नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ‌‌‌और उपाय के बारे मे जानकारी

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा naso ki kamzori ka ilaj ayurvedic medicine नसें नलिकाएं होती हैं जो हृदय से रक्त को शरीर के सभी भागों में ले जाती हैं। वे द्वि-दिशात्मक हैं, इसलिए रक्त उनके माध्यम से दोनों तरह से प्रवाहित हो सकता है। नसें पतली दीवार वाली नलियाँ होती हैं जो लगभग आधा इंच चौड़ी और एक इंच लंबी होती हैं। उनकी एक चिकनी सतह होती है और छोटी धमनियों की तरह दिखती हैं।

दो प्रकार की नसें होती हैं: सतही नसें और गहरी नसें। सतही नसें त्वचा की सतह के ठीक नीचे स्थित होती हैं, जबकि गहरी नसें मांसपेशियों और संयोजी ऊतक के भीतर गहरी स्थित होती हैं। नस का आकार रक्त परिसंचरण में इसके महत्व का एक संकेतक है: नस जितनी बड़ी होगी, उसमें उतना ही अधिक रक्त हो सकता है।

‌‌‌अब आपके दिमाग के अंदर आता होगा कि नसों की कमजोरी क्या होती है तो दोस्तों नसों की कमजोरी का मतलब यह होता है कि नस पिचक सकती हैं या फिर वे दब जाती है जिसकी वजह से उस नस से खून का प्रवाह बाधित होता है। इसको ही नसों की कमजोरी के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और ‌‌‌आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । वैसे आपको बतादें कि नसों की कमजोरी कई लोगों की समस्या होती है। पीठ, कमर, हाथ, गर्दन, आदि भागों के अंदर नसों का एक जटिल जाल होता है। और यदि यह जाल सही तरह से काम नहीं करता है या फिर वहां पर कोई नस सही तरह से काम नहीं करती है तो फिर समस्या हो जाती है।

‌‌‌और वहां पर काफी तेज दर्द होने लग जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा आजकल पाईवेट पार्ट की नसे कमजोर होना एक आम समस्या होती जा रही है। असल मे इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि लोग गलत आदतों के शिकार हो जाते हैं और अपनी गलत आदतों की वजह से पार्ट की नसें काफी कमजोर हो जाती हैं। इसके ‌‌‌बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपके प्राइवेट पार्ट की नसे कमजोर हो चुकी हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌यदि आप इसका उचित उपाय नहीं करते हैं तो फिर आपकी शादी काफी खतरे के अंदर पड़ सकती है। आप इस बात  को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपको नस की कमजोरी का अनुभव हो रहा है तो फिर हम आपको कुछ उपाय के बारे मे बताने वाले हैं तो आइए जानते हैं इस तरह के उपाय के बारे मे विस्तार से

Table of Contents

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ‌‌‌पुदीने का तेल की मालिश करें

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा

‌‌‌दोस्तों यदि आप नसों की कमजोरी से परेशान हैं तो फिर आपको यह उपाय करना होगा । पुदिने का तेल आपको लेना है और उसके बाद उस तेल को आपको अपनी नसों के उपर लगाना होगा । यदि आप उस तेल को अपनी नसों पर मालिस करते हैं तो ऐसा करने से नसों मे खून का प्रवाह बेहतर होता है और ‌‌‌आपके जो नसों की कमजोरी दूर होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो पुदिने का तेल यदि आपके यहां पर नहीं हैं तो आप इसको दुकान से ले सकते हैं। यह आपको दुकान पर बहुत ही आसानी से मिल जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।‌‌‌कुछ दिन जब आप मालिस करके देखेंगे तो फिर इसका फायदा आपको साफ तौर पर दिखने लग जाएगा । मालिस करने के बाद आपको इसका प्रभाव साफ तौर पर नजर आएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा भी आपको बतादें कि पुदिने के बहुत सारे फायदे होते हैं।

पुदीना एक जड़ी बूटी है जो लैमियासी परिवार से संबंधित है। इसका उपयोग सदियों से औषधीय पौधे के रूप में किया जाता रहा है। टकसाल के लाभों में शामिल हैं: यह एक प्राकृतिक विरोधी भड़काऊ, जीवाणुरोधी और एंटिफंगल एजेंट है; यह पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है; यह चिंता और सूजन को कम कर सकता है; और इसका उपयोग सांसों को तरोताजा करने के लिए किया जा सकता है।

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ‌‌‌सरसों के तेल का प्रयोग

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ‌‌‌सरसों के तेल का प्रयोग

सरसों का तेल, जिसे पीले तैलीराल के रूप में भी जाना जाता है, सरसों के पौधे के बीजों से प्राप्त एक गाढ़ा, पीले-भूरे रंग का तरल है। इसका स्वाद तीखा, गर्म होता है और इसका उपयोग खाना पकाने और इत्र के रूप में किया जाता है। सर्दी और अन्य लक्षणों के इलाज के लिए सरसों के तेल का उपयोग दवा के रूप में भी किया जाता है।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि सरसों का तेल भी नसों की कमजोरी को दूर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह एक बढ़िया आयुर्वेदिक दवा है। इस तेल का आपको रोजाना अपने दर्द वाले स्थानों पर आपको मालिस करनी है।

‌‌‌बस आपको सरसों के तेल को कुछ गर्म करना है और गर्म करने के बाद ही आपको गुनगुना होने के बाद मालिस करनी होगी ।

बस आपको यह प्रयोग कुछ दिन तक करना होगा । ‌‌‌ऐसा करने से आपको कुछ दिन के अंदर ही इसका एहसास हो जाएगा कि आपकी नसों की कमजोरी दूर हो रही है तो फिर आप यह प्रयोग जारी रख सकते हैं।

लेवेंडर का फूल

लेवेंडर का फूल

लैवेंडर दुनिया के सबसे लोकप्रिय फूलों में से एक है। इसमें एक मीठी, पुष्प सुगंध है जिसे अक्सर परफ्यूम और बॉडी लोशन में प्रयोग किया जाता है। फूल का उपयोग चिंता और अवसाद के प्राकृतिक उपचार में भी किया जाता है।

लेवेंडर का फूल और सुइया को नहाने के पानी के अंदर आपको मिलाना है। इसके लिए आपको गर्म पानी का प्रयोग करना होगा । इस गर्म पानी से आपको नहाना होगा । आपको यह प्रयोग रोजाना करना है। जिससे कि आपकी नसों की कमजोरी दूर हो सकती है। ‌‌‌इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं । और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌इस तरह से आप प्रयोग करके देख सकते हैं आपको काफी अधिक फायदा देखने को मिलेगा । ‌‌‌और यदि आपके यहां पर लैवेंडर फूल आदि मिलते हैं तो फिर आप यह प्रयोग आसानी से कर सकते हैं। नहीं तो कोई दूसरा तरीका चुन सकते हैं।

‌‌‌बेर की गुंठली का सेवन करें naso ki kamzori ka ilaj ayurvedic medicine

दोस्तों यदि आपको नसों की कमजोरी की समस्या है तो फिर आपको बैर की गुंठली का सेवन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। इसका कारण यह है कि बैर की गुंठली काफी अधिक फायदेमंद होती है और यह आपकी नसों की कमजोरी को दूर करती है। ‌‌‌यदि आप बैर की गुंठली को गुड़ के साथ खाते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌आपको बतादें कि गुठली एक प्रकार की फलियां हैं और इसमें उच्च स्तर के फाइबर होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और पाचन में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचा सकते हैं। इसके अलावा, बे गुठली प्रोटीन, विटामिन ए और फोलेट का एक अच्छा स्रोत है। अंत में, वे मैग्नीशियम और पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत हैं।

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ‌‌‌गाय का दूध का सेवन करें

दोस्तों गाय के दूध के बारे मे तो आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। यदि आपको अपनी नसों की कमजोरी को दूर करना है तो फिर आपको गाय के दूध का सेवन करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।‌‌‌कुछ दिन लगातार जब आप गाय के दूध का सेवन करते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा । और आपके शरीर से कमजोरी दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। गाय के दूध के अनेक फायदे होते हैं जैसे कि गाय का दूध प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन का अच्छा स्रोत है। यह कैल्शियम और अन्य खनिजों का भी एक अच्छा स्रोत है। कुछ लोगों का मानना है कि गाय का दूध संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने और उम्र बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, गाय का दूध उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुआ है जो लैक्टोज असहिष्णु हैं।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि यदि आप गाय के दूध का सेवन कर रहे हैं तो आपको नकली दूध का सेवन नहीं करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। आपको सिर्फ असली दूध का सेवन करना चाहिए । यदि आप नकली दूध का सेवन करते हैं तो इससे आपको कोई फायदा नहीं होगा । वरन नुकसान ही होगा ।

किसमिस का सेवन करें नसों की कमजोरी दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवा

किसमिस का सेवन करें नसों की कमजोरी दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवा

किसमिस का सेवन करने से भी आप अपने नसों की कमजोरी को दूर कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। ‌‌‌असल मे किसमिस के अंदर कुछ खास प्रकार के गुण होते हैं जिसकी मदद से आप अपने नसों की कमजोरी को दूर कर सकते हैं।

किशमिश एक प्रकार का सूखा मेवा है जो कई व्यंजनों में लोकप्रिय है। किशमिश के कई फायदे हैं, जिसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट के स्रोत के रूप में उनकी भूमिका भी शामिल है। नसों की कमजोरी के इलाज के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से किशमिश का भी इस्तेमाल किया जाता रहा है।

‌‌‌वैसे तो यह आपको घरों मे आसानी से मिल जाती है। लेकिन यदि यह आपको घरों मे नहीं मिलती है तो उसके बाद आप इसको बाजार से खरीद सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसका सेवन करने से पहले आपको इसके बारे मे पूरी जानकारी हाशिल कर लेनी चाहिए । उसके बाद ही आपको इसका सेवन करना चाहिए ।

‌‌‌सेंधा नमक का प्रयोग करना

दोस्तों सेंधा नमक के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। सेंधा नमक काफी फायदेमंद चीज होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आमतौर पर यदि आपको नसों की कमजोरी की समस्या है तो फिर आपको सेंधा नमक का प्रयोग करना चाहिए । ‌‌‌सेंधा नमक को पानी मे मिलाएं और उसके बाद इसको नहाना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे आपकी नसों की कमजोरी दूर होती है। क्योंकि सेंधा नमक के अंदर कमजोरी को दूर करने का गुण होता है। यह सूजन को कम करता है।

‌‌‌सेंधा नमक वैसे हर घर के अंदर काफी आसानी से मिल जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा आप यह भी कर सकते हैं कि जिस स्थान पर आपके नसों मे दर्द हो रहा है कमजोरी लग रही है वहां पर सेंधा नमक के पानी से आपको धोना चाहिए । ऐसा करने से आपको काफी अधिक फायदा होगा ।

अश्वगंधा नसों की कमजोरी को दूर करने का उपाय naso ki kamzori ka ilaj ayurvedic medicine

अश्वगंधा का एक लंबा और विविध इतिहास है, जो 4,000 से अधिक वर्षों तक फैला हुआ है। नसों की कमजोरी को दूर करने और समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने की क्षमता के लिए इसे आयुर्वेद में “जड़ी बूटियों के राजा” के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक अन्य जड़ी-बूटियों के संयोजन में अश्वगंधा का उपयोग कई प्रकार की स्थितियों के इलाज के लिए करते हैं, जैसे: चिंता, अवसाद, तनाव, पुराना दर्द, यौन रोग और बहुत कुछ।

‌‌‌इसके लिए आपको करना यह है कि अश्वगंधा पाउडर को मार्केट से ले आना होगा । और उसके बाद इसको रोजाना सोने से पहले और उठने के बाद दूध के साथ लेना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसा करने से आपकी जो नसों की कमजोरी होगी । वह दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

कैमोमाइल-टी का प्रयोग करना नसों की कमजोरी दूर करने के लिए


कैमोमाइल चाय को इसके एंटीस्पास्मोडिक और विरोधी भड़काऊ गुणों के कारण तंत्रिका कमजोरी के लिए एक आराम और प्रभावी उपचार माना जाता है। ऐतिहासिक रूप से, कैमोमाइल का उपयोग चिंता, अवसाद, पीएमएस और अनिद्रा जैसे विभिन्न मुद्दों के इलाज के लिए एक पारंपरिक दवा के रूप में किया गया है। आधुनिक समय में, अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों के उपचार में इसके संभावित उपयोग के लिए भी इसका अध्ययन किया जा रहा है। कैमोमाइल चाय को गर्म या ठंडी चाय के रूप में पीया जा सकता है, और अकेले या अन्य खाद्य पदार्थों के साथ इसका आनंद लिया जा सकता है।

कैमोमाइल को आपको सबसे पहले एक कप पानी के अंदर उबालना होगा । और उसके बाद आपको इसके अंदर शहद को मिला देना होगा । फिर यदि आप इसका सेवन करते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए एक अच्छा तरीका होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

नसों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा ग्रीन टी

ग्रीन-टी भी आपकी नसों की कमजोरी को दूर करने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌आप ग्रीन टी के बैग और शहद को मिलाकर दिन मे 3 बार ग्रीन टी का सेवन करें । ऐसा करने से माना जाता है कि नसों की कमजोरी दूर होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌आप ग्रीन टी के बैग और शहद को मिलाकर दिन मे 3 बार ग्रीन टी का सेवन करें । ऐसा करने से माना जाता है कि नसों की कमजोरी दूर होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपके यहां पर ग्रीन टी नहीं है तो आप बाजार से खरीद सकते हैं। यह आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगी । क्योंकि इसका बहुत सारे लोग यूज करते हैं।

दुनिया भर की कई संस्कृतियों में ग्रीन टी एक लोकप्रिय पेय है। इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए इसका अध्ययन किया गया है, जिनमें से कुछ में कैंसर के जोखिम को कम करना, हृदय स्वास्थ्य में सुधार करना और वजन घटाने में सहायता करना शामिल है।

ग्रीन टी के प्राथमिक लाभों में से एक यह है कि यह नसों की कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकता है। यह हरी चाय में एंटीऑक्सिडेंट के कारण होता है जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और सेल पुनर्जनन को बढ़ावा देने में मदद करता है।

‌‌‌नसों की कमजोरी के लिए हल्दी वाले दूध का सेवन करें

दोस्तों हल्दी नसों की कमजोरी के लिए काफी अधिक फायदेमंद मानी जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ  सकते हैं। यदि आपको नसों की कमजोरी है तो हल्दी  और दूध को आपस मे मिलाकर सेवन करें ।

भ्रस्तिका प्राणायाम करना चाहिए

दोस्तों भ्रस्तिका प्राणायाम करने से भी नसों की कमजोरी दूर होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ  सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

भृष्टिका प्राणायाम, या “छह अंगों वाली सांस”, एक प्राचीन योग अभ्यास है जो शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बेहतर बनाने और नसों की कमजोरी को दूर करने में सहायता के लिए जाना जाता है। इस प्रकार के श्वास अभ्यास में नाक के माध्यम से गहरी सांस लेना और फिर मुंह के माध्यम से एक साथ सभी छह एयर पॉकेट्स को बाहर निकालना शामिल है। ऐसा करके आप अपने डायाफ्राम और छाती की मांसपेशियों पर काम कर रहे हैं, जो आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन और परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करते हैं।

भ्रस्तिका व्यायाम को आपको किस तरह से करना है इसके बारे मे आप गूगल कर सकते हैं। जहां पर आपको विडियो के अंदर सूचनाएं दी जाएगी । और उसके आधार पर आप चीजों को कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

अनुलोम विलोम करना

दोस्तों आपको बतादें कि यदि आपके दिमाग की नसों के अंदर समस्या है तो फिर आपको अनुलोम विलोम करना चाहिए । ‌‌‌यह आपके दिमाग की नसों के अंदर होने वाली कमजोरी को दूर कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को  समझ सकते हैं।

‌‌‌अनुलोम विलोम को करने का तरीका बहुत अधिक सरल है इसके अंदर आपको करना यह है कि एक हाथ से अपनी एक नाक बंद करें और दूसरी से हवा खींचें और उसके बाद पहली वाली से हवा को बाहर छोड़ दें । इसी तरह के क्रम को आप जितने समय दोहरा सकते हैं आपको दोहराना चाहिए । ‌‌‌यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होगा । और आपकी नसों की कमजोरी की जो समस्याएं हैं वे दूर हो जाएंगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए मसाज करें

दोस्तों यदि आपको नसों की कमजोरी महसूस हो रही है तो फिर आपको मसाज का सहारा लेना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

पूरे शरीर की मालिश करने से सभी मांसपेशियों की शिथिलता को बढाने में और साथ ही प्रभावित हिस्से को आराम देने में यह काफी मदद करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों मांसपेशियों के उपर आपको तेल का प्रयेाग करते हुए मालिस करनी है। ‌‌‌यदि तेल का प्रयेाग करते हुए आप मालिस करते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होगा । और आपकी जो नसों की कमजोरी होगी । वह दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌लेकिन इसका फायदा आपको तभी देखने को मिलेगा । जब आप कुछ दिनों तक इस उपाय को जारी रखेंगे । ऐसा नहीं हैं कि तुरंत ही आपको सब कुछ फायदा देखने को मिल जाएगा । असल मे इसके अंदर काफी अधिक समय लगता है।

‌‌‌और यदि आप चाहें तो दिन मे दो बार मसाज करें । ऐसा करने से नसों को ताकत मिलती है और कमजोरी दूर करने मे यह काफी फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌गर्म सिकाई का करना नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए

‌‌‌दोस्तों यदि आपको नसों की कमजोरी का अनुभव हो रहा है तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको एक बर्तन के अंदर गर्म पानी लेना है जैसे कि आप बोतल के अंदर गर्म पानी ले सकते हैं और उसके बाद आपको अपनी नसों पर उस पानी का छिड़काव करना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा । ‌‌‌और आपकी जो समस्या होगी । वह दूर हो जाएगी । ऐसा करने से जो नसों का दर्द होता है वह काफी कम हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌लेकिन आपको सिकाई करते समय कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए । जैसे कि आपको अधिक गर्म को नसों पर नहीं लगाना चाहिए । यदि आप अधिक गर्म चीजों को नसों के उपर लगाते हैं तो इससे काफी अधिक नुकसान होगा । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌नसों की कमजोरी दूर करने के लिए करें ठंडी सिकाई

दोस्तों यदि आप नसों की कमजोरी को दूर करना चाहते हैं तो आप उनकी ठंडी सिकाई भी कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके लिए आपको किसी बर्तन के अंदर बर्फ को डालना होगा । और उसके बाद आपको धीरे धीरे अपनी नसों की सिकाई करनी होगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।यदि आप रोजाना सिकाई करते हैं तो इससे आपको काफी अधिक फायदा देखने को मिलेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌और यदि आपकी नसों के अंदर दर्द और सूजन की समस्या है वह दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌नसों की कमजोरी के लक्षण

दोस्तों यदि हम नसों के अंदर कमजोरी के लक्षण के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि नसों के अंदर कमजोरी के कई सारे लक्षण हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इसकी मदद से पहचान सकते हैं कि आपकी नसों के अंदर कमजोरी हो चुकी है।

‌‌‌नसों मे कमजोरी के लक्षण  मांसपेशियों मे दर्द

दोस्तों यदि आपके नसों मे कमजोरी हो चुकी है तो इसकी वजह से आपको दर्द का एहसास हो सकता है। जैसे कि आप थोड़ा भी काम करते हैं तो उसकी वजह से आपको दर्द का अनुभव हो सकता है। यदि ऐसा है तो इसका मतलब यह है कि आपकी नसों के अंदर कमजोरी आ चुकी है। ‌‌‌और इसके लिए आपको उचित उपाय करने की जरूरत है आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं । और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌नसों की कमजोरी का लक्षण सुस्ती और थकान

यदि आपके शरीर की नसें कमजोर हो जाती हैं तो इसका एक लक्षण यह भी दिखाई देने लग जाता है कि आपके अंदर सुस्ती और थकान आ जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपके अंदर सुस्ती और थकान आ जाती है तो इसका मतलब यह है कि आपकी नसें काफी अधिक कमजोर हो ‌‌‌ रही हैं और इसके लिए आपको उचित उपाय करने की जरूरत है आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ  सकते हैं।

‌‌‌यदि आपकी यादाश्त घट रही हो

दोस्तों यदि आपकी यादाश्त घट रही है तो फिर आपको नसों की कमजोरी होने का संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसका मतलब यह है कि दिमाग की नसे काफी कमजोर हो रही हैं जिसकी वजह से आपकी यादाश्त घट रही है। ‌‌‌इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपकी दिमागी नसें काफी कमजोर हो रही हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को समझ  सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌चक्कर आना

दोस्तों यदि आपको बार बार चक्कर आ रहा है तो यह भी एक तरह से नसों की कमजोरी होने का संकेत होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपको काफी अधिक चक्कर आ रहे हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌बार बार अपच का होना

दोस्तों एक आध बार अपच का होना तो काफी आम बात होती है। लेकिन यदि आपको बार बार अपच की समस्या हो रही है तो फिर यह एक तरह से नसों की कमजोरी होने का संकेत होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपको अपच की समस्या है तो फिर आप अपने डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको  उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌शरीर मे खून की कमी का होना

दोस्तों यदि आपके शरीर के अंदर खून की कमी है तो उसकी वजह से भी नसों की कमजोरी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

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pooja dixit

dr pooja dixit ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा की पढ़ाई की है। पोषण और मेडिकल से यह वर्तमान मे जुड़ी हुई हैं। और यह अक्सर पोषण से जुड़ी समस्याओं और मेडिकल से जुड़ी समस्याओं पर लिखती रहती हैं। वर्तमान मे यह खुद का अपना अस्पताल चलाती हैं। पोषण और स्वास्थ्य जैसी समस्याओं पर यह काफी अनुभव रखती हैं और इन्होंने इस संबध मे काफी कुछ किया है।