inverter battery kharab hone ke lakshan inverter battery खराब होने के लक्षण क्या होते हैं ? inverter के बारे मे आप सभी अच्छी तरह से जानते ही हैं। inverter आमतौर पर हमारे घरों के अंदर प्रयोग मे लिया जाता है। और जब बिजली चली जाती है , तो inverter से घर के अंदर बिजली कुछ समय तक बनी रहती है। वैसे आजकल सोलर inverter भी आ चुके हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर यह inverter पूरे दिन आपको बिजली देते रहते हैं। वैसे देखा जाए तो inverter एक बहुत ही बढ़िया साधन होता है। लेकिन जैसा कि आपको पता ही है कि हर चीज के साथ एक समस्या होती है। उसी तरह से inverter के साथ सबसे बड़ी समस्या उसकी बैट्री होती है। inverter तो इतनी जल्दी खराब नहीं होता है। लेकिन inverter की जो बैट्री होती है , वह बार बार खराब होती है। और कई बार तो inverter की बैट्री खराब हो जाती है। और इसके बारे मे हमें पता भी नहीं चलता है , तो यहां पर हम आपको inverter की बैट्री के बारे मे बताने वाले हैं। कैसे आपको यह पता चलेगा कि inverter की बैट्री खराब हो चुकी है। और उस स्थिति के अंदर आप क्या कर सकते हैं ? याद रखें inverter की खराब बैट्री को आपको हटाना होता है। और उसके स्थान पर आपको एक नई बैट्री को लगाना होता है , ताकि सब कुछ ठीक हो जाए ।
inverter बैट्री यदि खराब हो चुकी है , तो इसके लिए वह कुछ संकेत देती है। जिसकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि अब आपके inverter की बैट्री खराब हो चुकी है। और उसे बदलने का समय आ चुका है। वैसे भी inverter के अंदर लेड एसिड बैट्री का प्रयोग किया जाता है ,जिसकी लाइफ उतनी अधिक नहीं होती है। यह आमतौर पर 500 साइकिल ही चल पाती है।
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inverter की बैट्री का गर्म होना
दोस्तों यदि आपके inverter की बैट्री खराब हो चुकी है , तो इसका सबसे पहला लक्षण आपको दिखाई देगा कि जब बैट्री चार्ज हो रही है , तो यह गर्म होने लग जाएगी । हालांकि inverter जब बैट्री को चार्ज करता है , तो बैट्री के अंदर कई तरह की रसायनिक क्रियाएं होती हैं। फिर भी एक सही बैट्री गर्म नहीं होती है। अपनी बैट्री को हाथ लगाकर चैक करें । कि कहीं चार्जिंग के दौरान यह गर्म तो नहीं हो रही है। यदि चार्जिंग के दौरान यह अधिक गर्म हो रही है , तो बेहतर यही होगा कि आप अपनी बैट्री को हटा दें । या तो इसको रिपेयर करें या फिर इसकी जगह पर दूसरी बैट्री को लगाएं ।
inverter बैकअप प्रदान करने मे विफल रहती है
दोस्तों यदि आपके inverter की बैट्री बैकअप प्रदान करने मे विफल रहती है , तो इसका मतलब यह हो सकता है ,कि वह खराब हो चुकी है। बैट्री का बैकअप समय बहुत ही कम हो जाता है , तो इसका मतलब यही समझना चाहिए कि बैट्री डेड हो चुकी है। आपने देखा होगा कि जब आप कोई नई inverter बैट्री को लेकर आते हैं , तो यह काफी अच्छा बैकअप देती है , लेकिन जैसे ही उसको अधिक समय बीत जाता है , उसका बैकअप कम हो जाता है , तो समझना चाहिए की बैट्री डेड हो गई और उसके बाद इसको ठीक करवाना पड़ेगा ।
inverter बैट्री की धीमी चार्जिंग
यदि आप एक खराब बैट्री को चार्ज करने का प्रयास करते हैं , तो वह चार्ज होने मे काफी अधिक समय लगाती है। या फिर चार्ज होती ही रहती है। यह एक तरह से खराब बैट्री का लक्षण होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।हालांकि इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। जैसे कि यदि बैट्री का पानी सूख गया है , तो इसकी वजह से भी बैट्री धीमी चार्ज हो सकती है। इसके अलावा आप वोल्टेज को चैक कर सकते हैं। कई बार वोल्टेज के कम या फिर अधिक होने की वजह से भी बैट्री धीमी चार्ज हो सकती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आपको कुछ भी समझ नहीं आ रहा है ,तो आप बैट्री के साथ छेड़छाड़ ना करें । और सीधे उस बैट्री को उतार कर रिपेयर शॉप पर लेकर जाएं । वहां पर आपको बता दिया जाएगा कि आपकी बैट्री के अंदर क्या समस्या हो सकती है ? इसके अलावा बेहतर यही होगा कि आप उस बैट्री को जल्दी से जल्दी ठीक करवाएं ।
inverter की बैट्री का वोल्टेज कम होना
दोस्तों आपको यह पता होना चाहिए कि एक बैट्री का वोल्टेज तब घट सकता है , जब वह खराब हो । या वह यदि डिस हो चुकी है , तो उसका वोल्टेज कम हो जाएगा ।जैसे कि आपके पास 12 वोल्ट की बैट्री है , तो आपकी बैट्री का वोल्टेज इससे अधिक होना चाहिए । या आस पास होना चाहिए । यदि यह बहुत कम आ रहा है , तो इसका मतलब यह है , कि आपकी बैट्री खराब हो चुकी है। आपके पास यदि वोल्टमीटर है , तो आप बैट्री के टर्मिनल का वोल्टेज चैक कर सकते हैं। जिससे कि आपको सही से पता चल जाएगा कि आपकी बैट्री के साथ क्या समस्या हो सकती है।
inverter बैट्री के एसिड का रंग बदलना
दोस्तों आपको पता ही होगा कि लेड एसिड बैट्री के अंदर एसिड होता है। और वैसे तो एसिड का कोई रंग नहीं होता है। लेकिन यदि आपकी बैट्री के एसिड का रंग बदल चुका है , यह काले या फिर भूरे रंग का हो चुका है , तो इसका मतलब यह है , कि आपकी बैट्री खराब हो चुकी है। और आपको उस बैट्री को बदलने की जरूरत हो सकती है। जब आप एक नई बैट्री लेकर आते हैं , तो उसके अंदर एसिड का रंग देख सकते हैं। आपको पूरी तरह से अलग ही प्रकार का रंग नजर आएगा ।
यदि आप एक डेड बैट्री का यूज करते हैं , तो उसके फट जाने का खतरा हमेशा बना रहता है। इसलिए डेड बैट्री को कभी भी यूज नहीं करना चाहिए ।
बैट्री की उम्र का अधिक होना
lead acid battery life के बारे मे यदि हम बात करें , तो यह आमतौर पर 3 से 5 साल के बीच होता है। उसके बाद आपकी लेड बैट्री खराब होना तय होता है। यदि आपकी lead acid battery की उम्र अधिक हो चुकी है , तो आपको चीजों को समझना होगा । और जल्दी ही अपनी बैट्री को रिपेयर करना होगा । या फिर आप चाहें तो अपनी बैट्री को बदल सकते हैं।ताकि आप रिस्क फैक्टर को कम कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
कम इलेक्ट्रोलाइट स्तर और रसायन लीकेज का होना
दोस्तों यदि किसी बैट्री के अंदर कम इलेक्ट्रोलाइट स्तर है , तो यह आमतौर पर इस बात का संकेत हो सकता है , कि आपकी बैट्री काफी अधिक खराब हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। बैट्री के अंदर रसायनिक पदार्थ प्रतिक्रिया करते हैं , और पानी व आक्सिजन के अंदर टूट जाते हैं। यदि बैट्री के अंदर किसी भी तरह का रसायन लीकेज हो रहा है , तो आपको यह समझना होगा कि आपकी बैट्री खराब हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
inverter मे दिखाई देने वाली क्षति
एक खराब बैट्री के उपर भी आपको कई तरह की समस्याएं दिखाई दे सकती हैं। जिसकी मदद से आपको यह आसानी से पता चल जाता है , कि आपकी बैट्री खराब हो चुकी है। और इसके लिए आपको उपाय करने की जरूरत हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।जैसे कि बैट्री का फट जाना , या बैट्री के अंदर लीकेज होना या बैट्री का फूलना । यदि इस तरह के कुछ भी लक्षण आपको बैट्री के अंदर दिखाई दे रहे हैं , तो आपको यह समझना होगा कि आपकी बैट्री खराब हो चुकी है। और उसको बदलने का समय आ चुका है।
बीप की ध्वनी बार बार करना
दोस्तों यदि आपका इन्वर्टर बैट्री से जुड़ा हुआ है। और चार्जिंग भी लगी है। लेकिन उसके बाद भी यदि इन्वर्टर बार बार यह दिखा रहा है , कि बैट्री लो है। तो इसका मतलब यह हो सकता है , कि आपकी बैट्री के अंदर कोई ना कोई समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । बैट्री के अंदर समस्या हो यह अधिक जरूरी नहीं है। कई बार कनेक्स लूज होने की वजह से भी यह हो सकता है , तो आपको चीजों को ठीक से चैक करना होगा । और उसके बाद ही कोई निर्णय लेना बनता है।
बैट्री का कोई बाहरी हिस्सा डैमेज होना
दोस्तों यदि बैट्री को तोड़कर एसिड़ लीक होने लग जाता है , तो इस तरह की बैट्री को जितना जल्दी हो सके उसको बदल देना चाहिए । यदि आप इस तरह की बैट्री को अपने इन्वर्टर से लगाकर रखते हैं , तो आप किसी ना किसी तरह के बड़े खतरे को आमंत्रित कर रहे हैं। तो जितना जल्दी हो सके । इस तरह की बैट्री को बदलना सबसे अधिक जरूरी हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
बैट्री की जांच करते समय कुछ सावधानियां
दोस्तों यदि आप अपनी लेड बैट्री का परीक्षण कर रहे हैं , तो आपको कुछ सावधानियों को देखना जरूरी होता है। यदि आप उनको ध्यान मे नहीं रखते हैं , तो दुर्घटना हो सकती है। तो आइए जानते हैं इसके बारे मे कि आपको किन किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत हो सकती है ?
अपने हाथों मे दस्तानें पहनें
यदि आप लेड बैट्री का ऐसिड़ लेवल वैगरह चैक कर रहे हैं , तो आपको अपने हाथों के अंदर दस्तानें पहनने काफी अधिक जरूरी हो जाते हैं। इसका कारण यह है कि यदि आप दस्ताने नहीं पहनते हैं ,तो फिर बैट्री का ऐसिड़ आपके हाथ पर गिर सकता है। और इसकी वजह से आपका हाथ जल सकता है। इसलिए आपको अपने हाथों मे दस्ताने पहनने काफी अधिक जरूरी हो जाता है।
आपके घर के अंदर प्लास्टिक के दस्ताने मिल जाएंगे , तो आप उनको पहन सकते हैं। इससे काफी अधिक फायदा होने की उम्मीद है।
बैट्री को चैक करने से पहले फुल चार्ज करलें
दोस्तों यदि आप बैट्री की जांच कर रहे हैं , तो आपको सबसे पहले उसको चार्ज कर लेना चाहिए । यह काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप एक डिस बैट्री को चैक करेंगे तो इसके अंदर आपको सफलता नहीं मिलेगी । इसलिए सबसे पहले आपको अपनी बैट्री को अच्छी तरह से चार्ज कर लेना चाहिए । उसके बाद आप बैट्री का वोल्टेज आदि को चैक कर सकते हैं।
बैट्री के तापमान को नापने का प्रयास करें
यदि आपके पास नो टच थर्मोमीटर है , तो आप उसकी मदद से बैट्री का तापमान माप सकते हैं। लेकिन यह सब चीजें वैसे आपके काम की नहीं है। इन सब चीजों का प्रयोग बैट्री को रिपेयर करने वाले करते हैं। लेकिन यदि बैट्री का तापमान कम या अधिक है। या फिर गुरूत्व सही नहीं है , तो फिर आपको अपनी बैट्री को रिपेयरिंग करने वालों के पास लेकर जाना पड़ सकता है। वे आपकी सभी समस्याओं का काफी आसानी से हल कर देंगे। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बैट्री चालू स्थिति मे कुछ भी करने की कोशिश ना करें
दोस्तों यदि आपकी बैट्री इन्वर्टर से जुड़ी हुई है , तो उसके अंदर पानी डालने की गलती आपको नहीं करनी है। यदि आपको बैट्री के साथ कुछ भी परीक्षण करना है , तो सबसे पहले आपको उस बैट्री को इन्वर्टर से हटाना होगा । उसके बाद ही आप परीक्षण कर सकते हैं। यदि आप उसको इन्वर्टर से हटाये बिना सीधे ही परीक्षण करने का प्रयास करेंगे , तो फिर आपकी बैट्री को तगड़ा झटका लगा सकता है , और इसकी वजह से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें ।
बैट्री को खुद ठीक करने की कोशिश ना करें
यदि आपको बैट्री ठीक करने के बारे मे कोई भी जानकारी नहीं है , तो आपको बैट्री को खुद ठीक करने का प्रयास नहीं करना चाहिए । यदि आप बैट्री को खुद ठीक करने का प्रयास करेंगे ,तो हो सकता है , कि आपके साथ कुछ गलत हो जाए । इसलिए आपको पैसेवर रिपेयर से मदद मांगनी चाहिए ।