Karm Shabd Roop कर्म शब्द रूप इन संस्कृत दोस्तों जब हम कर्म के शब्द रूप के बारे मे हम आपको बता रहे हैं। इसकी लिस्ट को हमने नीचे दिया है आप इसको देख सकते हैं। और अपनी पसंद के हिसाब से याद कर सकते हैं। और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा प्रयास काफी पसंद आएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
कर्म शब्द रूप इन संस्कृत Karm Shabd Roop
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | कर्म | कर्मणी | कर्माणि |
द्वितीया | कर्म | कर्मणी | कर्माणि |
तृतीया | कर्मणा | कर्मभ्याम् | कर्मभिः |
चतुर्थी | कर्मणे | कर्मभ्याम् | कर्मभ्यः |
पंचमी | कर्मणः | कर्मभ्याम् | कर्मभ्यः |
षष्ठी | कर्मणः | कर्मणोः | कर्मणाम् |
सप्तमी | कर्मणि | कर्मणोः | कर्मसु |
सम्बोधन | हे कर्मन्, कर्म | हे कर्मणी | हे कर्माणि |
दोस्तों जब हम कर्म की बात करते हैं तो कर्म का मतलब होता है आप जो कुछ भी कर रहे हैं वह सब कुछ कर्म ही होता है। आप इस जीवन के अंदर जागते सोते जो कुछ भी करते हैं वह सब कर्म ही होता है। जैसे कि आपका दिल धड़क रहा है तो यह सब कुछ भी कर्म ही होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि कोई इंसान शरीर के अंदर है तो वह बिना कर्म किये रह ही नहीं सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको कर्म करना ही होगा । यह एक अलग बात है कि कुछ इंसान खुद को कर्ता नहीं मानते हैं। और यह काफी हद तक सत्य ही है कि हम खुद कर्ता नहीं हैं। हम शरीर नहीं है। हम तो शरीर के अंदर निवास करने वाली आत्मा हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों कर्म तीन प्रकार के होते हैं। और कर्म तीनों ही प्रकार के अलग अलग प्रभाव देते है।
सबसे पहला आता है बुरा कर्म जब हम बुरे कर्म की बात करते हैं तो आपको बतादें कि बुरा कर्म वह होता है जोकि किसी को बुरा करता है जैसे की चोरी करना झूठ बोलना और किसी की हत्या करना । यह सब करना बुरे कर्म के अंदर आता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आजकल
कि जब हम बात करते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि बुरे कर्म करने वाले लोग काफी अधिक हो चुके हैं। इस तरह के लोग आपको बहुत सारे मिल जाएंगे जोकि बुरे कर्म करते हैं। और आपको बतादें कि बुरे कर्म जो कोई भी करते हैं वे मरने के बाद प्रेत योनी के अंदर जाते हैं और अपने कर्मों का भोग करते हैं।
कर्मों के बारे मे एक बात और भी आपको बतादें कि जो कुछ कर्म आप करते हैं उनका भोग होता ही है। आप उसको चाहकर भी टाल नहीं सकते हैं। और हर किसी के अंदर इतना दम नहीं होता है कि वह अपने कर्मों के भोग को टाल सके । आप इस बात को समझ सकते हैं। और जो कुछ ज्ञानी इंसान होते हैं वे ऐसा नहीं है कि कर्म नहीं करते हैं वे कर्म तो करते हैं लेकिन वे खुद को कभी भी कर्ता नहीं मानते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और जब आप खुद को कर्ता नहीं मानते हैं तो उसके बाद आप उस कर्म को भोगने के योग्न नहीं रह जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
लेकिन जो बुरे कर्म करने वाले होते हैं उनके समझ मे यह सब नहीं आता है। वे तो खुद को कर्ता मानते हैं। और इसका कारण यह होता है कि अपराधी किस्म के जो लोग होते हैं वे आमतौर पर अदालतों के अंदर महंगे वकील कर लेते हैं और उसके बाद वहां से आसानी से बच जाते हैं।
लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि नैचर का भी एक नियम होता है यह आपको वैसा ही देती है जैसा आप खुद करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप किसी के साथ बुरा करते हैं तो उसके बाद आपको बुरे फल को भोगना ही पड़ेगा ।
और आप इसके लिए कोई भी महंगा वकील नहीं कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । लेकिन आपको बतादें कि बुरे कर्म करने वाले लोगों को यह बात कभी भी समझ नहीं आती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसका कारण यह है कि उनकी बुद्धि यहां तक जाती ही नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि उनको यह बात समझ आती है तो उसके बाद वे बुरे कर्म करेंगे ही नहीं । इस तरह के लोग मरने के बाद भूत प्रेत की योनियों के अंदर भटकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
दूसरा होता है अच्छे कर्म करने वाले लोग । दोस्तों यदि हम अच्छे कर्म करने वाले लोगों की बात करें तो यह इस तरह के लोग होते हैं जोकि किसी का भी बुरा नहीं करते हैं। यह सदैव अच्छा ही करते रहते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
आपको बतादें कि अच्छे कर्म का फल भी अच्छा ही होता है। यदि आप किसी की मदद करते हैं तो आपको इसका अच्छा फल ही मिलता है। इसलिए सदैव इंसान को कम से कम अच्छे कर्म तो करने ही चाहिए । किसी भी इंसान को नहीं सताना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप बेवजह किसी इंसान को सताते हैं तो फिर आपको ही काफी परेशानी होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
लेकिन आपको बतादें कि यह कलयुग चल रहा है और कलयुग के अंदर अच्छे कर्म करने वाले लोग काफी कम होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कलयुग के अंदर आपको इस प्रकार के लोग काफी अधिक मिलेंगे जोकि बुरे कर्म करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और यदि कोई अच्छा इंसान है तो उसको भी बुरे लोग बुरा बनने के लिए विवश कर देते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
इसलिए हम तो आपसे यही कहेंगे कि सबको अच्छे कर्म पर ध्यान देना चाहिए किसी को भी बुरा कर्म नहीं करना चाहिए । यदि आप बुरा कर्म करते हैं तो आपका ही पतन होगा और बाद मे आत्मा को नीच जगहों पर जन्म लेना होगा ।