मनुष्य के शरीर में कितने बाल होते हैं , मनुष्य के शरीर में कुल कितने बाल होते हैं , manushya ke sharir mein kitne baal hote hai दोस्तों एक समय ऐसा था जब हमारे पूरे शरीर पर भारी बाल हुआ करते थे ।आपने बंदरों को तो देखा ही होगा बंदर के पूरे शरीर पर बाल होते हैं। यह बाल उनके लिए आज भी फायदेमंद होते हैं। वैसे इंसान के भी पूरे शरीर पर बाल होते हैं लेकिन यह बाल बंदर के बालों के सामान नहीं होते हैं। वरन इंसान के शरीर पर जो बाल होते हैं वे कम मात्रा मे होते हैं।क्योंकि यह समय के साथ विलुप्त हो गए हैं। बाल हमारे शरीर को सर्दी से बचाने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। एक समय जब मानव बिना कपड़ों के ऐेसे ही रहता था तो उसके शरीर पर मौजूद घने बाल ही उसको सर्दी से बचाने के लिए काम आते थे ।
लेकिन जैसे जैसे मानव ने कंबल और दूसरे खाल का ओढ़ने पहनने मे उपयोग करना शूरू कर दिया वैसे वैसे शरीर के बालों मे कमी होती चली गई । फिर भी आज भी कुछ लोगों के शरीर पर बहुत अधिक बाल होते हैं।
खैर शरीर पर बालों के क्या क्या फायदे हैं इस बारे मे हम आगे बात करेंगे ।सबसे पहले यह जान लेते हैं कि इंसानी शरीर के अंदर कितने बाल होते हैं ?
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मनुष्य के शरीर में कितने बाल होते हैं manushya ke sharir mein kitne baal hote hai
यदि बात करें मनुष्य शरीर की तो मनुष्य शरीर के अंदर बहुत सारे बाल होते हैं। हालांकि सभी बालों की सटीक गिनती करना संभव नहीं है।किसी के सिर पर बालों की संख्या अलग-अलग हो सकती है। हालांकि, औसत व्यक्ति के सिर पर एक बार में लगभग 100,000 बाल होते हैं।और बालों के रंग के अनुसार भी बालों की संख्या अलग अलग हो सकती है।
बालों का रंग | बालों की संख्या |
गोरा | 150,000 |
भूरा | 110,000 |
काला | 100,000 |
लाल | 90,000 |
एक वैज्ञानिक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि औसतन 800 से 1,290 बाल प्रति वर्ग इंच तक बालों का घनत्व होता है।आपके सिर पर लगभग 100,000 बालों के रोम होते हैं । मनुष्य के शरीर पर 50 लाख बाल होते हैं।हालांकि बालों के बारे मे सही सही गणना करना संभव नहीं है। लेकिन यह एक अनुमानित संख्या हो सकती है।मानव शरीर पर उनमें से लगभग 5 मिलियन बाल हैं
कभी मनुष्य बालों से ढका हुआ था
दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च मे यह बात सामने आई है। कि कभी मनुष्य बालों से पूरी तरह से ढका हुआ था। लेकिन पहले की तुलना मे आज का मनुष्य बालों के विहीन हो चुका है। और ऐसा इस कारण हुआ क्योंकि उस समय शरीर पर बालों की बहुत अधिक जरूरत थी लेकिन वातावरण के अंदर बदलाव आने के बाद बालों की संख्या कम हो गई ।
जब धरती की भौगोलिक परिस्थितियां बदली तो तापमान बढ़ने लगा और उसके बाद इंसान सूरज की रोशनी मे अधिक समय बिताने लगा । जब तापमान बढ़ा तो पसीने से इंसान के तापमान नियंत्रण की क्षमता विकसित हुई । और उसके बाद इंसान ने दो पैरों पर चलना शूरू किया ।और उसके बाद बालों की संख्या शरीर पर तेजी से कम होती चली गई ।यह धारणा है कि शरीर पर मौजूद बाल शरीर को धूल और मिट्टी से बचाने के लिए अहम भूमिका निभाते थे ।
इसके अलावा जब शरीर पर अधिक बाल होते थे तो यह शरीर को अचानक से ठंडा और गर्म होने से रोकने का कार्य भी करते थे ।इसके अलावा यौंग अंगों के आस पास जो बाल पाये जाते हैं ।वे मनुष्य के शरीर की गंध को रोके रखने का काम करते हैं हर मनुष्य की एक अलग गंध होती है।जैसे ही छोटा बच्चा होता है वह गंध से ही अपनी माता को पहचानता है।और सिर के बाल की वृद्धिदर अन्य बालों की तुलना मे अधिक होती है। सिर के बाल काफी तेजी से बढ़ते हैं तो दाढ़ी और मूझों के बाल उतनी तेजी से नहीं बढ़ते हैं।
शरीर पर बाल होने के फायदे
दोस्तों ऐसा नहीं है कि आपके शरीर का कोई अंग ऐसे ही देदिया गया है। यदि आप ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा कि आपके शरीर पर दिये गए बाल भी काफी उपयोगी होते हैं। तो आइए लगे हाथ जान लेते हैं कि शरीर पर बाल होने के क्या क्या फायदे हैं।
त्वचा कैसर को रोकते हैं बाल
दोस्तों आपके शरीर के बाल स्कीन कैंसर से बचाने मे आपकी मदद करते हैं। यह एक वैज्ञानिक रिसर्च मे साफ हो चुका है।शरीर पर जब सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं तो इससे स्कीन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है लेकिन शरीर के बाल अल्ट्रावायलेट किरणों को 95 प्रतिशत तक रोक सकती हैं। जिससे कि स्कीन कैंसर की संभावना कम हो जाती है। हालांकि आज हम लोग कपड़ा पहनते हैं लेकिन एक समय ऐसा था जब हम ऐसे ही रहते थे उस समय बाल ही हमारी रक्षा करते थे । आज भी धरती पर कुछ प्रजाति ऐसी हैं जोकि कपड़े नहीं पहनती हैं।शरीर के बाल त्वचा कैंसर से बचाने का कार्य करते हैं।
एलर्जी को रोकने का काम करते हैं
आपने देखा होगा कि हर इंसान की नाक मे बाल होते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि यह नाक के बाल किस काम आते हैं ? असल मे नाक के अंदर जो बाल होते हैं वे सांस के साथ जाने वाले कचरे को शरीर मे जाने से रोकने का काम करते हैं। धूल के कण नाक के बालों मे अटक कर रह जाते हैं। एक तरह से यह नाक के लिए फिल्टर का काम करते हैं।यदि धूल के कण और दूसरा कचरा नाक के अंदर जाएगा तो फिर एलर्जी की समस्या हो सकती है। इस प्रकार से नाक के बाल एलर्जी से बचाने के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं।
सर्दी से बचाते हैं आपके बाल
दोस्तों जैसा कि हमने आपको उपर बताया एक समय मानव बिना कपड़ों के ही रहता था और उसके बाल ही उसके लिए सुरक्षा के माध्यम थे । बालों की मदद से ही वह खुद को गर्म रख पाता था। इसी प्रकार से सिर पर यदि हम घने बाल रखते हैं तो वह सर्दी से भी हमारे सिर की रक्षा करने का काम करते हैं। सर्दी मे कभी भी सिर उपर से ठंडा नहीं होता है। इसका कारण सिर पर मौजूद बाल ही होते हैं।इसके अलावा जिन लोगों के पूरे शरीर पर घने बाल होते हैं वे उनके पूरे शरीर को गर्म रखने मे काफी फायदेमंद होते हैं।
हालांकि अब सर्दी से बचने के लिए दूसरे साधन आ चुके हैं तो बालों का प्रयोग कम हो चुका है। पहले सर्दी से बचने के लिए स्वेटर वैगरह भी बालों की मदद से ही बनाये जाते थे ।जिस उनी स्वेटर को आप पहनते हैं वह भी बालों से ही बनी होती है।
त्वचा मे नमी को बनाए रख सकते हैं
दोस्तों त्वचा के उपर घने बाल त्वचा मे नमी को बनाए रखते हैं। और सूखी त्वचा की समस्या को यह दूर करने का काम करते हैं।कुछ लोगों को सूखी त्वचा की बहुत अधिक समस्या होती है। तो यदि आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा मे नमी बनी रहे तो इसके अंदर आपके बाल आपके लिए बेहतर मदद कर सकते हैं। यह त्वचा को नम बनाए रखने का काम भी करते हैं।
शरीर के तापमान को बनाए रखते हैं
दोस्तों त्वचा के बाल शरीर के तापमान को बनाए रखने मे भी काफी मददगार होते हैं। जब बाहर का तापमान अधिक गर्म हो जाता है तो बालों की वजह से पसीना आता है जो त्वचा को ठंडा रखने मे मदद करता है। इसी प्रकार जब तापमान कम होता है तो बाल शरीर को गर्म रखने मे मदद करते हैं।
पशु भी अपने बालों की मदद से ही शरीर के तापमान को कम करके रखते हैं। गर्मी और शर्दी दोनों के अंदर ही उनके बाल उनके लिए काफी उपयोगी साबित होते हैं। इसके अलावा ठंड मे रहने वाले जानवरों के लिए बाल वरदान साबित होते हैं। उनके शरीर पर घने बाल उनको सर्दी से बचाते हैं।
त्वचा को साफ सुथरा बनाते हैं बाल
दोस्तों अक्सर आपने देखा होगा कि जिन लोगों के चेहरे पर घने बाल होते हैं दाढ़ी अच्छी होती है उनकी त्वचा पर किसी भी प्रकार के निशान नहीं होते हैं और जिनके चेहरे पर बाल नहीं होते हैं उनकी त्वचा पर निशानों को देखा जा सकता है।चेहरे पर बने बाल त्वचा को निशानों से बचाने का काम भी करते हैं।
आंखों पर बाल आंखों की रक्षा के लिए होते हैं
दोस्तों हमारी आंखों पर भी बाल होते हैं। असल मे आंखों की पुतलियों पर जो बाल होते हैं वो आंखों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए होते हैं। आंखों मे धूल और कचरा प्रवेश कर सकता है। उसे बचाने के लिए हमारी आंखों पर बाल होते हैं।आंखों पर मौजूद बाल आंख के अंदर किसी भी तरह की धूल मिट्टी और कचरे को रोक कर हमारी आंखों की सुरक्षा करने का काम करते हैं।
इन्फेक्सन को रोकते हैं बाल
दोस्तों जब त्वचा पर बाल होते हैं तो हानिकारक बैक्टिरिया त्वचा तक नहीं पहुंच पाते हैं और त्वचा मे होने वाले इन्फेक्सन से इस प्रकार यह बचाने का काम भी करते हैं। आमतौर पर इन्फेक्सन उन लोगों को अधिक होता है जिनकी त्वचा पर बाल नहीं होते हैं या वे अपनी त्वचा के बालों को साफ कर लेते हैं।
आपके चेहरे के बाल आपको जवां दिखाते हैं
जब उम्र बढ़ने लग जाती है तो त्वचा नीचे लटकने लग जाती है। यदि चहरे की त्वचा नीचे लटक चुकी है तो यह काफी बेकार लगती है। चेहरे के बाल आपकी त्वचा की झुर्रियों को ढकते हैं। यदि आपने ध्यान से देखा होगा तो जिन लोगों के दाढ़ी होती है।उनके चेहरे पर झुर्रियां दिखाई नहीं देती हैं।इस प्रकार से आपके चेहरे के बाल आपकी सुंदरता को बढ़ाने मे भी काफी उपयोगी साबित होते हैं।
नीचे के बालों के फायदे
हमारे शरीर के नीचे जननांगों के पास भी बाल होते हैं।यह बाल कई तरीकों से फायदेमंद होते हैं।यह त्वचा को नम तो रखते ही हैं। इसके साथ ही इन्फेक्सन से बचाने का काम भी करते हैं।
हमारी त्वचा विशेष प्रकार की गंध को स्त्रावित करती है।और नीचे के यह बाल उस गंध को सोख लेते हैं। यदि नीचे बाल नहीं होंगे तो बूदबू बढ़ जाएगी जोकि बेकार गंध प्रदान करेगी ।
आपको पता होगा कि नीचे शुक्राणु की रक्षा के लिए एक तरह से विशेष तापमान की आवश्यकता होती है।जब नीचे बाल नहीं होंगे तो शुक्राणू ठीक तरह से नहीं पनप पाएंगे । नीचे के बाल तापमान को सही रखने मे काफी मददगार होते हैं।इसके अलावा नीचे के बाल त्वचा को नम बनाए रखते हैं। यदि बाल नहीं होंगे तो त्वचा के अंदर फोड़े भी विकसित हो सकते हैं।
बालों के बारे मे रोचक तथ्य
दोस्तों अब तक हमने यह जाना की शरीर पर बाल होने के क्या क्या फायदे होते हैं।आइए अब हम बालों से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे मे जानते हैं।
- काला दुनिया के अंदर बालों का एक मात्र रंग होता है। और 1 प्रतिशत आबादी के बाल ही केवल काले होते हैं।दूसरे जो सबसे अधिक रंग के बाल होते हैं उनका रंग गौरा होता है।
- आपके हाथ ,पैर और होंठों को छोड़कर शरीर के किसी भी हिस्से के अंदर बाल उग सकते हैं।पैरों के तलवों और हथेलियों मे बाल नहीं उगते हैं।
- बाल काफी लोचदार होते हैं। और यदि बाल गिले हो जाते हैं तो यह अपनी लंबाई का 30 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं।
- नहाते समय हर दिन आमतौर पर 40 से 150 तक बाल झड़ जाते हैं।
- एक महिला अपने बालों को धोने, सुखाने और स्टाइल करने में औसतन सप्ताह में 1 घंटा 53 मिनट का समय लेती है। जब तक वह 65 वर्ष की होगी, तब तक वह अपने जीवन के 7 महीने अपने बालों को करने में लगा चुकी होगी।
- अस्थि मज्जा के बाद मानव शरीर के अंदर सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाल ही होता है।
- आपके बाल केराटिन नामक एक पदार्थ से बने होते हैं।
- औसतन, बाल .3 – .5 मिमी प्रति दिन, 1.25 सेंटीमीटर या 0.5 इंच प्रति माह और 15 सेंटीमीटर या 6 इंच प्रति वर्ष बढ़ते हैं।
- जब आप बालों को बढ़ाने की कोशिश करते हैं तो कमर तक बाल आने मे 7 साल लग जाते हैं और कंधे तक बाल आने मे करीब 3 साल का समय लग जाता है।
- 2007 में सैन फ्रांसिस्को खाड़ी में कुस्को बुसान तेल रिसाव के बाद तेल को अवशोषित करने के लिए बालों का प्रयोग किया गया था।
- बालों का एक किनारा समान व्यास वाले तांबे के तार से भी अधिक मजबूत होता है।
- बालों के अंदर 50 प्रतिशत कार्बन, 21 प्रतिशत ऑक्सीजन, 17 प्रतिशत नाइट्रोजन, 6 प्रतिशत हाइड्रोजन और 5 प्रतिशत सल्फर होता है।
- 90% जापानी लोग दिन में दो बार अपने बाल धोते हैं, 80% उत्तरी अमेरिकी दिन में दो बार अपने बाल धोते हैं, और केवल 25% यूरोपीय आबादी अपने बाल रोजाना धोती है।
- आपको बतादें कि हमारे बालों की उम्र 5 साल होती है और यह हर समय बढ़ना जारी रखते हैं।
- एक बाल जब झड़ जाता है तो वह फिर से उग आता है। बाल आमतौर पर 20 बार ऐसा कर सकते हैं।
- जब हम गर्भ मे 5 महिने के होते हैं तो पूरे शरीर मे बालों के रोम बनने शूरू हो जाते हैं।
- प्राचीन रोम की महिलाएं बालों को सूखाने के लिए कबूतर का इस्तेमाल करती थी। हालांकि आधुनिक समय मे बालों को सूखाने के लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल किया जाता है।
नकली बाल का उपयोग
दोस्तों मार्केट मे बालों का भारी बिजनेस होता है।बालों का कारोबार 2,500 करोड़ रुपये का बताया जाता है. इस व्यापार में हर साल कम से कम 10% की वृद्धि हो रही है।हमारे देश से हर साल लगभग 400 मिलियन डॉलर के बाल सप्लाई होते हैं। और आपने देखा होगा कि गांव गांव शहर शहर मे फैरीवाले आते हैं और बाल खरीदते हैं। बालों के बदले बर्तन वैगरह देदेते हैं। और उसके बाद उन बालों को एकत्रित करके । दूसरे बड़े प्यापारियों को बेच दिया जाता है।उसके बाद बालों की सप्लाई बड़े शहर जैसे दिल्ली और कोलकता मे होते हैं जहां से बालों को निर्यात कर दिया जाता है।
मार्केट मे ऐसे बालों की मांग अधिक होती है जोकि नैचुरल होते हैं।लंबे बालों की कीमत अधिक होती है।और बालों की मदद से कई चीजों को बनाया जाता है।
दोस्तों आपको बतादें कि बालों की बिक्री के मामले मे मंदिर सबसे आगे रहते हैं।मंदिरों के अंदर बाल चढ़ाये जाते हैं।2014 में तिरुपति मंदिर से ही 220 करोड़ के बालों की बिक्री हुई. 2015 में तिरूमाला तिरुपति देवास्थान ने 74 करोड़ बालों को बेचकर कमाए थे ।जानकारों का मानना है कि दक्षिण भारत के लोग बालों से अधिक छेड़छाड़ नहीं करते हैं। जिससे कि उनके बालों की कीमत अधिक होती है।
तिरुपति मंदिर मे बालों को सन 2018 मे निलामी के लिए रखा गया था। यहां पर तीन प्रकार के बाल मौजूद थे । 31 इंच और उससे लंबे बाल 8300 किलो बाल निलामी के लिए रखे गए जिनमे से 1600 किलो की निलामी हुई और 356 करोड़ रूपये मंदिर को प्राप्त हुए थे ।
16-30 इंच लंबे बाल 2000 किलो बिके जिसके अंदर लगभग 3 करोड़ रूपये प्राप्त हुए थे ।
10-15 इंच लंबे बाल- 3014 रुपये प्रति किलो की दर से 24 लाख रूपये कमाए ।
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आपने हमे बहुत अच्छी जानकारी दी। धन्यवाद