पढ़ाई करने के नुकसान padhai karne ke nuksan के बारे मे जाने विस्तार से। हर किसी के लिए पढ़ाई करना इतना आसान नहीं होता है। कुछ लोगों को पढ़ना काफी आसान लग सकता है। लेकिन कुछ लोगों को पढ़ना बहुत अधिक कठिन लग सकता है। क्योंकि यह जरूरी नहीं होता है , कि जो कार्य आपको आसान लगता है , वह किसी दूसरे को भी आसान लगे । हालांकि बहुत से लोगों को यह लग सकता है , कि पढ़ाई करने के क्या नुकसान हो सकते हैं ? तो आपको बतादें कि पढ़ाई करने के भी नुकसान होते हैं ।अक्सर आपने सुना होगा कि अधिक पढ़ाई करने की वजह से इंसान का दिमाग खराब हो गया और उसने सुसाइड कर लिया तो यह सब हो सकता है।
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अधिक पढ़ाई करने के नुकसान तनाव और चिंता का होना padhai karne ke nuksan
यदि आप बहुत अधिक पढ़ाई करते हैं , तो इसकी वजह से आपके दिमाग मे तनाव और चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं । कुछ लोग क्या करते हैं , कि परीक्षा को अपनी जिदंगी से भी अधिक सिरियस लेलेते हैं। जिसके चलते , उनको समस्या होती है। और कई बार वे बेहोश हो जाते हैं। तो बस पढ़ाई करना जरूरी है , लेकिन अधिक पढ़ाई करने से आपको तनाव और चिंता का सामना करना पड़ सकता है।
अधिक पढ़ाई के नुकसान जीवन मे उदासी छा जाएगी padhai karne ke nuksan
यदि आप अधिक पढ़ाई करते हैं , तो इसकी वजह से आपके जीवन के अंदर उदासी छा जाएगी । आपको लगने लग जाएगा कि आप काफी अधिक बोर हो चुके है। आपके जीवन के अंदर कुछ भी नहीं रखा है , सब कुछ खत्म हो गया है। एक तरह से आप काफी अधिक बोरियत का अनुभव करने लग जाएंगे । वहीं यदि आप सीमित पढ़ाई करते हैं , तो फिर आप अपने जीवन मे कुछ आनन्द दायक भी कर सकते हैं।
अधिक पढ़ने से आंखें कमजोर होने का खतरा
यदि आप अधिक पढ़ाई करते हैं , तो इसकी वजह से आपकी आंखों के कमजोर होने का खतरा काफी अधिक बढ़ सकता है। 16 घंटे लगातार आप एक ही चीज को देखते रहेंगे , तो धीरे धीरे आपकी आंखें कमजोर होती चली जाएंगी । इसलिए कुछ समय आपको अपनी पढ़ाई से ब्रेक लेना चाहिए । और खेलने कूदने पर भी ध्यान देना चाहिए ।
असफल होने का डर
दोस्तों जो लोग अक्सर पढ़ाई करते हैं , वे चाहते हैं , कि उनको सफलता मिले । लेकिन कहीं ना कहीं उनके मन के अंदर असफलता का डर बना रहता है , वे असफल नहीं होना चाहते हैं। और यदि किसी वजह से वे असफल हो भी गए , तो बहुत बड़ी समस्या हो जाती है। यह लोग सुसाइड तक कर लेते हैं। वहीं जो लो बिंदास होते हैं , उनको किसी तरह का कोई डर नहीं रहता है , वे हर चीज का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।
जीवन के दूसरे क्षेत्र मे आप पिछड़ सकते हैं
यदि आप बस अधिक पढ़ाई पर ही ध्यान दे रहे हैं , तो आप जीवन के दूसरे क्षेत्र के अंदर पीछड़ सकते हैं। याद रखें जीवन के अंदर सिर्फ पढ़ना ही महत्वपूर्ण नहीं होता है , इसके अलावा भी बहुत कुछ महत्वपूर्ण होता है। यदि आप पढ़ने मे अच्छे हैं , लेकिन रिलेशनशिप मे अच्छे नहीं हैं , तो फिर आपको यह सब करना चाहिए । सभी चीजों को एक साथ रखकर चलना जरूरी होता है।
ज्यादा पढ़ाई के नुकसान डिप्रेशन मे जाने का खतरा
अक्सर आपने देखा होगा कि अधिक पढ़ने वाले बच्चे डिप्रेशन के अंदर चले जाते हैं। एक बार यह सब हमारे साथ भी हो चुका है। हम भी बहुत अधिक पढ़ाई करते रहते थे , तो एक दिन गहरे डिप्रेशन के अदंर चले गए , और कई दिनों तक खाना नहीं खाया । इसलिए अधिक पढ़ने का एक नुकसान यह भी होता है , कि आप डिप्रेशन के अंदर जा सकते हैं , और इसकी वजह से आपको फिर डॉक्टर की जरूरत हो सकती है।
एक दूसरे के प्रति जलन का होना
अक्सर क्या होता है , कि जो पढ़ने वाले छात्र होते हैं , उनमे एक दूसरे के प्रति जलन होती है। यह हमने देखा है। लेकिन जो कम पढ़ाई करने वाले छात्र होते हैं , उनके बीच किसी तरह की कोई जलन नहीं होती है। क्योंकि जो अधिक पढ़ने वाले छात्र होते हैं , वे हमेशा आगे रहना चाहते हैं , तो कहीं ना कहीं वे दूसरे कमजोर या अपने बराबरी वाले को हमेशा पीछे देखने का प्रयास करते हैं , जोकि अपने आप मे एक बुरी बात है।
सुसाइड का खतरा
दोस्तों यदि आप पढ़ने के इच्छुक नहीं हैं। लेकिन उसके बाद भी आपके उपर बहुत अधिक दबाव डाला जा रहा है , तो यह आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। और कई लोग तो इस अधिक दबाव को सहन नहीं कर पाते हैं। और सुसाइड तक कर लेते हैं। तो अधिक पढ़ाई करने का एक बड़ा नुकसान यह होता है , कि पढाई को कुछ लोग दिल पर लेलेते हैं , जिससे कि सुसाइड का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
अधिक पढ़ाई के नुकसान कम नींद आना
दोस्तों जो लोग अधिक पढ़ाई करते हैं , उनको नींद की काफी अधिक समस्याएं होती हैं। उनको नींद काफी कम आती है। और एक इंसान को रोजाना कम से कम 8 घंटे सोना जरूरी होता है। यदि कोई इंसान 8 घंटे से कम सोता है ,तो फिर यह सही नहीं होता है। अधिक नींद निकालने से इंसान का मूड काफी अधिक खराब हो जाता है।
अधिक पढ़ाई करने वाले अनुभव मे पिछड़ जाते हैं
यह बात पूरी तरह से सच है। यदि आप एक शहरी इंसान को देखेंगे तो वह अनुभव के मामले मे गांव के इंसान से कमतर होता है। इसका कारण यह है कि इस तरह के बच्चे बस घर के अंदर दुबके दुबके पढ़ाई करते रहते हैं। और उनको कुछ भी नहीं सुझता है। और जीवन के अंदर बस पढ़ाई ही सब कुछ नहीं होती है। इसके अलावा भी बहुत कुछ चीजों का अनुभव किया जाना काफी हद तक जरूरी होता है।
सामाजिक संबंधों मे खटास
दोस्तों जो लोग अधिक पढ़ाई करते हैं , उनके साथ यह समस्या भी अक्सर देखने को मिल जाती है। उनके पास अपने परिवार और रिश्तेदार और यार दोस्तों के लिए जरा भी समय नहीं होता है। इसकी वजह से रिलेशन मे खटास आ जाती है। आपको पता ही है कि किसी भी तरह के रिलेशन को जिंदा रखने के लिए उसके साथ समय बिताना काफी अधिक जरूरी होता है। लेकिन अधिक पढ़ाई करने वाले बच्चे समय नहीं बिता पाते हैं। तो रिश्लेशन का असर कम हो जाता है।
भूख मे कमी आ जाती है
आपको पता ही है कि स्टूडेंट के सर पर परीक्षा का कितना अधिक बोझ होता है ,जब परीक्षा का समय चल रहा होता है , तो स्टूडेंट काफी अधिक डिप्रेशन के अंदर चले जाते हैं , जिसकी वजह से धीरे धीरे उनकी भूख के अंदर कमी आ जाती है , और भूख मे कमी आने की वजह से वे कई बार तो बीमार भी पड़ जाते हैं।
इसलिए भले ही आप अधिक समय तक पढ़ाई तो करें लेकिन आपको खाना समय समय पर खाना चाहिए ताकि आपकी सेहत पर किसी भी तरह का बुरा असर ना पड़ सके ।
अधिक पढ़ाई करने के नुकसान आत्मविश्वास मे कमी
दोस्तों कुछ लोगों के साथ यह समस्या होती है। अक्सर क्या होता है , कि वे पढ़ाई तो अधिक करते हैं , लेकिन अधिक पढ़ाई करने के चक्कर मे न जाने क्यों उनको यह लगने लग जाता है , कि वे कुछ भी सीख नहीं पा रहे हैं। और उसके बाद उनके आत्मविश्वास के अंदर कमी महसूस होने लग जाती है। और कम आत्मविश्वास उनको परीक्षा के अंदर फैल करवा देता है।
हारना पसंद नहीं
दोस्तों वैसे तो हारना किसी को भी पसंद नहीं आता है। लेकिन जो लोग कम पढ़ाई करते हैं , उनके अंदर हारने की क्षमता काफी अधिक होती है। वे यदि परीक्षा के अंदर फैल भी हो जाते हैं , तो भी वे उसको बर्दाश्त कर सकते हैं। लेकिन आमतौर पर जो बच्चे अधिक पढ़ाई करते हैं , उनको फैल होना पसंद नहीं होता है। यदि उनको फैल कर दिया जाता है , तो वे इसको बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि जीवन मे सब कुछ अच्छा ही अच्छा होता रहता है , जीवन मे बहुत बार बुरा भी होता है।
क्या अधिक पढ़ाई करना सही है ?
नहीं है अधिक पढ़ाई करना सही नहीं होता है। इसके नुकसान के बारे मे हमने आपको बता दिया है। यदि आप अपने पढ़ाई का समय तय कर लेते हैं , तो यह और भी अधिक अच्छा होता है। इसलिए आपको पढ़ाई का सही समय तय करना होगा ।
यदि आप पूरे दिन पढ़ते रहते हैं , तो इसकी वजह से आपको नुकसान हो सकता है। कुछ समय आपको पढ़ाई से ब्रेक लेना चाहिए । और उसके बाद फिर से पढ़ने पर आपको विचार करना चाहिए ।
पढ़ाई के बीच मे मनोरंजन करना जरूरी
यदि आप पढ़ रहे हैं , तो बीच बीच मे आपके लिए मनोरंजन करना काफी अधिक जरूरी होता है। इससे क्या होता है , कि आपका दिमाग काफी हद तक फ्रेस होता रहता है , और फिर आप नए सिरे से पढ़ाई करते रहते हैं , तो यह एक अच्छा तरीका हो सकता है।
कुछ समय खेलने मे भी लगाएं
हम सभी को यह पता है , कि पढ़ाई वाला काम काफी अधिक बोरियत भरा हो सकता है , इसलिए बेहतर यही होगा कि आपको कुछ समय खेलने मे भी लगाना चाहिए । यदि आप खेलने मे कुछ समय लगाते हैं , तो इससे आपके मन को काफी अधिक शांति मिलेगी । और उसके बाद यदि आप नए सिरे से पढ़ने के लिए बैठेंगे तो आपका पढ़ाई के अंदर काफी अधिक मन लगने लग जाएगा ।
अपने परिवार के लोगों के साथ समय बिताएं
जब आप पढ़ने से काफी अधिक बोर हो जाते हैं , तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ समय बिता सकते हैं। जिससे एक तो आपका मूड फ्रेस हो जाएगा । और दूसरा आप भी कुछ अच्छा सीख सकते हैं। और अपने रिलेशन को सुधार करने मे काफी हद तक मदद मिलेगी ।