इस लेख मे हम बात करेंगे कुत्ता काटने का झाड़ने का मंत्र या कुत्ता काटने का मंत्र के बारे मे ।दोस्तों आपको पता ही होगा कि जब किसी को कुत्ता काट लेता है तो उसको मंत्र से झाड़ा लगाया जाता है।यह कोई प्राचीन तरीका नहीं है। वरन आज भी इस तरीके का प्रयोग किया जाता है और लोग इस पर बहुत अधिक विश्वास करते हैं। यदि किसी को कुत्ता काट लेता है तो फिर उसे केवल कुत्ता काटने के मंत्र मे ही विश्वास नहीं रखना चाहिए ।आज एक से बढ़कर एक उपचार उपलब्ध हैं। यदि कुत्ता काटने के बाद आप केवल मंत्र के भरोसे रहेंगे तो नुकसान हो सकता है। इस वजह से अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें ।
जब मैं 10 साल का था तो खेत मे जा रहा था । रस्ते के अंदर एक कुत्ता मिला मेरे पास एक डंडा था और मेंने उस कुत्ते को छेड़ दिया । कुत्ता काफी ताकतवर था और उसने मुझ पर हमला कर दिया और मेरे गाल पर अपने नाखुन लगा दिये थे ।
कहते हैं कि कि कुत्ते के नाखूनों के अंदर भी रेबिज के जीवाणू हो सकते हैं। उसके बाद मुझे पकड़ कर घरलाया गया और फिर मेरा कुछ घरेलू उपचार किया गया ।फिर मेरी मॉम मुझे अस्पताल लेकर गई। जहां पर मुझे कुछ सुई लगवाई गई थी। वहां से छूटी मिलने के बाद हम लोग पहले दिन तो घर आ गए । उसके बाद कुछ लोगों ने कहा कि एक बार झाड़ा भी लगवा लेना चाहिए । इसमे कोई बुराई नहीं है।
उसके बाद मेरे पिताजी मुझे एक तांत्रिक के पास लेकर गए और वहां पर हर दिन दूर दूर से कुत्ते कटे इंसान आते थे । वह सबको एक साथ ही झाड़ा देता था। यह बहुत सालों की बात हो गई है।अब शायद यह बंद हो गया है क्योंकि अब लोग तंत्र मंत्र मे ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं।
दोस्तों जैसा कि आपको पता होगा कि रेबिज केवल पागल कुत्ते के काटने से ही होता है। यदि कोई आम कुत्ता काटले तो ऐसा नहीं होता है। लेकिन हमारा वहम होने की वजह से हम इंजेक्सन लगवाते हैं। यदि किसी को पागल कुत्ता काट ले तो सबसे पहले क्या करना चाहिए । इस बारे मे जान लेते हैं उसके बाद मंत्र के बारे मे जानेंगे ।
- सबसे पहले जिस जगह पर कुत्ते ने काटा है तो उस जगह पर घाव हो गया है तो उसे एंटिबैक्टीरियल साबुन से अच्छी तरह से धोलें ताकि बैक्टिरिया खत्म हो जाएं।
- यदि घाव बड़ा हो गया है और उससे खून बह रहा है तो उसे रोकने के उपाय करने चाहिए।
- कुत्ता काटने से इन्फेक्सन हो सकता है। इस वजह से घाव को साफ करने के बाद एंटीबायोटिक क्रीम लगाना चाहिए।
- यह सब कुछ करने के बाद रोगी को डॉक्टर के पास तुरन्त उपचार के लिए लेकर जाना होगा ।
- जब आपको अस्पताल से छूटी मिल जाती है तो उसके बाद आप झाडू फूंक करवा सकते हैं या फिर इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि कुछ लोग संतुष्ट नहीं होते हैं।
- कुछ लोग कुत्ते के काटे जाने के बाद मरीज को अस्पताल लेकर नहीं जाते हैं जो बहुत बड़ी गलती है ऐसा करने से मरीज की तबियत भी बिगड़ सकती है।
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कुत्ता काटने का मंत्र kutta katne ka mantra
हम एक कुत्ते काटने के बाद झाड़ा देने वाले को जानते हैं । एक दिन हम उसके पास गए हुए थे तो हमने उससे पूछा कि भाई वह मंत्र हमे भी बता दिजिए जो कुत्ते काटने के बाद आप उसका जहर उतारने मे इस्तेमाल करते है। पहले तो उन्होंने मंत्र बताने से ही मना कर दिया लेकिन उसके बाद बोले कि आपको मंत्र पता चल जाने के बाद भी कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि इसको सिद्व करना होता है।
ओं गांधारी स्वाहा:।
इस मंत्र की पूरी विधि तो उसने हमे नहीं बताई लेकिन उसने बताया कि किसी सांप की बांबी की मिटटी को लाकर 7 गोलियां बनाई जाती हैं और उसके बाद इस मंत्र को पढ़ते हुए कुत्ते काटे जाने वाले घाव पर मला जाता है। और उसके बाद उस रेत से कुत्ते के बाल निकलते हैं। उसके बताने के बाद तो हमे भी याद आया कि जब हम 10 साल के थे और कुत्ता ने हमको काट लिया था तो इसी तरीके से एक तांत्रिक ने हमको मिटटी मलने के लिए कहा था ।उसके अंदर बाल भी निकले थे ।
पागल कुत्ते के काटने पर झाड़ने का मंत्र
ओ नमो आदेश गुरू को आदेश कामरू
देश का झाबर कुत्ता हुकन सुषपसुसे शब्द
संचा पिंड कांचा फुरो मंत्र ईश्वर वाचा ।।
उपचार करते समय पूर्व दिशा कि ओर रोगी का मुख रखना चाहिए।इस मंत्र को 1008 बार जप करके सिद्व करलें और जब इस मंत्र से कुत्ते काटने के बाद झाड़ना होतो 21 बार मंत्र पढ़कर झाड़ें । शनीवार के दिन कुछ चावल लें और इनको भीगोदें । रविवार को इन चावल की गोली बनाएं ।और मंत्र को जप करते हुए । एक एक करके गोली को कुत्ते के काटे गए स्थान पर फिरावें ।
कुत्ते के काटने का शक्तिशाली शाबर मंत्र
दोस्तों वैसे तो कुत्ते के काटने को झाड़ने के अनेक मंत्र हैं। लेकिन यहां पर हम केवल कुछ के बारे मे ही बता रहे हैं।
बििस्मल्लाह रमान रहीम घट म शक्ति
जबा म तलीम सिर पर पंजा सतगुरू का
सबूत रह मान अरकीन
चल मेरे गुरू का शब्द सच्चा पिंड काच्चा
मेरा बांध्या कीला झूट मां पार्वती जटा टूट ।।
यह भी एक मंत्र है सबसे पहले यह मंत्र बोलकर सिद्व करना होगा उसके बाद कुत्ते काटने का मंत्र इस प्रकार से है जो कि अक्सर तांत्रिक लोग प्रयोग करते हैं। जिसको आम इंसान प्रयोग ना करें कोई फायदा नहीं होगा ।
कारू देश चमखा देवी
यहा बस स्माइ जोगी
स्माइल जोगी का जबरा कुत्ता
सोने की जाड़ रूपा का खूंटा
पाके ना फूटे ना नकतर छूटे
मेरा बांध्या कीला झूट मां पार्वती जटा टूट ।।
झड़ रे झड़ नूण दे चमारी की कुंड मे पड़ ।
दोस्तों इन मंत्रों को सबसे पहले सिद्व किया जाता है और उसके बाद राख से कुत्ते काटने वाले स्थान पर उसका जगह उतारा जाता है।
पागल कुत्ते को काटने पर उपचार का मंत्र
दोस्तों यह मंत्र सिद्व करने के लिए आपको 10 हजार बार जाप करना है।
उं नमो: शिवाय 2
पागल कुत्ता किधर भी जाए
मेरा रोग साथ ले जाए ।।
उं नमो: शिवाय 2
मंत्र सिद्व हो जाने के बाद एक गिलास के अंदर पानी लेना है और फूंक मारकर उस व्यक्ति को पिला देना है। जिसको कुत्ते ने काटा है।
मंत्रों के भरोसे रहने का मतलब अपनी जान जोखिम मे डालना
दोस्तों आज भी बहुत से लोग मंत्रों के उपर विश्वास करते हैं। दोस्तों हम यह नहीं कहते हैं कि मंत्रों पर विश्वास करना बुरी बात है। लेकिन केवल मंत्रों के उपर बैठ जाना बुरा है।
बहुत से लोग यह गलती करते हैं कि जब उनको कुत्ता काट लेता है तो वे सीधे किसी झाडू फूंक वाले के पास चले जाते हैं और फिर उससे अपना ईलाज करवाते हैं। और फिर यह सोच कर निश्चित हो जाते हैं कि अब कुत्ते काटने का असर नहीं होगा ।लेकिन उनकी यह सोच अंत मे उनके लिए घातक सिद्व होती है। किसी को भी कुत्ता काटले तो 24 घंटे मे रेबिज का इंजेक्सन लगवाना होता है।
भाई दवा मंत्रों से अधिक प्रभावशाली होती है। और एक बार आप इंजेक्सन लगवा लेते हैं तो 100 प्रतिशत गारंटी मिल जाती है कि अब आपको कुत्ते काटने का बुरा प्रभाव नहीं होगा । लेकिन मंत्रों के अंदर कोई गारंटी नहीं होती है।भले ही मंत्र काम करते हों लेकिन किसी कारण वश वे ना काम करें तो कुछ दिनों बाद दवा भी उस व्यक्ति को काम नहीं आएगी । जिसको कुत्ते ने काटा है।
नीचे विडियो के अंदर आप देख सकते हैं। जिसने कुत्ते काटने के बाद मंत्रों पर भरोशा किया तो अब उसका क्या हाल हो गया है? इस व्यक्ति को 4 महिने पहले कुत्ते ने काटा था अब बारिश के अंदर इसका बहुत बुरा हाल हो गया है।
दोस्तों बहुत बार जब किसी व्यक्ति को पागल कुत्ता काट लेता है तो फिर उसका ईलाज सही से नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से रेबिज हो सकता है। यदि आपके घर के सदस्य को किसी पागल कुत्ते ने काट लिया है तो उसका ईलाज सही तरीके से करवाएं वरना आप बहुत बड़ी मुश्बित मे फंस सकते हैं।
कुत्ता काटने का तंत्र है इस कुआ का पानी
हरदोई सवायजपुर मार्ग पर थाना लोनार क्षेत्र के गांव नसौली मे एक कुआ पड़ता है। इसके पानी के बारे मे यह कहा जाता है कि यह चमत्कारी है और कुत्ता काटने पर यदि कोई इसे पीता है तो उसका जहर उतर जाता है। इसके पानी को पीने के लिए दूर दूर के लोग आते हैं। जिसके अंदर अशिक्षित और पढ़ेलिखे सब शामिल हैं। सब लोग यह दावा करते हैं कि यह पानी वास्तव मे काम करता है।
इस जगह पर काफी पुराना कुआ हुआ करता था । जिससे लोगों को पानी निकाल कर पिलाया जाता था। और अब यह कुआ सूख चुका है। क्योंकि इसकी सफाई नहीं हुई थी। अब एक हेंडपंप लगा हुआ है। कुत्ता काटने के बाद लोग यहां आते हैं और इस हेंडपंप से उनको पानी पिलाया जाता है।
एक सप्ताह के तीन दिन मे यहां पर पानी पिलाया जाता है। पानी पिलाने से पहले यहां पर मौजूद सीता राम मंदिर के अंदर पूजा की जाती है और शंख बजाए जाते हैं। उसके बाद महत्मा मंत्र पढ़ते हुए पानी मिलते हैं। जिससे कुत्ते का जहर उतर जाता है।
इसके अलावा यदि किसी महिला को कुत्ता काट लेता है और उसके एक छोटा बच्चा हो तो उसे भी पानी पिलाया जाता है ताकि संक्रमण ना फैले ।यह लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है।
कुम्हला का बालाजी को धोक लगाने से मिलती है कुत्ते काटे को राहत
दोस्तों बूंदी के अंदर जजावर कुम्हला का बालाजी का मंदिर है। यहां पर लोगों मे मान्यता है कि यदि किसी को कुत्ता काट लेता है तो वह यहां पर आकर धोक लगाता है तो उसे आराम मिल जाता है।
कुकरैल नाले से उतरता है कुत्ते का जहर
दोस्तों यदि आप लखनउ के हैं तो आपको कुकरैल नाले के बारे मे भी पता होगा । जहां पर कुत्ते खाने के बाद उसका जहर उतारने के लिए लोग आते हैं और इस नाले मे स्नान करते हैं। यह नाला फैजाबाद रोड़ के उपर पड़ता है और शनिवार व रविवार के दिन यहां पर आने वाले लोगों का तांता लगा रहता है।
ऐसा भी कहा जाता है कि इस नाले के अंदर कई बड़े बड़े अफसर कुत्ते का जहर उतराने के लिए नहा चुके हैं। जिन लोगों को सबसे पहले कुत्ता काटा होता है वे नाले मे नहाते हैं उसके बाद झाडू फूंक करवाते हैं। यह झाडू फूंक करने वाले यहीं के रहने वाले लोग होते हैं। यह अपने पास एक लौहे का पंजा रखते हैं और इस पंजे की मदद से कुत्ते का जहर उतारते हैं यह इन लोगों का पैसा है और पीढ़ियों से यह इसी काम को करते आ रहे हैं।
इनके पास एक गुप्त मंत्र होता है। जिसकी सारी विधि यह अज्ञात ही रखते हैं और इसके केवल अपने उतराधिकारी को यह बताते हैं और सीखाते हैं।
लोग केवल कुकरैल नाले के भरोसे
दोस्तों कभी एक ऐसा दौर था जब लोगों के पास ईलाज करवाने के लिए पैसे नहीं थे । और उनके पास कुकरैल नाले मे नहाने के अलावा कोई चारा नहीं था। लेकिन ऐसे अभी भी बहुत से लोग हैं जो कुकरैल नाले के अंदर कुत्ता काटने पर नहाते हैं। और उनका यह विश्वास है कि ऐसा करने से रेबीज नहीं होगा । यदि आप वहां पर जाकर पूछताछ करेंगे तो आपको अनेक ऐसे व्यक्ति मिल जाएंगे जो इस बात का प्रमाण देने के लिए काफी हैं कि कुकरैल नाले मे नहाना वाकाई मे काम करता है।
एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत के अंदर कुछ लोगों ने कहा कि उनको कुत्ता आज से 30 साल पहले काटा था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ ।
एक अन्य लड़के ने कहा कि उसे 9 साल पहले कुत्ते ने काट लिया था और कुछ नहीं हुआ ।
कुकरैल नाले से जुड़ी कहानी
दोस्तों कुत्ते के काटने के बाद लोग कुकरैल नाले के अंदर नहाने के लिए आते हैं। इसके पीछे एक कहानी जुड़ी हुई है। जिसके बारे मे भी आपको जान लेना चाहिए ।वैसे इस कहानी का कोई आधार नहीं है। कुछ लोग यह मानते हैं कि यह कुत्ता किसी सौदागर के पास था तो कुछ लोग कहते हैं कि यह एक बंजारे के पास था।
एक कथा के अनुसार सौदागर दूर देश से आया था और उसका धन समाप्त होने के बाद उसने साहूकार से कुत्ते को गिरवी रखकर कर्ज लिया था।
इस कहानी के अनुसार प्राचीन काल के अंदर एक बंजारा था और उसके पास एक बहुत ही अच्छा कुत्ता भी था।बंजारा गरीबी की मार झेल रहा था तो वह साहूकार के पास आया और मदद के बारे मे कहा । साहूकार ने उसे कुछ चीज गिरवी रखने के लिए कहा तो बंजारे के पास और कुछ तो गिरवी रखने के लिए था नहीं बस अपने प्रिय कुत्ते को ही गिरवी रखदिया ।साहूकार भी दयावान था और वह इसके लिए मान भी गया था।
एक दिन साहूकार के घर मे चोरी हो गई और सारा धन चोरो ने एक तालाब के अंदर छुपा दिया । यह कुत्ता बहुत अधिक समझदार था और इसने बार बार साहूकार को अपने पीछे चलने का ईशारा किया ।साहूकार और गांव वाले कुत्ते के पीछे आये तो उनको तालाब मे सारा धन छिपा हुआ मिल गया ।कुत्ते के इस काम की वजह से साहूकार बहुत अधिक खुश हो गया और उस को आजाद कर दिया ।
उसके बाद यह कहा जाता है कि कुत्ता बंजारे के पास पहुंचा और बंजारे ने जैसे ही कुत्ते को देखा उसने उसे मर जाने का शाप देदिया । और कुत्ता कुए के अंदर कूद गया । कुत्ते के कुए मे कूदने की वजह से वहां से एक नाला निकला था।
बाद मे बंजारे को सच्चाई का पता चला तो वह बहुत दुखी हुआ और कुत्ते को वापस आने के लिए बोला लेकिन कुत्ते ने कहा कि आज के बाद जो भी इंसान कुत्ते के काटने पर इस नाले के जल से स्नान करेगा उसको जहर नहीं चढ़ेगा।
यह भी सुनने को आया है कि कुत्ते के वियोग से उस बंजारे की मौत कुकरैल पुल के पास ही हुई थी और पहले यहां पर एक कब्र बनी हुई थी। हालांकि अब वो यहां पर नहीं है।
कुत्ते काटने के बाद मंत्रों के चक्करों मे ना पड़कर सीधा इंजेक्सन लगवांए
दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बता दिया है कि कुत्ता काटने के बाद मंत्रों के चक्करों मे नहीं पड़ना चाहिए । सबसे पहले 24 घंटे के अंदर कुत्ते काटने का इंजेक्सन लगवाना चाहिए ।
दोस्तों यदि डॉक्टरों की माने तो कुत्ता काटने के बाद मरीज के अंदर रेबीज के लक्षण 14 दिनों के बाद आने शूरू हो जाते हैं। रेबीज इंसान के दिमाग पर असर करता है। जिससे इंसान पानी और बरसात वैगरह से डरने लग जाता है और उसका अपने दिमाग से कंट्रोल खत्म हो जाता है।बरसात के दिनों मे कुत्ते इंसानों पर अधिक हमले करते हैं। कुत्ते के काटने से सुरक्षा के लिए अपने आस पास के कुत्तों को रेबीज का इंजेक्सन लगवाएं ।
कुत्ता काटने का मंत्र kutta katne ka mantra लेख आपको कैसा लगा कमेंट करके हमें बताएं ।
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