jagat shabd roop जगत शब्द रूप संस्कृत जगत शब्द रूप को इस प्रकार के सभी नपुन्सकलिङ्ग शब्दों के शब्द रूप के बारे मे नीचे दिया गया है आप लिस्ट के अंदर देख सकते हैं। यहां पर सभी विभक्ति और उसके वचन के बारे मे दिया गया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आएगा । और यदि आपका कोई सवाल है तो आप पूछ सकते हैं।
jagat shabd roop in sanskrit जगत शब्द रूप के बारे मे जानकारी
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | जगत् / जगद् | जगती | जगन्ति |
द्वितीया | जगत् / जगद् | जगती | जगन्ति |
तृतीया | जगता | जगद्भ्याम् | जगद्भीः |
चतुर्थी | जगते | जगद्भ्याम् | जगदभ्यः |
पंचमी | जगतः | जगद्भ्याम् | जगदभ्यः |
षष्ठी | जगतः | जगतोः | जगताम् |
सप्तमी | जगति | जगतोः | जगत्सु |
सम्बोधन | हे जगत् ! | हे जगती ! | हे जगन्ति ! |
दोस्तों जब हम जगत की बात करते हैं तो जगत का मतलब दुनिया से होता है। इस संसार से होता है। दोस्तों जगत एक बहुत ही बड़ी चीज होती है। यह जगत ही है जिसके अंदर हम रहते हैं और सब कुछ करते हैं। यदि यह जगत ही ना होता तो क्या हम यहां पर होते ? असल मे जो कुछ भी घटित हो रहा है वह सब कुछ जगत के अंदर ही हो रहा है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों जगत को हम एक अन्य वर्ड संसार के रूप मे देख सकते हैं। लेकिन वैसे देखा जाए तो जगत शब्द काफी अधिक व्यापक होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और आपको यह भी बतादें कि इस जगत आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं। एक होता है भौतिक जगत और दूसरा होता है अभौतिक जगत दोनो ही मौजूद होते हैं और दोनों ही एक दूसरे से अच्छे तरह से जुड़े हुए होते हैं। लेकिन जो भौतिक जगत होता है वह हमें आंखों से दिखाई देता है लेकिन अभौतिक है वह आंखों से दिखाई नहीं देता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
भौतिक जगत क्या होता है ?
दोस्तों सबसे पहले हम भौतिक जगत की बात करें तो यह सब कुछ जो है जो दिखाई दे रहा है वह भौतिक जगत के अंदर ही आता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। भौतिक जगत के बारे मे वैसे आपको कुछ अधिक बताने की जरूरत नहीं है। कारण यह है कि आप इसको बहुत ही आसानी से देख सकते हैं कि यहां पर क्या हो रहा है। हम खुद भौतिक जगत का हिस्सा बन चुके हैं। यहां पर नई नई चीजें हो रही हैं । महल बन रहा है और नए नए मकान बन रहे हैं कोई मर रहा है तो कोई पैदा हो रहा है।
भौतिक दुनिया की समस्याएं कई गुना हैं। उनमें पर्यावरणीय क्षरण, आर्थिक असमानता और सामाजिक अशांति शामिल हैं। दुनिया गरीब और अधिक खतरनाक होती जा रही है। इसके अलावा, ऐसा लगता है कि आने वाले वर्षों में समस्याएं और भी बदतर हो जाएंगी। इन मुद्दों का समाधान करने के लिए क्या किया जा सकता है?
भौतिक दुनिया की समस्याओं को संबोधित करने का एक तरीका उनके बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह विभिन्न मीडिया आउटलेट्स, जैसे समाचार पत्रों और टेलीविजन नेटवर्क के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, इन समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने से नई तकनीकों और आविष्कारों का विकास हो सकता है जो उन्हें संबोधित कर सकते हैं। हालांकि, भौतिक संसार की समस्याओं के बारे में बढ़ती जागरूकता के बावजूद, आने वाले कुछ समय तक उनके अस्तित्व में रहने की संभावना है।
वैसे भी यहां पर हर इंसान की अपनी समस्याएं होती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसे कि आपके शरीर के अंदर कोई जगह पर दर्द हो रहा है तो यह आपकी समस्या है इसके अलावा यदि आपको कोई बीमारी लग गई है तो भी यह एक तरह की समस्या ही है। और सबसे बड़ी बात यह है कि यहां की समस्याएं कभी भी समाप्त नहीं होती हैं। एक समस्या मिट जाती है तो उसके बाद नई नई समस्याएं पैदा हो जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि इंसान कभी भी अपने भौतिक जगत के अंदर सुख नहीं रह सकता है। और वह हर समय कुछ ऐसा तलास करता रहता है कि वह भौतिक जगत के अंदर खुशी की तलास कर सके ।लेकिन उसे आज तक ऐसा नहीं कुछ मिल पाया है कि वह भौतिक जगत की खुशी को हाशिल करले । सही मायेने के अंदर कुछ ऐसा भौतिक जगत के अंदर होता ही नहीं है कि आपको वह पूरी तरह से खुश करदें ।
इस तरह से आप समझ ही गए होंगे कि भौतिक जगत की क्या समस्याएं हैं। इंसान जो होता है वह यहां पर अपनी वासना को पूरा करने के लिए आता है। यदि किसी इंसान की कोई वासना नहीं होती है तो उसके बाद ऐसा नहीं हो सकता है कि वह यहां पर पैदा हो जाए ।
इंसान की ऐसी वासना होती है जोकि उसे शरीर के अंदर जन्म लेने के लिए विवश कर देती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा ।
अभौतिक जगत के बारे मे जानकारी
दोस्तों यदि हम अभौतिक जगत की बात करें तो अभौतिक जगत वह होता है जो भौतिक से अलग होता है। उसको आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
अभौतिक जगत को देखने के लिए आपके अंदर आंखे होनी चाहिए । मतलब आपको अलग प्रकार की द्रष्टि की जरूरत पड़ती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आपने भूत प्रेत का नाम तो सुना ही होगा । भूत प्रेत कोई भौतिक सत्ता नहीं होती है वह एक तरह से अभौतिक सत्ता होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। और आपको यह भी बतादें कि भले ही भूत प्रेत एक तरह से अभौतिक सत्ता होती है लेकिन उसके बाद भी यह भौतिक यादों से जुड़ी रहती है और हमें काफी अधिक प्रभावित करती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
बहुत से लोग होते हैं जोकि अभौतिक जगत के बारे मे विश्वास नहीं करते हैं लेकिन आपको बतादें कि अभौतिक जगत के बारे मे विश्वास करने या फिर ना करने से कुछ भी नहीं होता है जो मौजूद होता है आप कितना भी कोशिश करें उसके बाद भी आप उसको नकार नहीं सकते हैं।
अभौतिक का मतलब यह होता है कि इंसान के 7 शरीर माने गए हैं और उनकी सत्ता पूरी तरह से अलग अलग होती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अभौतिक जगत बहुत ही बड़ा जगत है इस धरती पर जितना कुछ पैदा हुआ है वह सब कुछ मौजूद है। वह कहीं पर भी गया नहीं है और वह नष्ट भी नहीं हुआ है आप इस बात को जान ले ।
इसका मतलब यही है कि यहां पर जो कुछ भी पैदा हुआ है वह सब कुछ ही मौजूद है। यह बात अलग है कि आप उनको अपनी आंखों से देख नहीं सकते हैं। लेकिन वह है जरूर ही ।
इस तरह से आप इस बात को समझ सकते हैं कि अभौतिक जगत के अंदर कुछ इस तरह की चीजें होती हैं जिनके उपर आपको यकीन करना काफी कठिन हो जाएगा । लेकिन ऐसा होता है। अभौतिक जगत के रहस्यों के बारे मे किसी को भी पूरी पूरी जानकारी नहीं है।
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This post was last modified on October 24, 2023