नींबू का पौधा घर पर कैसे लगाएं ,नींबू का पौधा कैसे लगाएं ,नींबू का पौधा लगाने की विधि के बारे मे हम आपको इस लेख मे बताएंगे ।
नींबू का प्रयोग हमारे घरों मे बहुत अधिक होता है। इसी लिए बहुत से लोग अपने घर के अंदर ही नींबू का पौधा लगा लेते हैं। नींबू का पौधा संघनन होता है। और इसकी शाखाएं कांटेदार होती हैं। यह एक छोटा पौधा होता है । देखने मे झाड़ी की तरह ही लगता है।आपको बतादें कि कच्चा नींबू हरे रंग का सा होता है जो पकने के बाद पीले रंग का होता है। उसके बाद ही इसको तोड़ कर खाया जाता है।
नींबू प्राचीनकाल से ही भारत मे ही उगता रहा है।यह हिमालय की उष्ण घाटियों में जंगली रूप में उगता हुआ पाया जाता है तथा मैदानों में समुद्रतट से 4,000 फुट की ऊँचाई तक पैदा होता है।आपको बतादें कि नींबू की कई सारी किस्मे होती हैं। जिनके अंदर कागजी नीबू, कागजी कलाँ, गलगल तथा लाइम सिलहट सबसे अधिक लोकप्रिय हैं।
नींबू के एक जीनोमिक अध्ययन ने संकेत दिया कि यह कड़वा नारंगी (खट्टा नारंगी) और साइट्रॉन के बीच एक संकर था।हालांकि नींबू की सही सही उत्पति अज्ञात है।पहले इटली और यूरोप के अंदर भी नींबू की खेती की जाती थी हालांकि यह बड़े पैमाने पर खेती नहीं होती थी।उसके बाद फारस और इराक के अंदर नींबू की खेती होने लगी थी।उसके बाद 10 वीं शताब्दी के अंदर नींबू के बारे मे अरबी साहित्य मे उल्लेख मिलता है।इस्लामी बगानों के अंदर सजावटी पौधे के रूप मे नींबू का इस्तेमाल किया गया था।यूरोप में नींबू की पहली पर्याप्त खेती 15 वीं शताब्दी के मध्य में जेनोआ में शुरू हुई थी।
उसके बाद 1493 ई के अंदर नींबू की खेती अमेरीका के अंदर पेश की गई थी।19 वीं शताब्दी में, फ्लोरिडा और कैलिफोर्निया में नींबू के पौधे बड़े पैमाने पर लगाए जाने लगे ।
वैसे आपको बतादें कि नींबू का प्रयोग भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए कई तरह के व्यंजनों के अंदर किया जाता है। इसके अलावा नींबू का रस निकाल कर भी पिया जाता है। यदि आपके घर के अंदर एक नींबू का पेड़ होता है तो आप गर्मियों मे नींबू रस का आनन्द ले सकते हैं।
मैंने देखा है आमतौर पर जिन घरों के अंदर नींबू का पेड़ होता है।वह देखने मे भी काफी सुंदर लगता है। और जब भी नींबू का ताजा रस पीना हो या सिकंजी बनानी हो । बस नींबू तोड़ा और उपयोग मे लिया जा सकता है।
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नींबू का पौधा कैसे लगाएं nimbu ka paudha kaise lagaen
दोस्तों आप नींबू के पौधे को दो तरीकों से उगा सकते हैं। पहला तो आप बाजार से इसके पौधे को खरीद कर ला सकते हैं।और उसके बाद मिट्टी के अंदर उसे उगा सकते हैं। दूसरा तरीका यह है कि आप बीज से नींबू के पौधे को लगा सकते हैं। इसमे आपको करना यह है कि सबसे पहले एक अच्छे बीज को चुनना होता है। यदि आप चाहे तो नींबू बीज को भी चुन सकते हैं।यदि आप नींबू बीज को चुनते हैं तो आपको कई नींबू बीज को चुनना होगा । क्योंकि एक हो सकता है ना उगे । इसके विपरित मार्केट के अंदर नींबू के बीज मिलते भी हैं आपको उनको खरीद कर ला सकते हैं। यह तैयार बीज होते हैं। और इनके उगने के चांस भी अधिक होते हैं।
नींबू के बीज को मिट्टी मे लगाना /नींबू का पौधा गमले में कैसे लगाएं
नींबू के बीज को आप गमले के अंदर लगा सकते हैं।यदि आपके पास गमला उपलब्ध नहीं है तो आप इसको प्लास्टिक की थैली के अंदर भी लगा सकते हैं। इसके अलावा आप इसको सीधे जमीन मे भी लगा सकते हैं। तो सबसे पहले हम बात करते हैं। मिट्टी तैयार करने की तो आपको सबसे पहले एक गमले के अंदर मिट्टी डालनी है। और उसकेा पानी से गिला कर देना है।और आप चाहें तो मिट्टी को पानी के अंदर अच्छी तरह से मिक्स करदें । इसके अलावा इस बात का ध्यान दें कि मिट्टी को बहुत अधिक गिला नहीं रखना है वरना नींबू का बीज सड़ सकता है।
नींबू का पौधा उगाने के लिए आप पॉश्चुराइजेशन वाली मिट्टी का ही प्रयोग करें जिसके अंदर के सारे बैक्टिरिया को खत्म कर दिया गया हो ।
नींबू का पौधा लगाने की विधि एक अच्छे होल वाले नींबू को चुने
यदि आप गमले के अंदर नींबू को लगाते हैं तो एक होल वाले गमले को चुने ।गमला 3 से 4 इंच चौड़ा और करीब 5 से 6 इंच गहरा चुनना चाहिए ।यदि आप एक ही गमले के अंदर कई नींबू के बीज को लगाना चाहते हैं तो एक बड़े गमले को चुनना अच्छा रहता है।
गमले के अंदर बीज डालने के लिए छेद करना
यदि आप गमले के अंदर कई नींबू के बीज को लगाना चाहते हैं तो 1.27 सेंटीमीटर का छेद गमले के अंदर करें । आप जितने बीज लगाना चाहते हैं उतने ही छेद पेन की मदद से कर सकते हैं।
नींबू का पौधा लगाने के लिए बीज को तैयार करना
आप एक नींबू से भी बीज को चुन सकते हैं।लेकिन बीज को चुनते समय इस बात का ध्यान रखें की बीज देखने मे अच्छा और बड़ा होना चाहिए । कमजोर बीज का चुनाव नहीं करें । यह फल नहीं दे पाएंगे और उग भी नहीं पाएंग । आप एक गमले के अंदर कम से कम 5 नींबू के बीजों को उगाएं ताकि यदि कोई एक नींबू का बीज ना उगे तो दूसरे उग जाएं। यदि आप एक ही उगाएं गे तो हो सकता है कि वह ना उगे ।
नींबू के बीज की कोटिंग को हटाएं
दोस्तों नींबू के बीज के उपर कोटिंग होती है।बीज को उगाने के लिए उस कोटिंग को हटाना होता है। इसके लिए आप नींबू को रातभर पानी के अंदर रख सकते हैं। या आप उसे चूस सकते हैं। कोटिंग के साथ यदि बीज को उगाते हैं तो वह खराब हो सकता है।
नींबू का पौधा कैसे उगाये नींबू के बीज से
अब यदि आप बीज तैयार कर चुके हैं तो नींबू के बीज को गमले के अंदर इस प्रकार से लगाएं कि बीज का पॉइंट वाला सिरा नीचे की तरफ रखें क्योंकि इससे जड़ें निकलने वाली हैं।
पौधे के अंदर गर्माहट और नमी को रोकना
यदि आप एक बार गमले के अंदर बीज को लगा चुके हैं तो उसके बाद गमले के उपर एक प्लास्टिक बांध दें और उसके बीच के अंदर छेद आप करें । छेद पौधे को सांस लेने मे मदद करते हैं। और उसके बाद प्लास्टिक को गमले के बांध कर धूप वाले स्थान पर रखें । लेकिन इस बात का ध्यानदें कि धूप अधिक नहीं होनी चाहिए ।
मिट्टी सूखी दिखे तो उसमे पानी दें
अब नींबू के पौधे के अंदर समय समय पर पानी देते रहना होगा ।इसके लिए आप प्लास्टिक को निकाल कर पानी दे सकते हैं। और उसके बाद फिर प्लास्टिक चढ़ा सकते हैं।और एक बार जब पौधा उग जाता है तो उसके प्लास्टिक कवर को अलग कर दें और उगे हुए पौधें को कुछ दिनों बाद अलग स्थान पर ट्रांसफर करदें ।
नींबू का पौधा घर पर कैसे लगाएं ? नींबू के पौधे को थैली के अंदर लगाने का तरीका
दोस्तों अब तक हमने नींबू के बीज को गमले के अंदर लगाने का तरीका जाना आइए अब जानते हैं कि नींबू के पौधे को थैली के अंदर किस प्रकार से लगा सकते हैं ? यह बहुत ही आसान तरीका है।
सबसे पहले पेपर टॉवल को अच्छी तरह से गीला करें
दोस्तों आपके पास पेपर टॉवल तो होगा ही नहीं तो मार्केट से खरीद सकते हैं। इसको पानी के अंदर अच्छी तरह से डूबों दें और उसके बाद इसके अंदर अतिरिक्त पानी को निचोड़ कर निकाल देना चाहिए ।
प्लास्टिक की एक बैग बनाएं
दोस्तों अब पैपर टॉवल को डालने के लिए एक प्लास्टिक की बैग बनाएं और पेपर को उतना बड़ा रखें कि वह इस बैग के अंदर अच्छी तरह से आ जाए । और बैग उपर से पूरी तरह से बंद होना चाहिए ताकि नमी को बनाए रखने मे सक्षम हो सके ।
अब अच्छे नींबू के बीजों का चुनाव करें
दोस्तों अब अंकुरण के लिए अच्छे नींबू के बीजों का चुनाव कर सकते हैं। कई सारे बीजों के अंदर पांच बीजों का एक साथ ही चुनाव करना होगा । और आप इनको 3 इंच की दूरी पर लगा सकते हैं। सभी बीजों से अंकुर नहीं निकलने वाले हैं। लेकिन यदि आप अधिक चुनाव करते हैं तो कुछ बीज आपके लिए अच्छे साबित हो सकते हैं। लेकिन आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बहुत सारे नींबू के बीज एक साथ भी नहीं लगाने हैं। ऐसा करने से नींबू के उगने मे काफी समस्याएं होंगी ।
नींबू के बीजों को साफ करना
जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि नींबू के बीज के उपर एक कोटिंग होती है। और बीज को उगाने से पहले उसको हटाना जरूरी होता है। आप उसे रात भर पानी के अंदर डालकर रख सकते हैं और उसके बाद चूस सकते हैं। ऐसा करने से बीज की कोटिंग हट जाती है और वह बहुत ही जल्दी अंकुरित हो जाता है।
बीज की सफेद परत को हटाना
दोस्तों आमतौर पर नींबू का बीज सफेद होता है।और इस सफेद परत को आप नाखुन की मदद ये या फिर किसी चाकू की मदद से हटा सकते हैं लेकिन अंदर की परत को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए । इस सफेद परत को हटाने के बाद अंदर ब्राउन कलर का बीज निकलेगा । ऐसा करने का फायदा यह है कि बीज काफी जल्दी अंकुरित हो जाता है। आप चाहें तो इसके बिना भी बीज को उगा सकते हैं।
अब बीजों को पेपर टॉवल पर रखें
यदि आप सारे बीजों की परत को हटा चुके हैं तो आप बीजों को पेपर टावल पर रखें और उसके बाद पेपर टॉवल को अच्छी तरह से बंद करदें । यह तापमान और नमी को बनाए रखेगा । उसके बाद इस पेपर को किसी अंधेरे स्थान पर रख सकते हैं। अब इन बीजों को अंकुरित होने मे लगभग 3 सप्ताह का समय लग सकता है। इतने दिनों तक इंतजार करें ।
अंकुरित बीजों को गमले के अंदर लगाना
जब अंकुरित बीज 3.15 इंच के हो जाएं तो उनको गमले मे लगाना बहुत ही जरूरी हो जाता है।जितने बीज अंकुरित हुए हैं। उस हिसाब से गमले का चयन करें । और उनके अंदर बीजों को अच्छी तरह से लगादें । नींबू के पौध को लगाने के बाद मिट्टी को अच्छी तरह से थपथपाएं ।
अब समय समय पर पौधों के अंदर पानी देते रहें । मिट्टी को अधिक गिला ना रखें । और सारे गमलों को धूप के अंदर रखदें । जब आवश्यक हो पौधों को अन्य जगह पर ट्रांसफर करदें ।
नींबू के पौधे की देखभाल
नींबू के पौधे की देखभाल यदि आप सही तरीके से नहीं कर पाते हैं तो फिर यह अच्छे से अंकुरित नहीं हो पाएगा । और इसको कई समस्याएं घेर सकती हैं। नींबू के छोटे पौधे मे हप्ते मे 2 से 3 बार पानी दें। और मिट्टी को पूरी तरह से कभी भी सूखने नहीं देना चाहिए ।
नींबू के पौधे को भरपूर धूप मिलनी चाहिए
दोस्तों नींबू के पौधे को उगने के लिए 8 घंटे दूप की आवश्यकता होती है।इस वजह से नींबू के पौधे को हमेशा धूप युक्त स्थान पर रखना बेहद ही जरूरी होता है।बिना अच्छी धूप के नींबू का पौधा बढ़ नहीं पाएगा ।
मिट्टी की PH को चैक करना
जिस मिट्टी के अंदर आप नींबू को पौधे को उगाते हैं उसकी PH को भी आपको चैक करना होता है।नींबू के पेड़ को हल्की सी एसिडिक मिट्टी पसंद होती है। आप पीएच टेस्टिंग किट को ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसके अलावा नींब की जड़ों के अंदर चाय डाल सकते हैं जो मिट्टी की ऐसिडिटी को कम करने का कार्य करती है।
नींबू का पौधा रोपण
एक बार जब पौधा गमले के अंदर से तैयार हो जाता है तो उसे भूमी पर लगाना होता है।आपको बतादें कि पौधे को लगाने का उचित समय जुलाई और मार्च होता है।
पौधे को गड्डे के अंदर लगाने से पहले कीटनाशक दवा दानेदार फीप्रोनिल 5%SG 5 ग्राम बिखेरें या फिर आप क्लोरोपाइरिफास का प्रयोग 20 EC 2 M.L/ लिटर प्रयोग मे ले सकते हैं।
कार्बाडजिम को 50% wp का 2gram/Li गड्ढों के अंदर छिड़कते हैं। यह कवक नाशक होता है।
पौधे को शाम के समय रोपित करें और 2 से 3 दिन तक हल्की सिंचाई करते रहें ।
खाद/उर्वरक | मात्रा/गड्ढा |
गोबर की खाद | 25-30 किलो./गड्ढा |
नीम की खल | 0.5-1 किलो./गड्ढा |
जिप्सम चूर्ण | 1-2 किलो./गड्ढा |
ट्राईकोडर्मा उपचारित गोबर | 1-2 किलो./गड्ढा |
सिंगल सुपर फॉस्फेट | 1-2 किलो./गड्ढा |
नींबू की कलम कैसे लगाएं
नींबू के पौधों को बीज और कलिकायन दोनों की मदद से लगाया जा सकता है।यदि आप कलिकायन लगाना चाहते हैं तो यह तरीका भी अजमा सकते हैं। यदि आपको कलिकायन का सही तरीके का पता नहीं है तो आप किसी से लगवा भी सकते हैं।
आप जिस भी नींबू के पौधे को कलिकायन के लिए चुनते हैं। तो सबसे पहले यह देखें कि आप जिसको चुन रहे हैं वहां की जलवायु कैसी है। यदि वहां की जलवायु और आपकी जलवायु मैच नहीं कर रही है तो ऐसी स्थिति के अंदर कलिकायन मे सफलता तो मिल सकती है लेकिन नींबू का पौधा अधिक उत्पादन नहीं दे पाएगा ।
सबसे पहले नींबू के पौधों को तैयार करने के लिए बीजों को एकत्रित किया जाता है और उनको उंची उठी क्यारियों के अंदर बुआई की जाती है।यह बुआई सिंतबर से अक्टूबर के अंदर की जाती है। आप 1 किलो बीज से 4500 पौधों को तैयार कर सकते हैं। बुआई के लिए 2 से 3 फुट लंबी क्यारी तैयार कर सकते हैं।
बीजाई के 3 से 4 सप्ताह के बाद नींबू के पौधे के अंकुर निकल आते हैं और रात के अंदर इनको सर्दी से बचाने के लिए किसी घास फूस को उपर ढक दिया जाता है और सुबह उतार दिया जाता है।
जब आपको पौधा 15 सेंटीमिटर का हो जाए तो उसके बाद उसको बड़ी क्यारियों के अंदर स्थानान्तरित करना बेहद ही जरूरी हो जाता है। पौधे को ट्रांसफर करने से पहले क्यारी के अंदर अच्छी तरह से पानी दिया जाना चाहिए ताकि पौधे का ट्रांसफर काफी आसान हो जाए।
जब नई क्यारी के अंदर पौधे को भेजते हैं तो हर पौधे की दूरी 25 सेंिटमिटर तक रखी जानी चाहिए ।ताकि पौधे को बढ़ने के लिए आवश्यक स्थान मिल सके ।नींबू के पौधों को अच्छी बढ़ोतरी के लिए क्यारी के अंदर गोबर की खाद डालनी चाहिए और पौधों की रोपाई वसंत के अंदर करें।
नींबू के पौधे की कलिकायन के लिए 1 वर्ष के पौधे का चयन करें। इसकी मोटाई पेंसिल के जितनी होनी चाहिए ।कली को उस समय लगाया जाना चाहिए जिस समय कि पौधें के अंदर पूरे रस का संचार हो रहा हो ।कली को काटें और दूसरे पौधें के अंदर अच्छी तरह से फिट कर दिया जाना चाहिए ।नींबू वर्ग में टी-बडिंग तरीका काम में लिया जाता है इसको अच्छी तरह से बिठा कर पोलिथीन की थैली को बांधा जाता है।2 से 3 सप्ताह के बाद यह कली फुटने लग जाती है और उसके बाद पोलिथीन की थैली को हटा देना चाहिए और उसके बाद पौधे की अच्छी तरह से देखभाल करनी चाहिए।इसके 8 महिने के बाद यह पौधे रोपाई योग्य हो जाता है । लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि कलिकायन के लिए सही पौधे का चुनाव करें ताकि उगने वाला पौधा अच्छा हो सके ।
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घर मे नींब लगाने के फायदे
एक नींबू भले ही छोटा सा हो लेकिन यह कई प्रकार से फायदेमंद होता है।यह औषधिय गुणों का खजाना है।नींबू का प्रयोग कई तरह से किया जाता है।नींबू विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत है। और नींबू के प्रयोग से स्कर्वी रोग भी नहीं होता है।घर के अंदर नींबू का होना वैसे भी फायदे मंद होता है।इसका कारण यह है कि आप कभी भी नींबू के रस को पी सकते हैं और भोजन के अंदर डालकर इसको खा सकते हैं। दवा के रूप मे भी नींबू का प्रयोग कर सकते हैं।
नींबू का प्रयोग कई कार्यों के अंदर किया जाता है। जैसे पेट के कीड़ों को मारने के लिए , पेट दर्द के उपचार के लिए ,भूख को बढ़ाने के लिए पित और कफ के उपचार के लिए आप नींबू का प्रयोग कर सकते हैं।
वैसे आपको बतादें कि नींबू के पत्ते और फल व छाल सभी उपयोगी होते हैं।
- नींबू से हम रस निकालते हैं और इस रस का प्रयोग सिकंजी वैगरह बनाने मे और खाने के अंदर डालने मे करते हैं। और कई रोगों के उपचार मे भी नींबू के रस का प्रयोग होता है।
- नींबू का तेल भी निकाला जाता है।और उसके बाद इसको बेचा जाता है।
- नींबू के पेड़ की पत्तियों का उपयोग चाय बनाने और पके हुए मीट और सीफूड बनाने के लिए किया जाता है।
नींबू के अंदर पाये जाने वाले पोषक तत्व इस प्रकार से हैं
नींबू के पोषक तत्व | |
प्रति 100 ग्राम पोषण मूल्य (3.5 औंस) | |
ऊर्जा | 121 केजे (29 किलो कैलोरी) |
कार्बोहाइड्रेट | 9.32 ग्रा |
शुगर्स | 2.5 ग्रा |
फाइबर आहार | 2.8 ग्राम |
मोटी | 0.3 ग्रा |
प्रोटीन | 1.1 ग्रा |
विटामिन | मात्रा% DV † |
थियामिन (बी 1 ) | 3% 0.04 मिग्रा |
राइबोफ्लेविन (B 2 ) | 2% 0.02 मिग्रा |
नियासिन (बी 3 ) | 1% 0.1 मिलीग्राम |
पैंटोथेनिक एसिड (बी 5 ) | 4% 0.19 मिलीग्राम |
विटामिन बी 6 | 6% 0.08 मि.ग्रा |
फोलेट (B 9 ) | 3% 11 माइक्रोग्राम |
चोलिन | 1% 5.1 मिग्रा |
विटामिन सी | 64% 53 मिग्रा |
खनिज | मात्रा% DV † |
कैल्शियम | 3% 26 मिग्रा |
लोहा | 5% 0.6 मिग्रा |
मैग्नीशियम | 2% 8 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 1% 0.03 मि.ग्रा |
फास्फोरस | 2% 16 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 3% 138 मिग्रा |
जिंक | 1% |
डैंड्रफ से निजात दिलाता है नींबू का रस
यदि आपके घर मे नींबू है तो फिर कहना ही क्या है। अपने नींबू के पौधे के पास जाएं और उससे एक ताजा पका हुआ नींबू लेकर आएं । उसके बाद उसे चाकू से काटें और रस निकालकर बालों के अंदर लगालें । आप चाहें तो बालों मे नींबू के रस को लगाने के लिए रूई का इस्तेमाल कर सकते हैं। और यदि आप ऐसे ही लगाना चाहते हैं तो ऐसे ही लगाई ।नींबू के रस को लगाने के बाद आप 1 घंटे बाद नहा सकते हैं। बस फिर क्या है आपका डैंड्रफ गायब हो जाएगा । डैंड्रफ को भगाने का यह बहुत ही शानदार तरीका है बिना किसी दवा के ।
झुर्रियों को कम करता है नींबू
आजकल हर कोई जवान दिखना चाहता है ।कोई चाहता ही नहीं है कि वह बूढ़ा हो जाए लेकिन बूढापे पर किसी का जोर नहीं चलता है। जावां दिखने के लिए ही तो अभिनेत्रियां करोड़ों खर्च करती हैं। यदि आप उनको बिनामेकअप के देखलें तो दंग रह जाएंगे ।
वैसे आपको बतादें कि नींबू के रस के अंदर विटामिन सी होता है जोकि एंटीऑक्सीडेंट होता है जो झुर्रियों को हटाने का कार्य करता है।इसके अलावा विटामिन सी की एक खास बात यह होती है कि यह सूर्य से निकलने वाली पैराबैंगनी किरणों से त्वचा को जो नुकसान होता है। उससे भी बचाने का काम करता है।
इस प्रकार से आप नींबू का सेवन करके भी त्वचा की झुर्रियों को कम कर सकते हैं। और यदि चेहरे पर झुर्रियों की समस्या है तो आप एक नींबू लें और उसको काटकर एक कटोरी के अंदर रस निकालें । उसके बाद इसको अपने चेहरे पर रोजाना लगाएं ।यदि संभव हो तो रात को लगाकर सो सकते हैं। सुबह चेहरा धो लें । यह चेहरे की मर चुकी कोशिकाओं को हटाने का कार्य करता है।
स्ट्रेच मार्क्स को दूर करता है नींबू
प्रेगनेंसी के बाद स्ट्रेच मार्क्स के निशान पड़ना बहुत ही आम होता है। और यह समस्या सबसे अधिक महिलाओं को होती है। पेट पर नाखुन का यूज करने से यह निशान पड़ जाते हैं। हालांकि पुरूषों को भी यह समस्या हो सकती है। यदि उनका वजन अचानक से कम या अधिक होता है तो । वैसे स्ट्रेच मार्क्स किसी भी प्रकार से नुकसानदायी नहीं होते हैं लेकिन देखने मे यह काफी खराब लगते हैं और इसी वजह से महिलाएं इनको हटाने के काफी प्रयास करती हैं।
कुछ वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह कहा गया है कि नींबू स्ट्रेच मार्क्स को हटाने मे मदद कर सकता है। नींबू के अंदर विटामिन सी होता है जोकि कोलेजन को बढ़ाकर स्ट्रेच मार्क्स को कम करने मे सहायक हो सकता है।हालांकि नींबू पूरी तरह से स्ट्रेच मार्क्स को समाप्त नहीं कर सकता है।
मुंहासों को हटाता है नींबू
दोस्तों मुंहासे की समस्या सबसे आम होती है। यदि किसी के चेहरे पर मुंहासे हो जाते हैं तो वह देखने मे काफी खराब लगता है। और खास कर युवक युवतियों के चेहरे पर मुंहासों की समस्या होती है। और मुंहासों को दूर करने के लिए अनेक प्रकार की दवाओं का भी इस्तेमाल किया जाता है।आपको भी यदि मुंहासों की समस्या है तो नींबू के तेल को मुंहासों पर रोजाना गलाएं । कुछ ही दिनों के अंदर आपके मुंहासे गायब हो जाएंगे । हालांकि यह विधि हल्के मुंहासों को दूर करने के लिए ही काम करती है।
वैसे आपको बतादें कि मुंहासे तैलिय पदार्थ अधिक खाने की वजह से होते हैं क्योंकि इससे हमारी त्वचा ऑयली हो जाती है ।इस वजह से तैलिय पदार्थ कम से कम खाना चाहिए ।
नींबू वजन को कम करने का कार्य करता है
आजकल बहुत से लोगों की समस्या बढ़ता हुआ वजन है।मैं कई लोगों को जानता हूं जो अपने बढ़ते हुए वजन की वजह से काफी परेशान हैं। और इसके चलते सही से खाना भी नहीं खा पाते हैं। तो नींबू आपके वजन को कम करने मे उपयोगी साबित हो सकता है। वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि नींबू में मौजूद पॉलीफेनॉल्स आपके शरीर के अंदर पालतू के फैट को जमने से रोकता है।इसके अलावा रिसर्च के अंदर यह भी दिखाया गया है कि ड्रिंक के रूप मे यदि आप नींबू का सेवन करते हैं तो यह भी आपके शरीर की अतिरिक्त फैट को कम करने का कार्य करता है। इसके अलावा यदि आप वजन को कम करना चाहते हैं तो थोड़े पानी को गुनगुना करें और उसके बाद उसके अंदर एक नींबू को काट कर मिलाएं और फिर पी जाएं । ऐस रोजाना करें । यह आपकी पाचन क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है।
इसके अलावा नींबू को शहद के साथ मिलाकर भी आप वजन कम करने के लिए खा सकते हैं। नींबू के अंदर मौजूद विटामिन सी भी आपके वजन को कम करने का कार्य करता है। कुल मिलाकर नींबू का सेवन आपके वजन पर प्रहार करता है और आपके मोटापे को दूर कर सकता है।
कैंसर से बचाता है नींबू
दोस्तों कैंसर एक बहुत ही भयंकर बीमारी है।और यदि पहले पहले इसका उपचार नहीं किया जाता है तो उसके बाद इसको रोकना बेहद ही कठीन होता है। और एक गरीब इंसान के लिए तो कैंसर का उपचार करना और भी काफी मुश्किल हो जाता है। कैंसर कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ोतरी का नाम है। इस समय मे कैंसर के तेजी से बढ़ने का कारण यह है कि हम दवाओं से बने अनाज को खाते हैं जो हमारे शरीर मे कैंसर का कारण बन जाते हैं।
कैंसर की रोकथाम के लिए नींबू उपयोगी साबित हो सकता है। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार अग्नाशय के कैंसर से बचाने मे नींबू उपयोगी हो सकता है। नींबू जैसे फलों के अंदर एंटीकैंसर गुण होते हैं जोकि टयूमर को बढ़ने से रोकने का कार्य भी करते हैं।
बुखार और खांसी को दूर करता है नींबू
बुखार एक प्रकार का बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण होता है। और यह कई बार हो जाता है। वैसे तो बुखार और खांसी को दूर करने के लिए कई प्रकार की दवाएं मार्केट के अंदर मौजूद हैं लेकिन उनके भयंकर साइड इफेक्ट हैं। बुखार और खांसी को दूर करने के लिए नींबू की चाय को पिया जाता है।
हमारे घर मे तो आज भी खांसी होने पर नींबू की चाय को पीते हैं। इसके अलावा यदि आपको बुखार है तो आप नींबू का सेवन कर सकते हैं। वैसे आपको बतादें कि नींबू सीधा ही बुखार को दूर नहीं करता है। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के अंदर सुधार करता है। जिससे बुखार अपने आप ही दूर हो जाती है। यदि आप खांसी से परेशान हैं तो शाम को सोते समय नींबू की चाय बनाकर पीये ऐसा लगातार करें 3 दिन के अंदर आपकी खांसी खत्म हो जाएगी ।
किडनी स्टोन को दूर करता है नींबू
दोस्तों आजकल खानपान के सही सिस्टम के नहीं होने से किडनी स्टोन की भी समस्या आने लगी है। यदि किसी को किडनी स्टोन की समस्या है तो आपको चाहिए कि आप अधिक से अधिक नींबू का सेवन करें । नींबू के अंदर मौजूद सिट्रेट पथरी को बनने से रोकता है।
एनीमिया से बचाने का कार्य करता है नींबू
दोस्तों एनीमिया तब होता है जब शरीर के अंदर खून की कमी हो जाती है। और शरीर के अंदर आयरन की कमी होने से ही खून की कमी होती है। एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार यदि आप आयरन युक्त फूड के साथ विटामिन सी देते हैं तो खून की की कमी को दूर किया जा सकता है। यदि किसी के अंदर खून की कमी की समस्या है तो आप उसे विटामिन सी दे सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है नींबू
दोस्तों नींबू रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने की वजह से ही हम अनेक प्रकार की बीमारियों से लड़ने मे सक्षम होते हैं। यदि किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो उसे अनेक प्रकार की बीमारियां घेर रखेंगी ।नींबू के अंदर विटामिन सी पाया जाता है जो कई प्रकार की समस्याओं के अंदर सुधार करता है। और यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने का भी कार्य करता है।
लिवर के लिए उपयोगी है नींबू
लिवर की समस्याओं को भी नींबू दूर कर सकता है।असल मे नींबू के के अंदर हेपटॉपरटेक्टिव गुण माना जाता है।जो लोग अधिक शराब का सेवन करते हैं तो उनको नींबू दिया जा सकता है। ऐसा करने से शराब का नशा उतर जाता है। इसके अलावा नींबू के रस को यदि आप पीते हैं तो यह आपके लिवर के सूजन को कम कर सकता है। हालांकि यह प्रयोग अभी जानवरों पर किया गया है। लेकिन कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि नींबू आपके लिवर के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
श्वसन तंत्र की समस्याओं को दूर करता है नींबू
नींबू श्वसन तंत्र की समस्याओं को दूर करने का कार्य करता है।दमा, खांसी, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया जैसी समस्याओं को कम करने का कार्य करता है।वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार नींबू के अंदर विटामिन सी होता है जोकि श्वसन तंत्र के संक्रमण से रक्षा करने का कार्य करता है।
विटामिन सी सूजन और संक्रमण से लड़ने मे मदद करता है। इसके अलावा नींबू और शहद को मिलाकर पीने से कफ से छूटकारा पाया जा सकता है।इतना ही नहीं नींबू बुखार और ठंड लगने से राहत प्रदान करता है।
ब्लड प्रेशर को कम करता है नींबू
आजकल कई लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या है। यदि आप नींबू का सेवन करते हैं और रोजाना मोर्निंग वॉक पर जाते हैं तो आपके ब्लड प्रेशर को कम करने मे मदद मिलती है। ऐसा वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर साबित हुआ है। हालांकि यदि आप पहले से ही ब्लड प्रेशर की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो आपको नींबू का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य ही सलाह लेनी चाहिए ।
नींबू के फायदे अपच की समस्या दूर करे
आजकल अपच होना सबसे आम बात है।यदि आपको अपच की अधिक शिकायत रहती है तो आप खाने के अंदर नींबू का रस डालकर खा सकते हैं। इसके अलावा आप खाना खाने के बाद नींबू का रस पी सकते हैं। और स्वाद के लिए नींबू के रस के अंदर शक्कर और शहद व पुदिना मिला सकते हैं।अपच जैसी समस्याओं को दूर करने मे नींबू का रस काफी उपयोगी होता है।
नींबू के फायदे दांतों के लिए
नींबू आपके दांतों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।यदि आपके दांतों के अंदर दर्द रहता है तो नींबू का ताजा रस लगाएं । ऐसा करने से दांतों का दर्द कम हो जाएगा । इसी प्रकार मसूडों के अंदर सूजन की समस्या हो तो यह कर सकते हैं। मुंह की बुदबू से आप परेशान हैं तो अपनी टुथपेस्ट के अंदर नींबू का रस मिला सकते हैं। इससे मुंह की बुदबू दूर हो जाएगी । यह काफी अच्छा तरीका है। आपके दांतों की देखभाल करने का ।
नींबू जले के निशान को हटाने का कार्य करता है
कई बार गलती से हम आग से जल जाते हैं। जिससे वहां पर जले का निशान बन जाता है। यह निशान देखने मे काफी खराब लगता है। नींबू के प्रयोग से इस निशान को आप हटा सकते हैं।जिस स्थान पर जले का निशान बना हुआ है।वहां पर आपको चाहिए कि नींबू के रस को रोजाना लगाएं । कुछ दिन आप यह देखेंगे कि वह निशान फिका पड़ चुका है। इस प्रकार से आप जले के निशान को मिटा सकते हैं।
नाक के खून को रोकता है नींबू
दोस्तों कई बार नाक के अंदर अचानक से खून बहने लग जाता है।नींबू नाक के अंदर बहते खून को रोकने का कार्य करता है।यदि नाक के अंदर खून बह रहा है तो नींबू के रस को रूई के अंदर लें और उसके बाद नाक के अंदर लगाएं । ऐसा करने से नाक के अंदर बहता हुआ खून अपने आप ही रूक जाएगा ।यह बहते नाक के खून को रोकने का बहुत ही असरदार तरीका है।
पांव के दर्द को दूर करता है नींबू
कई बार अधिक काम करने की वजह से पांवों मे दर्द होने लग जाता है। नींबू का प्रयोग पांवों के दर्द से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है।इसके लिए थोड़ा गर्म पानी लें और उसके अंदर नींबू का रस मिलाएं और उसके बाद कुछ समय अपने पैरों को इस पानी से धोए । ऐसा करने से आपको दर्द से राहत मिलेगी ।
बिच्छू के डंक की दवा नींबू से
कई बार काम करते वक्त हमे बिच्छू डंक मार देता है। और डंक मारने वाले स्थान पर काफी तेज दर्द होता है तो इसका एक घरेलू उपचार यह है की नींबू के बीज की गिरी 9 ग्राम लें और 8 ग्राम सेंधा नमक के अंदर मिलाकर अच्छी तरह से पीसें और उसके बाद बिच्छू के डंक वाले स्थान पर लगाएं ।ऐसा करने से दर्द से आराम मिलेगा।
मधुमक्खी काटने पर नींबू का प्रयोग किस प्रकार से करें
मधुमक्खी भी जाने अनजाने के अंदर कभी कभी डंक मार देती हैं।यदि मधुमक्खी काट लेती है तो आपको चाहिए कि आप सज्जीक्षार, यवक्षार तथा काले नमक को नींबू के रस के अंदर पीस लें और उसके बाद इसको लगाएं । ऐसा करने से काफी आराम मिलेगा ।
यदि कोई कीड़ा काट ले तो नींबू के रस का प्रयोग
खेतों के अंदर काम करने वाले किसानों को कोई कीड़ा मकोड़ा काट ही लेता है। यदि ऐसा है तो एक नींबू के रस को कीड़े के काटे जाने वाले स्थान पर लगाएं आराम मिलेगा ।
जोड़ों के दर्द के लिए उपयोगी है नींबू
दोस्तों आजकल बहुत से लोगों को जोड़ों के दर्द की समस्याएं हैं। यदि आपको भी जोड़ों के दर्द की समस्या है तो नींबू इसके अंदर मदद कर सकता है।नींबू के रस को दिन के अंदर 4 बार सेवन करने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा यदि गठिया की समस्या है तो नींबू के अंदर अदरक और काला नमक मिलाकर पीने से दर्द से राहत मिलती है।
मूत्र रोग की समस्याओं को दूर करता है नींबू
पेशाब के अंदर जलन की समस्या है तो नींबू के रस को पानी के अंदर मिलाएं और उसके बाद इसको पीएं ऐसा करने से जलन की समस्या कम हो जाती है। इसके लिए गर्म पानी का ही प्रयोग करना चाहिए ।और यदि पेशाब कम आता है तो नींबू के रस के अंदर गाजर का रस या खिरे का रस मिलाकर पीते हैं तो फिर कम पेशाब आने की समस्या कम हो जाती है।
हैजे के अंदर उपयोगी होता है नींबू
हैजे के अंदर भी नींबू काफी फायदेमंद हो सकता है।यदि आपको हैजे की समस्या है तो खाना खाने से पहले दो नींबू का सेवन करें या फिर आप मिसरी के साथ नींबू को पिलाकर पी सकते हैं। यह भी हैजे के अंदर काफी लाभ दे सकता है।
नींबू दस्त को रोक सकता है।
कई बार दस्त की शिकायत होना बहुत ही आम होती है।दस्त की समस्या होने से 30 मिली कागजी नींबू के रस का सेवन करना चाहिए । एक बार मे नहीं वरन दिन के अंदर कई बार करें । ऐसा करने से दस्त की समस्या दूर हो जाएगी ।
जमालघोटा के प्रभाव को दूर करने के लिए
जमालघोटा एक ऐसा पदार्थ होता है जिसको खाने के बाद दस्त ही दस्त शूरू हो जाता है। एक बार जब हम कहीं पर खाने पर गए थे तो कुछ सरारती तत्वों ने खाने मे कुछ लोगों को जमालघोटा दे दिया । जिससे उनको दस्त शूरू हो गया तो फिर उनको नींबू के रस के अंदर छाछ मिलाकर दिया गया ।जिसके बाद दस्त लगना बंद हो गई।
पेट के कीड़ों को खत्म करता है नींबू
दोस्तों यदि पेट के कीड़ों की समस्या है तो नींबू आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है।नींबू के रस के अंदर शहद को मिलाएं और उसके बाद इसका सेवन करें । ऐसा करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
नींबू उल्टी को रोकने मे उपयोगी
कई बार जब हम बस वैगरह के अंदर सफर करते हैं तो जी घबराने लग जाता है। और इसी वजह से नींबू का सहारा लेते हैं।यदि आप भोजन करके बस के अंदर जाते हैं तो उल्टी से बचने के लिए नींबू के रस का सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से उल्टी को रोकने मे काफी मदद मिलेगी ।इसके अलावा आप नींबू पर ऐसे ही नमक को लगाकर खा सकते हैं।ऐसा करने से भी उल्टी रूक जाएगी ।
भूख बढ़ाने के लिए नींबू का प्रयोग
कुछ लोगों को भूख नहीं लगने की समस्या होती है।यदि आपको भी भूख नहीं लगती है तो आप नींबू का सेवन कर सकते हैं।3 मिली नींबू का रस, 10 मिली चूने का पानी और शहद को मिलाकर कुछ बूंद का सेवन करने से भूख बढ़ जाती है। इसके अलावा केवल नींबू का रस का सेवन करने से भी आपकी भूख बढ़ जाती है।इसके अलावा नींबू के रस के अंदर अदरक और काला नमक मिलाकर सेवन करने से भी भूख को बढ़ाया जा सकता है।
नींबू ठंडक प्रदान करता है
दोस्तों गर्मी के अंदर नींबू का उपयोग बहुत अधिक होता है। यह गर्मी मे आपके शरीर को ठंडक प्रदान करता है। भयंकर गर्मी से यदि आपको राहत पाना है तो नींबू के पानी को बनाकर पीएं । कई लोग तो शहरों के अंदर नींबू पानी बनाकर बेचते हैं और सफर मे काफी लोग नींबू पानी पीते भी हैं।
टायफाइड मे नींबू के फायदे
यदि किसी को टायफाइड की समस्या है तो एक नींबू को दो भागों के अंदर काटें और उसके उपर काली मिर्च और सेंधा नमक डालें और उसके बाद चूसे । ऐसा करने से टायफाइड के अंदर राहत मिलती है। यह एक घरेलू तरीका है।
दाद से राहत देता है नींबू
कई बार दाद की समस्याएं हो जाती हैं। यदि दाद परेशान कर रहा है तो नींबू के रस में करौंदा की जड़ को अच्छी तरह से पीसे और उसके बाद खुजली वाले स्थान पर लगाएं । ऐसा करने से दाद से तुरंत राहत मिल जाती है।
नींबू के नुकसान
दोस्तों जैसा कि आपको पता ही होगा कुछ मामलों मे नींबू भी नुकसान दायी होता है। तो आइए जानते हैं कि नींबू हमे किस प्रकार से नुकसान पहुंचा सकता है। ताकि हम नींबू के सेवन से सावधानी बरते ।
नींबू के अधिक सेवन से समस्या
दोस्तों नींबू के अंदर अधिक मात्रा मे विटामिन सी होता है। और यदि आप अधिक मात्रा मे नींबू का सेवन करते हैं तो यह कई प्रकार की समस्याओं जैसे दस्त और मतली को जन्म दे सकता है। इस वजह से नींबू का सेवन कम करना चाहिए ।
एलर्जी की समस्या
कुछ लोगों को सिट्रिक खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है। लेकिन इस प्रकार के मामले दुर्लभ होते हैं।ऐसा होने पर होठों के अंदर सूजन बुखार हो सकता है। यदि अधिक गम्भीर स्थिति है तो डॉक्टर के पास जाना चाहिए । वरना समस्या बढ़ सकती है।
नींबू के अधिक सेवन से दांतों को समस्या
नींबू के अधिक सेवन करने से दांत खट्टे हो जाते हैं।आपको बतादें कि नींबू का अधिक सेवन दांतों की बाहरी परत को खत्म कर सकता है। इसलिए भी नींबू का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए ।
त्वचा मे समस्या
कुछ लोगों की त्वचा भी काफी संवेदनशील होती है।इस प्रकार की संवेदनशील त्वचा वाले लोग यदि नींबू को त्वचा के उपर लगाते हैं तो एलर्जी की समस्या हो सकती है।Phytophotodermatitis समस्या इसके अंदर हो सकती है। जिसके बाद त्वचा सूर्य के संपर्क मे आने के बाद सूज जाती है।
नींबू को खाने का सही तरीका क्या है ?
वैसे तो आप नींबू को कई तरीको से खा सकते हैं।
- सुबह नास्ते के साथ आप नींबू का सेवन कर सकते हैं।
- आप किसी भी सूप के अंदर नींबू को डालकर ले सकते हैं। यह सूप के स्वाद को बढ़ाने का काम करता है।
- इसके अलावा यदि आपको सब्जी के अंदर नींबू डालकर खाना पसंद है तो खा सकते हैं।
- नींबू पानी बनाकर आप पी सकते हैं।
नींबू का पौधा कैसे लगाएं ? लेख के अंदर हमने नींबू का पौधा लगाने के अलग अलग तरीकों के बारे मे विस्तार से बताया है उम्मीद करते हैं आपको अच्छा लगा होगा ?
This post was last modified on February 11, 2021