‌‌‌मोबाइल यूज करने से होत हैं यह भयंकर नुकसान mobile phone ke nuksan in hindi

mobile phone ke nuksan , mobile se hone wale nuksan मोबाइल फोन के नुकसान दोस्तों आज मोबाइल का युग है तो आप मोबाइल फोन के बारे मे बहुत ही अच्छी तरह से जानते ही होंगे ।क्योंकि आजकल बिना मोबाइल के तो कोई भी इंसान होगा ही नहीं । यदि एक घर के अंदर पांच सदस्य हैं तो पांचों के पास मोबाइल होता है। भलें ही उनके मोबाइल पर किसी का कॉल नहीं आता है। लेकिन मोबाइल तो उनके ‌‌‌पास होता ही है।और आजकल तो इंटरनेट होता है तो लोग इंटरनेट को चलाने के लिए भी अपने पास मोबाइल को रखते हैं। खैर मोबाइल के मार्केट के अंदर भी काफी मुनाफा है तो इस फिल्ड के अंदर बड़ी बड़ी कंपनियां उतर कर आ चुकी हैं। हमे याद है कि जब पहली बार मैंने अपने घर के सदस्य के पास मोबाइल देखा था तो वह ‌‌‌नोकिया 1200 था जोकि मेरी बड़ी बहन के पास था और अब वह मेरे पास है। यह बात हो चुकी है आज से कम से कम 20 साल पहले कि । हालांकि मोबाइल इससे पहले ही आ चुके थे । यदि आपके पास एक सिंपल मोबाइल है जैसा कि लोगों के पास पहले हुआ करते थे तो कोई समस्या नहीं है। इसके दुष्प्रभाव काफी कम होते हैं।

‌‌‌लेकिन यदि आपके पास एक एंड्रोयड मोबाइल है जोकि 5000 से अधिक रूपये का है तो उसके कई सारी हानि हो सकती हैं।वैसे आपको बतादें कि मोबाइल फोन के नुकसान कुछ भी नहीं है। लेकिन यदि कोई इसका सही तरीके से यूज नहीं करता है तो फिर यह उसके उपर निर्भर करता है। तो हम उसको यही मानते हैं कि मोबाइल की वजह ‌‌‌से नुकसान हो रहे हैं। इसके अंदर कारण  मोबाइल ही होता है। अब यदि मोबाइल कारण नहीं होगा तो फिर किसी तरह के नुकसान भी कैसे हो सकते हैं ? दोस्तों ऐसा नहीं है कि मोबाइल के फायदे नहीं है। यदि आप सही तरीके से मोबाइल का यूज करते हैं तो इसके बहुत सारे फायदे होते हैं। लेकिन यदि आप मोबाइल को सही तरीके ‌‌‌से यूज मे नहीं लेते हैं तो फिर आप इसके दुष्प्रभाओं से बच नहीं सकते हैं। वैसे आजकल अनेक काम ऐसे हो रहे हैं जोकि मोबाइल से ही हो रहे हैं।

आपके पास मोबाइल है तो आप एक ही स्थान पर बैठे बैठे कुछ भी कर सकते हैं। तो दोस्तों मोबाइल के कमाल अनेक हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अधिकतर लोग ‌‌‌अपने मोबाइल को गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। अब आपके दिमाग मे यह भी आ सकता है कि मोबाइल गलत तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है

 तो आपकी जानकारी के लिए बतादें कि मोबाइल से आप कई सारे गलत काम कर सकते हैं। और इनकी लिस्ट इतनी अधिक लंबी है कि ‌‌‌हम आपको यहां पर नहीं बता सकते हैं। मोबाइल की मदद से वह हर तरह का काम होता है जोकि नहीं होना चाहिए । खैर दोस्तों मोबाइल के क्या क्या नुकसान होते हैं इसके बारे मे हम आपको एक लिस्ट मे दे रहे हैं।

mobile phone ke nuksan

‌‌‌जिससे आपको यह पता चलेगा कि मोबाइल से किस तरह के नुकसान हो सकते हैं ? दोस्तों मोबाइल के नुकसान होने का जो सबसे बड़ा कारण यह होता है कि जिन लोगों को मोबाइल की कोई जरूरत ही नहीं है। उनको मोबाइल दिया जाता है।

‌‌‌और अब जिनको कोई जरूरत ही नहीं है वह मोबाइल का सही इस्तेमाल तो करेंगे ही नहीं उनका मोबाइल को गलत इस्तेमाल करने के चांस बहुत अधिक बढ़ जाएंगे ।

 जैसे कि एक छोटा बच्चा है उसे मोबाइल की कोई भी जरूरत नहीं है लेकिन उसके बाद भी उसको मोबाइल देदिया जाता है इसका परिणाम यह होता है कि वह बच्चा मोबाइल ‌‌‌से गेम खेलेगा और उसके बाद उसे गेम की लत भी लग जाएगी । और दूसरी चीजों को नहीं करेगा । यह भी एक तरह से मोबाइल का नुकसान होता है। और कुछ लोग तो मोबाइल के इतने अधिक आदी हो जाते हैं कि वे अपने काम धंधे को छोड़कर मोबाइल से ही चिपक जाते हैं।

‌‌‌इस तरह के लोग वाकाई मे खुद तो परेशान होते ही हैं इसके अलावा उनकी वजह से दूसरे भी परेशान होते हैं। दोस्तों तो आइए जानते हैं कि मोबाइल फोन के नुकसान क्या होते हैं।

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mobile phone ke nuksan in hindi मोबाइल फोन के नुकसान सिरदर्द पैदा करता है

दोस्तों आपको बतादें कि मोबाइल फोन की वजह से सिरदर्द की समस्या सबसे अधिक होती है। आमतौर पर यह समस्या कई लोगों के अंदर देखने को मिलती है। मेरे साथ भी यह समस्या कई बार हो चुकी है। दोस्तों जब हम लंबे समय तक अपने मोबाइल को चलाते हैं तो इससे हमारी आंखों ‌‌‌के अंदर तनाव बढ़ता है और बाद मे सिरदर्द होने लग जाता है।इस चीज को लगभग लोग अनुभव करते हैं।

 यदि आप भी खास तौर पर गर्मी के मौसम मे अधिक समय तक मोबाइल चलाते हैं तो इससे आपका सिरदर्द कर सकता है। तो यदि आपको लंबे समय तक किसी काम की वजह से मोबाइल के पास रहना पड़ता है तो ‌‌‌मोबाइल से दूरी बनाकर रखें और ताजी हवा के अंदर सांस लेते रहें । ऐसा करने से सरदर्द की समस्या नहीं होगी । आप एक बार यह करके देख सकते हैं। इसके अंदर आपको काफी फायदा मिलेगा ।

‌‌‌ mobile phone ke nuksan मोबाइल फोन के नुकसान ध्यान को भंग करता है

दोस्तों हमारा ध्यान भंग करने से मतलब यह है कि मोबाइल फोन आपकी एकाग्रता ताकत पर काफी बुरा असर डालने का काम करता है। यदि आप बहुत अधिक मोबाइल के लती हो चुके हैं तो यह आपके लिए सही नहीं होगा । ऐसी स्थिति के अंदर यदि आप अपने मन को केंद्रित करने की ‌‌‌कोशिश करेंगे तो इसके अंदर सफलता नहीं मिलेगी ।

लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि यह सब मन के अधिक उछल कूद की वजह से होता है जिससे कि मोबाइल बढ़ाने का काम करता है।जैसे कि आप स्टूडेंट हैं और आपके पास मोबाइल है तो यह मोबाइल आपकी एकाग्रता क्षमता को घटा देता है जिससे कि आप ठीक से पढ़ नहीं पाएंगे।

‌‌‌इस समस्या से बचने का बस एक ही तरीका है। और वह यह है कि आप बस  अपने मोबाइल के उपयोग को सीमित करें।और अपने पास यदि मोबाइल भी रखते हैं तो इंटरनेट ना रखें। इससे भी आपको फोक्स करने मे काफी फायदा मिलेगा ।

‌‌‌मोबाइल के नुकसान इंसानों को सामाजिक रूप से दूर करता है

दोस्तों आपने चौपाल का नाम तो सुना ही होगा । चौपाल का मतलब होता है एक ऐसा स्थान जहां पर आस पास के लोग एकत्रित होते हैं। एक जमाना हुआ करता था जब सर्दी के मौसम के अंदर लोग चुल्हे के आस पास आग लगाकर बैठ जाते थे और इधर उधर की बातें करते थे ‌‌‌और यह जो प्रथा है वह काफी पुरानी है। आज की बात नहीं है। कई जगहों पर खुदाई के अंदर चौपाल होने का  प्रमाण मिला है।लेकिन अब धीरे धीरे चौपाल जैसी चीजें विलुप्त होती जा रही हैं। जब से मोबाइल फोन आया है लोग अपना समय मोबाइल पर बीता रहे हैं। यहां तक कि घर के सदस्य भी आपस मे बहुत कम बात करते हैं। एक

‌‌‌तरह से देखा जाए तो लोगों के सामाजिक बंधन को तोड़ दिया है मोबाइल ने जोकि काफी नुकसानदायी रहा है। सामाजिक बंधन जरूरी होता है क्योंकि दुख सुख के अंदर ही लोग एक दूसरे के साथी होते हैं लेकिन आजकल तो विश्वास जैसी चीज भी नहीं रही है।

‌‌‌और अब तो शहरों के अंदर भी यह हाल हो चुका है। कि यदि पास के अंदर झगड़ा हो गया तो तो पडोसी को यह पता भी नहीं होता है कि क्या हो रहा है ? उसे अपने पड़ोसी का नाम भी पता नहीं होता है।

mobile phone ke nuksan खर्च अधिक आता है

दोस्तों आपको पता ही होगा कि आजकल मोबाइल रखना उतना सस्ता नहीं रह गया है। हर मोबाइल कंपनी ने रेट को बढ़ा दिया है। पहले आपको सर्विस वैलिडिटी जैसी कोई भी चीज नहीं देनी होती थी लेकिन अब यह सिस्टम लागू हो चुका है।

‌‌‌और सर्विस वैलेडिटी काफी महंगी हो चुकी है। आपको एक महिने के लिए 100 रूपये तक देने होते हैं। और मान लें कि घर के अंदर 5 मोबाइल हैं। उनमे एक मे 100 रूपये और बाकी मे 200 का रिचार्ज किया जाता है 1000 रूपये आपके बिना किसी वजह से खर्च हो जाएंगे ।

‌‌‌और यदि आप पांच मोबाइल को मार्केट के अंदर खरीद कर लेकर आते हैं तो उसके उपर भी आप 50 हजार रूपये कम से कम खर्च कर देते हैं। तो दोस्तों इस तरह से समझ सकते हैं कि मोबाइल रखना आजकल एक खर्चीला सौदा हो चुका है।

‌‌‌इसके अलावा यदि मोबाइल खराब हो जाता है तो वह बहुत ही आसानी से ठीक नहीं होता है। आपको बार बार सर्विस सेंटर पर जाना होता है।

 जिसकी वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस तरह से आप समझ सकते हैं कि यह कितना खर्चा करता है। अमीरों को इससे फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन आजकल हम जैसे गरीब लोग ‌‌‌ भी दिखावा करने लग गए हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि कर्ज लेना पड़ता है। इस तरह से दोस्तों आप समझ सकते हैं कि मोबाइल रखने का मतलब आर्थिक रूप से भी नुकसान होता है।

mobile se hone wale nuksan फर्जी फोन कॉल से परेशानी

दोस्तों यदि आपके पास एक मोबाइल है तो आपके पास फर्जी फोन कॉल जो आएंगे ही । इसके अंदर कोई शक नहीं है। और भारत के अंदर फर्जी फोन कॉल को रोकने का कोई भी तरीका नहीं है। कुछ साल पहले की बात है। मेरे पास एक सिंपल फोन था और रात होते ही एक शराबी मेरे को फोन करता ‌‌‌ और बक बक करने लग जाता है।

 उसके बाद मैं उसकी बक बक को सुनता । कई दिनों तक उसने मुझे काफी परेशान किया । इसी तरीके से कई बार विदेशी नंबर से हमारे पास कॉल आते हैं। और विदेशी नंबर से जो कॉल आते हैं उनका कोई भी ईलाज नहीं होता है। इस मामले मे आप ना तो पुलिस को कंपलेंट कर सकते हैं और ना ही नंबर को ‌‌‌ब्लॉक कर सकते हैं। क्योंकि विदेश से जो कॉल आता है उसके अंदर हर बार आपको नया नया नंबर देखने  को मिलेगा तो आप किस तरह से ब्लॉक कर पाएंगे ।

‌‌‌इस तरह से यह सारे फर्जी फोन कॉल आपको डिस्टर्ब करने का ही काम करते हैं। और कई बार तो बार बार आने वाले अनजान नंबरों की वजह से हम काफी परेशान हो जाते हैं।

‌‌‌और कुछ लोग आपके जो दुश्मन होते हैं वे आपके नंबर को किसी गलत किस्म की वेब पर डाल सकते हैं जिसकी वजह से भी आपके पास बार बार अनजान नंबरों से कॉल आते हैं और आप चाहकर भी कुछ कर नहीं सकते हैं।

‌‌‌और रॉंग नंबर के बारे मे तो आपको पता ही है कि आप किसी सीरियस काम के अंदर बिजी हैं और अचानक से आपके पास एक रॉंग नंबर आ जाता है लेकिन आप कुछ नहीं कर सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा ऐसा भी होता है कि कई बार आपको परेशान करने के लिए भी कुछ शरारती लोग कॉल करने का काम करते हैं वे आपको बार बार परेशान करते हैं और वे विदेशी नंबर का अधिकतर यूज करते हैं ताकि पुलिस उन तक ना पहुंचे ।

‌‌‌इस तरह से मोबाइल का बड़ा नुकसान यह भी है कि आपके पास बार बार फर्जी फोन कॉल आते हैं और यदि आपका मोबाइल एंड्रोयड नहीं है तो फिर इनको रोकने का चारा भी आपके पास नहीं होगा । बस यही एक चारा है कि आप बस सिम चेंज कर सकते हैं।

‌‌‌ mobile phone ke nuksan in hindi फर्जी मैल से मोबाइल का हैक हो जाना

दोस्तों मोबाइल चलाने का मतलब आपको फर्जी मैल का सामना करना ही पड़ेगा क्योंकि आजकल अधिकतर लोग अपने मोबाइल के अंदर इंटरनेट को रखते हैं और इसके लिए उनके पास मेल एड्रस भी होता है। तो दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बतादें कि फर्जी मेल एक बहुत ही बड़ी समस्या होती ‌‌‌ है। और इस समस्या का कोई भी आसान हल नहीं होता है। आपको इस बात को समझना चाहिए ।आमतौर पर जो स्पैम मेल आते हैं वे काफी डेंजर होते हैं। दोस्तों इस तरह के मेल आपके गूगल अकाउंट को हैक कर सकते हैं। और आपके फोन को भी यह हैक कर सकते हैं तो आप समझ सकते हैं कि यह कितने डेंजर होते हैं।

‌‌‌मैं आपको अपना  खुद का अनुभव बता रहा हूं कि मेरे पास कई ऐसे मेल आए । जैसे कि कुछ दिन पहले मेरे पास गूगल से एक फर्जी मेल आया कि आपका गूगल अकाउंट का पासवर्ड चैंक करना चाहिए आपको और देखने मे यह पूरी तरह से गूगल के ऑफिसियल मेल की तरह लग रहा था लेकिन यह पूरी तरीके से किसी हैकर ने भेजा था।

‌‌‌पहली दफा तो मुझे भी यही लगा कि गूगल ने मुझे मेल भेजा है लेकिन बाद मे पता चला कि गूगल ने मुझे कोई मेल नहीं भेजा है वरन यह तो किसी हैकर का काम है तो उसके बाद मैं काफी संभल गया और उस मेल का रिप्लाई नहीं दिया । आप स्पैल मैंल से काफी परेशान रहते हैं।

‌‌‌और कई बार तो स्पैम मेल के चक्कर मे आप जरूरी मेल भी नहीं देख पाते हैं तो दोस्तों मोबाइल चलाने का नुकसान आपको स्पैम मेल का भी सामना करना पड़ता है और इनको रोकने का कोई भी ईलाज नहीं है।

‌‌‌मोबाइल चलाने के नुकसान बैचेनी

दोस्तों यदि हम मोबाइल चलाने के नुकसान की बात करें तो इसके अंदर बैचेनी भी आती है। और बैचेनी के मतलब की बात करें तो इसका मतलब यह होता है कि मोबाइल से आपको इंटरनेट की काफी लत लग जाती है

या किसी ना किसी चीज की लत होती है। और जब वह काम नहीं होता है तो फिर बैचेनी ‌‌‌ होती है। उदाहरण के लिए इंटरनेट के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते हैं। आजके लोग इंटरनेट के आदि हो चुके हैं। कई बार सरकार यदि इंटरनेट को बंद कर देती है तो उसके बाद मानसिक रूप से लोग काफी अशांत हो जाते हैं। और मन के अंदर काफी बैचेनी होने लग जाती है कि अब वे क्या करें ?

‌‌‌यदि आप भी इस तरह की स्थिति का शिकार है तो इसका मतलब यह है कि आपका मन मोबाइल का गुलाम हो चुका है ऐसी स्थिति के अंदर आपको मोबाइल से कुछ समय तक दूरी बनानी होगी ।‌‌‌एक तरह से देखा जाए तो मोबाइल आपकी मानसिक स्थिति पर काफी अधिक भयंकर प्रभाव डालता है।

‌‌‌इसके अलावा यह चीज भी दिखाती है कि आप मोबाइल के कितने आदी हो चुके हैं और इसकी वजह से कत्ल तक हो जाते हैं। यदि आपका मोबाइल गुम हो जाता है तो उसके बाद आप काफी परेशान हो जाते हैं। इसके अलावा कुछ दिन पहले किसी महिला ने मोबाइल के चक्कर मे जहर खालिया था। क्योंकि उसके उपर मोबाइल चोरी का शक था।

‌‌‌मोबाइल के नुकसान नो प्राइवेसी

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दोस्तों वैसे तो बहुत सारी कंपनियां प्राइवेसी प्राइवेसी चिल्लाती हैं। लेकिन असल मे यदि आप एक मोबाइल का यूज कर रहे हैं तो उसके अंदर प्राइवेसी रहने के कोई भी चांस नहीं होते हैं। बहुत बार हैकर आपके मोबाइल के अंदर सेंधमारी कर लेते हैं और आपके डेटा को चोरी कर लेते हैं।

‌‌‌इसके अंदर आप यदि मोबाइल से पेमेंट करते हैं तो फिर भी आपकी बैंक डिटेल के चोरी होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं। और यदि आप अपने मोबाइल के अंदर किसी तरह की पर्सनल चीजों को रखते हैं तो फिर यह सब चीजें भी चोरी होने का डर होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझें।

‌‌‌कई बार यह देखने मे आया है कि पति और पत्नी अपने मूमेंट को मोबाइल मे कैद करके रखते हैं और उसके बाद पता नहीं किसी वजह से वह लीक हो जाती है। इस तरह से दोस्तों यदि आप सोचते हैं कि मोबाइल के अंदर प्राइवेसी है तो आप गलत सोच रहे हैं मोबाइल मे किसी भी तरह की कोई प्राइवेसी नहीं है। और युद्ध जैसी ‌‌‌ स्थिति के अंदर जानकारियों को जुटाने के लिए इन मोबाइल आदि का भी प्रयोग किया जाता है आप समझ सकते हैं । फेसबुक जैसी कंपनी के उपर भी इस बात के आरोप लग चुके हैं कि उसने यूजर का डेटा बेचा है। तो ऐसी स्थिति मे आप समझ सकते हैं कि यूजर का डेटा कितना सुरक्षित है।

‌‌‌फोन के नुकसान नींद लेने मे समस्या

दोस्तों मोबाइल फोन का नुकसान यह भी है कि यह नींद के अंदर समस्या करता है। यदि आपके पास एक स्मार्ट फोन है तो यह आपके लिए नींद मे समस्या कर सकता है। दोस्तों यदि आपने देखा होगा कि जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन होता है वे देर रात तक या तो बातें करते हैं या ‌‌‌फिर इंटरनेट के अंदर घुसे रहते हैं।

 ऐसी स्थिति के अंदर वे आधी रात को ऐसे ही निकाल देते हैं। तो उसके बाद जब सोते हैं और सुबह जल्दी उनको उठना होता है और काम पर जाना होता है। उनका इसी तरीके का रूटीन होता है और सही तरीके से नींद का उनको समय ही नहीं मिल पाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इंसान को 8  ‌‌‌घंटे कम से कम रोजाना सोना चाहिए । लेकिन मोबाइल की वजह से लोग मुश्किल से 5 घंटे ही सो पाते हैं। तो नहीं सोने की वजह से उनके दिमाग के अंदर अशांति पैदा होती है। और पेट की समस्याएं भी नींद नहीं लेने की वजह से काफी अधिक बढ़ जाती हैं।

‌‌‌मैंने अपनी रात की डयूटी के दौरान यह अनुभव किया है कि नहीं सोने की वजह से पेट के अंदर खराबी होना बहुत ही आम समस्या होती है । और फिर उसकी वजह से धीरे धीरे दूसरी समस्याएं भी पैदा होने लग जाती हैं।‌‌‌इसलिए आप भले ही कितना भी मोबाइल क्यों ना चलाएं लेकिन समय पर सोना बहुत ही जरूरी होता है। समय पर सोना हमे दिमागी रूप से और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने का काम करता है।

‌‌‌मोबाइल से नुकसान दुर्घटना होना

दोस्तों मोबाइल से दुर्घटना हो सकती है इसके बारे मे आपके क्या विचार है ?दोस्तों मोबाइल के अंदर कुछ लोग इतने अधिक व्यवस्थ हो जाते हैं कि किसी तरह की अनहोनी हो जाती है।

‌‌‌हम आपको यहां पर कुछ घटनाओं के बारे मे बताने वाले हैं जोकि मोबाइल की वजह से हुई ।

दोस्तों कुछ दिन पहले की बात है कि हमारे पास मे ही एक लड़की थी जो अपनी छत पर चढ़कर किसी लड़के से बात कर रही थी लेकिन वह मोबाइल के अंदर इतनी अधिक मशगूल थी कि छत से उसका पैर पिसल गया और छत से नीचे गिर गई । उसकी ‌‌‌मौत तो नहीं हुई लेकिन उसको काफी चोटें आई थी। यह सिर्फ एक ही घटना नहीं है।

‌‌‌‌‌‌मोबाइल फटने की घटनाएं  तो आपने सुनी ही होगी । आइए दिन इस तरह की खबरें पढ़ने को मिलती हैं जिसके अंदर मोबाइल फट जाता है। इसी तरह की एक घटना है भोपाल की जिसके अंदर एक 8 साल का बच्चा था जोकि मोबाइल से खेल रहा था । और अचानक से पता नहीं मोबाइल कैसे फट गया । मोबाइल फट जाने की वजह से बैट्री का एक ‌‌‌ टुकड़ा उसके हाथ मे घंस गया जिससे कि रक्त की धमनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसके बाद डॉक्टरों ने उसकी जटिल सर्जरी को किया और उसकी जान को बचाया गया ।

जुलाई के महीने में उज्जैन के एक युवक की जेब में रखे रखे मोबाइल के अंदर ब्लास्ट हो गया और उसके बाद उस युवक को अस्पताल ले जाया गया । जहां पर उसकी मौत हो गई । इस तरह से दोस्तों मोबाइल भी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसी प्रकार से एक युवक ‌‌‌ कान के अंदर इयर फोन लगाकर बाइक चला रहा था तो उसने ध्यान नहीं दिया मानव रहित फाटक था और ट्रेन आ गई । वह ट्रेन की चपेट मे आ गया और उसके बाद वहीं पर उसकी मौत हो गई इस तरह से दोस्तों मोबाइल दुर्घटना का कारण बन सकता है।

‌‌‌आपकी मेहनत की कमाई पर संकट

दोस्तों यदि आप मोबाइल चलाते हैं और उसके अंदर पेमेंट एप्प या कार्ड वैगरह का यूज करते हैं तो आपका मोबाइल आपकी मेहनत की कमाई पर संकट पैदा कर सकता है। अब तक कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसके अंदर चोरो ने बस आपके मोबाइल की मदद से ही पूरा बैंक अकाउंट खाली गर दिया तो इस ‌‌‌तरह से मोबाइल आपकी गाढ़ी कमाई को नष्ट करवा सकता है। कुछ दिन पहले ही एक घटना प्रकाश मे आई थी कि एक महिला थी उस बेचारी को पता नहीं था तो गलती से कोई एप्प इंस्टॉल कर लिया उसके पटिएम अकाउंट के अंदर 90 हजार रूपये थे तो चोरों ने सारे पैसा उडा दिया । और वह कुछ भी नहीं कर पाई वह समझ पाती । उससे ‌‌‌ पहले ही चोरों ने उसके अकाउंट को साफ कर दिया ।

इसी तरीके से यदि आप अपने मोबाइल की मदद से अपने एटिएम कार्ड का यूज करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। ‌‌‌क्योंकि यदि आपका मोबाइल हैक हो गया या उस तक हैकर किसी भी तरह से पहुंच बनाने मे कामयाब हो गया तो उसके बाद वह आपकी बैंक डिटेल चुरा सकता है। और वैसे भी आजकल ऑनलाइन इंटरनेट की मदद से चोरी करने के हजारों तरीके मौजूद हैं।

‌‌‌इस तरह से मोबाइल आपकी मेहनत की कमाई को नष्ट कर सकता है। कुछ लोग अपनी सारी कमाई को मोबाइल मे लेकर घूमते हैं ऐसी स्थिति के अंदर मोबाइल खो जाता है तो वे लो‌‌‌ग क्या करेंगे ?

‌‌‌मोबाइल के नुकसान ब्लैकमेलिंग

दोस्तों जब से मोबाइल आया है तब से ब्लैकमेलिंग  की घटनाओं के अंदर काफी तेजी आई है। यह भी एक तरह से मोबाइल यूज करने का नुकसान है। जैसे कि एक लड़का और लड़की कहीं पर जाते हैं और लड़का उसकी एमएमएस बना लेता है और उसके बाद उसको ब्लैकमेलिंग  करने लग जाता है। इस तरह की ‌‌‌ बहुत सारी घटनाओं का कारण मोबाइल ही होता है। आप कैमरे के अंदर कुछ भी रिकोर्ड कर सकते हैं और उसके बाद किसी व्यक्ति को ब्लैकमेलिंग करते हैं।

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ब्लैकमेलिंग आमतौर पर यह एक तरह की ही नहीं होती है। किसी व्यक्ति को किटनैप करने के लिए  और उसके बाद उसके बदले मे फिरौती को वसूल करने के लिए भी इसी  मोबाइल का इस्तेमाल किया जाता है तो दोस्तों आप समझ सकते हैं कि मोबाइल क्रमीनल के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।

‌‌‌मोबाइल देता है क्रमीनल बनने की ट्रेनिंग

दोस्तों आपको यह जानकार हैरानी होगी कि आपका मोबाइल भी क्रमीनल बनने की ट्रेनिंग देता है। आजकल मोबाइल के अंदर ऐसी फिल्म और धारावाहिक दिखाये जाते हैं जिनके अंदर क्रमीनल बनने की ट्रेनिंग दी जाती है और चोरी करने के लिए या किसी को नुकसान पहुंचाने के ‌‌‌लिए चोर भी इन सभी चीजों का यूज करते हैं । इस तरह से दोस्तों कई ऐसे केस भी पुलिस पकड़ चुकी है जिसके अंदर कि पुलिस को क्रमीनल किसी सिरियल या फिल्म से जुर्म करने का आइडिया लेता है।

‌‌‌और आप आइए दिन youtube पर अनेक तरह के शो देखने हैं जिसके अंदर यह दिखाया जाता है कि किस तरह से जुर्म किया गया और किस तरह से पुलिस ने अपराधी को पकड़ा और जो अपराधी किस्म के लोग होते हैं वे इन सब चीजों को बहुत अच्छी तरह से समझते हैं और फिर इस तरह से अपराध को अंजाम देते हैं कि पुलिस के ‌‌‌ भी होश उड़ जाते हैं।

‌‌‌मोबाइल के नुकसान खराब आर्थिक स्तर का होना

दोस्तों अब आपके दिमाग के अंदर एक बात आती होगी कि भला मोबाइल आपके आर्थिक स्तर को किस तरह से प्रभावित कर सकता है तो आपकी जानकारी के लिए बतादें कि मोबाइल आर्थिक स्तर को काफी बेहतर तरीके से प्रभावित कर सकता है। यदि आप पैसे वाले हैं तो आपके ‌‌‌आर्थिक स्तर को मोबाइल प्रभावित नहीं कर पाएगा लेकिन यदि आप पैसे वाले नहीं हैं तो मोबाइल आपके आर्थिक स्तर को प्रभावित करेगा । और आपको पता ही है कि भारत के अंदर आज भी आधे से अधिक लोग गरीबी की रेखा से नीचे निवास करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर उनकी इनकम भी काफी कम होती है।

‌‌‌और आपको पता ही है कि आजकल दिखावा बहुत अधिक चल रहा है तो दिखावे के चक्कर मे अनेक लोग ऐसे हैं जोकि किस्तों पर मोबाइल लेकर आते हैं। एक तो इस तरह का इंसान मेरा ही जानकार है जबकि उसके उपर पहले से ही कर्जा है। इस तरह से दोस्तों मोबाइल के अच्छे क्रेज होने के चलते लोग काफी अधिक पैसा खर्च करके ‌‌‌मोबाइल को खरीद कर लेकर आते हैं और ऐसी स्थिति के अंदर उनके उपर आर्थिक बोझ हो ही जाता है।इस तरह से उनको काफी परेशनियों का सामना करना पड़ता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप मोबाइल लाने की सोच रहे हैं तो अपनी हैसियत के अनुसार ही आपको मोबाइल खरीदना चाहिए । यदि आप महंगा मोबाइल खरीदते हैं तो फिर आपके बजट का सिस्टम पूरी तरह से गड़बड़ा सकता है। आपको इस पर भी ध्यान देना चाहिए ।

‌‌‌आप अपने समय को फालतू चीजों के अंदर नष्ट करते हैं

दोस्तों अधिक मोबाइल यूज करने का नुकसान यह है आप फालतू के अंदर अपने मोबाइल का यूज करते हैं। बहुत कम लोग होते हैं जोकि मोबाइल का उपयोगी चीजों के अंदर यूज करते हैं। वैसे तो अधिकतर लोग मोबाइल को टाइमपास के लिए यूज करते हैं। जब उनके काम का समय ‌‌‌होता है तो उसके बाद आप अपने दूसरे काम पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाते हैं। और मोबाइल के अंदर चैट करना और सोसल मिडिया पर अपना जरूरी समय बीताते हैं। जिसकी वजह से एक तरह से आप अपने जरूरी समय को खराब ही कर रहे होते हैं दोस्तों और यदि आप एक स्टूडेंट हैं तो वैसे भी अपका समय काफी कीमती होता है।

‌‌‌और जब पढ़ने का समय होता है तो बच्चे मोबाइल लेकर बैठ जाते हैं जिसके चलते पढ़ने का जो समय होता है वह मोबाइल के अंदर गंवा देते हैं। इसी तरीके से दोस्तों मोबाइल आपके कीमती समय को बरबाद ही करता है।

‌‌‌परीक्षा के अंदर जब बच्चों पर पढ़ने का बहुत अधिक प्रेसर होता है तो वे मोबाइल के चलते परीक्षा पर कम ध्यान दे पाते हैं जिससे कि उनको परीक्षा के अंदर कम अंक आते हैं। दोस्तों मोबाइल की मदद से आप अपने खाली समय मे टाइम पास कर सकते हैं लेकिन यदि काम के बीच बीच मे मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं तो ‌‌‌इससे कुछ भी फायदा नहीं होने वाला होता है। बस इससे आपका नुकसान ही होगा । क्योंकि इससे आप फालतू की चीजों के अंदर उलझ जाएंगे और आपका नुकसान होगा । आप इस बात को वैसे भी अच्छी तरह से समझते ही होंगे ।इसी लिए तो कई जो स्टुडेंट होते हैं वे परीक्षा के समय अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ करके रखते हैं ताकि

‌‌‌मोबाइल उनको किसी भी तरह से डिस्टर्ब नहीं कर सके ।

‌‌‌मोबाइल के नुकसान रेप और छेड़छाड़ के मामलों मे बढ़ोतरी

दोस्तों मोबाइल के अधिक व्यक्तियों के पास पहुंचने का एक बड़ा नुकसान यह भी है कि इससे रेप और छेड़छाड़ के अंदर काफी अधिक बढ़ोतरी होती है। कारण यह है कि लोग नेट के उपर नीली फिल्मों को देखते हैं और उसके बाद उन नीली फिल्मों के चलते यही

‌‌‌सब होता है। इसके अलावा सख्त कानून के ना होने की वजह से लोग रेप और छेड़छाड़ जैसी चीजों को करने के बाद आसानी से बच जाते हैं आप इस बात को जानते ही हैं। यदि आप रेप के आंकड़ों पर नजर डालतें हैं तो पता चलता है कि रेप के मामले हर साल काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।‌‌‌एनसीबी की वेब के अनुसार पांच राज्यों के अंदर रेप के आंकडे निम्न लिखित हैं।

  • राज्य    मामले
  • राजस्थान     5,310
  • उत्तर प्रदेश   2,769
  • मध्य प्रदेश   2,339
  • महाराष्ट्र     2,061

‌‌‌हालांकि ऐसा नहीं है कि इन आंकड़ों के अंदर कमी नहीं आती है। लेकिन असल मे यह जो आंकडे होते हैं इनसे अधिक रियल मे आंकडे हैं। और आपको पता नहीं है कि उनमे से बहुत सारे केस तो ऐसे होते हैं कि उनका पता भी नहीं चल पाता है क्योंकि यह सब पुलिस तक आते ही नहीं हैं।

‌‌‌दोस्तों आपको पता होना चाहिए कि मोबाइल फोन का यूज करने से हर लोग गलत चीजों को देखता है तो उसके बाद धीरे धीरे उसके अंदर गलत करने की भावना भी तो पैदा हो ही जाती है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। जिसके चलते वह गलत करता भी है।

‌‌‌मोबाइल से ब्रेन कैंसर का खतरा

दोस्तों यदि आप भी मोबाइल से सारे दिन चिपके ही रहते हैं तो यह आपके लिए काफी डेंजर हो सकता है। और इसकी वजह से आपको ब्रेन कैंसर का खतरा हो सकता है। आपको पता ही होगा कि मोबाइल से रेडियशन निकलता है। और यह रेडियशन आपके दिमाग के लिए घातक होता है। यह हम नहीं कह ‌‌‌ रहे हैं। असल मे यह वैज्ञानिक कह रहे हैं।वैज्ञानिकों के अनुसार मोबाइल से जो तरंग निकलती हैं वह दिमाग की कोशिकाओं के अंदर उत्परिवर्तन पैदा करने के लिए जानी जाती हैं और इसकी वजह से दिमाग की कोशिकाओं के अंदर बदलाव होता है जोकि काफी डेंजर हो सकता है। और बाद मे यही बदलाव कैंसर का कारण बन सकता है।

‌‌‌इसलिए यदि आप भी अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं तो फिर आपको सावधान रहने की जरूरत होगी । यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌मोबाइल यूज करने के नुकसान तनाव का अधिक होना

दोस्तों यदि आप मोबाइल का यूज कर रहे हैं तो फिर आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि मोबाइल तनाव पैदा कर सकता है। आमतौर पर जब आप मोबाइल का उपयोग कम समय के लिए करते हैं तब तक तो ठीक है लेकिन यदि आप अधिक समय के लिए करते हैं तो फिर ‌‌‌यह आपकी दिमाग की नशों पर दबाव को बढ़ाता है।और आमतौर पर मोबाइल की लत विकसित होने की वजह से भी तनाव का सामना करना पड़ सकता है। लत काफी घटिया होती है। जबकि ऐसी स्थिति के अंदर हम काफी असहाय महसूस करते हैं। क्योंकि मोबाइल की वजह से कोई भी काम ठीक तरह से नहीं कर पाते हैं।

‌‌‌दर्द की समस्या पैदा कर सकता है मोबाइल

दोस्तों यदि आप निरंतर मोबाइल का यूज करते हैं तो इसकी वजह से आपको दर्द की समस्या हो सकती है। कारण यह है कि जैसे आप मोबाइल पर निरंतर अपनी उंगलियों को चलाते रहते हैं। और अधिक समय तक उंगलियां एक ही स्थिति के अंदर रहने की वजह से दर्द की समस्या होने ‌‌‌लग जाती है। इस तरह से दोस्तों यदि आप गर्दन को उपर रखकर मोबाइल चला रहे हैं तो गर्दन के अंदर अकडन और दर्द हो सकता है। खास तौर पर हाथ के अंदर पकड़ कर मोबाइल को लंबे समय तक यूज करते हैं तो इससे भी हाथ मे दर्द होने लग जाता है।

‌‌‌हालांकि यह दर्द किसी भी तरह से हानिकारक नहीं होता है। लेकिन यदि आप अधिक समय तक उसके बाद भी मोबाइल का यूज जारी रखते हैं तो फिर यह आपके हाथ के अंदर स्थाई दर्द का कारण बन सकता है। इसलिए आपको चाहिए कि आप सोच समझकर ही मोबाइल का यूज करें यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌मोबाइल अंधेपन  का कारण होता है

दोस्तों आपको यह जानकर कोई भी आश्चर्य करना नहीं चाहिए कि मोबाइल अंधेपन का कारण होता है। आज कल हम उठने के तुरंत बाद ही यह चैक करते हैं कि मोबाइल के अंदर क्या हुआ है और क्या नहीं हुआ है ?

‌‌‌और मैंने ऐसे अनेक लोगों को देखा है जोकि अंधेरे मे मोबाइल की तेज रोशनी के साथ मोबाइल को चलाते हैं। आमतौर पर जब अंधेरे मे मोबाइल चलाते हैं तो इससे आंखों पर काफी अधिक दबाव पड़ता है और इसकी वजह से आंखों की रोशनी भी जा सकती है। आपको इस बात को अच्छी तरह से समझना चाहिए ।

‌‌‌यदि आप भी रात को अंधेरे के अंदर मोबाइल का यूज करते हैं तो फिर आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। क्योंकि अंधेरे मे आंखों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है। यदि आपको मोबाइल ही चलाना है तो फिर आप लाइट की रोशनी मे भी चला सकते हैं इससे आपकी आंखों पर दबाव नहीं पड़ेगा ।

‌‌‌इसके अलावा आंखों पर दबाव को कम करने के लिए आप यह भी कर सकते हैं कि मोबाइल की रोशनी को भी कम करें। जिससे कि आंखों पर दबाव को कम किया जा सकता है।

‌‌‌प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाने का काम करता है मोबाइल

दोस्तों प्रतिरक्षा प्रणाली की यदि हम बात करें तो यह हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक जरूरी होती है। यदि यह कमजोर होगी तो हम बार बार बीमार पड़ेंगे । और वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि मोबाइल के उपर टॉयलेट सीट के उपर रहने ‌‌‌वाले कीटाणू होते हैं। अब आपके दिमाग मे यह आया होगा कि यह कीटाणू कहां से आये तो आपको बतादें कि मोबाइल को कभी भी साफ नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से मोबाइल पर कीटाणू जमते चले जाते हैं और इसकी वजह से मोबाइल काफी गंदा हो जाता है।

‌‌‌और यह जो कीटाणू होते हैं वे आपके प्रतिरक्षा तंत्र के उपर हमला करते हैं। और उसको कमजोर बनाने का काम करते हैं तो यह मोबाइल का नुकसान है।

‌‌‌इंसान के सोचने की क्षमता प्रभावित होती है मोबाइल से

दोस्तों इस संबंध मे मुझे कोई वैज्ञानिक रिसर्च का तो पता नहीं है। लेकिन आप खुद इस बात को देख सकते हैं। कि यदि इंसान को छोटा से छोटा हिसाब करना हो तो वह कैलकुलेटर की मदद लेता है। वह इन सब मशीनों का आदि हो चुका है। जब कि आज भी कुछ इंसान ‌‌‌ऐसे हैं जो सोच से ही गुण भाग कर लेते हैं। और इसके अलावा हम छोटी छोटी बातों को अब भूल रहे हैं याद करने की क्षमता प्रभावित हो रही है। क्योंकि आपको सब कुछ गूगल पर मिल जाता है तो वैसे भी याद करने के लिए मेहनत कौन करेगा आप इसबात को तो जानते ही हैं।

‌‌‌इंसान की सोचने की क्षमता कम होने की वजह से इंसान की बुद्धि भी प्रभावित होती है। दिमाग एक ऐसी चीज होती है जिसका जितना अधिक इस्तेमाल किया जाता है। वह उतना ही अधिक काम करता है।

‌‌‌लेकिन आजकल हम अपने दिमाग का कम इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे अधिक इंटरनेट और मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं जोकि हमारी बुद्धि को काफी कमजोर कर रहा है।

‌‌‌काम के प्रति समर्पण का अभाव होता जा रहा है

दोस्तों लोग मोबाइल की वजह से अपने काम पर ठीक तरह से ध्यान नहीं दे पा रहे हैं।‌‌‌क्योंकि मोबाइल की वजह से ऐसे ऐसे स्थान पर मोबाइल का यूज करने लग जाते हैं जहां पर मोबाइल का यूज नहीं करना चाहिए जैसे कि आप किसी पैंट्रोल पंप पर जा रहे हैं तो आपको वहां पर मोबाइल का यूज नहीं करना चाहिए ।

‌‌‌लेकिन मोबाइल का यूज करने की वजह से हादसे हो रहे हैं। इसी प्रकार से आप किसी मशीनरी पर काम कर रहे हैं तो वहां पर भी मोबाइल का यूज कर रहे हैं। जिसकी ‌‌‌वजह से हादसे हो रहे हैं।खास तौर पर लोग गाड़ी को चलाने के लिए मोबाइल का यूज करते हैं जिससे कि एक्सीडेंट का खतरा बराबर बना रहता है। आपको इसके बारे मे भी पता होना चाहिए । 

   ‌‌‌इसतरह से मोबाइल की वजह से लोग अपने काम पर कम ध्यान देते हैं और मोबाइल के अंदर ही उलझे रहते हैं जिसकी वजह से नुकसान तो होता ही है। काम के उपर सही तरीके से ध्यान नहीं दे पाते हैं।               

‌‌‌नोमोफोबिया होने का डर

‌‌‌नोमोफोबिया का नाम आपने शायद नहीं सुना होगा । लेकिन फोबिया का नाम तो अवश्य ही सुना होगा । फोबिया का मतलब होता है। मन के अंदर किसी बात को लेकर डर बैठ जाना । इसी तरीके से ‌‌‌नोमोफोबिया भी होता है। इसके अंदर व्यक्ति के मन मे मोबाइल को लेकर डर बैठ जाता है। उसे मोबाइल ‌‌‌से दूर जाने मे काफी डर लगता है। इसी प्रकार से दोस्तों जो लोग इस रोग से ग्रस्ति होते हैं उनको इस बात का डर बना रहता है। कि यदि वे मोबाइल से दूर चले गए तो क्या होगा । मन के अंदर एक प्रकार का भय बैठ जाता है हालांकि इस तरह के भय का कोई आधार नहीं होता है लेकिन उसके बाद भी मन के अंदर डर बना रहता ‌‌‌ है। यदि किसी के मन मे यह डर बना रहता है तो इसका मतलब यह है कि उसे यह रोग हो गया है। तो ऐसी स्थिति के अंदर व्यक्ति को किसी मानोवैज्ञानिक डॉक्टर की मदद लेना काफी जरूरी होता है।

‌‌‌इस तरह के रोग होने के कारणों की बात करें तो इसका कारण यह हो सकता है कि हमें अपने मोबाइल से अधिक लगाव हो जाता है और हम अपने मोबाइल से खुद को दूर नहीं होने देना चाहते हैं यदि आपको भी यह समस्या है या नहीं है तो हो सकती है।

फैंटम पॉकेट वाइब्रेशन सिंड्रोम

फैंटम पॉकेट वाइब्रेशन सिंड्रोम । दोस्तों एक तरह से देखा जाए तो यह एक प्रकार की भ्रम की स्थिति होती है। बहुत से लोग अपने मोबाइल को अपनी जेब के अंदर रखते हैं और वे मोबाइल को वाइब्रेट मोड के उपर रखते हैं। और जब फोन आता है तो फोन की घंटी बंद होने की वजह से वह सिर्फ ‌‌‌वाइब्रेट ही करता है। लेकिन इस रोग होने की दशा मे व्यक्ति को यह भ्रम हो जाता है कि उसका फोन वाइब्रेट कर रहा है। ऐसी दशा के अंदर  वैसे होता तो कुछ नहीं है लेकिन यह भी मोबाइल का एक तरह से नुकसान ही है। जैसे कि यदि आप कहीं बाइक पर जा रहे हैं और अचानक से आपको यह लगता है कि आपका फोन ‌‌‌बज रहा है। और उसके बाद आप बाइक को रोकते हैं और देखकते हैं कि किसका फोन आया है ? लेकिन उसके बाद आपको यह पता चलता है कि फोन किसी का नहीं आया है वरन यह तो आपका भ्रम था तो फिर आप किस तरह से व्यवहार करेंगे ।

बांझपन का जोखिम

दोस्तों अब आपके दिमाग मे यह आता होगा कि भला मोबाइल का यूज करने से बांझपन कैसे हो सकता है तो दोस्तों वैज्ञानिक यह सिद्ध कर चुके हैं कि मोबाइल का यूज करने से बांझपन का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है। यह किस तरह से हो रहा है आइए इसके उपर बात करते हैं।

‌‌‌हर इंसान अपने मोबाइल फोन को निचली जेब के अंदर रखता है और ऐसी स्थिति के अंदर मोबाइल से रेडियशन तो निकलते ही हैं तो वह सीधे आपके अंडकोष को प्रभावित करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर बांझपन का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

बहरापन को विकसित करता है मोबाइल

दोस्तों मोबाइल का नुकसान यह भी है कि यह बहरापन को विकसित करने का काम करता है। आजकल आपको पता ही है कि मार्केट के अंदर उच्च क्वालिटी के इयरफोन आ चुके हैं। जिनको आप और हम सभी मोबाइल के अंदर लगाते हैं और उसके बाद तेज आवाज के अंदर गाने सुनते हैं उसका नुकसान ‌‌‌भी हमको उठाना पड़ता है।

इसी तरीके से दोस्तों यदि आप लंबे समय तक इयर फोन से गाने सुनते हैं तो उसके बाद आपके कान के पर्दे को नुकसान होता है। हालांकि एक ही समय मे यह नुकसान नहीं होता है। लेकिन धीरे धीरे आपके कान के पर्दे को यह अधिक साउंड नुकसान करता जाता है और उम्र से पहले ही आपको सुनना बंद हो ‌‌‌जाता है । तो यदि आप भी इयरफोन की मदद से अधिक आवाज मे गाने सुनते हैं तो इससे आपके कान के पर्दे को नुकसान हो सकता है। आपको इसके बारे मे अच्छे से पता होना चाहिए । तो लंबे समय तक तेज आवाज के अंदर गाने ना सुने यही आपके लिए सही होगा ।

एलर्जी और संक्रमण

वैसे तो मोबाइल की मदद से एलर्जी होने के चांस लगभग ना के बराबर होते हैं। लेकिन कुछ लोगों के अंदर यह समस्या भी देखने को मिलती है। आमतौर पर मोबाइल के पीछे क्रोमियम और कोबाल्ट जैसे तत्व लगाये जाते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर जब यह आपके कान के संपर्क मे आते हैं तो कान मे एलर्जी होने के ‌‌‌चांस बहुत अधिक बढ़ जाते हैं आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। हालांकि अधिकतर लोगों को इस तरह की समस्या नहीं होती है। और आज तो मोबाइल की पूरी बॉडी ही प्लास्टिक की आती है।

फिटनेस स्तर मे गिरावट आती है मोबाइल के नुकसान

‌‌‌शरीर को फिट रखना बहुत ही जरूरी होता है। यदि शरीर फिट नहीं है तो फिर समस्या हो जाती है। और मोबाइल आपको फिट रखने मे बाधा उत्पन्न करता है। इसका कारण यह है कि जब हम मोबाइल से चिपक जाते हैं तो ना तो कोई खाना समय पर खा पाते हैं और ना ही सही तरीके से खाना खा पाते हैं।

‌‌‌खास कर बच्चों के साथ यह समस्या बहुत अधिक देखने को मिलती है। बच्चे मोबाइल के अंदर गेम खेलने के शौकिन होते हैं और जब वे गेम खेलने लग जाते हैं तो खाने पीने की उनको कुछ भी चिंता नहीं होती है। ऐसी स्थिति के अंदर वे कैसे फिट रह सकते हैं ? इसके अलावा यदि बच्चों को जबरदस्ती घरवाले खाना ‌‌‌देते हैं तो इस तरह के खाने को वे ना तो ठीक से चबाते हैं और ना ही पूरा खाते हैं। इसके अलावा मोबाइल की वजह से घुमना फिरना भी काफी कम हो गया है। कारण यह है कि मोबाइल की वजह से हम अधिकतर अपना समय मोबाइल पर ही बीता देते हैं तो फिर ऐसी स्थिति के अंदर जब घूमेंगे फिरेंगे नहीं तो फिट रहने का सवाल ‌‌‌ ही पैदा नहीं होता है।

गर्भावस्था मे मोबाइल के नुकसान

यदि कोई महिला गर्भवति है और मोबाइल चला रही है तो उसे भी सावधान रहने की जरूरत है। कारण यह है कि मोबाइल से विशेष प्रकार के रेडियशन निकते हैं और यह रेडियशन बच्चे के विकास के लिए काफी हानिकारक होते हैं।

‌‌‌इस तरह से दोस्तों मोबाइल के अनेक नुकसान हैं। यदि आप भी  मोबाइल का यूज करते हैं तो आपको इन नुकसान के बारे मे पता होना चाहिए । यदि आपको इसके बारे मे पता नहीं है तो फिर आपको पता इस लेख से चल गया होगा ।

‌‌‌इन रेडियशन की वजह से बढ़ते हुए बच्चे के की कोशिकाओं के अंदर अनियंत्रित बढ़ोतरी हो सकती है। और इसकी वजह से बच्चे के अंदर बदलाव आ सकता है। यदि आप भी एक गर्भवति महिला हैं तो मोबाइल का यूज आपको कम से कम करना चाहिए । यह आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होगा ।

mobile phone ke nuksan हड्डियों पर बुरा प्रभाव

मोबाइल का अधिक यूज करने से आपकी हड्डियों पर बुरा प्रभाव भी पड़ता है। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार जब आप अपने मोबाइल को जेब मे रखते हैं तो इसकी वजह से मोबाइल से इलेक्ट्रोमेगनेटिक  विकिरण निकलते हैं जोकि आपके हडियों के अंदर मौजूद लिक्विड को समाप्त कर देते हैं। ‌‌‌और इसकी वजह से आपके हडियो को नुकसान पहुंचता है।

ब्रेन टयूमर का खतरा

‌‌‌दोस्तों यदि आप मोबाइल को यूज करते हैं तो इससे ब्रेन टयूमर का खतर काफी बढ़ जाता है। यह हम नहीं कह रहे हैं वरन वैज्ञानिक इस बात को कह रहे हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन और इससे जुड़ी एक रिसर्च संस्था ने चेतावनी देते हुए कहा है कि रोज जो लोग 30 मिनट से अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं तो 8 से 10 साल के अंदर उनके अंदर कैंसर पैदा हो जाती है।

‌‌‌जैसा कि आपको पता ही होगा कि मोबाइल से एक विशेष प्रकार की रेडियशन निकलती है और उस रेडियशन का असर दिमाग के उत्तकों पर पड़ता है और यदि लंबे समय तक मोबाइल का यूज किया जाता है तो इससे दिमाग के उत्तकों के अंदर अनियंत्रित बढ़ोतरी देखने को मिलती है। तो मोबाइल का उपायोग सीमित करने की जरूरत है।

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arif khan

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