मैमोरी लोस के कई कारण होते हैं। आज हम मैमोरी लोस के कारणों की बात करने वाले हैं।
Table of Contents
1.दवाओं के प्रभाव से
जिन दवाओं का प्रयोग हम रोगों के इस्तेमाल के लिये करते हैं। उनके साईड effect की वजह से भी मैमोरी लोस हो सकता है। इन दवाओं का अधिक प्रभाव बुजुर्ग लोगों पर पड़ता है। इसमे कुछ दवाएं
लिखत रोगों के अंदर ली जाती हैं।
1.antidepressants
2 पार्किसंस विरोधी दवांए
3 चिंता विरोधी दवांए
4 नसीले पदार्थ
5 हर्ट के उपचार मे प्रयोग ली जाने वाली दवाओं से
2. डिप्रेसन
डिप्रेसन की वजह से भी मैमोरी लोस हो सकता है। pseudod ementia यह अल्माईजर रोग के साथ जुड़ा हुआ है।
pseudod ementia उदास मन से शूरू होता है। और व्यक्ति मैमोरी और एकाग्रता की शिकायत करता है। दुखी या चिंतिंत रहने लगता है। अल्माईजर से संबंधित अवसाद मे मानसिक गिरावट पहले होती है।
3.विटामिन बी 12 की कमी
इसकी कमी से भी मैमोरी लोस हो सकता है। हांलाकि यह दुलर्भ कारण है। संघातिक अरक्तता के पहला लक्षण सुस्ती चिड़चिड़ापन और उदासीनता है। संघातिक अरक्तता के कुछ लक्षण निम्न प्रकार हैं।
1. पीले रंग की त्वचा
2.थकान
3. सिर दर्द
5. स्तब्ध हो जाना
6. हाथ और पैर मे झुनझुनी
संघातिक अरक्तता विटामिन बी 12 की कमी से नहीं होती है। क्योंकि यह अंडे मांस मछली के अंदर पाया जाता हैं किंतु व्यक्ति भोजन से इस विटामिन को अवशोषित नहीं कर पाता है।
4.टयूमर
यह एक घातक कैंसर होता है। यह आस पास के उतकों को डेमेज कर देता है। ब्रेन टयूमर दिमाग के संज्ञानात्मक कार्य पर बूरा प्रभाव डालता है। इस प्रकार के टयूमर से भी मैमोरी लोस हो सकता है।
5.Hematomas
यह रक्त की वजह से थक्का बनने से होता है। यह दिमाग के सबडुराल ऐरिया के बीच होता है। यह अल्माईजर रोग की नकल कर सकता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति कोमा के अंदर जा सकता है। और व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
गम्भीर चोट की वजह से भी रक्त का थक्का जम सकता है लेकिन बुजुर्ग के अंदर छोटी मोटी चोट से भी हो सकता है।
6.Thyroid disease
यह बिमारी हार्मोन के अधिक या कम स्त्राव की वजह से हो सकती है। यह बिमारी भी मैमोरी लोस पैदा कर सकती है।
7.शराब खोरी
वर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम शराबियों के भूलने की बिमारी का नाम है। लम्बी अवधि के कुपोषण का परिणाम है। अधिक शराब हमारे दिमाग पर सीधा असर डालता है। इसकी वजह से मैमोरी लोस होता है।
8.अल्जामाइर
इसकी वजह से भी मैमोरी लोस होता है। नई जानकारी को वापस बुलाने मे कठिनाई होती है। संज्ञानात्मक गिरावट हो जाती है। कठिन निर्णय लेने मे समस्या होती है। व्यक्ति के अंदर चिड़चिड़ापन विकसित हो जाता है।
9.Vascular dementia
अपर्याप्त रक्त प्रवाह की वजह से धमनियों की दीवारों पर वसा जमा हो जाती है। और उत्तक मर जाते है। यह रोग निम्न प्रकार के रोगियों के अंदर अधिक होता है।
1.हर्ट रोगियों मे
2.मधुमेह रोगियों मे
10.पार्किसंस रोग
यह रोग डोपामाइन की वजह से होता है। इस रोग से कुछ लोगों मे पागलपन का विकास भी हो सकता है। यह दिमाग के लिम्बकी और क्रिटिकल क्षति से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है। हांलाकि इस रोग की शारीरिक लक्षणों को दवाओं के प्रयोग से नियंत्रित किया जा सकता है। किंतु मानसिक लक्षणों कोनियंत्रित नहीं किया जा सकता ।
11.हटिंग्टन
यह असामान्य व्यवहार से जुड़ा हुआ रोग है। यह एक जीन की वजह से होता है। इसमे रोगी के अंदर चीड़चिड़ापन आक्रमकता आ सकती है।