क्या आपको पता है मेंढक कितने प्रकार के होते हैं different type of frogs

‌‌‌इस लेख के अंदर हम बात करने वाले हैं कि मेंढक कितने प्रकार के होते हैं। दोस्तों आप मेंढक के बारे मे जानते ही होंगे । मेंढक एक ऐसा जीव है जो जल और थल दोनों के अंदर रह सकता है। बारिश के दिनों मे मेंढक आपको टर्र टर्र करते हुए मिल जाएंगे ।‌‌‌बहुत कम लोग जानते हैं कि मेंढक कितने प्रकार के होते हैं? ‌‌‌बहुत से लोगों ने तो घरों के अंदर पाया जाने वाला आम मेंढक ही देखा है।‌‌‌मेंढक का सबसे पुराना जीवाश्म  “प्रोटो-मेंढक” मेडागास्कर के शुरुआती ट्राइसिक में मिला है।

उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में मेंढक सबसे ज्यादा रहते हैं।इनकी लगभग 6,300 से अधिक प्रजातियां हैं, जो लगभग 88% विलुप्त उभयचर प्रजातियों के लिए जिम्मेदार हैं।‌‌‌मेंढक आमतौर पर पानी के अंदर अंडे देते हैं। लेकिन कुछ मेंढक की प्रजातियां भूमी पर भी अंडे देती हैं।मेंढक के भोजन की बात करें तो  मेंढक मांसहारी  और शाकहारी व सर्वाहरी होते हैं।

‌‌‌मेंढक को मनुष्य द्वारा भोजन के रूप मे भी खाए जाते हैं।सन 1950 ई के बाद मेंढक की प्रजातियों के अंदर तेजी से गिरावट आई है। और ऐसा माना जा रहा है कि इनकी एक तिहाई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं।‌‌‌इन सबके अलावा मेंढकों के अंदर बीमारी की समस्याएं बहुत बढ़ रही हैं और उनमे कवक रोग, chytridiomycosis फैल रहे हैं।

मेंढक कितने प्रकार के होते हैं Darwin’s frog

‌‌‌इस मेंढक को दक्षिणी डार्विन का मेंढक भी कहा जाता है।चिली और अर्जेंटीना मे यह पाया जाता है।‌‌‌यह मेंढक चिली मे कॉनसेपियोन प्रांत से लेकर पैलेना प्रांत तक और अर्जेंटीना में नुएक्वेन प्रांत और रियो नेगॉन प्रांत तक फैले हुए हैं।जो समुद्र तल से 1,100 मीटर उंचाई पर है। यह दलदल और धीमी गति से बहने वाली धाराओं मे रहना पसंद करते हैं।

By Mono Andes – Flickr, CC BY-SA 2.0, wiki

1841 में फ्रांसीसी प्राणी विज्ञानी आंद्रे मैरी कॉन्स्टेंट डुमरील और उनके सहायक गैब्रियल बिब्रॉन के द्वारा इसका वर्णन पहली बार किया गया था।

इसका नाम चार्ल्स डार्विन के नाम पर रखा गया है। क्योंकि एचएमएस डॉग यात्रा के दौरान उन्होंने इसको खोजा था।‌‌‌यह मेंढक भूरे या हरे रंग का होता है।इसकी  स्नूट-टू-वेंट की लंबाई 2.2 से 3.1 सेमी होती है।उदर की सतह काली और सफेद होती है, जिसमें बड़े धब्बे होते हैं।इसका सर त्रिकिणिय आकार का होता है।इनके अंग लंबे और पतले होते हैं।

‌‌‌यह मेंढक कीड़े और अन्य आर्थ्रोपोड को खाते हैं।इनको अपने शिकारियों से बचना भी बहुत अच्छी तरह से आता है। शिकारियों से बचने के लिए यह छल का प्रयोग करते हैं। यह जमीन पर चिपक जाने के बाद एक पड़े हुए पत्ते की भांति दिखाई देते हैं।‌‌‌मादा डार्विन मेंढक कूड़े के अंदर लगभग 40 अंडे देती है और नर मेंढक उनकी रखवाली करते हैं।नर उनकी तीन सप्ताह तक रक्षा करते हैं।उसके बाद जब वे हिलने लग जाते हैं तो उनको मुखर थैली के अंदर रखा जाता है।

‌‌‌मेंढक के प्रकार goliath frog in hindi

‌‌‌इस मेंढक को गोलियत बुलफॉग या विशाल फिसलन वाले मेंढक के नाम से भी जाना जाता है।‌‌‌इनका वजन 3.25 किलोग्राम तक हो सकता है। यह प्रजाति  कैमरून और इक्वेटोरियल गिनी जैसे छोटे स्थानों पर पाई जाती है।‌‌‌इनके निवास स्थान के विनाश होने की वजह से इनकी संख्या मे भी तेजी से कमी आ रही है।

By Ryan Somma – originally posted to Flickr as Goliath Frog, CC BY-SA 2.0, wiki
  • थूथन-वेंट की लंबाई 17 और 32 सेमी के बीच होती है।
  • इनकी आंखों का व्यास 2.5cmतक होता है।
  • इनके अंडे अन्य मेंढकों के जैसे होते हैं।
  • पेट और अंगों का उदर भाग पीला या नारंगी होता है।
  • यह बहुत अच्छे से सुन सकते हैं।
  • इनमे कोई मुखर थैली नहीं होती है।
  • गोलियत मेंढक जंगली में 15 साल तक रह सकता है। कैद में, वे 21 साल तक रह सकते हैं।
  • इसको मनुष्य और जानवरों के द्वारा शिकार किया जाता है।

‌‌‌इन मेंढक की प्रजाति पर सबसे  अधिक शिकार का खतरा है।क्योंकि यह जहां पर पाये जाते हैं वहां पर इनको भोजन के एक स्त्रोत के रूप मे देखा जाता है।IUCN ने इसके संरक्षण के लिए प्रयास किये हैं।‌‌‌हालांकि इनको चिड़िया घरों के अंदर भी पाला गया है। किंतु यह वहां पर अधिक समय तक तो जीवित रह सकते हैं लेकिन नवर्स हो जाते  हैं।

Northern Leopard Frog

By Brian Gratwicke – wiki

कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के  अंदर तेंदुआ मेंढक पाए जाते हैं।‌‌‌यह मेंढक की काफी बड़ी  प्रजाति होती है जो 11 सेंटीमीटर तक पहुंच जाती है।देखने मे उपर से शरीर का रंग एक तेंदवे के जैसा दिखता है। इसके शरीर के उपर गोल काले धब्बे होते हैं। उदर की सतह सफेद या हल्के हरे रंग की होती है।‌‌‌वैसे तो उत्तरी तेंदवे मेंढक कई रंग रूप लिए  हुए होते हैं।सबसे आम दो हरे और भूरे रंग के मोर्फ हैं।

उत्तरी तेंदुए मेंढकों के निवास स्थानों की बात करें तो यह कई जगहों पर रहते हैं। जैसे  तालाबों, दलदलों, दलदल और धीमी गति से चलने वाली नदियों में पूरे जंगल। वे आमतौर पर वनस्स्पतियों वाले स्थानों पर निवास करते हैं,गर्मी  के दिनों मे तालाब को छोड़कर घास वाले स्थानों पर चले जाते हैं।‌‌‌यह समुद्र तल से 3,000 मीटर की उंचार्ई पर  पाये जाते हैं।

उत्तरी तेंदुए मेंढक वसंत (मार्च-जून) में प्रजनन करते हैं।पश्चिमी कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के अंदर यह मेंढक कभी बहुत बड़ी संख्या के अंदर पाये जाते थे । लेकिन सन  1970 ई के  बाद इनकी संख्या मे तेजी से गिरावट होनेलगी ।‌‌‌यह मेंढक  राइबोन्यूक्लाइजेस नामक एक एंजाइम पैदा करता करता है। जोकि कैंसर के उपचार मे काम आता है। इसके अलावा इस मेंढक का उपयोग दवा बनाने के लिए भी किया जाता  है।

Argentine horned frog

By Melanie Mae Bryan from Greensboro, NC, USA – [1], CC BY 2.0, wiki

‌‌‌यह एक अनोखी  प्रजाती है। यह सींग वाले मेंढक होते हैं। जैसे  दक्षिण अमेरिका ,अर्जेंटीना , उरुग्वे और ब्राजील  स्थानों पर यह सबसे आम प्रजाति है।यह बहुत ही भयानक मेंढक है और कीड़े , कृंतक, छिपकली जैसे जंतुओं को निगलने की कोशिश कर सकता है।‌‌‌

इन मेंढक का जीवन काल 7से 8 साल तक होता है।। लेकिन कैद के अंदर यह 10 साल सें अधिक समय तक रह सकते हैं।अर्जेंटीना के सींग वाले मेंढक की मादा पानी में लगभग 2,000 अंडे जमा करती है और दो सप्ताह के भीतर वे टैडपोल बन जाती हैं।‌‌‌सींग वाले मेंढक की प्रमुख विशेषता इनका  मुख होता है जो इनके शरीर का आधा हिस्सा होता है।इनका रंग  गहरा हरा और आंशिक रूप से काला हो सकता है।

Poison Dart Frog

‌‌‌इसको ज़हर तीर मेंढक या फिर डार्ट-ज़हर मेंढक के नाम से जाना जाता है।यह मेंढक  उष्णकटिबंधीय मध्य और दक्षिण अमेरिका के मूल निवासी हैं।‌‌‌यह मेंढक चमकिले शरीर  के होते हैं।मेंढक की इस प्रजाति के अंदर जहर होता  है।हालांकि कुछ प्रजाति ज्यादा जहरीली होती हैं तो कुछ कम जहरीली होती हैं।जहर डार्ट मेंढक की अधिकांश प्रजातियां छोटी होती हैं और इनकी लंबाई की बात करें तो 1.5  सेमी से कम होती है हालांकि कुछ प्रजातियों की लंबाई  ‌‌‌6 सेमी  तक होती है। 

‌‌‌यह मेंढक आमतौर पर अपने अंडे पौधों और  पतियों के बीच देते हैं।एक बार बच्चे निकलने के बाद वे पौधों के पास एकत्रित होते हैं। और वे यहां पर तब तक बने रहते हैं जबतक की उनक कायापलट नहीं हो जाता है।

   ‌‌‌इन मेंढक का निवास स्थान बोलीविया , कोस्टा रिका , ब्राजील , कोलंबिया , इक्वाडोर , वेनेजुएला , सूरीनाम , फ्रेंच गुयाना , पेरू , पनामा , गुयाना , निकारागुआ  आदि स्थानों पर होता है।  ‌‌‌यह मेंढक अपनी शिकारियों से रक्षा करने के लिए त्वचा से  एलोफिलीओलोटॉक्सिन 267 ए , बैट्राचोटॉक्सिन , एपिबेटिडाइन , हिस्टेरिकोटॉक्सिन और प्यूमिलियोटॉक्सिन 251 डी जैसे विषाक्त पदार्र्थ पैदा करते हैं।

‌‌‌इन  मेंढकों के जीवन काल के बारे मे अभी भी बहुत कम वैज्ञानिक रिसर्च हुए हैं।  प्राप्त जानकारी के अनुसार  इनका जीवन काल 1 साल से 3 साल तक का होता है। हालांकि कुछ आंकड़े यह बताते हैं कि इनका जीवन काल 24 साल तक होता है। हालांकि यह आंकड़े संधिग्ध लग रहे हैं।

Tree Frogs

By Christoph Leeb, CC BY-SA 3.0, wiki

‌‌‌यह मेंढक की एक ऐसी प्रजाति  है जो पेड़ों पर अपने जीवन को व्यतीत करती है। देखने मे यह पेड़ के रंग की ‌‌‌तरह दिखती है।यह मेंढक पेड़ों पर अपने घोसले बनाकर रहते हैं और बहुत ही कम जमीन पर उतरते हैं।‌‌‌पेड़ों पर रहने वाले यह मेंढक  अपने कलर  को बदल सकते हैं।उदाहरण के लिए ग्रे ट्री मेंढक ( हिले वर्सिकलर ) अपने रंग को हरे से ग्रे से पीले में बदल सकता है।यह मेंढक आमतौर पर छोटे होते हैं जिसकी वजह से यह पेड़ों की शाखाओं पर आसानी से रह सकते हैं।

‌‌‌यह आमतौर पर पतले होते हैं और इनके पैर की उंगलियों पर अच्छी तरह से विकसित डिस्क होंती  है।पेड़ पर रहने वाले मेंढक भी कई प्रकार के होते हैं। जैसे आम पेड़ मेंढक ,पाउडर ग्लास मेंढक ,आइड मेंढक आदि ।

Wood Frogs

By Brian Gratwicke – Lithobates sylvaticus (Woodfrog), CC BY 2.0, wiki

‌‌‌लकड़ी के मेंढक  Lithobates sylvaticus या Rana sylvatica यह उतरी अमेरिका और पूर्वी दक्षिणी कैरोलिना तक इनका निवास स्थान है।‌‌‌लकड़ी के मेंढक की लंबाई आमतौर पर 51 से 70 मिमी तक होती है।मादा नर से बड़ी  होती है।लकड़ी के मेंढक भूरे रंग के होते हैं।और कुछ का रंग जंग की तरह होता  है।यह मेंढक अपने  रंग को बदलने मे सक्षम होते हैं।उत्तरी अमेरिका में लकड़ी के मेंढक के समान दूसरी कोई प्रजाति नहीं है।

‌‌‌यह मेंढक उत्तरी जॉर्जिया और पूर्व में कनाडा से लेकर पश्चिम में अलास्का और दक्षिणी ब्रिटिश कोलंबिया मे पाया जाता है।अलास्का के अंदर  यह सबसे ज्यादा मात्रा मे पाये जाते हैं।‌‌‌लकड़ी के मेंढक कई  चीजों का सेवन करते  हैं। जैसे टैडपोल पौधे डिट्रिटस और शैवाल ,उपभयचरों के लार्वा और अंडे भी खाते हैं।‌‌‌यह मेंढक अधिक ठंड को आसानी से सहन कर सकते हैं। क्योंकि इनके शरीर की बनावट इसी प्रकार से होती है।

Strecker’s Chorus Frog

By Stanley Trauth – clapphoto, CC BY-SA 2.5, wiki

स्यूडैक्रिस स्ट्रेकर दक्षिण मध्य संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण केंसास से लेकर दक्षिण पूर्व संयुक्त राज्य अमेरिका के ओक्लाहोमा और पूर्व में अरकंसास जैसे स्थानों  पर पाये  जाते हैं।स्ट्रेकर के कोरस 1.5 इंच के आकार को प्राप्त करते हैं।यह  हल्के भूरे रंग के हो सकते हैं।इनके अंडरसाइड आमतौर पर सफेद रंग के होते हैं, जो कि ग्रोइन क्षेत्र के आसपास पीले या नारंगी रंग के होते हैं ।

Carpenter frog

Lithobates virgatipes मेंढक पूर्वोत्तर फ्लोरिडा के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका के अटलांटिक तट के तटीय मैदान मे पाये जाते हैं।इनकी  पूंछ भूरे रंग की होती है। और इनका शरीर भूरे रंग का होता  है , बढ़ई मेंढक का आकार हथौडे जैसा होता है। इस वजह से इसको बढ़़र्ई मेंढक कहा जाता है।फ्लोरिडा मे भी यह मेंढक पाये जाते हैं । यह बहुत ही  कम जमीन  पर रहते  हैं।आमतौर पर यह अम्लिए पानी के अंदर ही रहते हैं।‌‌‌इन मेंढक को मेंढक सरू के तालाबों, इंटरड्यूनल स्वैल्स, टुपेलो दलदलों, एसिड दलदलों, नहरों में देखा गया है।

‌‌‌बढ़र्ई मेंढक 2 से तीन महिने के बीच  प्रजनन करते हैं। यह अप्रेल  के अंत मे गर्म मौसम की शूरूआत के साथ होता है।जुलाई के अंत या अगस्त की  शूरूआत तक जारी  रहता है । यह मेंढक बढ़ई मेंढक जलीय कीड़ों और क्रेफ़िश और मकड़ियों को खाते हैं।

Southern leopard frog

By Bob Warrick – Own work, CC BY-SA 4.0,wiki

Lithobates sphenocephalus मूल रूप से उत्तरी अमेरिका के अंदर पाई जाती है।यह मेंढक 13 सेमी लंबा होता है।यह हरे या भूरे रंग के होते हैं।इसके गोल गहरे धब्बे पीठ पर होते हैं।इसमे नर की मुखर थैली गोलाकार होती है।परिपक्व होने से पहले यह 7.6 सेमी तक बढ़ता है।

यह प्रजनन के बाद लगभग 1500 तक अंडे देते हैं।यह उथले या मीठे पानी के आस पास रहते हैं। हालांकि यह थल पर भी रह सकता है।गर्म महिनों के दौरान यह पानी से दूर रहता है।वैसे यह निशाचर होता है लेकिन वर्षा के दौरान दिन मे भी सक्रिय हो सकता है।फ्लोरिडा , उत्तरी अमेरिका,बहामा जैसी जगह पर यह पाया जाता है।

Northern cricket frog

By Patrick Coin (Patrick Coin) – Photograph taken by Patrick Coin, CC BY-SA 2.5,
wiki

Acris crepitans संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिकों के अंदर पाये जाते हैं। इनकी तीन मान्यता प्राप्त उपजातियां हैं।यह अलग अलग रंगों के होते हैं।आमतौर पर पैरों पर डार्क बैंडिंग होती है और आंख के पास से फोरलेग के आधार तक एक सफेद पट्टी होती है। त्वचा में एक ऊबड़ बनावट  होती है।

‌‌‌यह वर्षा के दिनों मे अधिक सक्रिय होते हैं।एक बार मे यह 3 फीट तक छलांग लगाने मे सक्षम होते हैं जो इनको शिकारियों से बचने मे मदद प्रदान करता है।यह कीड़े ,मछलियों और छोटे जीवों का शिकार करते हैं।‌‌‌इनमे प्रजनन  मई से जुलाई तक होता है ।

Tomato Frog

By The original uploader was Firereptiles at English Wikipedia. – Transferred from en.wikipedia to Commons., Attribution, wiki

‌‌‌टमेटो मेंढक बहुत ही खास होता है। यह टमाटर रंग का लाल होता है। जब कोई शिकारी इस मेंढक को पकड़ लेता है तो यह एक पदार्थ को छोड़ता है और उसके अंदर विष होता है। जिससे शिकारी का मुंह सुन्न हो जाता है और उसके बाद शिकारी इसको छोड़ देता है। इस प्रकार से यह शिकारियों से अपनी रक्षा करता है।‌‌‌हालांकि यह पदार्थ इंसानों को मारता नहीं है लेकिन कभी कभी गम्भीर एलर्जी का कारण बन जाता है।

‌‌‌टमेटो मेंढक की उम्र 6 से 8 साल तक होती है। वयस्क होने पर यह पीले या नारंगी रंग से भिन्न हो सकते हैं।यह 14 महिने के अंदर यौन परिपक्व हो जाता है।मादाएं नर से बड़ी होती हैं। इनकी लंबाई 4 इंच तक जा सकती हैं।

‌‌‌इनमे मादाएं गहरे लाल रंग के साथ चमकदार होती हैं लेकिन पुरुष उतने चमकीले रंग के नहीं होते हैं, लेकिन एक नीरस नारंगी या भूरे-नारंगी रंग के होते हैं। यह वर्षा के मौसम मे प्रजनन करते हैं । यह लुप्त प्राय प्रजातियों के अंदर आता है।

मेंढक कितने प्रकार के होते हैं Panamanian golden frog

By Brian Gratwicke – Panamanian Golden Frog – Atelopus zeteki, CC BY 2.0,
wiki

एटलोपस ज़ेटेकी पनामियन गोल्डन फ्रॉग्स पश्चिम-मध्य पनामा के कॉर्डिलरन क्लाउड वनों के पहाड़ी ढलानों के साथ धाराओं मे मिलते हैं। यह गम्भीर लुप्त प्रजाति है और इसके लुप्त होने की संभावना है।पनामेनियन गोल्डन फ्रॉग एक सच्चा टॉड है , जो परिवार बुफोनिडे का सदस्य है। पहले इसको एटेलोपस वेरियस की उप‌‌‌प्रजाति के रूप मे वर्णित किया गया था। लेकिन अब इसको एक स्वतंत्र प्रजाति का दर्जा दिया गया है।

पनामियन गोल्डन फ्रॉग एक राष्ट्रीय प्रतीक है और इसे पनामा के सबसे सुंदर मेंढकों में से एक माना जाता है।इसकी त्वचा हल्के पीले रंग से लेकर सोंने जैसे रंग की होती है।इनकी पीठ और पैंरो पर काले धब्बे होते हैं।

‌‌‌मादा की लंबाई 45 से 63 मिमी होती है। जबकि नर की लंबाई 1.4 और 1.9 इंच तक होती है।‌‌‌यह मेंढक काफी जहरीला होता है। इसके अंदर बुफैडीनोलाइड्स और गनीडिनियम एल्कलॉइड जैसे तत्व पाए जाते हैं। इन जहर का उपयोग मेंढक खुद को शिकारियों से बचाने के लिए करता है।पनामियन गोल्डन मेंढक का यह जहर पानी के अंदर घूलनशील होता है। चूहों पर किये गए एक प्रयोग के अनुसार जब चूहों को अधिक मात्रा के अंदर यह जहर दिया गया तो उनकी 30 मिनट के अंदर मौत हो गई। यह जहर स्वन क्रिया को बंद कर देता है।पनामेनियन गोल्डन फ्रॉग की उम्र 12 साल तक होती है।

mendak kitne prakar ke hote hain  Pickersgill’s reed frog

By Unknown – African Amphibians CC BY 3.0, wiki

हाइपरोलियस पिकर्सगिल्ली सबसे अधिक दक्षिण अफ्रीका के अंदर पाया जाता है।इसके अलावा सेज़ेला और सेंट लूसिया के बीच क्वाज़ुलु-नताल के तटीय तराई क्षेत्रों मे भी पाया जाता है। ‌‌‌वयस्क पुरूष की लंबाई  22 मिमी तक होती है।महिला थूथन-वेंट लंबाई में 30 मिमी तक पहुंच सकता है।किशोर और पुरुष गहरे भूरे से गहरे भूरे रंग के होते हैं। एक काले रंग की धार वाली, सफ़ेद से लेकर सिल्वर कैंथल धारी होती है जो आँखों के ऊपर, थूथन पर गोल-गोल घूमती है ।

‌‌‌नर के मुख के उपर एक मुखर थैली होती है जो अच्छी तरह से विकसित सुरक्षात्मक फ्लैप होता है। ‌‌‌यह वर्तमान मे अत्यधिक संकटग्रस्त और खराब संरक्षित  प्रजातियों मे आता है।

मेंढक कितने प्रकार के होते हैं Gardiner’s Seychelles frog

By Evan Pickett – Own work, CC BY-SA 4.0, wiki

सेशेलोफ्री गार्डेनरी दुनिया का तीसरा सबसे छोटा मेंढक है।जो 11 मिलीमीटर (0.4 इंच) की अधिकतम लंबाई तक पहुंचता हैं। यह भूरे रंग का होता है। इसके मुंह से लेकर पैरों तक गहरे रंग की एक पटी होती है।इसके अंदर कान नहीं पाए जाते हैं लेकिन यह सुनने के लिए मुंह की गुहा का इस्तेमाल करते हैं।

‌‌‌इस मेंढक का प्रमुख भोजन  घुन , स्कैरियारिड लार्वा, चींटियों और एम्फीपॉड्स  होते हैं।र सिल्हूट द्वीप समूह के उच्च और मध्य उंचाई वाले स्थानों पर रहता है।वर्तमान मे यह केवल 5 इलाकों के अंदर ही पाया जाता है। इस जीव को वर्तमान मे एक लुप्त जीव घोषित किया जा चुका है।

मेंढक की प्रजातियों के नाम

दोस्तों मेंढक की बहुत सारी प्रजातियां होती हैं। जिन सभी के बारे मे यहां पर वर्णन करना सक्षम नहीं है। फिर भी हमने आपको कुछ प्रजातियों के बारे मे उपर बताया है। इसके अलावा नीचे कुछ प्रजातियों के नाम की लिस्ट दे रहे हैं। हालांकि यह सम्पूर्ण नहीं है।

  • Hewitt’s Ghost Frog
  • Table Mountain Ghost Frog
  • Yellow Spotted Tree Frog
  • Amoured Frog
  • Torrent Tree Frog
  • Pearson’s Frog
  • Peppered Tree Frog
  • Southern Bell Frog
  • Spotted Frog
  • Pickersgill’s Reed Frog
  • Long-toed Tree Frog
  • Seychelle Islands Tree Frog
  • Hamilton’s Frog
  • Cape Rain Frog
  • Desert Rain Frog
  • White-bellied Frog
  • Yellow-bellied Frog
  • Stuttering Frog
  • Fleay’s Frog
  • Southern Barred Frog
  • Baw-baw Frog
  • Corroboree Frog
  • Gastric Brooding Frog
  • Southern Gastric Brooding Frog
  • Sharp-nosed Torrent Frog
  • Mt. Glorius Torrent Frog
  • Eungella Torrent Frog
  • Liem’s Frog
  • Pleione’s Torrent Frog
  • Tinkling Frog
  • Goliath Frog
  • Micro Frog
  • Fijian Ground Frog
  • Cascade Frog
  • Holst’s Frog
  • Ishiikawa’s Frog
  • Mountain Yellow-legged Frog
  • Namiye’s Frog
  • Relict Leopard Frog
  • Otton Frog
  • Thomasset’s Seychelles Frog
  • Gardiner’s Seychelles Frog
  • Seychelles Frog
  • Poison Dart Frogs
  • Poison Arrow Frogs
  • Asian Bullfrog
  • Indian Bullfrog
  • Platypus Frogs
  • Israel Painted Frog
  • Panamanian Golden Frog
  • Stephen Island Frog
  • Northern Cricket Frog
  • Barking Treefrog
  • Western Chorus Frog
  • Spotted Frog
  • Lowland Leopard Frog
  • Pacific Treefrog
  • Relict Leopard Frog
  • Northern Leopard Frog
  • Sheep Frog
  • White-lipped Frog
  • Mexican Burrowing Frog
  • Mexican Treefrog
  • Plains Leopard Frog
  • Chiricahau Leopard Frog
  • Relict Leopard Frog
  • Northern Leopard Frog
  • Ramsey Canyon Leopard Frog
  • Tarahumara Frog
  • Lowland Leopard Frog

मेंढक कितने प्रकार के होते हैं different type of frogs लेख के अंदर हम लोगों ने कई प्रकार के मेंढ़कों के बारे मे जाना लेकिन इस लेख के अंदर बहुत सी ऐसी मेंढ़कों की प्रजाति रह गई। जिसके बारे मे हम आपको नहीं बता सके । खैर इतनी अधिक प्रजातियों के बारे मे वर्णन करना आसान नहीं है। ‌‌‌फिर भी यदि आप लेख के संबंध मे कुछ जानकारी देना चाहते हैं या कुछ जानकारी लेना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। ‌‌‌और यह लेख कैसा लगा ? यह भी नीचे कमेंट करके बताएं ।

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This post was last modified on March 12, 2024

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