भीमसेनी कपूर के फायदे kapur jalane ke fayde ,घर में कपूर जलाने के लाभ ,कपूर कितने प्रकार के होते हैं तो आइए जानते हैं कपूर के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी
कपूर के बारे मे आप जानते ही होंगे । लगभग हर घर के अंदर कपूर आसानी से मिल जाएगा ।यह सफेद रंग का आमतौर पर होता है और पूजा के अंदर भी इसका यूज होता है।इसको अलग अलग प्रकार से बनाया जाता है। और इसका प्रयोग दवा के अंदर होता है।
इसके अलावा तांत्रिक क्रियाओं मे भी कपूर का बहुत अधिक प्रयोग होता है। जब हम पूजा पाठ करते हैं तो कई बार कपूर को जलाते हैं। कपूर एक है मोमी , ज्वलनशील , पारदर्शी ठोस होता है।भारत में हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से ही कपूर का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसे जलाकर देवताओं को अर्पित किया जाता है। यह पहली बार हिंदुओं द्वारा बहुत प्राचीन काल से इस्तेमाल किया गया था।
कपूर को प्राचीन काल मे करपुरा आराथु के नाम से भी जाना जाता था।बारस सुमात्रा द्वीप के पश्चिमी तट पर आधुनिक सिबोलगा शहर के पास स्थित एक प्राचीन बंदरगाह का नाम है जहां पर बहुत अधिक सिनामोनम कैम्फोरा के पेड़ थे । जिससे कपूर का उत्पादन किया जाता था।
आपको बतादें कि कपूर एक जमा हुआ पदार्थ होता है ।कपूर मुख्य रूप से दो तरह के प्रयोग मे लाये जाते हैं । एक भीमसेनी कपूर पेड़ों से प्राप्त होता है। जबकि दूसरा क्रत्रिम रूप से बनाया जाता है। नैचुरल कपूर भारी होता है।आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि कपूर जलाने के फायदे के बारे मे
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कपूर जलाने के फायदे kapur jalane ke fayde
दोस्तों हिंदु धर्म के अंदर घरों के अंदर कपूर जलाया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस प्रकार से कपूर जलाने का लाभ हमें मिलता है तो आइए जानते हैं घर मे कपूर जलाकर आप किस तरह से फायदा उठा सकते हैं।
धनवान बनने के लिए
कहा गया है कि जब आपका रसोई का काम पूरा हो जाए तो एक चांदी की कटोरी के अंदर एक लौंग और कपूर जलाया करें । ऐसा करने से आपका घर धन से भरा रहेगा लेकिन यह प्रयोग आपको रोजाना करना होगा ।
कपूर जलाने के फायदे पुण्य हाशिल करें
दोस्तों देवी देवताओं के सामने सुबह और शाम को कपूर जलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए जब आप धूप करते हैं तो कपूर जला सकते हैं।
देवदोष व पितृदोष की समस्या को हल करता है
कपूर जलाने के फायदे यह देवदोष व पितृदोष को दूर करने का काम करता है। कुछ लोगों को यह समस्याएं होती हैं तो इसका एक सरल उपाय यह है कि सुबह और शाम और रात को एक घी मे भिगोया हुआ कपूर जलाएं । ऐसा करने से कष्टो से मुक्ति मिलती है।
भीमसेनी कपूर के फायदे घर से नकारात्मक उर्जा दूर भागती है
दोस्तों यदि घर के अंदर नकारात्मक उर्जा का वास होता है तो फिर घर मे बहुत सारी समस्याएं आने लग जाती हैं ।आप घर मे यदि कपूर जलाते हैं तो घर के अंदर की नकारात्मक उर्जा नष्ट हो जाएगी और आपके घर के अंदर शांति स्थापित होगी ।
कपूर जलाने के फायदे धन देता है
दोस्तों कपूर की मदद से आप धन भी पा सकते हैं ।इसके लिए आपको करना यह है कि गुलाब के फूल के अंदर एक कपूर का टुकड़ा रखना है और उसको जला देना है।यह काम आपको 45 दिन तक करना होगा ।गुलाब के फूल के अंदर कपूर जलाने के बाद दुर्गा को चढ़ाना होगा ।ऐसा करने से आपको धन लाभ होगा ।
घर में कपूर जलाने के लाभ कपूर घर के वास्तु दोष को दूर करता है
यदि घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष होता है तो उसके प्रभाव को समाप्त करने के लिए उस स्थान पर दो कपूर की टिकिया रख देनी चाहिए । इससे वास्तु दोष का प्रभाव अपने आप ही दूर हो जाएगा ।
कपूर आपके भाग्य को चमका सकता है
यदि आपको भाग्य को चमकाना है तो कपूर के तेल की दो से तीन बूंदे पानी के अंदर डालकर नहाएं ।यदि आप ऐसा रोजाना करेंगे तो आपके भाग्य के ताले खुल जाएंगे । यह एक बेहतरीन उपाय है।
पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ाए
दोस्तों कपूर पति और पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने का काम भी करता है।इसक लिए पति या पत्नी अपने शयन कक्ष के अंदर कपूर की दो टिकियों को रोजाना जलाए । और शयन कक्ष के एक कौने मे कपूर की दो टिकायां अवश्य ही रखे ।
विवाह बाधा को दूर करता है कपूर
दोस्तों यदि किसी के विवाह के अंदर बाधा आ रही है तो कपूर का प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए एक सरल टोटका है 36 लौंग लें और 6 कपूर के टुकड़े लेकर और चावल से मां दुर्गा को आहूति दें । ऐसा करने से विवाह मे आने वाली बाधाएं दूर हो जाएगी ।
बुरी बला को दूर करता है
यदि आप चाहते हैं कि बुरी बला का घर के अंदर प्रवेश ना हो तो कपूर को पीसें और गंगाजल के अंदर डालकर अपने घर के द्धार पर छिड़क दें । ऐसा करने से बुरी उर्जा आपके घर से दूर भाग जाएगी ।
लक्ष्मी का वास
रात को अपने घर के अंदर कपूर जलाएं और उसके बाद अपने पूरे घर के अंदर घूमाएं । ऐसा करने से घर के अंदर लक्ष्मी का वास होता है और धन की कमी नहीं होती है।
दुर्घटना से बचाव
कपूर जलाने के फायदे दुर्घटना से बचाव भी होता है। आपको बतादें कि यदि आपके घर के अंदर अशांति रहती है और दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है तो कपूर रोजाना जलाएं और रात मे हनुमान चालिसा का पाठ करें । ऐसा करने से दुर्घटना से बचाव होता है।
कपूर के फायदे
अब तक हमने कपूर के प्रकार के बारे मे जाना अब हम बात करने वाले हैं कपूर के फायदों की । आपने भी अपने घर के अंदर कपूर अवश्य ही जलाएं होंगे ।आयुर्वेदिक मे कपूर को काफी फायदे मंद माना जाता है यह आपकी आंखों के लिए अच्छा होता है और कई त्वचा के रोगों को दूर करने का काम करता है।इसके अलावा कपूर का प्रयोग कई दवाओं के अंदर भी किया जाता है।
बिच्छु के विष को दूर करता है कपूर
बिच्छु का काटना बहुत ही आम बात होती है। यदि किसी को बिच्छु ने काट लिया है तो कपूर को सिरके मे पीसें और उसके बाद बिच्छु के काटे जाने वाले स्थान पर इसको लगादें । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि बिच्छु का विष उतर जाएगा और दर्द नहीं होगा ।
जलन को दूर करता है
आमतौर पर खास कर महिलाओं का हाथ या पैर जलना बहुत ही आम बात होती है क्योंकि भारत मे महिलाएं ही रोटी वैगरह बनाती हैं । इसके अलावा कई बार पुरूष को भी यह समस्या हो जाती है । ऐसी स्थिति मे जलन को कम करने का एक बहुत ही सरल उपाय है और उसमे आपको करना यह है कि चंदन व कपूर और सुगंधमाला को लेना होगा और उसके बाद इन सबको पीस लेना है। अब जले हुए हिस्से के उपर लैप लगाना है। ऐसा करने से आराम मिलेगा ।
गठिया के दर्द मे उपयोगी होता है कपूर
आजकल बढ़ती उम्र के साथ गठिया का दर्द होना बहुत ही आम बात होती है। गठिया का दर्द बहुत ही कष्टकारक होता है। और जिसको यह दर्द होता है उसे चलने मे बहुत समस्या होती है। इसके लिए अपांप्म व कपूर को राई के तेल मे मिलाएं और उसके बाद मालिस करें । ऐसा रोजाना करें । धीरे धीरे आप देखेंगे कि आपका दर्द गायब हो जाएगा ।
पेशाब करते समय दर्द की समस्या
हम लोगों के साथ ऐसा कई बार होता है । पेशाब करते समय दर्द होना बहुत ही आम बात होती है।यदि ऐसा हो रहा है तो कपूर का चूर्ण बनाएं और लिंग के रस्ते मे रखें । ऐसा करने से पेशाब मे दर्द की जो समस्या है वह अपने आप ही गायब हो जाएगी ।
योनि की खुजली और जलन
कुछ महिलाओं की योनी मे खुजली और जलन की समस्या होती है।यदि ऐसा हो रहा तो एक कपूर की गोली बनाएं और उसे योनी के अंदर रख सकते हैं। ऐसा करने से खुजली और जलन दूर हो जाएगी । यह बहुत ही प्रभावशाली उपाय है।
सिर दर्द को दूर करता है
कपूर सिर दर्द मे भी उपयोगी है।आजकल सिर दर्द एक बहुत ही बड़ी समस्या बन गई है। गर्मी के अंदर सबसे अधिक सिरदर्द की समस्या होती है। यदि सिर दर्द हो रहा है तो आप एक छोटा सा उपाय कर सकते हैं।शुण्ठी, लौंग, कर्पूर, अर्जुन की छाल और सफेद चंदन इन सभी की थोड़ी थोड़ी मात्रा को अपने सर पर लेप करें जहां पर दर्द हो रहा है। कुछ ही समय के अंदर आपको आराम मिल जाएगा ।
कपूर का तेल मुंहासे को दूर करें
दोस्तों एक सुंदर चेहरे पर मुहांसे का होना एक बहुत ही बड़ी समस्या होती है। खास कर लड़कियों को मुहांसे से बहुत अधिक समस्या होती है क्योंकि हर लड़की खुद को सुंदर दिखाना चाहती है। यदि आपको भी मुहांसे की समस्या है तो तो कपूर के तेल का उपयोग आप कर सकते हैं। कपूर मे मुहांसे को दूर करने के गुण होते हैं। कपूर का तेल आपको मार्केट मे आसानी से मिल जाएगा ।
आंखों के लिए कपूर का काजल
दोस्तों आंखों के लिए भी कपूर काफी उपयोगी होती है। कपूर को वट के दूध के अंदर पीसे और उसके बाद उसको काजल की तरह आंखों मे लगाएं । ऐसा करने से आंखों मे होने वाले रोग दूर हो जाते हैं।
सूजन को कम करता है
यदि किसी को कहीं पर चोट लग गई है । या किसी और वजह से सूजन की समस्या है तो उसे कपूर दूर कर सकता है।कपूर को नारियल के तेल मे मिलाएं और उसके बाद उसका लेप सूजन वाले स्थान पर करने से समस्या दूर हो जाती है।
कपूर के फायदे चेहर के दाग को दूर करता है
चेहरे पर दाग होना आम बात है।बहुत से लोगों के चेहरे पर दाग हो जाते हैं जो देखने मे बहुत अधिक खराब लगते हैं।जब त्वचा अधिक रूखी हो जाती है तो चेहरे पर दाग और धब्बे हो जाते हैं और इसका इलाज यह है कि कपूर को नारियल के तेल मे मिलाकर लगाएं । ऐसा करने से चेहरे के दाग और धब्बे दूर हो जाते हैं।
फोड़े और फुंसी की समस्या को दूर करता है कपूर
गर्मी के अंदर फोड़े और फुंसी हो जाते हैं। यदि ऐसा है तो कपूर को नारियल के साथ मिलाकर लगा सकते हैं। कपूर के अंदर एंटी -बैक्टिरीयल गुण होते हैं जो फोड़े और फुंसी को सही करने मे काफी मददगार होते हैं।
लू लगने पर उपयोगी
गर्मी मे जब हम धूप मे कोई काम करते हैं ,तो लू लग सकती है। वैसे तो लू से बचने के लिए गर्मियों मे अपने पूरे शरीर को ढककर रखना चाहिए । लू लगने पर कपूर को नारियल तेल मे मिलाएं और उसके बाद शरीर पर मालिस करें । इससे आराम मिलता है इसके अलावा शीतलता का एहसास होता है।
रूसी और बालों को झड़ने से रोकता है
कपूर का एक फायदा यह भी है कि यह बालों को झड़ने की समस्या को कम करने का काम करता है। यदि आपके बाल झड़ रहे हैं तो कपूर और नारियल के तेल का उपयोग कर सकते हैं । यह आपके बालों को मजबूत बनाता है।कपूर में एंटी फंगल यानि एंटी डैंड्रफ गुण पाया जाता है। हालांकि आज के समय मे रूसी की समस्या इतनी अधिक नहीं है।क्योंकि अब लोग पहले की तुलना मे अधिक साफ सफाई रखने लगे हैं। पहले हम लोग भी रूसी से बहुत अधिक परेशान हुआ करते थे । किंतु झुग्गी झोंपडियों के अंदर यह समस्या आपको आज भी देखने को मिलती है।
मच्छर भगाने के लिए उपयोगी
कपूर का प्रयोग मच्छर भगाने मे भी किया जाता है।कपूर से मच्छर भगाने का तरीका बहुत ही सरल है। आपको चाहिए एक कपूर और जिस स्थान पर मच्छर हो उसे जला दें । बस उसके बाद उससे एक प्रकार की गंध निकलेगी जिससे मच्छर भाग जाएंगे ।
कपूर के फायदे खांसी से राहत प्रदान करता है
खांसी से यदि परेशान हैं तो कपूर का उपयोग कर सकते हैं।इसके लिए आप एक बेहद ही सरल टोटके का प्रयेाग कर सकते हैं। कपूर को तिल के तेल मे डालकर रखदें और उसके बाद इस तेल से पीठ और छाती के उपर मालिस करें । ऐसा करने से खांसी से आराम मिलेगा ।
हैजा की समस्या को दूर करता है कपूर
हैजा बच्चों को बहुत अधिक होता है।बरसात के मौसम मे हैजा होता है तो इसके लिए कपूर का प्रयोग किया जाता है। कपूर का प्रयोग हैजे मे किस तरह से करना चाहिए ? इसके बारे मे जानने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
कपूर के फायदे उल्टी को दूर करता है
कई बार किसी वजह से उल्टी या मितली आती हैं।पेट मे गड़बड़ होने की वजह से भी ऐसा हो सकता है या फिर कुछ लोगों को सफर मे ऐसा होता है। तो यदि उल्टी आ रही है तो कपूर से मिसरित जल का सेवन करना चाहिए । ऐसा करने से उल्टी होना या मिलती होना बंद हो जाएगी ।
भीमसेनी कपूर के फायदे मुहं के छालों को दूर करने का कार्य
मुहं के अंदर छाले होने के कई कारण हो सकते हैं।कई बार मुंह के छालों की समस्या से मैं खुद भी झुझा हूं तो मुंह के अंदर छाले होने का सबसे बड़ा कारण होता है शुगर का स्तर बढ़ जाना । इसके अलावा पेट की गर्मी की वजह से भी मुंह के अंदर छाले हो सकते हैं।
मुहं के छालों से आराम पाने के लिए आप एक छोटा सा प्रयोग कर सकते हैं।आप 125 ग्राम मिसरी और कपूर को मिलाकर पीसें और उसके बाद छाले वाले स्थानों पर लगालें । ऐसा करने से छालों की समस्या दूर हो जाएगी और अगली बार खाने पीने का घ्यान रखें ।
दांतों के दर्द को दुर करने मे कपूर के फायदे
दांतों मे कई बार समस्या होने की वजह से वे दर्द करने लग जाते हैं तो ऐसी स्थिति मे कपूर का उपचार प्रयोग मे लाया जा सकता है कपूर को सोंठ के साथ मिलाएं और उसके बाद दर्द वाले दांत को रगड़े । दर्द को दूर करने के लिए कपूर को दांतों के नीचे भी दबा कर रखा जाता है।
नाक मे खून बहने की दशा मे
अधिक गर्मी या किसी और समस्या की वजह से नाक मे खून बहने लग जाता है।यदि नाक मे खून बह रहा है तो कपूर को गुलाब जल के अंदर पीसें और उसके बाद उसकी एक बूंद को नाक के अंदर डालें । ऐसा करने से खून बहना अपने आप ही बंद हो जाएगा । यह बहुत ही उपयोगी घरेलू नुस्का है।
बवासीर के इलाज मे कपूर उपयोगी
कपूर बावासीर के ईलाज के लिए प्रयोग होता है। बावासीर की वजह से जब गुदा मार्ग मे दर्द होता तो कपूर को नारियल के तेल के साथ मिलाकर लगाया जाना चाहिए । इससे सूजन कम हो जाता और मल त्याग करने मे जो दर्द का एहसास होता है वह नहीं होगा ।
कपूर के फायदे जुकाम मे
बदलते मौसम के साथ सर्दी का होना कोई बड़ी समस्या नहीं है।सर्दी होने पर नाक बंद हो जाती है और इसकी वजह से कई बार सिरदर्द की समस्या भी होने लग जाती है।इसके लिए आप एक छोटा सा प्रयोग कर सकते हैं । कपूर को गर्म पानी मे डालें और उसके बाद उसकी भाप का सेवन करने से कफ और जुकाम मे राहत मिलती है।
कपूर जलाने से वायु शुद्ध होती है
हमारे यहां पर कपूर जलाने की परम्परा है।कपूर जलाने का फायदा यह होता है कि यह वातावरण मे मौजूद कीट को नष्ट कर देता है और जिससे वायु शुद्ध हो जाती है। इसी वजह से हिंदु धर्म मे कपूर जलाने को फायदे मंद जाना जाता है।
तनाव को कम करता है कपूर
दोस्तों आजकल हर कोई तनाव और डिप्रेशन से गुजर रहा है। कपूर तनाव और डिप्रेशन को कम करने का काम करता है।यदि तनाव है तो कपूर के तेल की सर मे मालिस करें । ऐसा करने से तनाव कम होगा और दिमाग शांत हो जाएगा ।
फटी एडियों को सही करता है
एडियों का फटना बहुत अधिक होता है।शर्दी के मौसम मे एडियों का फटना सबसे अधिक होता है और उसके बाद इसके अंदर दर्द भी होने लग जाता है। यदि एडियां फटी हैं तो आपको कपूर को गर्म पानी मे मिलाना होगा और उसके बाद इस पानी मे अपने पैरों को डाल कर बैठ जाएं। इससे एडियों का फटना अपने आप ही कम हो जाएगा ।
कपूर कितने प्रकार के होते हैं
कपूर तीन प्रकार के होते हैं जिनके बारे मे नीचे वर्णन किया गया है
जापानी कपूर
यह एक वृक्ष से प्राप्त किया जाता है जिससे सिनामोमस कैफ़ोरा के नाम से जाना जाता है। मूल रूप से यह पेड़ चीन और जापान मे पाया जाता है लेकिन इसको अन्य देशों के अंदर भी उगाया जाता है।भारत में यह देहरादून, सहारनपुर, नीलगिरि तथा मैसूर के अंदर यह पेड़ हैं और कपूर का भी उत्पादन होता है।जापान मे 50 वर्ष पुराने वृक्षों के काष्ठ आसवन (distillation) से कपूर प्राप्त किया जाता है
लेकिन भारत के अंदर कपूर पौधे के पतियों से प्राप्त किया जाता है।वैसे कपूर के पौधे देखने मे समान से लगते हैं लेकिन इसकी कई प्रजातियां हैं जिनसे अलग अलग गंध का कपूर प्राप्त किया जाता है।पतियों को मसलने पर गंध निकलती हैं । कपूर के पौधे की पतियां तैलिय होती हैं।
भीमसेनी कपूर
इस कपूर को ड्रायोबैलानॉप्स ऐरोमैटिका नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है।यह कपूर वृक्ष के काष्ठ में पाया जाता है और जहां पर पाले होते हैं वहीं पर यह पाया जाता है।काष्ठ से इसको निकाला जाता है। और इसी लिए इस कपूर को अपक्व कपूर कहते हैं।इस कपूर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पानी मे डालने पर पानी मे बैठ जाता है। आजकल बाजार के अंदर अनेक प्रकार के नकली कपूर भी मिलने लगे हैं।
कृत्रिम कपूर
कृत्रिम कपूर तारपीन तेल और कई प्रकार की रासायनिक क्रियाओं से बनाया जाता है। यह पानी मे डबूता नहीं है।प्लास्टिक और पेंट बनाने मे भी इसका उपयोग होता है। इसके अलावा त्वचा पर लगाई जाने वाली क्रीम मे भी इसका यूज होता है।
कपूर के नुकसान
दोस्तों अब तक हमने कपूर के फायदों के बारे मे जाना । आइए अब जानते हैं कपूर के नुकसान के बारे मे । आपको कपूर का प्रयोग करने से पहले इसके नुकसान के बारे मे अच्छी तरह से पढ़ लेना चाहिए ।
- कपूर को सीधे ही सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह जहरीला होता है और आपको समस्या हो सकती है।
- कुछ लोगों की त्वचा कपूर को सहन नहीं करती है। इस वजह से उनको जलन हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को कपूर का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उनके होने वाले बच्चे के लिए सही नहीं होता है।
- छोटे बच्चों को कपूर से दूर रखा जाना चाहिए ।
- उच्च खुराक में, कपूर चिड़चिड़ापन, भटकाव , सुस्ती , मांसपेशियों में ऐंठन , उल्टी , पेट में ऐंठन, ऐंठन और दौरे के लक्षण पैदा करता है । आम तौर पर, दो ग्राम गंभीर विषाक्तता का कारण बनते हैं और चार ग्राम संभावित घातक होते हैं।
कपूर से बनने वाली दवाओं के नाम और उपयोग
दोस्तों जैसाकि हमने आपको पहले ही बता दिया था कि कपूर का प्रयोग कई प्रकार की दवाओं के अंदर किया जाता है। खास कर आयुर्वेदिक दवाओं मे कपूर का यूज होता है।
Baidyanath Balamrit
इस दवा का उपयोग पेट दर्द ,कब्ज और खांसी मे किया जाता है। और इसका प्रयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए । इसको बनाने के लिए अनंतमूल , हरीतकी ,कपूर ,मुस्ता, मुलेठी ,अजवाइन वाचा ,विडंग ,शुद्ध, गंधक, चीनी आदि का उपयोग होता है।
Baidyanath Kasturi Bhairav Ras
निशा मेहंदी के 16 जबरदस्त फायदे nisha mehndi ka fayde
पतंजली घी खाने से होते हैं 44 बेहतरीन फायदे आप भी जानें
कोलगेट के 20 फायदे और नुकसान Colgate ka kya fayda hai
दोस्तों इस दवा का प्रयोग बुखार के अंदर किया जाता है और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।इस दवा को बनाने के लिए कई चीजों का प्रयोग किया जाता है जैसे कपूर , मुस्ता ,अदरक ,विडंग, स्वरना भसमा, रजत ,भस्म ,मुक्ता, धातकी, अभ्रक, भस्म, प्रवाल ,भस्म ,ताम्र ,भस्म आदि ।
Baidyanath Karpuradi Bati
इस दवा का उपयोग मुंह की बुदबू को दूर करने मे और खांसी और मसूड़ों के सूजन मे किया जाता है।इसको बनाने के लिए जायफल लौंग सुहागा और इलाइची का प्रयोग होता है।
Baidyanath Irimedadi Tel
इस तेल का प्रयोग मसूड़ों के अंदर खून आने और दांत दर्द मसूड़ों मे फोड़े होने की दशा मे किया जाता है। यह आपको अमेजन पर आसानी से मिल जाएगा ।इसको बनाने के लिए चंदन हल्दी जायफल कपूर लौंग लोधरा मंजिष्ठा मुस्ता नगकेसरा मुलेठी दालचीनी तिल बरगद का पेड़ अगारू धातकी खेर कबाबचीनी पदमक इरिमेदा कट्फल का प्रयोग होता है।
Baidyanath Dadurin Ointment
इसका प्रयोग स्किन इन्फेक्सन और सफेद दाग व एग्जिमा के अंदर किया जाता है।इसको बनाने के लिए कपूर ,गंधक और नीम का प्रयोग होता है।
Baidyanath Godanti Mishran
इसका प्रयोग बुखार , सिर दर्द और बदन दर्द व सर्दी जुकाम मे किया जाता है।इसको कपूर पिप्पली गोदंती भस्म श्रृंग भस्म से बनाया जाता है। इसको आप किसी स्टोर से 70 रूपये के अंदर खरीद सकते हैं।
कपूर जलाने के फायदे ,कपूर के प्रकार और कपूर के सामान्य फायदों के बारे मे हमने इस लेख के अंदर जाना है।यदि यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो कमेंट करके बताएं । दोस्तों कपूर एक बहुत ही उपयोगी चीज होती है और इसको हमारे यहां पर इसी लिए तो पूजा के अंदर प्रयोग किया जाता है।अब तो कपूर के बारे मे यह वैज्ञानिक भी सिद्ध कर चुके हैं कि इसको जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और जो कीट वैगरह वातावरण मे होते हैं वे नष्ट हो जाते हैं।