matri shabd roop in sanskrit ,मातृ शब्द के रूप ,ऋकारान्त स्त्रील्लिंग संज्ञा, सभी ऋकारान्त स्त्रील्लिंग संज्ञापदों के शब्द रूप के बारे मे नीचे दिया गया और आप इसको देख सकते हैं और जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आएगा ।
matri shabd roop in sanskrit मातृ शब्द के रूप
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | माता | मातरौ | मातरः |
द्वितीया | मातरम् | मातरौ | मातॄः |
तृतीया | मात्रा | मातृभ्याम् | मातृभिः |
चतुर्थी | मात्रे | मातृभ्याम् | मातृभ्यः |
पंचमी | मातुः | मातृभ्याम् | मातृभ्यः |
षष्ठी | मातुः | मात्रोः | मातॄणाम् |
सप्तमी | मातरि | मात्रोः | मातृषु |
सम्बोधन | हे मातः! | हे मातरौ! | हे मातरः! |
जब मातृत्व की बात आती है, तो ऐसी कोई परिभाषा नहीं है जो सभी के लिए उपयुक्त हो। कुछ माताएँ घर पर रहती हैं जबकि अन्य घर से बाहर काम करती हैं। कुछ माताओं के बच्चे स्वाभाविक रूप से होते हैं जबकि अन्य प्रजनन उपचारों को अपनाती हैं या उनका उपयोग करती हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस प्रकार की माँ हैं, एक होने के बारे में बहुत सारी जानकारी होने की संभावना है। इस लेख में, हम माताओं के बारे में कुछ सबसे सामान्य प्रश्नों का पता लगाएंगे और आपको कुछ अलग प्रकार की माताओं के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
दोस्तों वैसे आप माता के बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं माता ही होती है जोकि हमको अपने पेट के अंदर 9 महिने तक रखती है। पिता का काम तो सिर्फ पैसा कमाना होता है वह काम करता है लेकिन हमारी देखभाल तो माता ही करती है। आप इस बात को अच्छी तरह से जानते ही हैं। और आप इस बात को समझ भी सकते हैं।
जिस प्रकार से हम छोटे होते हैं तो अपनी माता के बिना नहीं रह सकते हैं। क्योंकि उसम समय हमारी माता हमारी जरूरत होती है। लेकिन जैसे जैसे बड़े होते जाते हैं माता को भूलने लग जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और कुछ महान लोग तो इस प्रकार के हो जाते हैं जोकि अपनी ही माता को भला बुरा कहने लग जाते हैं। और कल की आई पत्नी के बहकावे के अंदर आकर अपनी माता को ही गलत समझने लग जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। तो दोस्तों माता के दिल को ठेस तो पहुंचती है। उनको सब पता रहता है कि कौन आपको सिखा रहा है। अक्सर यह बात
कई घरों के अंदर देखने को मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आपके घर के अंदर यदि यह बात है तो आपको कोई आश्चर्य नहीं करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। लेकिन एक माता अपने बेटी बेटा को पालती है तो बूढ़ापे के अंदर उनकों सहारा देना उनका कर्त्तव्य होता है। आपने ऐसी घटनाएं देखी होगी जिसके अंदर बेटी किसी दूसरे लड़के के साथ भाग जाती है और उसे यह लगता है कि उसका सब कुछ वह लड़का ही है। और वह अपने माता पिता की इज्जत उछालते हैं। लेकिन इस तरह के लोग कभी भी सुखी नहीं रह सकते हैं। और हमारे समाज मे यदि लड़की को माता पिता का स्पोर्ट होता है तो उसके बाद कोई उसके साथ गलत नहीं करता है। पहले तो लड़कियां घर से भाग जाती हैं और उसके बाद जब पति उनकी अच्छी कुटाई करता है। क्योंकि पति को भी पता चल जाता है कि अब इसके समर्थन के अंदर बोलने वाला कोई नहीं है तो फिर यही होगा । अब बेचारी लड़की को समझ आ जाता है कि उसने लगत फैसला लिया है।
लेकिन तब तक बहुत अधिक देर हो चुकी होती है और कुछ भी नहीं किया जा सकता है। यदि आप भी यह सोच रही हैं कि आप घर से भाग कर शादी कर लेती हैं तो आप गलत सोच रही हैं। ऐसे बहुत कम लड़के होते हैं जोकि सही हैं तो वह घर से भाग कर शादी करेंगे ही नहीं । क्योंकि उनको अपने माता पिता की इज्जत काफी
अधिक प्यारी होती है। ऐसी स्थिति के अंदर वे अपने माता पिता की इज्जत को धूल मे मिलाने का काम करेंगे ही नहीं । आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और घर से भागने का काम अक्सर वेही लोग करते हैं जिनको इज्जत से कोई मतलब ही नहीं होता है।
और इस तरह के लोगों के साथ कोई लड़की अधिक समय तक खुश नहीं रह सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यह लड़के जरूरत के अनुसार आपको भगा कर ले जाते हैं। और केयर असल मे वह नहीं होती है जब जरूरत होती है तब करते हैं। जब आपको जरूरत ही नहीं है। उसके बाद भी यदि आप केयर करते हैं तो वही असली केयर होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप असली बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए । कि आप सिर्फ इसलिए अपने घर से ना भागें कि आप किसी से प्यार करते हैं।
अपने माता पिता को साथ लेकर ही आपको शादी करनी चाहिए । यदि आप एक लडकी हैं तो नहीं तो आपके लिए काफी अधिक समस्या हो सकती है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । यदि आप नहीं समझती हैं तो फिर समय आने पर आपको सब कुछ समझ आ जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।खैर यदि आपके माता पिता बूढ़े हो चुके हैं तो उनकी सेवा आपको करनी चाहिए । और उनको किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं करने देनी चाहिए । कुछ लोग तो अपने माता पिता के साथ बहुत ही बुरा बर्ताव करते हैं और वे उनको बूढ़ापे के अंदर अनाथ आश्रम के अंदर छोड़कर चले आते हैं जिसकी वजह से काफी अधिक परेशानी होती है उनको लेकिन आपको पता ही है कि उनकी सुनने वाला कोई भी नहीं होता है। पर क्या किया जा सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप एक अच्छे बेटा या बेटी हैं तो आपको अपने माता पिता को कहीं पर भी जाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
इस तरह से माता पिता का आपको पूरा ध्यान रखना चाहिए । यदि आप यह सब नहीं करते हैं तो आप एक अच्छी संतान नहीं हैं। इस तरह का काम तो राक्षसों का होता है जोकि अपने माता पिता का अपमान करने से भी नहीं चुकते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।