khas dost ke liye shayari खास दोस्त के लिए शायरी इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। उम्मीद करते हैं कि खास दोस्तों को हमारी शायरी काफी पसंद आएगी । और यह शायरी लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके बताना ना भूले ।
रखते हैं दिल मे आपका एहसास है
आपकी दोस्ती बिन बुझने वाली एक प्यास है
जान भी देंगे आपके लिए
आपकी दोस्ती इतनी खास है।
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दिन मे आसमां मे तारे नहीं होते ।
एक जैसे दोस्त सारे नहीं होते
सभी दोस्त आपके जितने प्यारे नहीं होते
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फूल बनकर मुस्कुराने का नाम है जिदंगी
गम मे गाने का नाम है जिदंगी
खास दोस्त के साथ बिताई बारिशों की शाम है जिदंगी ।
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खामोश दिल मे गुलजारे नहीं होते
उदासी मे कभी रंगीन नजारे नहीं होते
दिल से लगाकर नहीं रखते आपको
अगर आप इतने प्यारे नहीं होते ।
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तेरे हर दर्द को पी जाएंगे हम
तेरे जैसा खास दोस्त बुलाएगा
तो मरे हुए भी जी जाएंगे हम ।
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कल से ज्यादा आज पर भरोशा है
बनाले अपना एक खास दोस्त
बस यही सबसे अच्छा मौका है।
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कभी कभी दोस्ती मे भी दिल लग जाया करता है
वह खास दोस्त ही होता है जो हमे
सब कुछ बताया करता है।
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आप हमारे खास दोस्त नहीं
क्या केयर करें
अगर दोस्ती ही नहीं है
तो फिर क्या शेयर करें ।
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किस्मत ने साथ दिया
तो दोस्त तुमसा मिल गया
अब तो हमारी जिदंगी मे भी
एक नया फूल खिल गया ।
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जीवन की राह मे दोस्त तो हजार मिलेंगे
पर ऐसा कम ही होता है जब दो संसार मिलेंगे ।
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आपकी खुश हमारी खुशी है
आपके आंसू हमारे आंसू हैं
दुनिया कांपती है आपसे
आप इतने धांसू हैं।
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आपकी खास दोस्ती का
कभी अंत नहीं करेंगे
आपके दुश्मनों के साथ
कभी पंथ नहीं करेंगे ।
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तुम पर लिखें तो क्या लिखें
क्योंकि लिखावट मे भी तुम हो
हम क्या बताएं महत्व आपको
हमारी तो जिदंगी की सजावट मे भी तुम हो ।
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खास दोस्त तो दिल के करीब होते हैं
खास दोस्त उनको मिलते हैं
जिनके अच्छे नसीब होते हैं।
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खास दोस्त दुनिया का सबसे महंगा तोहफा है
खुदा ने यह दोस्त हमें सौंपा है।
खास दोस्त तू तो हमारी जान है
जान को जान से कैसे अलग करोगे
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आपकी हंसी बहुत प्यारी लगती है
आपकी खुशी हमें बहुत प्यारी लगती है
आप हो हमारे खास दोस्त
आपकी दोस्ती से ही दुनिया न्यारी लगती है।
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आप जैसे खास दोस्त मिल जाएं
तो तन्हाई , तन्हाई ना रहेगी
अगर मिल जाए दोस्तों का प्यार
तो यह जिदंगी रूसवाई ना रहेगी ।
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क्या बताएं आग से खेले हैं हम
बिना आपकी दोस्ती के
भीड़ मे भी अकेले हैं हम ।
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आपने भले ही दरवाजा बंद कर लिया
पर हम तो आपके दिल मे रहते हैं
अपने दिल को कैसे बंद करोगे ?
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हम बेवजह दोस्त किसी को बनाया नहीं करते
दोस्ती मे हम किसी को सताया नहीं करते
आप जैसे दोस्त को हम यूं ही जाया नहीं करते ।
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ऐसा वादा ना करों जिसे तुम निभा ना सको
ऐसा सपना ना देखो जिसे तुम पा ना सको
दोस्त तो हजार मिल जाएंगे
पर एक खास रखो जिसके बिना तुम गा ना सको ।
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जब तू जो चाहे वो तेरा हो
तेरी जिदंगी मे खुशियों का सेवरा हो
मांग ले यार जो मांगना है
देदेंगे तुझे अपना सब कुछ भले ही
हमारी जिदंगी मे अंधेरा हो ।
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काश वक्त बदल जाता तो
खास दोस्तों के संग फिर से जी लेते ।
दोस्तों के हाथों का जाम एक बार फिर पी लेते ।
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आपके आने से बरसात भी हुई
आपके आने से जिंदगी मे करामात भी हुई
है आपकी दोस्ती बहुत खास
आपके आने से रात भी हुई ।
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दोस्ती तो एक हवा हवा झोंका का है
बनाले खाद दोस्त जिदंगी मे काम आएंगे
यह लास्ट मौका है।
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फूलों से दोस्ती की तो खिलना छोड़ दिया
अपनों से दोस्ती की तो मिलना छोड़ दिया ।
जब से हवा बंद हुई है हमने भी हिलना छोड़ दिया ।
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जिदंगी के गमों को जानते हैं हम
सच्ची दोस्ती को पहचानते हैं हम
तभी तो आपको खास दोस्त मानते हैं हम ।
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बदल गया जमाना दुश्मन हैसियत पूछते हैं
और खास दोस्त खैरियत पूछते हैं।
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हम वो खरा सोना हैं जो बदलता नहीं अपना रंग
इसलिए तो बदलता नहीं है हमारा दोस्ती का ढंग ।
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ना दिन का पता ना रात का पता
पता नहीं कब वो हमारे खास
दोस्त हो गए न हमें बात का पता ।
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दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर
खास दोस्त ही आते हैं बुरे समय मे
मजबूत इरादे बनकर ।
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कंजूसों की जिदंगी हम जीते नहीं
हर किसी के हाथों की हम पीते नहीं
वो पल याद हैं हमें समय भले ही
बीत गया पर वो पल अभी बीते नहीं ।
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दिल की कलम से लिखा आपका नाम है
आज खास दोस्तों से मिलन की शाम है
हम तो सदा यहीं रहते हैं यही हमारा धाम है।
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दिल पर लिख दिया नाम दोस्तों ने
मिटाएं तो मिटाएं कैसे
खास दोस्त नाराज बैठे हैं हंसाएं तो हंसाए कैसे ।
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दिल बेघर है उसे घर चाहिए
खुदा से कहते हैं हे खुदा
मिल जाए हमें एक खास दोस्त
बस वो वर चाहिए ।
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सूरज के सामने रात नहीं होती
बिन बादल बरसात नहीं होती
बिना खास दोस्तों के जिदंगी
मे कोई करामात नहीं होती ।
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आपके दुख ने रूलादिया हमें
आपने दोस्ती का कैसा सिला दिया हमें
हम तो आपके खास दोस्त थे
फिर भी क्यों भुला दिया हमें
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यूं चुप रह के सजा ना दें हमें
वह खास दोस्त ही किस काम
का जो मजा ना दे हमें ।
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आपकी खास दोस्ती का यूं ख्याल रखते हैं
आपके नाम की दिल मे मशाल रखते हैं
दोस्तों के आने की खुशी मे पार्टी
इस साल रखते हैं।
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कुछ खोये बिना खास दोस्त को पाया है
बहुत मेहनत करके आप जैसा दोस्त बनाया है
अब गम आपको छू भी नहीं सकेगा
हमारी दोस्ती का आप पर साया है।
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आज बादलों ने पानी हम पर बरसाया है
कहने को तो वो हमारे खास दोस्त हैं
पर मिलने के लिए बहुत तरसाया है।
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नाज है हमें अपनी तकदीर पर
खास दोस्त जाने का अफसोस है
आज फूल चढ़ाते हैं दोस्त की तस्वीर पर ।
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बिन मांगे मिल गए आप हमें
वरना जला देता दुश्मनों का ताप हमे ।
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खुदा से कोई भूल नहीं होती
खास दोस्ती मे कोई शूल नहीं होती
जो ढ़कदे दोस्ती की बुराइयों को
ऐसी कोई धूल नहीं होती ।
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सम्मान करते हैं हम खास दोस्तों की वाणी का
और साथ नहीं देते हम कभी बेईमानी का ।
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माना की आसमां पर लाखों तारे हैं
जो दूर से चमक जाते हैं
वो खास दोस्त हमारे हैं।
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रिश्तें कुछ यूं निभा लो
खास दोस्त के सारे गम चुरा लो
देखकर आपको जमाना कहे
हमें भी आपका खास दोस्त बना लो ।
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दोस्तों के बिना बेकार होती है शराब
चाहत है दोस्तों संग जीने की जनाब
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दोस्ती निभाते निभाते पता
नहीं कब वो इतने खास हो गए
अब रहा नहीं जाता उनके बिना
क्योंकि अब वो दिल के पास हो गए ।
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दोस्ती करो तो हमेशा मुस्कुराके करो
प्यार करना है तो सता के करो ।
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जब गम बांटना हो तो हमे याद करना
अगर हम जैसा खास दोस्त चाहिए
तो खुदा से फरियाद करना ।
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चांद की चांदनी मे आप नजरआते हैं
खास दोस्त ही बचाते हैं जब
जिदंगी के अंदर भयंकर मंजर आते हैं।
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आप दोस्त बनकर बंजर दिल पर आज बरसे हैं
आपको क्या पता आप जैसे दोस्त को पाने के लिए
हम कितने तरसे हैं।
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खास दोस्त वह
है जो बिन बुलाए आए
खास दोस्त वह
जो जिंदगी मे रहे बनकर साये ।
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तूफान रफतार से चले हम
क्या बताएं क्या क्या खेले हम
मिले दोस्त आप जैसा
तो बन जाएं आपके चेले हम ।
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दिल से दिल मिलते देखा है
अंधों को भी सिलते देखा है
आप जैसे दोस्त आने से
टूट फूल को भी खिलते देखा है।
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दोस्त मिला इतना प्यारा
की चांद को भी शर्म आ जाए
बहुत खून कर लिया अपने फायदे के लिए
अब चाहते हैं हमारे अंदर भी धर्म आ जाए ।
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आज हम बारात लेकर आएं हैं
कुछ खास दोस्तों को साथ लेकर आए हैं
दोस्ती ही हैं वो जो हमारी जिदंगी
मे यह रात लेकर आएं हैं।
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बरसात आई मगर जमीन गिली नहीं हुई
बहुत पुरानी है हमारी दोस्ती
आज भी रिश्ते की डोर ढीली नहीं हुई ।
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किसने इस दोस्ती को बनाया था याद नहीं
हम किस बात का मातम मानाएं
हम तो दोस्तों संग दारू पार्टी कर रहे हैं
कोई श्राद्ध नहीं ।
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खुशियां बांटने के लिए होती हैं
कुछ दोस्ती जिदंगी को चाटने के लिए होती हैं
तन्हाइयां दोस्तों संग काटने के लिए होती हैं।
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तारो की जरूरत आसमान को है
मुर्दों की जरूरत श्मशान को है
और आप जैसे दोस्त की जरूरत
मेरे जैसे इंसान को है
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अगर उदास हो तो आपकी उदासी मांग लेंगे
अगर आप तन्हाई मे हो तो आपकी तन्हाई मांग लेंगे
बस खुश रहना दोस्त बस हम यही एहसान लेंगे
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रब लंबी उम्र दे आपको
धो दे आपके हर पाप को
लास्ट बार कहते हैं तुझे
यार मत छेड़ अपने बाप को ।
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दोस्ती मे धोखा हम नहीं खाते
दोस्ती मे मौका हम नहीं पाते
अपने दोस्त को मुश्बित मे
अकेला छोड़कर हम नहीं जाते ।
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खुदा पे भरोशा है तो खुदा साथ है
आप जैसा दोस्त मिला हमें यही तो करामात है
धोखा नहीं देना हमे कभी
बस यही सौ टके की बात है
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वैसे तो दूर तेरा बसेरा है
लेकिन तेरे सीने मे हमारा डेरा है
भूल गया तू बिन बाती दिये
मे भी अंधेरा है।
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मुर्दे कभी जिंदा नहीं होते
रात मे कभी उड़ते परिंदा नहीं होते
दोस्ती मे कभी शिकायत के पुलिंदा नहीं होते ।
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रात ने अंधेरा कर दिया
सूरज ने सवेरा कर दिया
दोस्तों की अधिक बोलने
की आदत ने हमें बहरा कर दिया ।
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सूरज की रोशनी शिकारियों को हज्म नहीं होती
आपकी दोस्ती मिल जाए तो
कभी जिदंगी जन्नत से कम नहीं होती
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कोशिश कर रहे हैं फिर से वो तकदीर मिल जाए
अपने खास दोस्त की काश हमें एक तहरीर मिल जाए
खुदा से हम यही गुजारिश करते हैं
बस दोस्तों मे एक वीर मिल जाए ।
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खास दोस्त ने जिदंगी जीना सीखाया
दर्द को भी पीना सीखाया
इसलिए तो हमने उनको अपना बनाया ।
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किस रिश्ते को गहरा कहें हम
जब उनसे कोई रिश्ता ही ना हो
वह कैसा खास दोस्त जो
हमारी मौत पर सिसका ही ना हो ।
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कहते हैं इश्क जिदंगी बरबाद करता है
पर आप जैसा खास दोस्त मिल जाए
तो हर जगह दंगा फसाद करता है।
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ऐ खास दोस्त जब तू उदास होगा
तब हमें भी इसका एहसास होगा
याद करलेना तेरा यह दोस्त
मुश्बित मे हर वक्त साथ होगा ।
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आपकी यादों को यूं भुला ना पाएंगे हम
दर्द दिल मे कितना भी हो पर आपको हंसाएंगे हम ।
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यूं तो पूरी जिदंगी पड़ी है पैसा कमाने को
आप जैसा खास दोस्त का महत्व क्या पता
इस जमाने को ।
इसलिए जी चाहता है आपको अपना बनाने को ।
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श्मसान मे जलता छोड़कर मत आना हमे
वरना रूह हमारी बहुत बैचेन होगी
लेंगे दुबारा जन्म हैं और यह जन्म
आपकी देन होगी ।
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कहते हैं दोस्ती खास हो तो रंग लाती है
अगर दोस्ती बुरी हो तो जिदंगी भंग जाती है।
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चेहरे पर हंसी और आंखों मे नमी थी
वैसे तो सब कुछ था हमारे पास
बस तेरी कमी थी ।
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सुख दुख नाम है दोस्ती की कहानी का
वक्त बीत गया यूं पता नहीं चला जवानी का
अब कोई मोल नहीं रह गया हमारे आंखों के पानी का ।
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मेरी हर अदाएं आपके नाम होती है
आप आते हैं तब हमारी शाम होती है
जिदंगी तो आप जैसे दोस्ता का ईनाम होती है।
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आपकी दोस्ती मे दुश्मन आगे निकल गए परवाह नहीं
पर दोस्तों को बचाने के लिए हम जल गए परवाह नहीं ।
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सोचा था अब किसी से यारी नहीं करेंगे
पर मिला प्यारा दोस्त इतना की सब भूल गए
अब आप आ गए हैं दुश्मनों से नहीं डरेंगे ।
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फूल से कहा हमने
बेमौसम क्यों खिले हैं आप
तब फूल ने कहा आप भी
तो खिल रहे हैं जब से
खास दोस्त से मिले हैं आप ।
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जीवन मे बेवफा होने वाला प्यार मिला
दोस्त से मांगा तो हथियार मिला
खुदा से मांगा तो मर मीटने वाला यार मिला ।
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हंसी छिपाना हर किसी को गवारा नहीं होता
हर दोस्त तुम जैसा प्यारा नहीं होता
आपसे दोस्ती की वरना यह दिल आवारा नहीं होता ।
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जो खिल जाए हमारी जिदंगी मे
ऐसा कोई रोज नहीं होता
मिले आप जैसे खास दोस्त
वरना हमारी जिदंगी मे कोई मौज नहीं होता ।
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जिंदा रहने के लिए जान चाहिए
आंसू रोकने के लिए मुस्कान चाहिए
आप जैसा दोस्त बनाने के लिए
खुदा का एहसान चाहिए ।
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साथ चलने वाले एक एक करके बिछड़ते गए
मंजिल नहीं मिली फिर भी
और हम अपने खास दोस्तों से लड़ते गए ।
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खास दोस्तों की दोस्ती दर्द नहीं
खुशियों की सौगात है
आज हम जो हैं वह आप
जैसे दोस्तों की करामात है।
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इतनी दोस्ती मत करो
कि दोस्त पर ही दिल आ जाए
इस दिल का क्या भरोशा
अकले पल दोस्ती को खा जाए ।
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खास दोस्तों के पास हमारे लिए
टाइम नहीं होता
और बुरे दोस्तों को मिलने का
कोई शाईन नहीं होता ।
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मेरी जान है तेरी दोस्ती
हमारे जीवन पर एक एहसान है तेरी दोस्ती
जब दुश्मन भी जय जय कार करने
लग जाना चाहिए तब समझ लेना महान है तेरी दोस्ती ।
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हम से पूछा दुनिया मे अपना कौन है
हमने कहा जो हमारा मैसेज पढ़
रहा है वही हमारा टोन है।
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जब दोस्त तरक्की करते हैं तो दिल खिल जाता है
खुदा से मांगकर एक बार देखो यार
खुदा से मांगने से हमसे भी प्यारा दोस्त मिल जाता है।
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जिंदगी लहर थी और हम उस लहर पर सवार थे
मिले भी तो कैसे दोस्त मिले
सुहागरात पर हमसे पूछ रहे थे क्या करना है
साले इतने गंवार थे ।
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हमपर दोस्तों का प्यार उधार है
आप जैसे दोस्तो से ही अपना संसार है।
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आपने कहा और पुजारी हो गए हम
आपने कहा और संसारी हो गए हम
मरने के बाद कमीने दोस्त कहते हैं
बहुत भारी हो गए हम ।
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दोस्त बहुत हैं हमारे पर वो देहाती हैं
वह कहती है छोड़दो गंवार दोस्तों को
पर क्या बताएं वे हमारे हर बुरे वक्त के साथी हैं।
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कि उसे निकाल कर फेंक देा
दोस्ती ऐसा कोई वस्त्र नहीं
मिले हैं दोस्त मुश्किल से
दोस्ती का कोई कलस्टर नहीं ।
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चलेंगे दोस्तों संग
ना हमें कोई गाडी की दरकार है
खुशी से नाच रहे हैं हम
अब हम खूब मजे करेंगे दोस्तों की सरकार है।
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कुछ खास दोस्तों की तलाश मे
चले पर थके नहीं हम
खून के रिश्तों से बढ़कर हैं
भले ही उनके सगे नहीं हम ।
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आज फिर शाम हो आई है
यह दोस्ती दोस्तों के नाम हो आई है
लोग कहते हैं छोड़ दो दोस्ती
को वह तो बदनाम हो आई है।
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दुश्मनों को रात
के अंधेरे मे निपटा दिया
हम खुश हैं आज
दोस्तों ने हमारे जीवन का कांटा हटा दिया ।
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प्यासे थे पानी ना मिला
चेहरे बहुत देखे पर कोई इंसानी ना मिला
दोस्त बहुत बनाए
पर कोई आप जैसा सानी ना मिला ।
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अपने खास दोस्तों के लिए
खाना हम परोसते रहे
और दोस्त बस हमारे
दर्द को देखकर सोचते रहे ।
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जब तक सांसे चलती रहेंगी
दोस्तों का गुणगान करते रहेंगे
दोस्त भले ही कमीने हो
पर उनको महान कहते रहेंगे ।
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आसमां के तारे को पायें कैसे
दोस्त रूठा है मनायें कैसे
हम उनके बिना नहीं रह सकते हैं
उनको बताए तो बताएं कैसे ।
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तेरे हर घटिया काम मे साथ देगे हम
तू डूब रहा तो तेरे लिए हाथ देंगे हम
तू दोस्त है हमारा सबसे खास
तेरे लिए तो कुंवारे ही जिदंगी काट देंगे हम ।
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दामन मे पड़े हीरे को ठुकराया नहीं करते
खास दोस्तों के राज हम हर किसी को बताया नहीं करते
दोस्त साथ हैं तो अब हम घबराया नहीं करते ।
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श्मशान की खामोशी मिल जाए तो बताना
हमारी दोस्ती मे बेहोशी मिल जाए तो बताना
दोस्ती मे तेरा दोस्त दोषी मिल जाए तो बताना ।
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इश्क मे सब कुछ लुटा दिया
बचा नहीं अब कुछ हमारे पास
अब खास दोस्त ही बचे हैं आखरी आस ।
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हमें क्या लुटैंगे लुटैरे हम तो
दोस्ती मे सब कुछ लुटाये बैठे हैं
मिलने को बोल गए थे कमीने
आए नहीं पता नहीं कहां मुंह सटाए बैठे हैं।
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तुझ पर आई मुश्बित
तो हम दीवार बन जाएंगे
तब क्या पता था हम आपके
आखरी प्यार बन जाएंगे।
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हाले दिल बताएं तो बताएं क्या
सब दोस्त कमीने होते हैं
दोस्त बनाएं तो बनाएं क्या ।
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सूरज उगता है तो यह उजास क्यों हो जाता है
खास दोस्तों के साथ हर पल खास क्यों हो जाता है
आप जैसा दोस्त हमारे दिल के पास क्यों हो जाता है
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खास दोस्तों संग हम खुलकर जीते हैं
और महंगी महंगी दारू पीते हैं।
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खास दोस्ती छुपा हुआ खजाना है
काम आए जो बुरे वक्त मे
यह ऐसा ठिकाना है
इसलिए सोच समझ कर दोस्त हमे बनाना है।
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जब तक दुनिया है
तेरे जैसा दोस्त सदैव रहेगा
उठादे हमें अपना दर्द सारा
तेरा यह दोस्त दोस्ती की खातिर सब सहेगा ।
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आपकी दोस्ती से दुश्मनों की भूमी तप्त है
आपकी दोस्ती के बिना हमारी खुशियां जप्त है।
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बहती नदियों मे और कुछ नहीं तरल है
आप जैसा दोस्त बनाना कौन कहता है सरल है
————-
जब हम नहीं मिले तो दोस्त बहुत
क्षुब्ध हुआ ।
आज पता चला वो हमारे लिए हैं
इसलिए तो यह कुब्ध हुआ ।
————-
खास दोस्त नहीं मिले तो मौन थी जिदंगी
आपके आने से सोन थी जिदंगी ।
महफिल मे बैठे तो भूल गए वो कौन थी जिदंगी ।
————-
एक पन्ने पर आज हमने
खास दोस्ती की परिभाषा लिखदी
मिल जाए हमें भी एक खास
दोस्त यह आसा लिखदी ।
————-
दोस्ती ऐसी नहीं चलती जिसमे अहंकार को
किसी काम का जो बेवफा से भरा संसार हो
हजार बुरे दोस्त होने से अच्छा है खास
दोस्त बस चार हो ।
————-
उन्होंने हमारी दोस्ती को स्वीकारा नहीं
कहते हैं तू अपनो जैसा प्यारा नहीं
उन्हें क्या पता हम कैसे हैं ?
उन्होंने कभी समय हमारे साथ गुजारा नहीं ।
————-
उनकी दोस्ती के लिए हम
नया आविष्कार कर रहे
और वो कमीने इस खास
दोस्त का बहिष्कार कर रहे ।
————-
खुदा से यही गुजारिश करते हैं
आप जैसा दोस्त हमें हर जन्म मे मिले
प्यारे दोस्तों का साथ हमें
जीवन के हर कदम मे मिले ।
————-
वक्त पता नहीं कब बीत गया
और पौर्णमास आया
हमारा संग दोस्तों को रास आया
एक पल जिदंगी मे कुछ इस तरह
से खास आया ।
————-
उठी लहर और हम भस्म हो गए
उनके लिए तो खास दोस्त
बस एक रश्म हो गए ।
————-
सर्दी मे कोई रोल नहीं होता फ्रीज का
वरदान लेकर आएं हैं खुदा से
रक्तबीज का
खास दोस्ती मे भी ख्याल रखना तमीज का ।
————-
अगर दोस्त बना लिया हर किसी को
तो बस अब इंतजार कर समर का
जो एक दिन तुझे अपने आगोस मे लेले
कोई पता नहीं होता इस भंवर का
उनकी दोस्ती मे तो अब रोज का
काम हो गया है तंवर का ।
————-
लीला हमने नहीं भाग्य ने रचाई है
हमारे खास दोस्त को मरने के लिए
छोड़ दिया और हमारी जान बचाई है।
————-
जी लेते हैं जी भरकर क्या
पता कब हमारी जिदंगी की अवसान है
ऐ दुनिया वालों पत्थर ना मारो
हमारे दोस्तों पर दोस्ती अभी नादान है।
————-
मधुर संगीत निकलता है
वीणा के तार से
खास दोस्त तो अमर रहते हैं
वे नहीं मरते कभी समय के वार से ।
————-
कुछ भी होश नहीं रहा हमे
आपकी दोस्ती मे इतने मग्न हो गए
लगता है आज प्रेम के बादल भी सघन हो गए
————-
दुनिया मे जन्म लिये हो
तो धर्म का आहवान करो
गुण गाए दुनिया आपकी दोस्ती का
दोस्ती इतनी महान करो ।
————-
खास दोस्त चले गए
अब कुछ शेष न रहा
उनकी सफलता से पता
नहीं क्यों जलता था मन
अब कोई द्धेष न रहा ।
————-
इस जमाने ने हमको
बहुत आघात दिया
पर आप जैसे खास
दोस्त थे हमारे उन्होंने
हमारा बहुत साथ दिया ।
————-
अगर मेहनत करते हो तो भाग्य बदल जाता है
कोशिश करो तो खोटा सिक्का भी चल जाता है
आप जैसा दोस्त कहीं मिल जाए तो सीधा गले लगाता है।
————-
खास दोस्ती मे काम नहीं होता भ्रांति का
जीवन बदलने के लिए उबाल चाहिए क्रांति का
आप जैसे दोस्त मिल गए तो इंतजार
करते ही रह जाएंगे शांति का ।
————-
आपकी दोस्ती रहती है मेरी स्मृति मे
बहुत कुछ छिपा हुआ है दोस्ती की धरती मे
बहुत प्यारे लग रहे हो यार तुम इस वृदि मे ।
————-
ऐ खास दोस्त हमारे दिल के स्पंदन हो तुम
कोयला नहीं खरे चंदन हो तुम
जो हर जन्म मे साध निभाए वो बंधन हो तुम
————-
दुश्मनों का छल देखा
दोस्तों का हल देखा
हमारा संग करके
कमजोरो मे भी बल देखा ।
————-
हम वो पानी हैं जो खुद
अपना रस्ता बना लेता है
वह हम ही हैं जो हर बार
अपने खास रूठे दोस्तों को
मना लेता है।
————-
दोस्ती की गीत हम गाते रहेंगे
खास दोस्तों की दोस्ती निभाते रहेंगे ।
मर जाएंगे फिर भी आपसे
मिलने हम आते रहेंगे ।
————-
आपकी दोस्ती को पाने के लिए बंजारे बने हम
आपकी दोस्ती के सहारे बने हम
और आपकी जिदंगी के सितारे बने हम ।
————-
सलाम करते हैं हमारी जिदंगी के उजियारे को
बीच मझधार मे हैं तरस रहे हैं किनारे को
कब दोस्त आएं हमारे और फूल दें उस प्यारे को ।
————-
मधुमन मे बंशी बजाते हम
घूमें कृष्ण की तलास मे
क्या पता हमें भी मिल
जाए कृष्ण जैसा दोस्त आस पास मे ।
————-
इंतजार कर रहे हम खास दोस्तों के स्वर का
अता पता ही नहीं है दोस्त नाम के भंवर का
————-
खास दोस्त मिला तो बांहों मे भर लिया
कभी ना बुछुड़ने वाला वादा कर लिया ।
————-
पहली पहली बरखा है
और पहला पहला सावन है
आ जाओ ऐ दोस्त खास
मौसम बड़ा मन भावन है।
————-
आपकी दोस्ती से महक उठा मेरा संसार
तब से हो गया है दोस्ती करने का भूत सवार
————-
जब तक खास दोस्त रहेंगे
मैं गाता रहूंगा
चले जाएंगे दोस्त फिर भी
नई नई दोस्ती के सपने सजाता रहूंगा ।
————-
छूया था हमने भी उस आकाश को
पर कैसे बताएं हम दोस्तों को उस एहसास को
दोस्त बहुत बनाए
पर नहीं बुझा पाए दोस्त बनाने की प्यास को ।
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सफेद हमारी पोशाक थी
खास दोस्त से बुझी जो आग थी
क्या बताएं आपको हमारी खास
दोस्ती के बारे मे वह तो बहुत घाघ थी ।
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जब दोस्ती नाम का गीत गाया
आप जैसा खास मीत पाया
आपके होने से ही मैं
इस दुनिया को जीत पाया ।
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हौले से रात आई
खास दोस्तों संग बात आई
अगर तूझे दोस्ती नहीं करनी
थी तो क्यों हमारे साथ आई ।
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जो बीत गया उसे वापस कैसे लाएं
सकून ही सकून है जबसे
हमने आप जैसे दोस्त बनाएं ।
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जब से खास दोस्ती चली गई
बालू-सी सी उड़ रही जिदंगी मे
हम भी बोर हो गए थे यार
रह रह कर इस गदंगी मे ।
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काजल तो आंखों का गहना होता है
दोस्ती मे सब कुछ सहना होता है
दोस्ती की है तो उम्र
भर साथ रहना होता है।
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रात तो सपनों की होती है
कुछ दोस्ती अपनो की होती है
और खास दोस्ती तो
दिल की कंपनों की होती है।
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हमारी पलकों ने दोस्ती
के नाम के सपने सजाये
अब तो दिल भी उनके
नाम से धड़कता है
यह दोस्त हमको बहुत भाए ।
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इस दुनिया मे बुराई और अच्छाई का कोई मेल नहीं
कि तुम आउट हो जाओगे
दोस्ती कोई क्रिकेट का खेल नहीं ।
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नहीं पता हमे इस दुनिया की रीत का
हम क्या ही करें दोस्ती मे
लगी उस प्रीत का ।
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अब तो नींदों मे भी
दोस्तों का नाम लेते हैं
हम तो ठहरे आवारा
जिसने दिल से दोस्त
बोला उसी का दामन थाम लेते हैं।
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अब बंध गए हैं
आपकी दोस्ती के बंधन मे
मन को सकून मिला है
दोस्ती के कुंदन मे
————-
ऐसा कोई नहीं जो बरसते बादलों को रोक ले
अगर दोस्ती की है तो ऐ दोस्त निभाना
अपना सीना ठोक ले
————-
प्यार तब होता है
जब नैनों से नैन मिले
आ जाओ खास दोस्त हमसे
मिलने तब हमे चैन मिले ।
————-
आपकी दोस्ती का दीवाना
हो गया है दिल पागल हमारा
बात ना करो तो ना सही
बस दिल के सकून के लिए
काफी है एक ईशारा ।
————-
हमारे पास कुछ अनसुलझे सवाल थे
दोस्त बहुत बनाए फिर भी बेहाल थे
मिले आप जैसे दोस्त सबको
जिनके बारे मे हर कोई कहे क्या बेमिशाल थे ।
————-
दुनिया को नहीं समझ पाए हम तो भोले थे
अब अफोसस होता है क्यों
कमीने दोस्तों के सामने इतने राज खोले थे ।
————-
गहरा था दरिया डूबकर मर जाएं तो क्या
उनको क्या फर्क पड़ता है
उनके बिना हम उब कर मर जाएं तो क्या
————-
उड़ता हुआ बंदर न देखा
सांसों का संमदर ना देखा
जो दोस्तों की दोस्ती निभादे
कलयुग मे ऐसा सिकंदर न देखा।
————-
आपकी खास दोस्ती मे
हम मगन हुए
वो खुद को धरती
समझते थे लेकिन हम तो गगन हुए ।
————-
एक बूंद बारिश की मिल जाए
तो यह जीवन बदल जाए
आप जैसे दोस्त मिलें
तो हर किसी का जीवन खिल जाए ।
————-
फिर मिलने जाएंगे
खास दोस्तों से इंतजार करते हैं भोर का
सामना तो हमने भी किया है
उनकी दोस्ती मे लोर का ।
————-
उनसे मिलने के लिए रूके रहे हम
वो कमीने नहीं माने
और उनको मनाने के लिए झुके रहे हम ।
————-
मिलने की आस अभी बाकी है
दोस्ती अभी खास बाकी है
रात हो गई है लेकिन
दिन की उजास अभी बाकी है।
————-
हम आ ना सके
दोस्तों से मिलने
घर के बाहर पहरा था
हमने आवाज भी दी उनको
लेकिन दोस्त ही बहरा था।
————-
फिर से जागे दर्द पुराने
हम तो मिट गए पर रह गए जमाने
खास दोस्तों के बिना
घर भी हो जाते हैं विराने ।
————-
उनसे मिलने मन मे बोझ लिए चलते गए
आंखों मे आंसू थे और रोज लिए चलते गए
वो बड़ी दूर निकल गए हम उनके
खोज लिए चलते गए ।
————-
फलो के पकने का समय आया
खास दोस्तों की दोस्ती को
चखने का समय आया
————-
अब तो बिन मौसम भी
फल पक जाते हैं
कभी कभी हम भी
कमीने दोस्तों से पक जाते हैं।
————-
आप बिन मौसम का नजारा क्या देखें
आप बिन जिदंगी का सहारा क्या देखें
आप हमारे खास दोस्त
आपके बिना सितारा क्या देखें ।
————-
सूरज की रोशनी मे नहाए हो आप
क्या बताएं हमारे जीवन को
कितना हंसाए हो आप
हमसे कभी नहीं बुछुड़ने वाले साये हो आप ।
————-
मन करता है बांहो मे लेलें आकाश को
काश पंख लगजाएं हमारी आश को
आपके बिना रोक देंगे हम इस सांस को ।
————-
चलो आज से आपके हिस्से हुए हम
कभी आपकी दोस्ती मे इतने पिसे हुए हम
बूंद बूंद पानी की तरह कभी थे रिसे हुए हम ।
————-
हमारी नजर भले ही आप पर ना पड़े
पर आपकी खुशबू से पहचान लेगे हम
दोस्ती की है आपसे आपके मन की
बात दिल की धड़कन से जान लेंगे हम
————-
बहती नदियां भी सूख गई
वक्त की सुई भी रूक गई
अफसोस है आज हमारी
खास दोस्ती दुश्मनों के साने झुक गई।
————-
तू साथ रहे तो
जीवन जन्नत हो जाता है
तू नहीं तो
यह जीवन मन्नत हो जाता है।
————-
दिल तो खास दोस्तों
की पुकार को दूर से सुन लेता है
खास दोस्ती उसी से करते हैं
जिसे यदि दिल चुन लेता है।
————-
वैसे तो बहती नदी के किनारे हैं हम
उनके टूटे दिल के सहारे हैं हम
पर खास दोस्त कहते हैं आवारे हैं हम ।
————-
चढ़े चांद पर पर उतरने का रस्ता ना मिला
खरीदने की सोच रहे थे खास दोस्त
पर कोई उतना सस्ता ना मिला ।
————-
ऐ खास दोस्त अपनी दोस्ती पर सदा कायम रहना
भले ही दोस्त दिलों पर राज करता हो
पर दोस्ती मे कभी गद्दारी मत सहना ।
————-
आपकी दोस्ती मे हम नहीं देते झूठे दिलासे
बस रहते हैं आपकी दोस्ती के प्यासे
————-
हीरे को तरासोगे तो अनमोल हो जाएगा
कोयले को दोस्त बनाओगे तो
दोस्ती का मखौल हो जाएगा
मगर करोने सोने से दोस्ती
तो जीवन का हर प्रश्न सोल्व हो जाएगा ।
————-
आपने हमे झुकने नहीं दिया
आपकी दोस्ती ने हमे रूकने नहीं दिया
————-
खास दोस्तों की दोस्ती से मजबूत हम हुए
आपनों के अच्छे पूत हम हुए
दुश्मनों और दोस्तों की सुलह कराने वाले
दूत हम हुए ।
————-
खास दोस्तों की दोस्ती के बिना
यह जिदंगी बेकाम हो गई
जब थे खास दोस्तों के संग
पता ही नहीं चला कब शाम हो गई।
————-
मजा की कुछ और है आपके साथ
जीवन की उंचाई पर चढ़ने का
कुछ खास दोस्त ही देते हैं
अवसर आपको आगे बढ़ने का ।
————-
आपकी दोस्ती से कोसो दूर थे हम
आपकी दोस्ती के लिए मजबूर थे हम
क्योंकि दोस्तों की बदौलत ही
इतने मशहूर थे हम ।
————-
जब से शादी हुई उनके लिए
हम बिलौने बन गए हम
और खास दोस्तों के लिए
खिलौने बन गए हम ।
————-
कुछ अनकही बातें बताएं क्या आपको
हमारी दोस्ती पर यकीन दिलाएं क्या आपको
नहीं मान रहा है यह दिल आपके बिना
फिर फुलाएं क्या आपको
————-
बचपन मे तो हम बहुत बेलगाम थे
और खास दोस्त हमारे तिलाम थे
अब क्या दोस्त बनाए
हमारे उपर तो दोस्तों के कत्ल के इल्जाम थे ।
————-
खास दोस्त अगर हमसे भी यूं
कटगर गिरता नहीं
तो यह यार भी यूं बेवफा
होकर फिरता नहीं
————-
बहुत उम्मीद थी उनसे
आंखों की नींद थी उनसे
नहीं बता पाए हम उनको
बहुत खींझ थी उनसे ।
————-
हम तो पेड़ के पत्ते थे
पतझड़ मे टूट गए
खास दोस्त तो बहुत थे हमारे
पर वक्त के साथ सब छूट गए ।
————-
घनघारे अंधेरे मे भी उजाला देखा
आपकी दोस्ती संग हमने अमृत का प्याला देखा
लौट आए हम फिर
जब आपके दिल के दरवाजे पर ताला देखा।
————-
इंसान गिरता नहीं
उसे गिराया जाता है
दोस्ती मे कोई हारता
नहीं बस उसे हराया जाता है।
————-
पहले हंसाते हैं वो
फिर रूलाते हैं वो
क्यों ऐसे दोस्त
बनाते हैं वो ।
————-
बताएं तो बताएं कैसे
दोस्ती की कहानियां बहुत हैं
दोस्त नहीं है कोई खास
लेकिन दोस्ती की निशानियां बहुत हैं।
————-
हमें भी कोई प्यार करलो
हमारे लिए भी कोई इंतजार करलो
कोई और नहीं तो
किसी दोस्त से ही आंखे चार करलो ।
————-
उन्होंने तो अपने खिड़कियां
और दरवजे सब बंद कर लिये
और हमें कहते हैं आपने
क्यों जीवन के कंद कर लिये ।
————-
हर वक्त चमकना सितारों ने दिया
धन और दौलत रिश्तेदारों ने दिया
दुनियादारी का पता अखबारों ने दिया
हमें नया जीवन हमारे यारो ने दिया
————-
खास दोस्तों के नाम की चिट्ठी आई है
मिट गए थे कुछ दोस्त शहरद पर
और कुछ नहीं उनकी मिट्टी आई है।
————-
शब्द भी मुंह से निकल ना सके
मौका था हमारे पास
फिर भी हम दोस्ती मे फिसल ना सके
————-
लोग कहते हैं जीवन दर्द देता है
हम कहते क्यों बनाते हो
बुरे दोस्त बुरा तो सिर्फ कर्द देता है।
————-
दर्द बहुत देता है जब जख्म
नासूर हो जाता है
उस दर्द को बयां कैसे करे
जब खास दोस्त दिल से दूर हो जाता है।
————-
न दर्द रहेगा
न सर्द रहेगा
पी लो खास दोस्तों संग
बस उम्र भर पीने
का मर्ज रहेगा ।
————-
कब्र मे सोये हम थे
हमारी मौत पर रोये हम थे
खास दोस्त तो हंस रहे थे
उनकी हंसी को देखकर खोये हम थे ।
————-
न जीवन का ठिकाना है
दोस्ती तो बस बहाना है
खुशी देकर हमें फिर रूलाना है
यही जिदंगी का असली फसाना है।
————-
न उनकी राहों से गुजरे हम
न पहले से ज्यादा सुधरे हम
दोस्ती निभा नहीं सकते
तो दोस्ती कैसे करें
इसलिए दोस्ती से मुकरे हम ।
————-
दोस्ती का कीड़ा अंदर ही अंदर खाता रहा
फिर भी यह दिल उनके लिए गाता रहा
वो भले ही हमारे नहीं हैं
पर हम हैं उनके खास दोस्त हैं और रहेंगे
यह हमारा वादा रहा ।
————-
देरतक हवा मे हम डोलते रहे
समय के साथ दोस्त बंधन खोलते रहे
हम तो चले गए और खास दोस्त
हमे रूकने को बोलते रहे ।
————-
सुनी हमने सपने मे जो
दोस्तों की वाणी थी
खास दोस्त कभी हम और आप थे
बस हमारी जिदंगी की इतनी सी कहाणी थी ।
————-
हम तो काफी लंबे बांस थे
फिर भी आप क्यों इतने हमारे खास थे
जब आप गए हम तो बस एक लाश थे ।
————-
हमने आपको देखा वन पहाड
और खेतों खलियानों मे
आज खास दोस्ती नजर नहीं
आती है इंसानों मे
अब दोस्ती का रंग ही नहीं रहा
इन गानों मे
————-
आपकी दोस्ती के लिए
चित्रकार हो गए हम
आपकी दोस्ती को पाने के लिए
क्या बताएं इतने लाचार हो गए हम ।
————-
हमारी मौत की ध्वनी
दूर आकाश मे गूंजती रही
और खास दोस्ती हमें
भगवान समझ कर पूजती रही ।
————-
हम खुदा समझ कर पूज रहे थे पहाड़ी को
और वो खुदा का खास दोस्त समझ
रहे थे इस अनाड़ी को ।
————-
अपने खास दोस्तों से कहदो
अब सदा हम मिल जुलकर चलेंगे
अब नहीं है कोई गिला सिकवा
आओ अब खुलकर चलेंगे ।
————-
खास दोस्तों के बिना
क्या ही करें इस अकेलेपन का
हम तो जी लेंगे आपके बिना
पर क्या ही करें इस मन का
————-
जब रात आती है
तो दुनियां शांत हो जाती है
जब आप जैसी दोस्ती साथ आती है
तो जिदंगी विक्रांत हो जाती है
————-
तोड़ दिया हमने जो
दिल का दरवाजा था
खास दोस्त दोस्ती ही
नहीं हमारे मन का राजा था।
————-
बुन रहे खास दोस्तों के लिए
स्वेटर हम उन की
हम खास दोस्त हैं उनके
कीमत ना पूछों दोस्ती के खून की ।
————-
थका हुआ आज मौसम था
खास दोस्तों से यह दिल रोशन था
अरे कुछ नहीं यार यह बस
जिदंगी का स्लो मोशन था।
————-
हमने खुदा से दोस्ती मांगी
और खास दोस्तों का ढेर लग गया
हमारे हाथ भी दोस्ती के नाम
का यह शेर लग गया ।
————-
जीवन तो संघर्ष का नाम है
दोस्ती तो खुशी के वर्ष का नाम है
और खास दोस्ती जिदंगी
के हर्ष का नाम है।
————-
जंगली फूलों की खुशबू न देखी
दोस्ती नहीं करनी है तो क्यों
बघारते हो यह शेखी ।
————-
दुश्मनों के डर से छुपे हम झाड़ियों मे थे
वो पूछते हैं दोस्तों क्यों नहीं निभाई
उनको क्या बताएं हमतो अनाड़ियों मे थे ।
————-
जंग मे काम होता है सिपाही का
रिश्तों मे बड़ा नाम होता है भाई का
जब खास दोस्ती की शादी हो रही हो
तो बहुत इंतजार होता है साई का
————-
कभी खास दोस्तों की दोस्ती
का सर्जन किया हमने
लोग पूछते हैं कहां से लेकर आते हो
यह प्यारे दोस्त
हम कहते हैं खुदा से अर्जन किया हमने ।
————-
इंतजार कर रहे हैं हम अब
दोस्तों की वृष्टि का
खास दोस्त स्त्रोत है इस जीवन
की सृष्टि का
————-
कैसे मिला चांद से प्यारा दोस्त
ऐसे क्या पुण्य किये थे
हमने कहा कुछ नहीं बस
बुरे कर्म शुन्य किये थे ।
————-
हवा भी छूकर गुजर जाती है
वक्त के साथ जिदंगी सुधर जाती है
जब मिलते हैं आप जैसे दोस्त
तो जिदंगी मुखर जाती है।
————-
आपकी दोस्ती को पाने के लिए
जन्म जन्म मे साधना की हमने
खुदा के आगे हाथ जोड़कर
बहुत आराधना की हमने ।
————-
यह हमारा नहीं
इस कलम का कमाल है
जब से दोस्त मिले हैं आप जैसे
जिदंगी मे बहुत धमाल है ।
————-
वो म्यान बने और कटारी हम हो गए
उनको पाने के लिए क्या नहीं किया यार
बड़े से बड़े सटारी हम हो गए ।
————-
हे खुदा तेरा लाख लाख शुक्र है
उजड़े चमन मे फिर से फूल खिलाया तूने
बिछुड़ चुके खास दोस्तों को
फिर से मिलाया तूने ।
————-
आपकी दोस्ती के लिए
हमने हर सीमा को लांघ दिया
और आपने हमें दोस्ती के नाम
पर झूठा सांग दिया ।
————-
हम तो खास दोस्तों के नाम
का सदा उद्घोष करते रहे
पर कमीने धोखा देकर चले गए
और हम अफसोस करते रहे ।
————-
वह दोस्तों नहीं साला
वो तो ज्वालामुखी था
फिर भी उसके जाने से
यह दिल बहुत दुखी था।
————-
हे खुदा तूने क्यों इस
दिल के जख्मों पर नमक लगाया तुमने
जब दोस्त ही दर्द देते हैं
तो क्यों इस दोस्ती का सनक लगाया तुमने ।
————-
उनकें अधरों पर सुलगता गीत हूं मैं।
उनके लिए आज उनका अतीत हूं मैं
वो दोस्त भले ही हमें ना माने अपना
फिर भी उनका मीत हूं मैं
————-
कभी खास दोस्तों को
हमनें बांहों मे सुलाया था
अगर वापस ही आना था
तो फिर क्यों हमारी दोस्ती
को भुलाया था।
————-
नशा हो तो शराब जैसा हो
बुरा हो तो ख्वाब जैसा हो
खास दोस्त हो तो गुलाब जैसा हो ।
————-
अपने खास दोस्तों के लिए
फौलादू हूं मैं
पर दुश्मनों से कहता हूं
टपका मत देना एक ही औलादू हूं मैं ।
————-
हमारे उपर कफन था
खास दोस्तों का राज
हमारे दिल मे दफन था
जबान ने साथ नहीं दिया
दुनिया को बताने का बहुत मन था।
————-
हमारे आंसूओं की कीमत को तू क्या जाने
कुछ दोस्त जिदंगी मे क्यों हो जाते हैं इतने बैगाने ।
————-
आप जैसे दोस्त मिल जाएं
तो बादलों को भी चीर देंगे
तेरी दोस्ती के लिए
आज हम तोहफे मे हीर देंगे ।
————-
वैसे रहते हैं हम खेत और खलियान मे
तलवार अच्छी लगती है म्यान मे
हम गुस्ताखी नहीं किया करते हैं
खास दोस्तों की शान मे ।
————-
हमारे जीवन मे पतझड़ आया फिर भी
वो मुस्कुरा गए
आज तक समझ नहीं आया हम जैसे
गरीब दोस्त भी उनको इतने
क्यों भा गए ।
————-
खास दोस्तों की तलाश मे
पांव मे छाले हो गए
जब दोस्त फिर से मिले
तो वो काफी निराले हो गए
दोस्त छोड़कर न चले जाएं
इसलिए हम ग्वाले हो गए ।
————-
घर से निकलते ही
कुछ दूर चलते ही
खास दोस्त का घर था
समय के साथ सब मिट गया
फिर भी दोस्ती का नाम अमर था।
————-
फूल को एक दिन खिलना ही है
आग है तो उसे जलना ही है
खास दोस्तों से एक दिन मिलना ही है
————-
अब रिश्ते खास दोस्तों से
काफी पुराने हो गए
मिलने नहीं कुछ कमिनों
से जमाने हो गए ।
————-
कभी कभी हमारे घर मे
भी झांक लिया करो
हम दोस्त हैं आपके खास
कुछ हमसे भी मांग लिया करो
बार बार याद आपकी आती रही
आपकी दोस्ती हमें बुलाती रही
आपकी दोस्ती हमें सदा हंसाती रही ।
————-
कि मरने को मजबूर हो जाए
किसी को इतना परेशान ना करो
खास दोस्ती की है आपसे
दोस्ती को यूं श्मसान ना करो ।
————-
वो खास दोस्त
कल फिर आएगा
वही है जो आपकी
जिंदगी को फिर हंसाएगा ।
————-
आपके उजड़े चमन का फूल हैं हम
दोस्त कहते हैं आपके संग रहने
से दिल को सकून मिलता है
विश्वास नहीं होता इतने कूल हैं हम ।
————-
हर क्षण बदलते मौसम की बात क्या करें
हर क्षण बदलते दोस्तों का साथ क्या करें
जो दोस्त मिलते ही नहीं
उनसे मुलाकात क्या करें ।
————-
नई नई दोस्तों की नई नई चाहत थी
दोस्ती तो करली हमने उनसे
फिर भी हमारी दुनिया आहत थी।
————-
अभिमान ना करो यारो
अपनी दौलत पर
वक्त के साथ सब छूट जाएगा
जब बुरा वक्त आएगा
तो खास दोस्त ही दोस्त
को लूट जाएगा ।
————-
भुलाई नहीं जाती हैं पुरानी बातें
याद आती हैं दोस्तों संग बिताई रातें
सब कुछ मिट जाता है पर
दिल से नहीं मिट पाते हैं रिश्ते और नातें ।
————-
खास दोस्त आए तो स्कून हमको मिला
उनकी तरफ से एक नया जनून हमको मिला
जब निशानियां तलासी खास दोस्त की
तो एक नाखून हमको मिला ।
————-
खास दोस्त आए हैं तो
कहीं से शराब का इंतजाम हो जाए
क्या पता कल का कहीं यही
दोस्ती की आखरी शाम हो जाए ।
————-
अंधेरा होता है प्रकाश के लिए
आप जैसे दोस्त मिलते हैं
जीवन मे उजास के लिए
————-
नई नई दोस्ती बनाने की
आदत है हम को
वो कहती है दोस्ती मे
दिल लगाने की इजाजत है हमको
————-
अक्सर हम एक गाना बार बार
सुना करते हैं
संभलकर रहना यारो
कभी कभी खास दोस्त भी गुनाह करते हैं।
————-
जिदंगी तो हवाओं का एक झोंका था
की थी हमने भी दोस्ती पर
वह दोस्ती नहीं वो एक धोखा था।
————-
दोस्ती मे नफरत नां बांटा करो यारो
नहीं तोड़ोंगे यह दोस्ती खास हमारी
बस इतना वादा करो यारो ।
————-
आए हैं हम आपसे दोस्ती का संदेश लेकर
आंखों के सपनों को शेष लेकर
फिर भी आप हमसे क्यों बता कर रहे हैं
इतना तेश लेकर ।
————-
चिता हमारी जलती रही
और उनकी पार्टी चलती रही
कहने को तो खास दोस्त थे हमारे
लेकिन हमारी जिदंगी को उनको खलती रही ।
————-
जब हमने बोली सच्चाई
तो वो तेश मे आ गए
दोस्त नहीं थे कमीने
अब अपने असली वेश मे आ गए ।
————-
हम तो बिके उनके लिए कोड़ियों के भाव मे थे
इतना सब कुछ करने के बाद भी
हमारे दोस्त ताव मे थे ।
————-
आपकी दोस्ती तो बदलते
मौसम का तकाजा है
अरे हंसते क्यों हो
यह तेरे दोस्त का जनाजा है।
————-
वक्त के साथ दोस्तों की
दिल मे कुछ कहानियां रह जाती हैं
खास दोस्ती भी मिट जाती है
फिर भी उसकी निशानियां रह जाती हैं।
————-
शाम सुहानी थी
रात दिवानी थी
क्या बताएं आपको
खास दोस्तों संग
यह जिदंगी मस्तानी थी।
————-
हम परवाह करते हैं इसकी
तेरे पांव मे कांटे ना चुभ जाए
ऐ दोस्त कभी ऐसा हो नहीं सकता
कि हम तुझ से उब जाए ।
————-
साथ छोड़ा अब इस जमाने ने
रिश्ता तोड़ा हमसे खजाने ने
और मिटा दिया हमकों
खास दोस्तों के फासाने ने
————-
आपकी दोस्ती के लिए नरकासुर हम हुए
खून के रिश्तों से दूर हम हुए
फिर भी बेवफा दोस्त के नाम
से मशहूर हम हुए ।
————-
एक खास दोस्त वह होता है
जो आपकी बुराई का संहार करदे
जो आपके जीवन को गहरी
नदी के उस पार करदे ।
————-
हमने भी देखा है ढलती शाम को
जब से आप जैसे दोस्त बने हैं
तब से सलाम करते हैं हम
इस दोस्ती नाम को ।
————-
लिखना नहीं आता
तो क्या करें इस चाक का
हम तो माथे पर तिलक
करते हैं यारो दोस्तों
के चिता की राख का ।
————-
जो दर्द से राहत देता है
वो तेल होता है सरसों का
खास दोस्त भरोशा
होता है वर्षों का ।
————-
उनका दिल रखने के लिए
वो आग बने तो मोम हम हो गए
उनकी खुशी के लिए आज
फिर सोम हम हो गए ।
————-
न जमाने को कोशा हमने
न दोस्ती तोड़ने का सोचा हमने
इसलिए आज हमको
बधाइ दी है सबने ।
————-
उनसे दोस्ती करने के लिए
दिल मे सैलाब उमड़ा
बहुत दर्द था दिल मे
आंखों से तालाब उमड़ा ।
————-
नदी ही ना हो तो किनारा किसी काम का
जो कुछ सीखा ना सके वो नारा किसी काम का
जो चमक ही ना सके वो तारा किसी काम का
दोस्त ही ना हो तो सहारा किस काम का
————-
खास दोस्तों की हालत
देखकर हम बेसुध थे
बाद मे पता चला
इसके कारण हम खुद थे ।
————-
प्यार ना हो तो मजा नहीं सावन का
राम ही ना हो तो क्या काम है रावन का
बुरे दोस्त ही नहीं हो तो क्या काम है अच्छे पावन का
——————————
प्यासों को जो पानी पिलाए
खास दोस्ती वह तालाब है
जिसके लिए हर किसी के
दिल मे प्यार का सैलाब है
————-
कौन कहता है दोस्ती खराब है
हम कहते हैं दोस्ती खुदा
का दिया हुआ सबसे अच्छा खिताब है।