परमाणु हमले से बचने के उपाय हर इंसान को जानना जरूरी

‌‌‌बहुत से लोगों के मन मे यह सवाल आता है कि परमाणु बम के हमले से कैसे बचें ,parmanu bam se bachne ke upay ,parmanu bam se bachne ke tarike इस लेख के अंदर हम आपको बताने वालें हैं।

परमाणु हमले का नाम सुनते ही हमारी हालत पतली हो जाती है।पुरमाणु हमला जिस देश के उपर एक बार हो जाता है उसके बाद उस स्थान को यह पूरी तरह से बेकार कर देता है।आपको याद ही होगा कि जापान के दो शहर हिरोशिमा और नागासाकी के उपर अमेरिका ने परमाणु बम गिराया था और उसके बाद वहां पर हालत बहुत बेकार हो चुकी ‌‌‌ है। जिस स्थान पर परमाणु बम गिराया गया था उस स्थान के सारे पेड़ पौधे तो नष्ट हो ही गई । इसके अलावा अब वहां की जमीन भी पूरी तरह से बंजर हो गई है। अब वहां पर कुछ भी नहीं होता है।

‌‌‌सदियों से वहां पर रहने वाले लोग इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। खैर इस दुनिया के अंदर कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है।इस दुनिया के अंदर दो प्रकार की इंसानी ताकते हमेशा काम करती हैं । एक वो इंसानी ताकते काम करती हैं जो अधिक से अधिक भोगविलास चाहती हैं और उनका मकसद ज्यादा से ज्यादा ‌‌‌ भौतिक चीजों को हाशिल कर लेना है। जबकि बात करें दूसरे प्रकार की तो यह वो लोग हैं जो शांति से रहना चाहते हैं।

parmanu bam se bachne ke upay

‌‌‌यह स्थिति कोई नई नहीं है आज से लाखों साल से ही यही होता आ रहा है। क्योंकि इंसान अपनी प्रक्रति को नहीं छोड़ सकता है। आज आप देख सकते हैं कि चीन और भारत मे तनाव चल रहा है। और उपर से पाकिस्तान की तो मंसा रही है कि वह भारत पर हमला करें । ‌‌‌अब यदि चीन पाकिस्तान दोनो भारत पर परमाणु हमला करदेते हैं तो जाहिर है भारत चुप नहीं बैठेगा । ऐसी स्थिति के अंदर दुनिया सीधी तरह से दो गुट के अंदर बट जाएगी । एक वे देश होंगे जो चाइना और पाकिस्तान के साथ होंगे और दूसरे भारत के साथ । अब आप समझ सकते हैं कि यही स्थिति दूसरे विश्व युद्ध के ‌‌‌ अंदर हुई थी।

‌‌‌और रही बात पाकिस्तान की तो उसके पास इतनी अधिक पॉवर नहीं है। यदि पाकिस्तान के पास अमेरिका जितनी पॉवर आ जाती है तो उसके बाद वह पूरी दुनिया को अपना गुलाम बनाने को नहीं चुकेगा । खैर पाकिस्तान मे पलते आतंकवादी वैसे ही पूरी दुनिया के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि इन ‌‌‌ आतंकवादियों को यदि परमाणु हथियार हाथ लग जाते हैं तो यह सबसे पहले भारत पर ही हमला करेंगे और इनको किसी की परवाह नहीं होती है।

उसके बाद एक भयंकर युद्ध छिड़ सकता है। आपको परमाणु हमले से बचने के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि हमला कभी भी हो सकता है। पुरी दुनिया मे गुट बाजी हो रही है।

‌‌‌यदि हम दुनिया के अंदर एटमिक हथियार की बात करें तो आज 15 हज़ार एटमी हथियार हैं। और इनमे सबसे अधिक रूस और अमेरिका के पास हैं।उत्तर कोरिया का नाम तो आपने सुना ही होगा उसके बारे मे यह कहा जाता है कि उसके पास अमेरिका तक को मार करने की मिसाइले हैं। इसकी वजह से अमेरिका भी काफी परेशान हो गया है। ‌‌‌उत्तर कोरिया अमेरिका के  गुआम द्वीप को निशाना बनाना चाहता है। तो उधर अमेरिका ने भी अपने देश को लोगों को जागरूक करना शूरू कर दिया है। आमतौर पर जब युद्ध होता है तो अधिकतर देश केवल सेना और बड़े अफसरों को बचाने का काम करते हैं ।

आम जनता को खुद ही बचाना होता है। आमतौर पर युद्ध की संभावना होने की ‌‌‌स्थिति मे सरकारे लोगों को गाइडलाइन भी जारी करते हैं।और अपातकाल भी लागू हो जाता है।ब्रिटेन और अमेरिका के अंदर परमाणु हमले से बचने के लिए लोगों को बचने के गुरू भी सिखाए जाते हैं ताकि मुश्बित के अंदर वे अपनी रक्षा कर सके । इतना ही नहीं ट्रेनिंग दिये हुए लोग अपने पूरे परिवार को इसके बारे मे ‌‌‌बताता है।

ब्रिटेन में पिंडार नामक एक सुरक्षित स्थान बना हुआ है। इस स्थान पर हमले की स्थिति मे सेना रह सकती है। इस पर किसी भी तरह के परमाणु हमले का असर नहीं होता है। हालांकि इसके अंदर आम नागरिक नहीं  रह सकते हैं। आम नागरिकों को अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी ।

‌‌‌परमाणु हमले को हम एक प्रलय का दिन कह सकते हैं। और इस दिन यदि हम लगती करते हैं तो हमारी मौत भी हो सकती है। भारत के अंदर तो बहुत से ऐसे लौग हैं जो परमाणु हमले को देखने के लिए उसके पास जा सकते हैं क्योंकि उन्हें इनके बारे मे पता ही नहीं है। जिस स्थान पर परमाणु हमला होता है उसके 5 मील दूर तक ‌‌‌ आसानी से जल सकता है।इसके अलावा 50 मील दूर तक अंधेपन का शिकार हो सकता है।एक बार यदि परमाणु बम गिर जाता है तो यह काफी बड़ी समस्या पैदा करता है।परमाणु विस्फोट धूल और रेत के बादलों जैसे रेडियोधर्मी कणों का उत्पादन कर सकते हैं जो वायुमंडल में फैल जाते हैं।

‌‌‌उसके बाद जब यह कण शरीर के संपर्क मे आते हैं तो शरीर को भयंकर नुकसान पहुंचा सकते हैं। विस्फोट होने के बाद इन कणों को जमीन पर पहुंचने के लिए 15 मिनट का समय लगता है। इस दौरान यदि आप सही से ध्यान नहीं देते हैं तो फिर काफी बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।और इंसान की मौत तक हो जाती है।

Table of Contents

‌‌‌ परमाणु बम के हमले से कैसे बचें परमाणु हमले की स्थिति को देखें

सबसे पहला काम आपको करना यह है कि आपको देखना है कि परमाणु हमला किधर हो रहा है। यह काम करना बहुत ही उपयोगी है। इससे आपको यह समझने मे आसानी होगी कि आप जहां हैं वहां पर कितने सुरक्षित हैं। और परमाणु हमले की सूचना मिलने पर आपको चौकना हो जाना चाहिए । ‌‌‌व्यर्थ के अंदर इधर उधर भागने का कोई फायदा नहीं होगा ।

‌‌‌खुद को जमीन पर लिटा लें और हाथ और चेहरे को ढकें

यदि अचानक से आपके आस पास परमाणु हमला होता है और आपको धुंए का गुब्बार अपनी ओर आता दिखता है और आपको लगता है कि आप किसी सुरक्षित स्थान पर नहीं जा सकते हैं तो जमीन पर ही खुद को गिरालें और हो सके तो जमीन के अंदर गडडा खोद कर खुद को रेत मे दबा ले। ‌‌‌ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आप जलने से बच जाएंगे । और जब आपको लगे कि सब ठीक है तो वहां से तुरन्त किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं ।

‌‌‌ parmanu bam se bachne ke upay धुएं के गुब्बारे को घूरें नहीं

धुएं के गुब्बारे को घूरें नहीं

भारत के अंदर इस प्रकार की आदत मौजूद है। यदि आपको कहीं पर तेज धुंआ दिखता है जो असामान्य है तो आपको उसको घूरना नहीं चाहिए क्योंकि यह आपको अंधा बना सकता है। लिटिल बॉय ‌‌‌ जितना बडा बम यदि गिराया जाता है तो यह 53 मील दूर तक अंधा कर सकता है।यह 1-मेगाटन का  बम था। तो परमाणु हमले  होने की स्थिति मे घूरने की बजाय कहीं छूप जाएं ।

‌‌‌अपनी मुंह और शरीर को पूरी तरह से कपड़ों से ढक लें

यदि आप कहीं बीच रस्ते मे हैं और परमाणु हमला हो गया है तो आपको चाहिए कि अपने मुंह के चारो ओर एक कपड़ा बांध लेना है ताकि अपने शरीर के अंदर रेडियशन नहीं जा सके और पूरे शरीर को कपड़ो से ढक लेना है। ऐसा करना बहुत जरूरी है। यदि रेडियशन आपके ‌‌‌ शरीर के अंदर चला जाता है तो मौत भी हो सकती है। और यदि आपके पास कोई पॉलिथिन है तो अपने शरीर को ढकलें और अपनी आंखों के आगे आप एक चश्मा पहन सकते हैं। जिससे आंखों को सुरक्षा मिलेगी । ‌‌‌उसके बाद जितना हो सके किसी सुरक्षित स्थान की तलास करनी चाहिए ।

‌‌‌अपनी कार के अंदर शरण लें

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यदि आप अपनी कार के अंदर कहीं पर जा रहे हैं और अचानक से परमाणु हमला होता है तो आपको भागने की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि आप अधिक दूर तक नहीं जा पाएंगे । यह पता लगाना कठिन होता है कि परमाणु हमले का रेडियशन कहां तक फैलेगा ? तो इसका सबसे अच्छा तरीका है कि कार को ‌‌‌ किसी एक स्थान पर खड़ा करें और उसके बाद यदि आप अकेले हैं तो कार के अंदर छिप जाएं । और कुछ और व्यक्ति हैं तो डिकी के अंदर छिप सकते हैं। यह एकदम से सुरक्षित है। यहां पर रेडियशन का खतरा नहीं है।

‌‌‌लेकिन कार के शीशे से आपको दूर रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह फट सकता है। कुछ समय बाद जब सब कुछ शांत हो जाए तो खुद की पूरी सुरक्षा करते हुए आप सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं।

parmanu bam se bachne ke tarika तहखाने मे शरण लें

यदि आप घर के अंदर खड़े हैं या कहीं रोड़ पर खड़े हैं तो आपको सबसे पहले किसी इमारत के अंदर शरण ले लेना  चाहिए ।और यदि आप घर के अंदर हैं तो हमले की स्थिति मे आपको घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए । और कंक्रिट से बने घर परमाणू हमले के लिए सबसे सुरक्षित होते हैं। आपके घर के अंदर ‌‌‌ मौजूद तहखाने के अंदर चले जाएं । और अपने साथ आवश्यक सामान अवश्य लेकर जाएं । क्योंकि बाद मे यदि रेडियशन फैलता है तो आप बाहर नहीं निकल पाएंगे । आवश्यक सामान के अंदर खाना और पानी व शरीर ढकने के लिए कपड़े आप ले सकते हैं।

‌‌‌इन सबके अलावा संपर्क करने के लिए आपके पास मोबाइल होना चाहिए । खैर यदि आपके घर के अंदर तहखाना नहीं है तो घर के नीचे के रूम मे जिसमे कोई खिड़की नहीं हो उसके अंदर आपको शरण लेना चाहिए । वहां पर आप सबसे सुरक्षित रहेंगे ।

‌‌‌भीड़भाड़ वाले इलाके से दूर हो जाएं

अधिकतर केसों के अंदर परमाणू हमले की भनक लग जाती है। जब दो देशों के बीच युद्ध होता है तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि परमाणु हमला हो सकता है। परमाणु हमला सदैव बड़े शहरों पर होता है। और भारत के अंदर दिल्ली ,बम्बई जैसे बड़े शहर मे आप रहते हैं या इनके आस पास ‌‌‌ आप रह रहे हैं तो आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि यहां पर हमला होने के चांस बढ़ते हैं तो युद्ध होने की दशा मे आपको यह शहर छोड़कर कुछ समय के लिए इन जगहों से दूर चले जाना चाहिए । ‌‌‌घनी आबादी वाले शहर से दूर रहने पर आप आसानी से अधिक सुरक्षित रह सकते हैं। आपको पता होगा कि हिरोशिमा और नागासाकी जापान के सबसे अधिक महत्वपूर्ण शहर थे।‌‌‌इन्हीं शहरों पर परमाणु बम को गिराया गया था जिसकी वजह से जापान की बहुत अधिक हानि हुई थी।

‌‌‌इन बड़े शहरों से दूर रहने का फायदा यह है कि आप तक रेडियशन की पहुंच कम हो जाएगी और बच जाएंगे तो परमाणु हमले से बचने का यह भी एक उपाय है।

‌‌‌ ‌‌‌परमाणु हमले से बचें घर की खिड़कियों से दूर हो जाएं

यदि आपके घर के अंदर कांच वैगरह की खिड़की लगी हैं तो परमाणु हमले के दौरान उसके आस पास देखने की कोशिश ना करें । क्योंकि हमले की वेव की वजह से खिड़कियां टूट सकती हैं और आपको यह घायल कर सकती हैं। किसी ऐसे रूम के अंदर शरण लें जो पूरी तरह से बंद हो ।शॉकवेव्स एक विस्फोट से 10 मील तक की खिड़कियों को चकनाचूर कर सकती।

एयर कंडीशनर बंद करें

यदि आपके घर के अंदर बाहर से हवा खींचने वाले उपकरण लगे हुए हैं तो उनकों बंद कर देना चाहिए क्योंकि यह आपके कमरे के अंदर भी रेडियशन लेकर आ सकते हैं। और रेडियशन से मौत तक हो सकती है।

‌‌‌सरकारी निर्देशों का पालन करें

आमतौर पर किसी देश के अंदर परमाणु हमले की स्थिति बनती है तो सरकार पहले ही अपने देश के नागरिकों को कुछ निर्देश जारी करती है। तो आपको इन निर्देशों के बारे मे भी जानकारी होनी चाहिए । आप इन सरकारी निर्देशों  को जानकर दूसरों को बता सकते हैं।

‌‌‌इन निर्देशों के अंदर कुछ नियम हो सकते हैं।जैसे परमाणु हमला होने की स्थिति मे कब तक आपको घर मे रहना होगा और किस तरह की सावधानी आपको बरतनी चाहिए ।‌‌‌इसके अलावा आपको किस प्रकार से खुद कि और अपने परिवार की सुरक्षा करनी चाहिए ।

‌‌‌भोजन और पानी को सुरक्षित करना

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यदि परमाणु हमला होता है तो सबसे बड़ी समस्या आती है भोजन और पानी कि । तो आपको सबसे पहला काम यह करना चाहिए कि आपको अपने घर के अंदर उचित मात्रा मे भोजन को सुरक्षित रखना चाहिए ।अनाज वैगरह को आप तहखाने मे रख सकते हैं और अनाज को अच्छे तरीके से बंद कर सकते हैं।‌‌‌तहखाने मे कम से कम 7 से 8 महिने का अनाज आप रख सकते हैं।इसके अलावा पानी भी आप अंदर रख सकते हैं। यदि परमाणु हमला हो चुका है तो आप बाहर के स्त्रोतों का पानी नहीं पी सकते हैं क्योंकि अनाज और पानी के अंदर रेडियशन जा चुका है जो आपके लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता है।

‌‌‌जितना जल्दी हो सके स्नान करें

यदि आप विस्फोट के दौरान बाहर थे तो आपको जितना जल्दी हो सके स्नान करना चाहिए और स्नान पानी को गर्म करके ही करना चाहिए क्योंकि रेडियशन आपके शरीर से चिपक सकता है। और यदि यह चिपक जाता है तो उसके बाद यह आपके शरीर के अंदर जा सकता है और बड़ा नुकसान पैदा कर ‌‌‌ सकता है।‌‌‌स्नान करने के दौरान अपने शरीर को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए ।

शैंपू से अपने बालों को धोना बेहद ही जरूरी है क्योंकि रेडियशन के कण आपके बालों के अंदर चिपक सकते हैं तो शैंपू से धोने के बाद रेडियशन आसानी से निकल जाते हैं। उस वक्त आपके पास जो भी शैंपू है आप उसी से अपने बालों को धो सकते हैं।

‌‌‌प्रदूषित कपड़ों को हटा दें

यदि विस्फोट के समय आप बाहर थे या बाहर कोई कपड़े रह गए हैं तो इस प्रकार के कपड़ों का आपको उपयोग नहीं करना है। यह कपड़े प्रदूषित हो चुके हैं। इनको आप एकत्रित करके किसी भी कार्टून के अंदर बंद कर ऐसे स्थान पर रखें जहां किसी जानवरों को या इंसानों को इनसे कोई खतरा न ‌‌‌हो ‌‌‌इसके अलावा चेहरा पौछने वाले कपड़ों को भी आपको इसी प्रकार से किसी गुप्त स्थान पर छुपाकर रख देना चाहिए ।

‌‌‌बाहर रखे खाने का सेवन ना करें

आप अपने घर के अंदर रखे खाने का सेवन विस्फोट के समय कर सकते हैं लेकिन विस्फोट के अंदर जो खाना बाहर पड़ा हुआ था उसका आपको सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह दूषित हो चुका है। हालांकि आप पैक किये हुए खाने का प्रयोग कर सकते हैं यह सुरक्षित होता है।

‌‌‌रेडियो ही बचाव का एक उपाय

दोस्तों यदि आप यह सोच रहे हैं कि परमाणु हमला होने की स्थिति मे टीवी या इंटरनेट काम करेगा तो आप गलत सोच रहे हैं । टीवी या इंटरनेट के काम करने की कम ही संभावनाएं हैं तो आपके पास यदि एक रेडियो है तो उससे आप सही जानकारी प्राप्त कर पाएंगे ।परमाणु विस्फोट एक शक्तिशाली विद्युत उत्पादन करता है, जो ऊर्जा का एक अदृश्य विस्फोट है जो बिजली, फोन और इंटरनेट लाइनों को नष्ट कर सकता है। एक परमाणु ईएमपी रेडियो तरंगों को भी बाधित कर सकता है

‌‌‌अपने घर के सदस्यों को आवश्यक निर्देश देना

दोस्तों हर घर के अंदर सारे सदस्य एक जैसे नहीं होते हैं। तो यदि आप एक जागरूक इंसान हैं तो परमाणु हमले के दौरान अपने घर के सदस्यों को इसके बारे मे बताएं और यह भी बताएं कि उनको किन किन प्रकार की सावधानियां रखनी हैं। इसके अलावा यदि आप बता सकते हैं ‌‌‌तो अपने आस पास के दूसरे लोगों को भी इस प्रकार की चीजों के बारे मे बताएं ।ताकि उनको बेसिक चीजें तो पता रहें । यदि लोगों को परमाणु हमले से बचने के उपाय के बारे मे सही से पता होगा तो कम से कम हानि होगी ।

parmanu bam se bachne ke tarike Masks for Nuclear Gas

Masks for Nuclear Gas
Old military gas mask on white background

परमाणु  बम का रेडियशन आपके शरीर के अंदर जाने का बहुत अधिक खतरा होता है। तो आपको इसको भी रोकने का काम करना होगा । इसके लिए Masks  Nuclear Gas आते हैं। जो रेडियशन को पूरी तरह से कंट्रोल करने मे सक्षम होते हैं। आप इन मास्क को हमेशा पहने रखें यदि आप रेडियशन वाले इलाके के अंदर ‌‌‌ माजूद हैं तो ‌‌‌इन मास्क का इंडया के अंदर मिलना काफी मुश्किल होता है।फिर भी आपको लगता है कि न्यूकलियर अटैक हो सकता है तो आपको यह मास्क खरीद लेने चाहिए । क्योंकि यह आपको बहुत अधिक काम आ सकते हैं।

पेयजल सुरक्षा के बारे मे जानकारी

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  • बोतलबंद पानी एकमात्र ऐसा पानी है जो संदूषण से मुक्त है।
  • आप सील कंटेनरों में पानी, जूस या अन्य पेय पी सकते हैं। आपके रेफ्रिजरेटर या फ्रीजर में पेय भी पीने के लिए सुरक्षित हैं। पैकेज रेडियोधर्मी सामग्री से अंदर तरल को बचाता है।
  • ‌‌‌यदि आपको यह लगता है कि पानी के कंटेनर के बाहर रेडियशन हों सकते हैं तो पानी का टैंक खोलने से पहले उसको अच्छी तरह से गिले कपड़े से पौछ देना चाहिए और उसके बाद उस गिले कपड़े को किसी पॉलिथिन के अंदर बंद कर देना चाहिए ।
  • आपके घर में अन्य कंटेनरों में पानी, जैसे टॉयलेट टैंक या गर्म पानी हीटर भी रेडियोधर्मी सामग्री से मुक्त होंगे।
  • भले ही नल का पानी दूषित हो, फिर भी आप इसे परिशोधन के लिए उपयोग कर सकते हैं। कोई भी रेडियोधर्मी पदार्थ जो सतह के पानी या भूजल स्रोतों में जाता है, पानी से बहुत कम स्तर तक पतला हो जाएगा और त्वचा, बाल, और कपड़े धोने के लिए उपयोग करना सुरक्षित होगा।
  • ‌‌‌पालतू जानवरों के लिए भी डिब्बे, बोतलें, बक्से के भोजन का प्रयोग करना चाहिए और यदि किसी मकान के अंदर पालतू जानवरों का भोजन रखा हुआ है तो आप उसका प्रयोग कर सकते हैं। इस प्रकार के मकान को परमाणु हमला होने से पहले ही अच्छी तरह से ढक देना चाहिए ।

स्तनपान की जानकारी

  • फीडिंग आपूर्ति को नम तौलिया से साफ किया जाना चाहिए और उसके बाद इन तौलिया को किसी प्लास्टिक के कपड़े के अंदर रख देना चाहिए ।
  • यदि आपके बच्चे का भोजन का कोई दूसरा स्त्रोत नहीं है तो सबसे पहले आपको चाहिए कि आप स्तन को अच्छी तरह से धोंए गर्म पानी की मदद से और उसके बाद ‌‌‌स्तनपान करवाने वाले बर्तन को भी अच्छी तरह से धो सकते हैं।
  • नर्सिंग माताओं को स्तनपान को अस्थायी रूप से रोकने और या तो स्तन के दूध पर स्विच करने पर विचार करना चाहिए ।

पालतू जानवर की सुरक्षा

यदि आपके पालतू पशु घर से बाहर रह गया था तो सबसे पहले अपने चेहरे पर मास्क वैगरह लागाएं और हाथों के अंदर वॉटर प्रूफ दस्तानें पहने उसके बाद पशु को किसी गर्म पानी और शैम्पू से अच्छी तरह से नहलाएं । उसके बाद उसको किसी सुरक्षित स्थान पर बांध सकते हैं।

सील किए गए कंटेनरों (डिब्बे, बोतलें, बक्से) में पालतू भोजन जानवरों के खाने के लिए सुरक्षित होगा। उन्हें खोलने से पहले एक नम कपड़े या साफ तौलिया के साथ पालतू खाद्य कंटेनरों को मिटा दें। पालतू कटोरे, व्यंजन, और मैट भी मिटा दें। इस्तेमाल किए हुए कपड़े या तौलिया को प्लास्टिक की थैली या अन्य सील करने योग्य कंटेनर में रखें और बैग को अन्य लोगों और पालतू जानवरों से दूर एक जगह पर रख दें।

‌‌‌परिशोधन के अंदर दूसरों की मदद करना

जो छोटे बच्चे खुद को ठीक प्रकार से नहीं धो सकते हैं आपको चाहिए कि आप अपने चेहरे पर मास्क लगाएं और वॉटर प्रुफ दस्ताने पहनकर बच्चे को साबुन से अच्छी तरह से धो सकते हैं। धोने के लिए आपको केवल गर्म पानी का ही उपयोग करना चाहिए ।

रेडियोधर्मी आइसोटोप के नाम क्या हैं ?

रेडियोधर्मी आइसोटोप के नाम क्या हैं
  • अमेरिका -241 (Am-241)
  • सीज़ियम -137 (Cs-137)
  • कोबाल्ट -60 (सह -60)
  • आयोडीन -131 (I-131)
  • इरिडियम -192 (इर -192)
  • प्लूटोनियम
  • पोलोनियम 210
  • स्ट्रोंटियम -90 (सीनियर -90)
  • यूरेनियम -235 (U-235) और यूरेनियम -238 (U-238)

‌‌‌परमाणु हमले के बाद क्या क्या स्वास्थ्य समस्याएं सकती है ?

एक परमाणु हमले के प्रभाव काफी सालों तक रहते हैं। जापान मे गिराए गए परमाणु बमों का प्रभाव आज भी देखने को मिलता है।ये हल्के प्रभावों से लेकर, जैसे त्वचा का लाल होना, कैंसर और मृत्यु जैसे गंभीर प्रभावों तक हो सकते हैं। यह शरीर द्वारा अवशोषित विकिरण की मात्रा (खुराक), विकिरण के प्रकार, और कैसे और कब तक व्यक्ति को उजागर किया गया था पर निर्भर करता है।

‌‌‌यदि परमाणु हमला होने के बाद मतली, उल्टी, सिरदर्द और दस्त जैसी चीजों का अनुभव किया जाता है तो आपको तुरन्त डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए ।

‌‌‌परमाणु रेडियशन की वजह से भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती है। और जो लोग अधिक मात्रा मे विकिरण के संपर्क मे आते हैं उनको कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।

आंतरिक संदूषण को सीमित करने या हटाने के लिए कुछ चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, जो रेडियोधर्मी सामग्री के प्रकार पर निर्भर करता है।

उपचार में शामिल पोटेशियम आयोडाइड (KI) , प्रशिया ब्लू , DTPA , और Neupogen ® (फिल्ग्रास्टिम)  आप इस बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

‌‌‌स्तनपान करने वाले बच्चों मे मां के दूध से रेडियोधर्मी पदार्थ जा सकते हैं।इससे बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी ।

शिशुओं, बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर हो चुकी है। उनको इसका अधिक प्रभाव हो सकता है। इस वजह से उनको ध्यान रखना होगा ।

एक विकासशील भ्रूण विकिरण जोखिम से स्वास्थ्य प्रभावों के लिए सबसे अधिक अतिसंवेदनशील है।

  परमाणू हमले के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

यहां पर हम आपको कुछ सवालों के जवाब देने का प्रयास कर रहे हैं ,जो हर किसी के इंसान के मन मे हो सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आएगा ।

‌‌‌परमाणु हमले के दौरान अंदर क्यों रहना चाहिए ?

परमाणु हमला होने की दशा मे आश्रय लेने के लिए कंक्रीट की इमारत सबसे अधिक उपयोगी होती है। इसका कारण यह होता है कि यह रेडियोधर्मी पदार्थ को रोकने मे सक्षम होता है। और यदि आप रूम के अंदर रहते हैं तो फिर आपसे रेडियो धर्मी पदार्थ नहीं चिपकेंगे । और ‌‌‌आपको कम से कम 24 घंटे मकान के अंदर ही रहना चाहिए क्योंकि रेडियोधर्मी सामग्री समय के साथ कमजोर हो जाती है। या फिर उस वक्त तक मकान के अंदर रहे जब तक कोई सरकारी निर्देश नहीं मिल जाता है।

‌‌‌परमाणु हमले की दौरान अपने परिवार की सुरक्षा कैसे करें ?

यदि परमाणु हमला हो गया है या होने की संभावना है तो सबसे पहले अपने परिवार के सदस्यों को इस बारे मे अवगत करवादें । उसके बाद जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी अपने परिवार के सदस्यों को किसी सुरक्षित स्थान पर लेकर जाएं । और उनको आवश्यक ‌‌‌निर्देश दें ।

‌‌‌मैं घर मे नहीं हूं तो अपने परिवार के सदस्यों की मदद कैसे कर सकता हूं ?

यदि आप घर मे नहीं हैं और परमाणु हमला हो गया है तो अपने मोबाइल से आप फोन कर सकते हैं। यदि आपका फोन काम कर रहा है तो सबसे अच्छी बात है। नहीं तो आपको परमाणु हमला होने की शंका होने पर ही अपने परिवार के सदस्यों को आवश्यक ‌‌‌निर्देश देदेना चाहिए ।‌‌‌क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि परमाणु हमले के बाद आपका फोन काम करना बंद भी कर सकता है।

‌‌‌परमाणु हमले के दौरान चेहरे को क्यो ढकना चाहिए ?

यदि आप परमाणु हमले के दौरान बाहर हैं तो तुरन्त अपने चेहरे को ढक लें खास कर मुंह और आंखों को ढ़कना बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप अपने मुंह को कवर नहीं करते हैं तो रेडियोधर्मी ‌‌‌आपके शरीर के अंदर चले जाएंगे जो बाद मे कैंसर होने का कारण बन सकते हैं।

जब एक विकिरण आपातकाल हुआ, तो मुझे अपने आप से रेडियोधर्मी सामग्री को हटाने के लिए क्या करना चाहिए

आपको बतादें कि रेडियोधर्मी सामग्री धूल वैगरह पर गिर सकती है और उसके बाद यह इमारतों और कारों व सड़को के संपर्क मे आ सकती है तो यदि आप रेडियोधर्मी पदार्थ के संपर्क मे आएं हैं तो सबसे पहले अपने कपड़ों ‌‌‌ को निकालें फिर खुद को अच्छी तरह से धोएं ऐसा करने से 90 प्रतिशत रेडियोधर्मी सामग्री खत्म हो जाती है।

मुझे कैसे पता चलेगा कि भोजन या पानी सुरक्षित है?

, बोतलबंद पानी एकमात्र ऐसा जल स्रोत है जो संदूषण से मुक्त होना निश्चित है। आप अपने और अपने भोजन की सफाई के लिए नल या कुएं के पानी का उपयोग कर सकते हैं। खाने के लिए सबसे सुरक्षित भोजन सील कंटेनर (डिब्बे, बोतलें, बक्से, आदि) में भोजन है। आपके रेफ्रिजरेटर या फ्रीज़र में अनस्पोल्ड भोजन भी खाने के लिए सुरक्षित है।

रेडियोधर्मी पदार्थ उबलते पानी से निकल जाता है ?

नहीं उबलते पानी से भी  रेडियोधर्मी पदार्थ को नहीं हटाया जा सकता है तो सबसे पहले बोतल बंद या टैंक के अंदर के पानी को पीने के लिए आप काम मे ले सकते हैं।

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे घर या आश्रय को छोड़ना सुरक्षित है ?

यदि आपको अपना घर छोड़ने की आवश्यकता है तो आपातकालीन अधिकारी आपको बताएंगे। जब तक आप एक निकासी आदेश दिया जाता है तब तक अंदर रहें। आपातकालीन अधिकारी आपको बताएंगे कि आपातकालीन आश्रय में कब जाना है, जहां आश्रय स्थित है, और यात्रा के लिए सबसे सुरक्षित मार्ग है।‌‌‌आमतौर पर शहर के अंदर कुछ टीमे बनाई जाती हैं जो आपकी इस बात की सूचना देने का काम करती है।

विकिरण जोखिम के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव क्या हैं?

जो लोग विकिरण की उच्च खुराक प्राप्त करते हैं, उन्हें जीवन में बाद में विकिरण के संपर्क के स्तर के आधार पर कैंसर के विकास का अधिक खतरा हो सकता है। जो लोग विकिरण की कम खुराक प्राप्त करते हैं, उनके लिए विकिरण जोखिम से कैंसर का जोखिम इतना कम है।

विकिरण आपातकाल के दौरान चोट लगी हो तो मुझे क्या करना चाहिए

‌‌‌यदि आपको सामान्य चोट लगी है और जीवन को खतरा नहीं है तो इमारत को छोड़ना सुरक्षित नहीं है। घर के अंदर ही अपने घाव को अच्छी तरह से धोएं और उसके बाद दवा लगा सकते हैं। और जब खतरा कम हो जाए तो डॉक्टर को संपर्क कर सकते हैं।

मैं गर्भवती हूं तो मुझे क्या करना चाहिए ?

यदि आपको पता चलता है कि परमाणू हमला हो गया है तो आप यदि घर के अंदर हैं या अस्पताल मे हैं वहीं पर आप छुप सकती हैं। एक गर्भवती महिला का बच्चा मर सकता है यदि वह रेडियशन के संपर्क मे आया तो आपको एकदम सुरक्षित रहने की आवश्यकता है।

बच्चों को विकिरण जोखिम से नुकसान होने का अधिक खतरा है ?

बच्चों को विकिरण जोखिम से स्वास्थ्य प्रभाव विकसित करने की अधिक संभावना है। छोटे लोगों के पास अधिक कोशिकाएं होती हैं जो तेजी से विभाजित हो रही हैं और ऊतक बढ़ रहे हैं, और उनके आगे लंबा जीवन है, जिससे कैंसर को विकसित होने का समय मिलता है।

मुझे रेडियोधर्मी पदार्थ लगा है इसका कैसे पता चलेगा ?

यदि आप परमाणु हमले के दौरान घर से बाहर थे तो आप रेडियोधर्मी पदार्थ के संपर्क मे आ चुके हैं लेकिन यदि आप बाहर नहीं थे तो उसके बाद आपको कुछ समय के लिए अंदर ही रहना होगा और हालात सामान्य हो जाने के बाद नजदिगी सामुदायिक रिसेप्शन सेंटर (CRC) मे ‌‌‌जांच करवा सकते हैं।

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विकिरण आपात स्थिति के विभिन्न प्रकार क्या होते हैं उनके नाम बताएं ?

परमाणु हमले और परमाणु दुर्घटनाएं हो सकती हैं जिनमे से कुछ इस प्रकार से हैं।

  • परमाणु आपात स्थिति
  • डर्टी बम या रेडियोलॉजिकल डिस्पर्सल डिवाइस (RDD)
  • रेडियोलॉजिकल एक्सपोजर डिवाइस (RED)
  • परमाणु ऊर्जा संयंत्र दुर्घटना
  • परिवहन दुर्घटनाएँ
  • व्यावसायिक दुर्घटना

        ‌‌‌परमाणु हमले की तैयारी कैसे करनी चाहिए ?

परमाणु हमले से बचाव की तैयारी आप यदि पहले से ही करते हैं तो आपके लिए अच्छा होगा । आप मार्केट से मास्क लेकर आ सकते हैं। और अन्य आवश्यक सामान लेकर आ सकते हैं जो आपातकाल के अंदर काम आ सकते हैं। घर पर, एक आपातकालीन किट एक साथ रखें जो किसी भी आपात स्थिति के लिए उपयुक्त होगा।

परमाणु हमले से कैसे बचा जाए ? लेख के अंदर हमने परमाणु हमले से बचने के अनेक तरीकों के बारे मे जाना । इन तरीकों का पता सबको होना चाहिए । क्योंकि यदि इसके बारे मे पता नहीं होगा तो अधिक लोगों को अपनी जान गवानी होगी । और वैसे भी पूरे विश्व के अंदर अशांति फैली हुई है। ‌‌‌यह लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके बताएं ।

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।