दोस्तों आजकल हम घरों के अंदर led light का प्रयोग करते हैं।आज से कुछ सालों पहले हैलोजन का प्रयोग किया जाता था। लेकिन अब उसका प्रयोग बहुत ही कम हो गया है। क्योंकि यह काफी ज्यादा बिजली खर्च करता है। हैलोजन 100 वाट का होता है। जबकि led light 15 वॉट की होने के बाद भी 100 वॉट के बल्ब के जितना लाईट देती है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है। कि led light का सबसे कॉमन फायदा सबको पता है। कि यह बिजली कम खाता है। लेकिन इसके अलावा भी led light ke fayde हैं। तो इस लेख के अंदर हम led light ke fayde के बारे मे विस्तार से चर्चा करने वाले हैं। विस्तारित जीवन काल, कम ऊर्जा खपत और कम रखरखाव आवश्यकताओं की वजह से led light का प्रयोग 2030 तक बहुत अधिक बढ़ जाएगा ।डीओई का अनुमान है कि एलईडी लाइटिंग से प्रति वर्ष 190 टेरावाट घंटे बिजली बच सकती है, जो $ 15 बिलियन के बराबर है।
Table of Contents
1.led light ke fayde LED Light का Lifespan ज्यादा होता है
led light का पयोग इस वजह से भी अधिक किया जाता है क्योंकि इसका जीवन काल दूसरे बल्ब की तुलना मे अधिक होता है। एक औसत एलईडी 50,000 ऑपरेटिंग घंटे से 100,000 ऑपरेटिंग घंटे तक हो सकता है। और यह incandescent bulb से 40 गुना अधिक होता है। जबकि बाकी अन्य बल्बों से 2 गुना होता है।
इसका फायदा यह होता है कि कम प्रतिस्थापन लागत होती है। क्योंकि यह लंबे समय तक विफल नहीं होता है। जबकि दूसरे बल्ब बार बार खराब होने की वजह से प्रतिस्थापन लागत अधिक होती है।
2.led light ke fayde LED Efficiency ज्यादा होना
LED Efficiency का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि इसकी दक्षता काफी ज्यादा होती है। यदि एक आम बल्ब की बात करें तो वह अधिक बिजली का प्रयोग करता है। और कम रोशनी फेंकता है। जबकि एलईडी बल्ब कम बिजली का प्रयोग करता है। और एक आम बल्ब की तुलना मे 60 से 70 प्रतिशत अधिक रोशनी फेंकता है।
3.LED Lights का आकार
आपको बतादें कि LED Lights का आकार काफी छोटा होता है। इसकी वजह से यह आसानी से कहीं पर भी लगाई जा सकती है। जबकि बल्ब का आकार काफी बड़ा होता है। जिसको आसानी से कहीं पर भी नहीं लगाया जा सकता है।सर्किट बोर्ड लाइटिंग और ट्रैफिक सिग्नल से लेकर आधुनिक mood लाइटिंग, आवासीय और वाणिज्यिक संपत्ति अनुप्रयोगों और यहां तक कि प्रमुख स्टेडियम प्रकाश व्यवस्था के अंदर भी led light का प्रयोग किया जाता है।
4.Great Color Rendering Index (CRI)
CRI एक प्रकाश स्त्रोत की माप होती है। यदि किसी वस्तु से निकलने वाला प्रकाश प्राकृतिक प्रकाश के जितना अधिक निकट होता है। उसका CRI रेटिंग उतना ही अधिक होता है। CRI रेटिंग की बात करे तो इस मामले मे led light सबसे आगे हैं। सोडियम वाष्प लैंप खराब रेंटिग के लिए जाने जाते हैं। आम तौर पर एक led light की सीआरआई रेटिंग 65 और 95 के बीच होती है।
5.led Directional light पैदा करता है।
यदि हम led की बात करें तो यह हमेशा से 180 डिग्री पर काम करता है। जबकि यदि हम एक बल्ब की बात करें तो यह 360 डिग्री पर काम करता है। इसका अर्थ है कि यदि आप एक बल्ब से कमरे को रोशन करने की कोशिश करेंगे तो आपको हर जगह पर सामन प्रकाश देखने को मिलेगा । लेकिन यदि आप एक led का यूज करते हैं तो आपको प्रकाश वहीं पर मिलेगा जहां पर आपको इसकी आवश्यकता है। तो इस तरह से कहा जाता है कि प्रकाश वितरण के मामले मे भी led प्रभावी तरीके से काम करती है।
6.एल ई डी मे डिजाइन लचीलापन है
led light काफी छोटी होती हैं। इस वजह से इनको किसी भी तरह की डिजाइन के अंदर आसानी से ढाला जा सकता है। जोकि led light ke fayde मे से एक है। आमतौर पर आजकल हर जगह पर led light का प्रयोग किया जा रहा है। इस वजह से किया जाता है क्योंकि इनकी डिजाइन के अंदर लचीलापन है।
7.led light uv का उत्सर्जन नहीं करती है।
एलईडी लाइट का फायदा यह भी है कि यह यूवी किरणों का उत्सर्जन नहीं करते हैं। जिसका फायदा यह रहता है कि इनकी लाइट से संवेदनशील चीजों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंच सकता है। जबकि एक बल्ब की बात करें तो वो यूवी किरणों का उत्सर्जन करते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप इनसे आंखों को नुकसान भी हो सकता है।
8.led लाइट्स पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित हैं
led light ke fayde है कि यह पर्यावरण के लिए भी काफी सुरक्षित होती है।एलईडी में फ्लोरोसेंट या मरकरी वेपर लाइट्स जैसी समस्या नहीं है। आम बल्बों के अंदर पारा होता है।जिसकी वजह से अंत में विशेष हैंडलिंग की आवश्यकता होती है । लेकिन led light के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के लिए सुरक्षित होती है।
9.led light on off से खराब नहीं
यदि एक आम बल्ब की बात करें तो यदि ज्यादा बार लाइट ऑन ऑफ होती है तो फिर बल्ब खराब हो जाता है। और उसके बाद बल्ब को बदलना पड़ता है। लेकिन एलईडी लाइट के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं होती है। यदि बार बार लाइट जाती है तो भी यह खराब नहीं होती है।
10.LED डिम नहीं होती है
आपने देखा होगी की जब लाइट डिम हो जाती है तो फिर आम बल्ब बहुत ही कम जलते हैं। या फिर जलते ही नहीं हैं। लेकिन LED लाइट के साथ ऐसा नहीं है।यदि लाईट डिम होती है तो भी यह आसानी से जलती रहती है। और उतने ही प्रकाश के साथ यह जलती है। जोकि led light ke fayde भी है। एलईडी को मंद करने के लिए एलईडी तकनीक के लिए विशिष्ट हार्डवेयर की आवश्यकता होती है ।और एलईडी कम पॉवर के अंदर अधिक कुशल तरीके से काम करती है। और इसका जीवनकाल भी बढ़ जाता है।
11. led light ke fayde कम वोल्टेज पर वर्क
led light बल्ब का फायदा यह भी है कि यह कम वोल्टेज पर भी काम करता है। इसका फायदा यह है कि इसका प्रयोग गाड़ियों के अंदर भी आसानी से किया जा सकता है। क्योंकि बाइक वैगरह के अंदर केवल 12 वोल्ट की बैट्री होती है। इतने कम वोल्ट पर केवल एलाईडी ही अच्छा प्रकाश दे सकता है।
12.led बल्ब हर तापमान पर काम करता है
आपको बतादें कि led light ka fayda यह भी है कि यह शीत और गर्म हर प्रकार के तापमान पर आसानी से काम कर सकता है। बिना प्रभावित हुए बिना ।
13.आंखों को सुहाने वाली रोशनी
यदि हम एक आम बल्ब की बात करें तो यह आपको पीले रंग की रोशनी देगा । जोकि आंखों के अंदर चुभ सकती है। लेकिन led light के साथ ऐसा नहीं है। यह आपको सफेद रोशनी देता है। जो आपकी आंखों के अंदर भी नहीं चुभती हैं और आरामदायक होती हैं।
14.ठंडा प्रकाश
led light का प्रकाश शीतलता देने वाला होता है। गर्मी के दिनों के अंदर एलईडी लाइट का रूम के अंदर होना काफी आवश्यक है। क्योंकि यह गर्मी को नहीं बढ़ाता है। अक्सर लोग एक रूम के अंदर दो प्रकार की लाईट रखते हैं जोकि अलग अलग मौसम मे प्रयोग लेते हैं।फ्लोरोसेंट लैंप शुरू करने के लिए उच्च वोल्टेज की आवश्यकता होती है, जिसकी वजह से यह ज्यादा तापमाप पैदा करता है। और शीतलप्रकाश भी नहीं देता है।
15.सहनशीलता
बल्ब के अंदर फिलामेंट्स होता है। यदि बल्ब को ज्यादा कंपन मे रखा जाए तो यह खराब हो सकता है। लेकिन एलईडी लाईट अधिक से अधिक कंपन को सहन कर सकती है। इसके अंदर फिलामेंट्स जैसी चीजें नहीं होती हैं।एल्ईडी लाईट के अंदर बाहरी कांच अंदर सेल्डर लीड से जुड़े होते हैं।
16.तुरन्त ऑन
led light ka fayde यह भी है कि आप इसे तुरन्त ऑन कर सकते हैं। यदि आप घर के अंदर टयूब लाइट का प्रयोग करते हैं तो आपने देखा होगा कि टयूब लाइट को पूरी तरह से ऑन करने के लिए 3 मिनट का समय लग जाता है। लेकिन एलईडी लाइट के साथ ऐसा नहीं है।आप इसे तुरन्त ऑन करते ही पूरे पॉवर के साथ यह प्रकाश देने लगती है।
17.कम बिजली खर्च
led light ka fayde मे मुझे जो सबसे बड़ा फायदा यह लगा कि यह काफी कम बिजली प्रयोग करती है। और अच्छी रोशनी भी देती है। यदि आप अपने घर के अंदर 100 वॉट का बल्ब प्रयोग करते हैं। तो आप उतनी ही रोशनी केवल 15 वॉट की एलईडी लाइट से पा सकते हैं।मतलब आपको प्रकाश उतना ही मिल रहा है। और बिजली ही बच रही है। बस इसी वजह से ईलईडी लाइट का प्रयोग सबसे ज्यादा हो रहा है। मतलब जैसे कि आपके घर के अंदर 6 कमरे हैं तो आप उनके अंदर 6 100 वॉट के बल्ब लगाएंगे तो यह बहुत अधिक बिजली खर्च करेंगे ।अब आप 15 वॉट की एल्ईडी का प्रयोग करेंगे तो आपका बिजली बिल आधे से भी कम हो जाएगा ।
side effects of led bulbs
led light के कुछ नुकसान भी हैं। हालांकि इसके नुकसान की बात करें तो यह इसके लाभ की तुलना मे कुछ भी नहीं हैं। लेकिन फिर भी हमे एलईडी लाइट के नुकसान के बारे मे एक बार अवश्य ही जान लेना चाहिए।
1.अधिक कीमत
led light का सबसे बड़ा नुकसान तो यही है कि इसकी कीमत आम बल्ब की तुलना मे काफी ज्यादा होती है। यदि आप बाजार से एक बल्ब खरीदने के लिए जाओंगे तो आपको यह 10 से लेकर 20 रूपये के अंदर मिल जाएगा । लेकिन यदि आप एक एलईडी बल्ब लाते हैं तो उसके लिए आपको कम से कम 100 रूपये देने होंगे । लेकिन यदि आप एक अच्छी क्वालिटी का एल्ईडी लाते हैं तो इसका फायदा यह है कि यह कम से कम 5 से लेकर 10 साल तक चल जाता है। और जिससे इसकी कीमत भी रिकवर हो जाती है। और बिजली खपत भी कम होती है।
2.तापमान संवेदनशीलता
डायोड के प्रकाश की गुणवत्ता परिवेश संचालन तापमान पर अत्यधिक निर्भर करती है।उच्च तापमान पर अर्धचालक तत्वों के अंदर बदलाव होने की संभावना होती है। और इससे एलईडी मॉड्यूल से जलने की संभावना बढ़ जाती है। overheating की समस्या से निजात पाने के लिए कई हाई तापमान पर काम करने वाली एल्ईडी के अंदर फैन भी लगाया जाता है। जोकि तापमान कम करने मे मदद करता है।
3.वोल्टेज संवेदनशीलता
आपको बतादें की led light वोल्टेज मे संवेदनशीलता होती है। उसे एक निश्चित मात्रा के अंदर वेाल्टेज की आवश्यकता होती है। और रेटेड करंट की भी आवश्यकता होती है। यदि थ्रेसोड वोल्टेज के अंदर थोड़ा भी बदलाव होता है। तो एलईडी के जीवनकाल के अंदर बदलाव हो सकता है।
Voltage sensitivity
led light की सबसे बड़ी खास बात तो यह होती है कि यह वोल्टेज के प्रति संवेदनशील होती है। यदि रेटेड वोल्टेज से वोल्टेज अधिक या कम हो जाता है तो फिर led light के जीवन काल पर इसका गहरा असर पड़ता है। आमतौर पर एलईडी लाइट को एक नियंत्रित वोल्टेज की आवश्यकता होती है।
प्रकाश की गुणवत्ता
वैसे तो एल्ईडी का प्रकाश शांत और शीतल होता है। लेकिन इसके साथ समस्या यह है कि यह पूरी तरह से सूर्य के प्रकाश के जैसा नहीं होता है।ऐसे प्रकाश के अंदर कुछ खास रंग की वस्तुओं को उनके सही रंग के अंदर देखने मे समस्या होती है।
360 डिग्री प्रकाश वितरण मे समस्या
जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि एलईडी 180 डिग्री पर काम करती है। लेकिन कई जगह ऐसी होती हैं। जहां पर समान रूप से 360 डिग्री के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है।तब एलईडी का प्रयोग करना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति के अंदर आप केवल विशेष रूप से डिजाइन led light का प्रयोग करना पड़ता है।
Blue hazard
आमतौर पर led light शांत सफेद रोशनी पैदा करते हैं। लेकिन इनके अंदर ब्लू लाइट अधिक होती है। जो आंख क लिए सही नहीं होती है। आंख के लिए सुरक्षा के अंदर ANSI / IESNA RP-27.1-05 सीमा को दिया जाता है।
दक्षता में गिरावट
विद्युत प्रवाह बढ़ने पर एल ई डी की दक्षता कम हो जाती है। उच्च धाराओं के साथ हीटिंग भी बढ़ता है जिससे एलईडी का जीवनकाल भी कम हो जाता है।
कीड़े अधिक आते हैं।
यदि आप घरों के अंदर एलईडी लाइट का प्रयोग करते हैं तो उसके आस पास कीडे बहुत अधिक आते हैं। कई बार तो यह इतने अधिक हो जाते हैं कि भोजन वैगरह के अंदर पड़ने लग जाते हैं। जबकि एक आम बल्ब के की रोशनी मे यह कम आते हैं।
सर्दियों के अंदर सही नहीं
आमतौर पर आजकल वहानों के अंदर भी एलईडी लाइट का प्रयोग किया जाता है। और सर्दियों के अंदर एलईडी लाइट दिखाई नहीं देती है। जिससे एक्सीडेंट का खतरा हमेशा बना रहता है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि एलईडी लाइट और बल्ब के अंदर led light ke fayde हैं। और अंत मे हम आपको led light का प्रयोग करने की ही सलाह देंगे क्योंकि यह आम बल्ब की तुलना मे काफी बेहतर है।
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This post was last modified on March 14, 2019