pitri shabd roop in sanskrit पितृ शब्द रूप संस्कृत में पितृ शब्द (पिता): ऋकारांत पुल्लिंग संज्ञा, सभी ऋकारांत पुल्लिंग संज्ञापदों के शब्द रूप इसी प्रकार से बनाये जाते हैं। नीचे इनके बारे मे जानकारी दी गई है आप देख सकते हैं। इसके बारे मे हमने आपको लिस्ट दी है आप देख सकते हैं।
pitri shabd roop in sanskrit पितृ शब्द रूप संस्कृत में
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | पिता | पितरौ | पितरः |
द्वितीया | पितरम् | पितरौ | पितॄन् |
तृतीया | पित्रा | पितृभ्याम् | पितृभिः |
चतुर्थी | पित्रे | पितृभ्याम् | पितृभ्यः |
पंचमी | पितुः | पितृभ्याम् | पितृभ्यः |
षष्ठी | पितुः | पित्रोः | पितॄणाम् |
सप्तमी | पितरि | पित्रोः | पितृषु |
सम्बोधन | हे पितः! | हे पितरौ! | हे पितरः! |
एक बच्चे ने अपने पिता के बारे मे लिखा . मैं अपने पिता से कभी नहीं मिला, लेकिन मैं उन बातों से उनके बारे में बहुत कुछ जानता हूं जो मेरी मां ने मुझे बताई हैं। वह एक अद्भुत व्यक्ति और एक अविश्वसनीय पिता थे। उन्होंने हमेशा अपने परिवार को सबसे पहले रखा और उन्हें बहुत प्यार किया। जब भी उन्हें उनकी जरूरत थी, वह हमेशा उनके लिए थे और उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि वे खुश रहें। वे बहुत सफल व्यक्ति भी थे। उनका अपना व्यवसाय था और वह इसमें बहुत सफल रहे। मेरी मां ने मुझे बताया कि वह हमेशा चीजें करने में सक्षम थे और उन्होंने कभी भी किसी चीज को नहीं छोड़ा। मुझे लगता है कि यही कारण है कि वह एक पिता के रूप में भी इतने सफल रहे। उन्हें हमेशा अपने बच्चों पर विश्वास था और उन पर विश्वास था। इससे उन्हें बहुत आत्मविश्वास और समर्थन महसूस हुआ, जिससे उन्हें जीवन में सफल होने में मदद मिली। मेरे पिता भी बहुत दयालु व्यक्ति थे। वह दूसरों को खुश करने के लिए कुछ भी करेगा, भले ही इसके लिए उसे खुद कुछ बलिदान करना पड़े।
दोस्तों आपके दिमाग के अंदर यह आता होगा कि पिता क्या होता है ? तो दोस्तों पिता का मतलब है जिसके वीर्य से जो बच्चा पैदा होता है वह उस बच्चे का पिता होता है। इसको एक तरह से है जैविक पिता के नाम से भी जानते हैं। जैसे आप अपने माता पिता से पैदा हुए हैं। तो पिता का मतलब क्या होता है इसके बारे मे आप अच्छी तरह से समझ ही गए होंगे । और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । सही मायेने के अंदर एक अच्छा पिता वह होता है जोकि अपने बच्चों का पालन पोषण ही नहीं करता है वरन उनकी देखभाल करता है वह असली पिता है। बहुत से कलयुगी पिता तो पूरी तरह से अलग ही हो चुके हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
कलयुगी पिता का तो यह हाल होता है कि बच्चे को तो पैदा करके छोड़ देते हैं और उसके बाद उनसे अपने बच्चे का पालन पोषण नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर बच्चों की काफी बुरी दशा होती है। और आजकल तो कुछ पिता इस तरह के भी हो चुके हैं कि बच्चा पैदा करने के बाद वे अपनी पत्नी को ही छोड़ देते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और अब आप जानते ही हैं यदि किसी महिला को बच्चा होने के बाद उसको छोड़ दिया जाता है तो वह कहां जाएगी ।
यदि महिला के माता पिता जिंदा हैं तो वह आसानी से उनके पास चली जाएगी । लेकिन यदि माता पिता जिंदा नहीं हैं तो फिर वह कहां पर जाएगी । आप जानते ही हैं कि भइया भाभी के पास रहना एक महिला के लिए कितना कठिन होता है। हमारी वाइफ काफी गुस्सैल स्वाभाव की है और जब भी वह माइके के अंदर जाती है तो वहां पर अपनी भाभी से कई बार झगड़ती है। और यही सब होता रहता है। और कई बार हमारे सामने भी उसे गुस्सा आ जाता है लेकिन हमें सब आदत हो गई है तो उसका गुस्सा ठंडा कर देते हैं।
अब यदि किसी महिला के पति ने उसको छोड़ दिया तो वह फिर कहां जाएगी । दोस्तों बच्चे पैदा कर देना तो जानवरों का भी काम होता है। और जानवर कई बार बच्चे पैदा करके रोड़ पर मरने के लिए छोड़ देते हैं और यह प्रवृति आजकल इंसानों के अंदर देखने को मिल रही है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
यदि आप पिता बन चुके हैं तो आपको एक बार अपने पिता का फर्ज जरूर ही निभाना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन यदि आप पिता नहीं बनने हैं या बनने जा रहे हैं तो उसके लिए भी आपको तैयारी करके रखनी होगी ।
वैसे तो हर पिता यही चाहता है कि उसके बच्चों को संसार की हर खुशी मिले लेकिन हकीकत मे यह होता नहीं है आप इस बात को समझ सकते हैं। क्योंकि हर पिता के पास इतने संसाधन नहीं होते हैं कि वह कुछ अच्छा अपने बच्चे के लिए कर सके ।
बच्चों के जीवन में पिता की बड़ी भूमिका होती है। अक्सर वे ही होते हैं जो उन्हें नैतिकता, मूल्य और कैसे व्यवहार करना सिखाते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के पिता हैं, और प्रत्येक का अपने बच्चों के जीवन में शामिल होने का एक अलग तरीका है। कुछ पिता पूर्णकालिक काम करते हैं, जबकि अन्य अपने बच्चों के साथ घर पर ही रहते हैं। कुछ पिता सख्त होते हैं, जबकि अन्य अधिक उदार होते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पिता किस प्रकार के हैं, आपके लिए अपने बच्चों के लिए एक अच्छा रोल मॉडल बनना महत्वपूर्ण है।
यदि आप भी एक पिता हैं तो हमे नहीं पता कि आप कौनसे प्रकार के अंदर आते हैं। लेकिन वैसे तो हर बच्चा यही चाहता है कि उनके पिता काफी सख्त मिजाज के ना हो । इस तरह के पिता होने चाहिए जोकि उनकों काफी अधिक प्यार करें आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
भले ही आप एक अच्छे पिता नहीं बन सके लेकिन आपको हमेशा अच्छे पिता को बनने का प्रयास करना चाहिए। क्योंकि जब आप प्रयास ही नहीं करेंगे तो फिर आप अच्छे पिता किस तरह से बन सकते हैं ? आप इस बात को समझ सकते हैं।
लेकिन कुछ लोग इस प्रकार के पिता होते हैं वे सदैव ही खराब किस्म के पिता होते हैं। वे ना तो अच्छा बनने का प्रयास ही करते हैं और ना ही कभी बन पाते हैं। तो इस तरह के पिता के बारे मे आप क्या कहेंगे । यह अपनी वजह से अपने बच्चों के जीवन को भी नर्क बना देते हैं। क्योंकि इनके घर के अंदर हमेशा मारपीट शराब आदि चलती रहती है जिसकी वजह से बच्चे भी बड़े होकर यही सब करने लग जाते हैं और उसी की वजह से
- माला शब्द रूप के बारे मे जानकारी विस्तार से
- sarv shabd roop सर्व पुल्लिंग शब्द के रूप के बारे मे जानकारी
- matri shabd roop in sanskrit मातृ शब्द के रूप के बारे उपयोगी जानकारी
- भवत् शब्द के रूप के बारे मे जानकारी bhavat shabd roop
- जगत रूप शब्द के बारे मे जानकारी jagat shabd roop शब्द रूप संस्कृत
This post was last modified on October 24, 2023