐसे स्टॉक को चुनना होता है , जोकि एक दिन मे कई बार उपर नीचे बढ़ते हैं। जैसे कि कुछ कंपनियों के स्टॉक मे एक दिन मे 18 से 30 रूपये तक का मूव आता है ,तो हम इस तरह के स्टॉक को चुन सकते हैं। यह हमें पैसा कमा कर देगा । मतलब यही है कि यदि किसी स्टॉक के अंदर मूव ही दिन मे नहीं आता है , तो फिर उसके अंदर intraday trading करने का कोई फायदा नहीं होगा । उसमे लोस होने के चांस काफी अधिक हो जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।intraday trading के अंदर जितना अधिक मूव आएगा । वहीं स्टॉक हमको चुनना होता है। हम इस तरह के स्टॉक को इंटरनेट पर देख सकते हैं। और इससे पता चल जाएगा । और फिर उन सभी को अपनी वॉचलिस्ट के अंदर एड कर सकते हैं। ताकि हम उनको आसानी से ट्रेक कर पाएं ।
intraday trading के लिए शॉर्ट शेलिंग बेहतर हो सकती है
दोस्तों intraday trading के लिए शॉर्ट शेलिंग काफी अधिक बेहतर हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।क्योंकि असल मे क्या होता है कि मार्केट के खुलते ही जिस स्टॉक को गिरना होता है , वह गिरना शूरू कर देता है। और जिस स्टॉक को उपर उठना होता है , वह उपर उठने लग जाता है। तो ऐसी स्थिति के अंदर जो स्टॉक मार्केट के खुलते ही गिर रहा है , उसके फिर से उपर जाने की संभावनाएं रेयर होती है। और ऐसी स्थिति के अंदर पैसा काफी जल्दी ही बन जाता है।
intraday trading मे बाय और सैल मे से आपको कोई एक चुनना होता है। मगर यदि हम शॉर्ट करते हैं , तो हमें उसी तरह का शेयर चुनना होता है , जोकि शॉर्ट करने लायक होता है। यदि हम गलत शेयर को चुन लेते हैं , तो यह हमें काफी भारी पड़ सकता है। क्योंकि यदि आप शॉर्ट करते हैं और उपर से अपर सर्किट लग जाता है , तो उसके बाद आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
याद रखें शॉट सेल के अंदर अनलिमिटेड रिस्क होता है। यदि आप सही शेयर को सलेक्ट नहीं करते हैं , तो फिर बड़ी समस्या हो सकती है।मगर यह बात सच है , कि जब काई शेयर गिरना शूरू करता है , तो फिर वह काफी तेजी से ही गिर जाता है। और इसके अंदर बड़ा मुनाफा होता है। मगर इंट्रा डे के अंदर शॉर्ट करने के लिए मार्केट का भी नगेटिव होना काफी अधिक जरूरी है। यदि मार्केट नगेटिव नहीं है
, तो फिर शॉर्ट सेलिंग एक नए इंसान के लिए करना सही नहीं होगा ।
intraday trading मे गिरते हुए शेयर मे खरीददारी ना करें
intraday trading यदि आप कर रहे हैं , तो आपको सही तरह से शेयर का सलेक्सन करना आना चाहिए । यदि आप सही तरह से शेयर को सलेक्ट नहीं करते हैं , तो फिर आपका स्टॉप लॉस हिट बार बार होगा । और आपका लोस ही होगा । यदि मार्केट अपट्रेंड मे है , तो आपको किसी ऐसे शेयर का चुनाव करना होता है , जोकि अप ट्रेंड मे हो । यदि आप खरीद रहे हैं , तो । यदि आप किसी डाउन ट्रेंड शेयर को चुनते हैं , तो यह आपके स्टॉप लॉस को बार बार हिट करेगा । लेकिन अपट्रेड शेयर के उपर जाने के चांस काफी अधिक होते हैं , तो बायर इसी पर अपना दाव लगाते हैं। जब हम पहली बार नए नए मार्केट के अंदर आए थे , तो गिरते हुए शेयर को बाय करके बैठने की कोशिश करते थे । और हमारा स्टॉप लास बार बार हिट हो जाता था ।इसकी वजह से हमें कई बार लॉस ही होता था ।
intraday trading मे मार्केट जिस दिशा मे जा रहा है उसी दिशा मे आपको ट्रेड करना चाहिए
दोस्तों intraday trading के अंदर मार्केट की दिशा काफी अधिक महत्वपूर्ण होती है। जिस दिशा के अंदर मार्केट जा रहा है , आपको भी उसी दिशा के अंदर ट्रेड करना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी चीज है। यदि आप मार्केट के विपरित दिशा के अंदर ट्रेड करने की कोशिश करेंगे , तो लोस होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । जैसे कि मार्केट 400 पाइंट नीचे गिर गया है , अब यदि आप यहां पर बाय करेंगे किसी स्टॉक को तो आपके स्टॉप लॉस के हिट होने के चांस काफी अधिक हो जाते हैं। लेकिन यदि आप सेल करते हैं , तो फिर आप मार्केट की दिशा मे काम कर रहे हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपके स्टॉप लॉस हिट होने के चांस नहीं के बराबर होंगे । हालांकि नए intraday ट्रेडर को यह सब चीजें अच्छी तरह से पता होती हैं। लेकिन वे सही तरह से यह रूल फोलो नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से उनको बार बार लोस होता है। इसके अंदर कोई शक नहीं है।
intraday trading tips in hindi अपने लोस को फिक्स रखना जरूरी है
बहुत से लोग क्या करते हैं कि ट्रेड तो लेलेते हैं। लेकिन वे अपने लोस को फिक्स नहीं कर पाते हैं। आप एक दिन मे कितना लोस लेंगे ? इस चीज को फिक्स करना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप इस चीज को फिक्स नहीं करते हैं , तो फिर आप एक सफल intraday trading कर ही नहीं सकते हैं। इसको रिस मैनेजमेंट बोला जाता है। जैसे कि आप एक दिन मे 100 रूपये कमा रहे हैं , तो आपको 30 रूपये का लोस फिक्स करके चलना चाहिए । यदि आप ऐसा करेंगे तो कल के कमाए पैसे आप आज नहीं लगा पाएंगे। और इसी से तो आपकी कमाई होगी । अक्सर लोग क्या करते हैं , कि 10 दिन लोग लगातार कमाते हैं। और उसके अगले ही दिन सारा पैसा लगा देते हैं। इस तरह से कोई भी प्रोफिटेबल ट्रेडर नहीं बन सकता है। आपको अपना लोस तय करना है। जैसे कि आपने रोजाना 100 रूपये का लोस और 200 का प्रोफिट लेने के बारे मे सोचा है। अब यदि आपका 100 रूपये का लोस हो जाता है , तो ट्रेड को बंद कर दें ।
ओवर ट्रेडिंग से दूर रहें
आपको पता होना चाहिए । कि ओवर ट्रेडिंग हमेशा नुकसानदायी होती है। जैसे कि आपने एक शेयर के अंदर इंटरी मारी । आपको वहां पर अच्छा प्रोफिट हो गया , तो आपको अपने ट्रेड को पूरे दिन के लिए बंद कर देना चाहिए । लेकिन आमतौर पर लोग इस चीज को फोलो नहीं कर पाते हैं । यदि उनको एक बार अच्छा प्रोफिट हो भी गया , तो भी वे क्या करते हैं , बार बार ट्रेडिंग करते हैं। और अंत मे उनका सारा प्रोफिट लोस के अंदर बदल जाता है। तो यह सब करने से आपको नुकसान होगा । एक या दो ट्रेड फिक्स करें , और उसके बाद ही आपको आगे बढ़ना चाहिए ।
intraday trading मे स्टॉप लॉस जरूर लगाएं
intraday trading मे स्टॉप लॉस को लगाना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। इस बात को आपको याद रखना चाहिए । यदि आप स्टॉप लॉस नहीं लगाते हैं , तो फिर बहुत ही बड़ी समस्या हो सकती है। कारण यह है कि आपको बहुत अधिक नुकसान हो सकता है। हालांकि यदि आप ईक्वीटी मे ट्रेड करते हैं , तो यह नुकसान सीमित होगा । लेकिन यदि आप दूसरी जगहों पर ट्रेड करते हैं। जैसे कि बैंक निफटी आदि मे तो फिर असीमित नुकसान हो सकता है। एक समझदार ट्रेडर हमेशा स्टॉप लास के साथ ही ट्रेड करता है। बिना स्टॉप लोस के वह ट्रेड नहीं करता है। और यदि आप स्टॉप लॉस को नहीं लगाते हैं , तो आप कभी भी रिस्क और रिवार्ड को मैनेज नहीं कर सकते हैं। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। स्टॉप लोस आपको दोनो ही साइड लगाना होता है , आप चाहे सेल कर रहे हैं या फिर आप बाय कर रहे हैं ।
स्पोर्ट और रजिस्टेंस को ड्रा करना सीखें
दोस्तों यदि आप इंटरा डे कर रहे हैं , तो आपको स्पोर्ट और रजिस्टेंस को ड्रा करना आना चाहिए । यदि आप स्पोर्ट और रजिस्टेंश को ड्रा करना नहीं चाहते हैं , तो फिर आपको एक सही ट्रेड लेने मे काफी अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ेगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । यदि आपको स्पोर्ट और रजिस्टेंस जैसी चीजें समझ नहीं आती हैं , तो आपको एक बार youtube पर जाना होगा । और फिर आपको वहां पर सीखना होगा । और फिर अलग अलग स्टॉक के स्पोर्ट और रजिस्टेंश को ड्रा कर सकते हैं। स्पोर्ट और रजिस्टेंस पर ट्रेड करने का एक फायदा यह होता है , कि आपको यह पता चल जाता है , कि ट्रेड कहां तक जा सकता है ? इससे आपको एक सही पोजिशन को बनाने मे मदद मिलती है।
intraday ट्रेडिंग मे न्यूज इफेक्ट से दूर रहें
दोस्तों intraday के अंदर यदि आप ट्रेड कर रहे हैं , तो आपको किसी न्यूज वाले स्टॉक से दूर रहना काफी अधिक जरूरी होता है। जैसे कि किसी शेयर के उपर बेड न्यूज चल रही है या अच्छी न्यूज आई है , तो आप यदि नए हैं , तो इसका फायदा नहीं उठा सकते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपको एक बार इनसे दूरी बनाकर रखनी चाहिए । जब आप अच्छी तरह से चीजों को सीख जाते हैं , तो फिर आप इनके अंदर इंटरी कर सकते हैं। और आपका पैसा बनने लग जाएगा । लेकिन जो नए लोग होते हैं , उनके अंदर आत्मविश्वास नहीं होता है। इसकी वजह से उनका लॉस काफी अधिक होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
intraday trading कम शेयरों से शुरूआत करें
दोस्तों intraday trading के लिए आपको सबसे पहले 5 से 10 शेयर के साथ ही शुरूआत करनी चाहिए । यदि आप पहले ही बड़ी बड़ी संख्या के अंदर शेयर खरीदने लग जाते हैं , तो फिर आप उनके लोस को देख नहीं सकेंगे । और घबरा सकते हैं। इसलिए सबसे पहले सीखने के लिए 5 से 10 शेयरों से शुरूआत कर सकते हैं। जैसे जैसे आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाता है , वैसे वैसे आप और अधिक शेयरों को ले सकते हैं। लेकिन बहुत से लोग क्या करते हैं , अधिक कमाने के चक्कर मे क्वानटिटी काफी अधिक बढ़ा लेते हैं , जिसकी वजह से उनके लिए हेडल करना काफी अधिक कठिन हो जाता है।
जो 5 दिन कमाया वो एक दिन मे नहीं गवाना
दोस्तों इंटरा डे के अंदर कोई भी ट्रेडर तभी सफल हो सकता है , कि जो आपने 5 दिन कमाया है ,उसको आपको एक ही दिन मे नहीं गवाना चाहिए । यदि आप पांच दिन के कमाए हुए को एक ही दिन मे गंवा देते हैं , तो फिर आप कभी भी एक सफल इंटरा डे ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझ जाना चाहिए ।इसलिए जितन लॉस आपको लेना चाहिए । बस उतना ही लेना है। उससे अधिक लोस आपको नहीं लेना चाहिए । यही इंटरा डे की सिंपल गणित होती है।
intraday trading के लिए जीरो ब्रोकर बेस्ट हैं
आमतौर पर आपको पता ही है कि ट्रेडिंग का चार्ज बहुत अधिक लगता है। यदि आप इंटरा डे कर रहे हैं , तो आपको 80 रूपये तो ऐसे ही देने पड़ेंगे । मैं एंजल वन के साथ गया था , तो मेरी कमाई से अधिक मेरा चार्ज कट गया । उसके बाद मैंने उस अकाउंट के अंदर होल्डिंग के रूप मे शेयर को लगा दिया और दूसरे शून्या के अंदर अकाउंट बनाया कम से कम ब्रोकरेज तो नहीं लगता है उसके अंदर ।
यदि आप कोई नए ट्रेडर हैं , तो फिर आपको ऐसे ब्रोकर के पास अकाउंट बनाना होगा , जंहा पर आपको अधिक से अधिक प्रोफिट मिल सके । और कम से कम ब्रोकरेज देना पड़े । तो ऐसी स्थिति के अंदर यह आपको मुनाफा दिलाने मे काफी मददगार होगा ।
intraday trading अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करें
intraday trading हो या शॉर्ट टर्म अक्सर क्या होता है , कि न्यूज के उपर भर भर के चलता है , कि यह देखो भाग गया यह देखोगो ब्रेकआउट दे रहा है। और उसके बाद लोग फटा फट जाते हैं , उसको बाय करना शूरू कर देते हैं। तो यह बहुत ही बड़ी गलती होती है। intraday trading भी यदि आप इस तरह से कर रहे हैं , तो आपको लोस ही होगा । इस तरह से मैंने कुछ शेयर बाय किये लेकिन बाद मे मुझे वही शेयर बहुत बड़ा लोस देकर गए । तो किसी के कहने पर आपको नहीं खरीदना चाहिए । आपको सूट करना चाहिए । आपके अंदर उस कंपनी के उपर भरोशा होना चाहिए । तब आपको खरीदना है।
शॉर्ट सेलिंग बहुत डेंजर चीज है
दोस्तों वैसे तो यह बात सच है , कि शॉर्ट सेलिंग के अंदर जितना अधिक मुनाफा होता है , उतना मुनाफा कहीं पर भी नहीं होता है। लेकिन यदि आप इसके अंदर सही तरह से नियमों का पालन नहीं करते हैं , तो आपको बहुत ही बड़ा लोस हो सकता है। जैसे कि एक यूजर के साथ हुआ उसने जिन शेयरों को शॉर्ट किया था , उनके उपर अपर सर्किट लग गया । और उसके बाद उसे पेन्लटी देनी पड़ी । इन सब चीजों को शॉर्ट डिलिवरी भी कह सकते हैं।
असल मे क्या होता है , कि हम किसी ग्रीन चलने वाले शेयर को शॉर्ट करते हैं , जोकि बहुत ही गलत बात है। यदि कोई शेयर ग्रीन चल रहा है , तो नए लोगों को उसको शॉर्ट करने की गलती नहीं करनी चाहिए । ग्रीन का मतलब वहां पर बायर काफी अधिक हैं । अब क्या होता है , कि कुछ लोग जब शेयर काफी उपर चला जाता है , तो फिर उसके शॉर्ट कर देते हैं । लेकिन शॉर्ट सेलिंग उन्हीं शेयरों के अंदर होती है , जोकि रेड जोन मे हैं। यदि आप शॉर्ट सेलर बनना चाहते हैं , तो पहले आपको हमेशा उन शेयर के अंदर शॉर्ट सेलिंग करनी होगी , जोकि गिर रहे हैं। इनके अंदर अपर सर्किट लगने के चांस बहुत ही कम होते हैं। इसलिए आपको पेन्लटी लगने के चांस भी काफी कम हो जाते हैं।
intraday trading के रूल को तोड़ना मतलब लोस
दोस्तों intraday trading के रूल को आपको कभी नहीं तोड़ना चाहिए । जिस दिन आप रूल को तोड़ेंगे । आपको पक्का लोस होगा । वैसे तो हम हर दिन छोटे मोटे फायदे निकालते रहते हैं , लेकिन जैसे ही रूल को तोड़ते हैं ,या अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं , तो हमारा लोस हो जाता है। और आमतौर पर होता यही है। इसलिए intraday trading के लिए जो भी रूल आपने बनाएं हैं , आपको उन रूल को नहीं तोड़ना चाहिए । यदि आप ऐसा करेंगे , तो आपको लोस होना तय होगा । इसको कोई भी नहीं रोक सकता है।
intraday trading मे वेट करना जरूरी है
दोस्तों intraday trading के अंदर वेट करना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप वेट नहीं करते हैं , तो फिर आप कभी भी बड़े मूव को नहीं पकड़ सकते हैं। यदि आपको बड़ा मूव पकड़ना है , तो आपको वेट करना होगा । तभी आपको फायदा मिलेगा । यदि आप लोस बड़ा ले रहे हैं , लेकिन प्रोफिट छोटा ले रहे हैं , तो आप कभी भी एक सफल ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । याद रखें छोटे मोटे ट्रेड के अंदर कमाई नहीं होती है। यदि आपको बड़ा कमाना है , तो बड़े मूव को भी पकड़ना होगा । नहीं तो आप नहीं कमा सकते हैं।
कोई ट्रेड आपके सेटअप के विपरित जा रहा है , तो बाहर निकलना बेहतर होता है
आमतौर पर हम यह मानते हैं कि किसी बिंदू से शेयर का भाव उपर जाएगा । लेकिन उसके बाद भी शेयर का भाव उपर नहीं जाता है । वरन वह और अधिक नीचे गिरने लग जाता है , तो आपको यह बात समझनी होगी , कि आपने जो सोचा था , उसका उल्टा हो रहा है , तो इस तरह के ट्रेड से आपको निकलना ही बेहतर होता है। इसके अंदर बने रहने से आपका लॉस ही बढ़ेगा ।
intraday trading tips in hindi अभियास से बड़ी कोई चीज नहीं है
दोस्तों intraday trading के बारे मे भले ही आप कितना भी पढ़ ले या विडियो देखलें । इन सब चीजों से आपके अंदर आत्मविश्वास नहीं आ सकता है। आपके अंदर आत्मविश्वास तभी आएगा । जब आपके अंदर विश्वास मौजूद हो । यदि आपके अंदर विश्वास नहीं है , तो फिर कुछ भी नहीं हो सकता है। आपको इसके लिए अभियास करना होगा । सब कुछ सही होगा लेकिन अभियास से ही आपको सब कुछ सही करना होगा । ज्ञान का यहां पर तभी कुछ बंटता है , जब आप उस ज्ञान को अप्लाई करते हैं।
मार्केट ओपन होते ही ट्रेड ना करें
जैसे ही मार्केट ओपन होता है। वैसे तो कुछ हद तक शेयर की दूसरी कैंडल यह तय कर देती है , कि मार्केट उपर जाएगा या नीचे । लेकिन जब मार्केट गिर रहा है , तो थोड़ा सा वेट करते हैं। और उसके बाद शॉट सेल करते हैं। लेकिन यदि मार्केट उपर जा रहा है , तो फिर हम बाय नहीं करते हैं। कई बार क्या होता है कि मार्केट के अंदर मंद होती है। ऐसी स्थिति के अंदर शेयर का प्राइस पहले उपर जाता है , और उसके बाद गिरने लग जाता है। और एक इंटरा डे ट्रेडर के लिए यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है कि वह सही जगह पर शेयर को बाय करें । नहीं तो लोस होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।
चार्ट को समझने का प्रयास करें
दोस्तों यदि आप इंटरा डे कर रहे हैं , तो आपको चार्ट को समझने का प्रयास करना काफी अधिक जरूरी होता है। कैंडल पेटर्न को आपको समझना होगा । तभी आप एक सफल इंटरा डे ट्रेडर बन सकते हैं। अन्यथा । आप कभी भी एक सफल इंटरा डे ट्रेडर नहीं बन सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप जब छोटी छोटी क्वाटिंटी के साथ ट्रेड करेंगे तो उसके बाद आपको चार्ट की समझ हो जाएगी । और धीरे धीरे आप सफलता की तरफ बढ़ते हुए चले जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आप बिना चार्ट को समझे हुए ट्रेड करते हैं , तो फिर उसके बाद आपके सफल होने के चांस काफी कम हो जाएंगे । आप इस बात को समझ लें ।
एक ही दिन मे अमीर बनने के बारे मे ना सोचे
दोस्तों बहुत से लोग शेयर मार्केट के अंदर इसलिए आते हैं , ताकि वे एक ही दिन मे अमीर बन सके । लेकिन शेयर मार्केट कोई ऐसी चीज नहीं है , जिसके अंदर कि आप एक ही दिन मे अमीर हो सके । यहां पर आपको काफी अधिक समय लगता है। इसलिए आपको यू भूल जाना चाहिए कि आप एक ही दिन मे अमीर बन पाएंगे । इसके अंदर समय लगता है। एक ही दिन मे अमीर बनने के चक्कर मे आपको अपना पैसा नहीं लगाना चाहिए ।जल्दी पैसा कमाने के चक्कर मे जल्दी ही आपका लोस भी होता है। इस बात को आपको नहीं भूलना चाहिए ।
अधिकतर लोग क्या करते हैं , उनको शेयर मार्केट के बारे मे जरा भी अनुभव नहीं होता है और सीधे ही बैंक निफटी मे ट्रेड करने लग जाते हैं , तो इस तरह की चीजों की वजह से बस लोस ही होता है। और कुछ फायदा होने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
intraday trading मे शेयर की संख्या अपने हिसाब से चुने
यह अलग बात होती है , कि कुछ लोग 8000 क्वाटिटी के साथ ट्रेड करते हैं। वे ऐसा करने मे सक्षम हैं। यहां पर आपको किसी की देखा देखी नहीं करनी चाहिए । जितनी क्वाटिटी को आप हेडल कर सकते हैं। बस आपको उतनी ही क्वांटिटी को चुनना चाहिए । ताकि आप आसानी से ट्रेड कर सकें । यदि आप एक बड़ी क्वांटिटी के साथ ट्रेड करते हैं ,तो फिर लोस भी काफी बड़ा होने के चांस बड़ जाते है।
intraday trading tips in hindi आपने जाने यह कोई बाय और सैल की गाइड नहीं है। यदि आपको कहीं पर निवेश करना है , तो इसके लिए आपको अपने जानकार से सलाह लेनी चाहिए । मार्केट जोखिमों के अधीन है।
trading एक बिजनेस है
दोस्तों इंटरा डे trading भी एक तरह से बिजनेस ही होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप trading कर रहे हैं , तो आपको इसको एक तरह से बिजनेस की तरह करना चाहिए । यदि आप ऐसा नहीं करते हैं , और सरकारी नौकरी की तरह सोच रखते हैं , तो आपको ट्रेडिंग के अंदर कभी भी सफलता नहीं मिल सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए आपको हमेशा बिजनेस की तरह इसके अंदर चीजों को सीखने की जरूरत होती है। नहीं तो सफलता के चांस काफी कम हो जाते हैं।
रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो मेंटेन करे
रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो को आपको मेंटेन करके रखना होगा । तभी आप प्रोफिट मे आ सकते हैं। नहीं तो आप प्रोफिट के अंदर नहीं आ सकते हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । जैसे कि आप एक शेयर के अंदर 100 रूपये लोस लेने के लिए तैयार हैं , तो आपको उसके अंदर कम से कम 200 रूपये का प्रोफिट लेना होगा। तो अपने 200 रूपये के प्रोफिट के लिए आपको इंतजार करना होगा ।
हालांकि जब आप छोटी मोटी क्वांटिटी के साथ ट्रेड करते हैं , तो यह सब चीजें आपको नहीं दिखाई देती हैं। लेकिन जैसे ही आप एक बड़ी क्वांटिटी के साथ ट्रेड करते हैं , वहां पर आपको यह सब चीजें दिखाई देने लग जाती हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर आपको अपना लोस और प्रोफिट बहुत हद तक मैंनटेन रखना होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि हम लोस काफी बड़ा ले रहे हैं , और प्रोफिट काफी छोटा ले रहे हैं , तो फिर इस स्थिति के अंदर आप कभी भी एक सफल ट्रेड नहीं बन सकते हैं। इसलिए अपने रिस्क और रिवार्ड को आपको मैनेज करना होगा ।
intraday trading टिप्स सीधे छोटी कैपिटल से शूरू करें
intraday trading यदि आप कर रहे हैं , तो आपको बहुत ही छोटी सी कैपिटल से करनी चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। यदि आप छोटी सी कैपिटल से करते हैं , तो आपको बड़ा फायदा होगा । एक तो आपके पैसा यदि लोस भी होता है , तो वह काफी कम ही होगा । और यदि आप पहली ही बार मे एक बड़ा कैपिटल लगा देते हैं , तो आपके पैसा के लोस होने का चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। बहुत से लोग इसी वजह से ट्रेडिंग के अंदर काफी बड़ा लोस करते हैं , और उनको काफी अधिक परेशानी होती है। तो आप यदि सीख रहे हैं , तो आपको कम पैसा लगाकर सीखना चाहिए । तभी आपके लिए फायदेमंद होगा ।
बाजार के ट्रेंड के हिसाब से ट्रेड करना अधिक बेहतर होता है
सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स को आपको सबसे पहले देखना होता है कि यह किस दिशा के अंदर जा रहे हैं ? अब मान लें कि यह आमतौर पर उपर की तरफ जा रहे हैं , तो आपको बाय करना चाहिए । क्योंकि इस दशा मे सेल करने से काफी अधिक नुकसान हो सकता है। वहीं यदि सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स नीचे की तरफ जा रहे हैं , तो फिर आपको सेल करना चाहिए । इससे फायदा होने की संभावना रहती है।
हम आपको यह फिर से कहना चाहते हैं। यह सब जानकारी है । और किसी भी शेयर को खरीदने बेचने से पहले किसी जानकार से परामर्श करें । और उसके बाद ही शेयर को खरीदें और बेचें।
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This post was last modified on August 17, 2023