lata shabd roop लता का शब्द रूप lata shabd roop in sanskrit or आकारान्त स्त्रील्लिंग संज्ञा है लता शब्द । यदि आप लता के शब्द रूप के बारे मे जानना चाहते हैं तो नीचे लता के शब्द रूप के बारे मे विस्तार से दिया गया है। आप जान सकते हैं। नीचे हमने लता शब्द की विभक्ति और वचन के बारे मे दिया हुआ है। आप देख सकते हैं।
Table of Contents
lata shabd roop in sanskrit
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | लता | लते | लताः |
द्वितीया | लताम् | लते | लताः |
तृतीया | लतया | लताभ्याम् | लताभिः |
चतुर्थी | लतायै | लताभ्याम् | लताभ्यः |
पंचमी | लतायाः | लताभ्याम् | लताभ्यः |
षष्ठी | लतायाः | लतयोः | लतानाम् |
सप्तमी | लतायाम् | लतयोः | लतासु |
सम्बोधन | हे लते | हे लते | हे लताः |
लता क्या होती है ?
दोस्तों अब तक आपने लता के शब्द रूप के बारे मे जाना अब हम आपको बतादेंते हैं कि लता क्या होती है। तो आपकी जानकारी के लिए बतादें कि लता आमतौर पर कोई झाड़ी नहीं होती है। लता एक बार की बेल होती है। और जो भी बेल किसी का सहारा लेकर चढ़ती हैं वह सभी लता के अंदर आती हैं।
जैसे कि अंगूर, लौकी, कद्दू आदि की बेल होती है। यह सभी लता के अंदर आती है। इसके अलावा गिलोय की भी बेल होती है। जिसका आजकल काफी अधिक उपयोग हो रहा है। गिलोय का नाम तो आपने कोरोना काल के अंदर सुना ही होगा । यह काफी उपयोगी बेल होती है।
अंगूर की लता
दोस्तों आपने अंगूरू तो कई बार खाये ही होंगे । और जो अंगूर लगते हैं वह एक लता पर लगते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । अंगूर का कोई पेड़ नहीं होता है। वरन यह किसी दीवार या फिर पेड़ का सहारा लेते हुए उपर की तरफ बढ़ती है।
अंगूर की बेल विटेसी कुल से संबंधित है, जबकि सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली किस्में विटिस विनिफेरा प्रजातियों (यूरोपीय बेल) से सबंध रखने वाली होती हैं।इस बेल के तंतु तने पर बढ़ते हैं और इसके जो फूल होते हैं वे नीचे की ओर लटके रहते हैं।
इन बेलों के पतियों का आकार और रंग इनके किस्मों पर निर्भर करता है। इनकी अलग अलग किस्मे हो सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको बतादें कि अंगूर काफी स्वादिष्ट होता है और इसको ताजे फल के रूप मे खाया जाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग भी कई चीजों के अंदर किया जाता है। जैसे की शराब बनाने दवाओं के बनाने और किश्ामिश भी अंगूर से ही बनाई जाती है।
अंगूर की लता को घरों के अंदर लगाया जा सकता है। इसके अलावा इसको बाग और बगीचों के अंदर भी बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता है।
इसके अलावा किसान इसको अपने खेतों के अंदर लगाते हैं और उसके बाद इसकी मदद से अच्छा लाभ कमाते हैं। यदि आप भी बेरोजगार हैं तो इस लता को लगा सकते हैं। और मुनाफा कमा सकते हैं।
रही बात अंगूर के पौधे की तो यह आपको आसानी से किसी भी नर्सरी के अंदर मिल जाता है। बारिश के मौसम मे आप इसको लगा सकते हैं। और शहर के अंदर आपको उन स्थानों पर जाना होगा जहां पर इस तरह के पौंधों को बेचा जाता है तो यह आपको वहां पर मिल जाएगा ।
लौकी की लता
दोस्तों लौकी की लता के बारे मे तो आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। लौकी की भी बेल होती है। और इसको हम अपने घरों के अंदर लगाते हैं हम खुद कई बार अपने घरों के अंदर लौकी की लता को लगा चुके हैं उसके उपर काफी अच्छी लौकी लगती हैं और उनकी सब्जी को खाने का मजा ही कुछ अलग होता है।
जिस प्रकार से अंगूर की बेल होती है। उसी प्रकार से लौकी की भी बेल होती है। और आप इसकी मदद से आसानी से मुनाफा कमा सकते हैं। मार्केट के अंदर लौकी को बेच सकते हैं। लौकी का जूस निकाल कर भी पिया जाता है इसके अलावा लौकी का प्रयोग सब्जी वैगरह बनाने मे भी किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
आपको बतादें कि हमारे देश के अंदर कई लोग लौकी को अपने घरों मे लगाते हैं और लौकी जब कच्ची होती है तो इसकी सब्जी बनाई जाती है। और उसके बाद इसको खाया जाता है। हालांकि यदि लौकी काफी पक जाती है तो फिर इसको बीजों के लिए रख लिया जाता है। आपने पतंजलि लौकी के जूस का नाम तो सुना ही होगा ।
यह मार्केट के अंदर बिकता है और लौग इसका सेवन भी करते हैं। आपको भी इसके बारे मे पता होना चाहिए । हालांकि लौकी का जूस यदि आप घर मे बना सकते हैं तो घर मे ही बनाना चाहिए । यह ऑरेजनल जूस होता है। यदि आप घर मे नहीं बना सकते हैं तो फिर आप बाजार से ले सकते हैं।
लौकी को जब आप काटते हैं तो इसके अंदर से सफेद पदार्थ निकलता है। और कच्चे बीज भी होते हैं। सब्जी बनाने के दौरान कच्चे बीजों को अलग नहीं किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आपके घर मे थोड़ी सी भी जगह है तो फिर आप एक लौकी की लता को घर मे उगा सकते हैं। और उसके उगाये जाने से पहले आपको अच्छी तरह से भूमी को तैयार करना होगा उसके बाद आप बीज लगा दें । कुछ ही समय के अंदर लौकी का बीज उग आएगा । यदि आपके यहां पर बारिश का पानी है तो सोने के अंदर सुहागा है आप बेल के अंदर बारिश का पानी डालें । कुछ समय बाद बेल पर फूल लग जाएंगे । और लौकी तैयार हो जाएगी ।
इस तरह से आप लौकी को लगा सकते हैं। जोकि आपके लिए काफी अच्छी साबित होगी । और आप इसका प्रयोग पेट गैस को कम करने के लिए भी कर सकते हैं।
क्या अपने कभी लौकी की बेल को उगाया है ? हालांकि आजकल कोई भी फसल बिना दवा के नहीं होती है आप इस बात को समझ सकते हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर लौकी भी आती है। यदि आपने कोई लौकी की बेल को उगाया है और उसके उपर लौकी नहीं लग रही है तो आप दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
जिससे क्या होगा कि यदि लौकी की बेल पर किसी तरह का रोग होगा तो वह दूर हो जाएगा और काफी अच्छी लौकी आपको देखने को मिलेंगी ।
लेकिन हम आपको यही सजेशन देंगे कि आपको दवाओं का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए ।यदि आप दवाओं का इस्तेमाल काफी अधिक करते हैं तो फिर आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अधिक दवाएं जहर के समान होती हैं।
lata shabd roop लता का शब्द रूप आपको पसंद आया होगा । यदि इस संबंध मे आपका कोई सवाल है तो आप हमें बता सकते हैं।