सीलन को रोकने के उपाय के बारे मे हम बात करने वाले हैं।दोस्तों सीलन एक बहुत ही आम समस्या होती है। और लगभग हर घर के अंदर यह समस्या आपको देखने को मिल जाती है। यदि आपके घर मे सीलन आ रही है , तो आप क्या कर सकते हैं ? और यदि आप घर बना रहे हैं , तो आप क्या कर सकते हैं ? इसके बारे मे हम आपको यहां पर बताने का प्रयास करेंगे । असल मे सीलन बारिश के मौसम मे आती है। और मकान की नींव उसी की वजह से कमजोर हो जाती है।और यदि सीलन का इलाज नहीं किया जाता है , तो मकान और कमजोर होता जाता है। मकान के लंबे समय तक नहीं चलने की सबसे बड़ी वजह सीलन ही होती है। पहले नींव कमजोर होती है। और उसके बाद मकान ढह जाता है।
इसके अलावा सीलन मकान के अक्ष को बुरा कर देती है। देखने मे सीलन वाला मकान काफी अधिक बुरा दिखाई देता है। और यह काफी अजीब भी लगता है। आप यहां पर पेंट वैगरह करते हैं , तो वह भी जल्दी ही उतर जाता है। हमारे भी कई सारे ऐसे मकान हैं जिनके अंदर सीलन की समस्या हो रही है। मगर कुछ भी उपाय उतना कारगर नहीं होता है। और मकान पहले के बनाए होने की वजह से कोई प्रभावी उपाय भी हम नहीं कर सकते हैं। मकान की सीलन को कम करने या दूर करने के उपायों के बारे मे हम यहां पर आपको विस्तार से बता रहे हैं।
Table of Contents
सीलन को रोकने के उपाय मकान के पास पानी ना भरने दें
यदि आपके मकान के पास या पीछे पानी भर रहा है। खास कर बारिश के दिनों मे तो आपको ऐसा नहीं करने देना चाहिए । क्योंकि मकान के पास भरा हुआ पानी आपके मकान के अंदर सीलन पैदा करता है। इसलिए इस पानी को वहां से हटाएं । यदि कोई गढढा बना हुआ है , तो उसके अंदर मिट्टी डालकर उसको भर दें । जिससे कि बारिश का पानी आपके मकान के पास जमा नहीं हो पाएगा । और आपके मकान मे सीलन आने की संभावनाएं काफी कम हो जाएगी । यह उपाय आप कर सकते हैं। हमारे मकान के पीछे पानी भरता है। जिसकी वजह से उस मकान मे सीलन आने की समस्या काफी अधिक होती है। उसके बाद हमने वहां पर भरने वाले पानी को रोकने के लिए उस मकान के पीछे एक नाली बनाई ताकि बारिश का पानी नाली की मदद से निकल जाए । तो आप ऐसा कुछ कर सकते हैं।
सीलन को रोकने के उपाय वाटर प्रोटेक्शन का प्रयोग करना
यदि आपके घर मे दीवारों पर बारिश के समय अक्सर सीलन आ जाती है। तो इसके लिए वाटर प्रोटेक्शन का प्रयोग आप कर सकते हैं।वाटर प्रोटेक्शन केमिकल को आप किसी हार्डवेयर की दुकान से आप खरीद सकते हैं , और उसके बाद सीमेंट के साथ मिलाकर लगा सकते हैं। जिससे कि आपके घर की दीवार के अंदर सीलन आने के चांस काफी कम हो जाएंगे ।
वाटरप्रूफिंग को करने के लिए आपको जलवायु आदि का ध्यान रखना होता है। आपके यहां पर किस तरह की वाटरप्रूफिंग सूट करेगी । इसके लिए आपको जानकार से बात करने की जरूरत हो सकती है।
एक्रिलिक-आधारित वाटरप्रूफिंग: यह एक लोकप्रिय प्रकार की वाटरप्रूफिंग सेटिंग जिसको आप आसानी से प्रयोग कर सकते हैं। और यह काफी लंबे समय तक चलती है।
पॉलीयूरेथेन-आधारित वाटरप्रूफिंग: यह वाटरप्रूफिंग सेटिंग मजबूत और टिकाउ होती है।
सिलिकॉन-आधारित वाटरप्रूफिंग: यह एक प्रकार की वाटरप्रूफिंग सेटिंग है जो लचीली और टिकाऊ होती है।
वाटरप्रूफिंग यदि आप अपने घर की दीवारों की कर रहे हैं , तो पहले दीवारों के उपर लगी हुई गदंगी को आपको साफ कर लेना चाहिए । और उसके बाद यदि दीवार टूटी हुई है , तो उस दीवार की पहले मरम्मत करना चाहिए । फिर वाटरप्रूफिंग करना चाहिए ।इसके लिए आप किसी पेशेवर की मदद ले सकते हैं।
पानी के पाइप को पास से हटाएं
यदि सीलन उस जगह पर आ रही है , जिस जगह पर पानी का पाइप है , तो आपको उस पानी के पाइप को या तो आपको वहां से हटा देना होगा । यदि आप नहीं हटाते हैं , तो उस पानी के पाइप से और पाइप को जोड़ दें । और दीवार से दूर पानी को इस तरह से छोड़ें की पानी दीवार के अंदर नहीं आए । ऐसा करने से काफी अधिक फायदा होगा । और दीवार के अंदर सीलन आने की संभावनाएं काफी कम हो जाएगी । अक्सर दीवार के अंदर सीलन आने का यह भी एक बड़ा कारण होता है। बाथरूम वैगरह की वजह से दीवार मे सीलन काफी तेजी से आती है।
पानी लीकेज को बंद करें
यदि आपकी दीवार के पास एक पाइप है , और उसकी मदद से दीवार के अंदर पानी का लीकेज हो रहा है , तो आपको उस पानी लीकेज को कम करना होगा । इसलिए पाइप को इस तरह से आपको सील कर देना होगा , कि पानी पाइप से बाहर ना आए । यदि पाइप टूट गया है , तो आपको पाइप को नया बदल देना होगा । जिससे सीलन दीवार मे नहीं आएगी । क्योंकि पानी का लीकेज नहीं होगा ।
घर बना रहे हैं तो रखें इस बात का ध्यान
यदि आप घर बना रहे हैं , तो आपको एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए । यदि आप यह बात ध्यान मे रख लेते हैं। और अच्छी तरह से इसको फोलो करते हैं , तो आपके घर की लाइफ ही बदल जाएगी । 100 साल से भी अधिक समय तक आपका घर आसानी से चल जाएगा । अक्सर लोग क्या करते हैं कि मकान की देहली से उपर कम से कम 3 फुट तक पत्थर की चिनाई करें । कभी भी ईंट की चिनाई देहली से ही शूरू ना करें । वरना सीलन की समस्या जिदंगी भर परेशान करती ही रहेगी । इसलिए पत्थर की चिनाई देहली से 3 फुट तक लेकर जाएं । और उसके बाद ईंट की चिनाई शूरू करें । ऐसा करने का यह मतलब नहीं है कि सिलन नहीं आएगी । मगर सिलन आने के बाद भी इससे आपके घर की नींव कमजोर नहीं होगी ।
इस स्थिति के अंदर यदि एक बार सीलन आ भी जाएगी , तो आप फिर से माल भरकर उसको ठीक कर सकते हैं। मगर पत्थर नींव मे लगा होने की वजह से कुछ नुकसान नहीं होगा । और यदि आप ईंट को यहां पर लगाएंगे , तो समय के साथ ईंट भुरने लग जाती हैं। और मकान की नींव काफी कमजोर हो जाएगी । यह उपाय यदि आप एक बार कर लेते हैं , तो उसके बाद आपको कुछ और करने की जरूरत नहीं पड़ेगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।
दीवारों की दरारों को भरने के लिए लगाएं पुट्टी
यदि आपके घर की दीवारों के उपर दरारें बनी हुई हैं , तो उसकी वजह से भी बारिश का पानी अंदर चला जाता है , और इसकी वजह से भी दीवारों मे सीलन आने के चांस काफी अधिक होते हैं। तो दीवारों की दरारों के अंदर पुट्टी लगादें । और उसके बाद उपर पेंट करवा देना चाहिए । ऐसा करने से दीवारों के अंदर सीलन आने के चांस काफी कम हो जाएंगे । यह उपाय आप कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी पेशेवर की मदद ले सकते हैं। जब आप दीवार के उपर पेंट कर देते हैं , तो बारिश का पानी आपके घर की दीवार के अंदर अटक कर ही नहीं रहेगा । वरन जमीन पर फिसल जाएगा । जिससे कि सिलन नहीं आ पाएगी ।
छत पर जल भराव को रोकने का प्रयास करना
अक्सर आजकल कुछ मिस्त्री सही तरह से काम नहीं कर पाने की वजह से यह समस्या होती है। और छत मे पानी भराव होने लग जाता है। और हमारे घर की एक छत पर भी इसी तरह की समस्या है , छत पर जलभराव की समस्या होने की वजह से यह सीलन पैदा करने लग जाता है। तो आप किसी मिस्त्री को लेकर आएं । और उसके बाद उस जल भराव को ठीक करने के लिए आपको प्रयास करना चाहिए । आप एक बार जल भराव को ठीक कर देते हैं , तो छत की तरफ से आने वाली सीलन कम हो जाएगी ।और छत को सही तरह से बनाना चाहिए । पूरी ढलान के साथ ताकि बारिश का पानी छत पर ना ठहरे ।
घर की सीलन को रोकने के लिए कैमिकल
दोस्तों घर को सीलन से बचाने के लिए वैसे तो बाजार के अंदर कई सारे कैमिकल देखने को मिलते हैं। उनका आप प्रयोग कर सकते हैं। और यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद भी हो सकते हैं।
WP+200 इंटिग्रल वाटरप्रूफिंग लिक्विड भी एक तरह का वाटरप्रूफिंग प्रोडेक्ट है , जोकि आपके घर के अंदर सीलन पैदा करने से बचाने का काम करता है। आप इसको सीमेंट के साथ मिला सकते हैं। और उसके बाद इसका प्रयोग कर सकते हैं। जिससे कि आपके घर मे दीवारों पर सीलन आने के चांस काफी कम हो जाएंगे।
फ़्लेक्स और हाईफ़्लेक्स भी एक प्रकार का वाटरप्रूफ प्रोडेक्ट है , यह आमतौरपर अधिक पानी वाली स्थानों पर प्रयोग किया जा सकता है। जैसे कि टेरेस और छत। इसी तरह, बाहरी हिस्से जैसे रसोई और बाथरूम भी पानी के संपर्क में आते हैं। और यह काफी अधिक टिकाउ भी होता है।
Dr Fixit for seelan भी एक प्रकार का कैमिकल है। और इस कैमिकल को सीलन को रोकने के लिए आसानी से यूज किया जा सकता है। Dr Fixit का प्रचार तो काफी जोर शोर से किया जाता है। इसके अंदर कई सारे कैमिकल के प्रकार आते हैं। और हर कैमिकल की अलग खास बात होती है। Dr Fixit का प्रयोग आप छत को सील करने के लिए कर सकते हैं। आमतौर पर नए निर्माण के लिए अलग तरह का प्रोडेक्ट आता है , और पुराने निर्माण के लिए अलग तरह का प्रोडेक्ट आता है। Dr Fixit का प्रयोग किस तरह से करना है ? यह इसके उपर ही लिखा होता है। किसी भी प्रकार की सीलन को रोकने के लिए यह काफी प्रभावी होता है।
डॉ फिक्सिट एलडब्ल्यू+ (LW+): यह एक बहुउद्देशीय वॉटरप्रूफिंग सामग्री है जिसका उपयोग दीवारों, छतों, सीमेंट, प्लास्टर, के लिए किया जाता है। यह खास तौर पर दीवारों के अंदर नमी को रोकने के लिए किया जाता है।
डॉ फिक्सिट यूआरपी (URP): यह एक उच्च-प्रदर्शन वाला वॉटरप्रूफिंग सॉल्यूशन है जिसका उपयोग नई और पुरानी छतों के लिए किया जा सकता है। यह छत पर एक मजबूत और टिकाऊ संरचना बनाने के लिए काफी अधिक उपयोगी हो सकता है।
डॉ फिक्सिट रेनकोट (Raincoat): यह एक बाहरी दीवारों के लिए एक वॉटरप्रूफिंग कोटिंग है। जोकि उनको नमी से बचाने का काम करता है। आप अपने जरूरत के अनुसार इनको चुन सकते हैं। इसके कुछ और भी प्रकार होते हैं।
वॉटर प्रूफिंग पेंट नेम लिस्ट
वाटर प्रूफिंग के लिए अलग अलग ब्रांड के पेंट आते हैं , इनमे से कुछ के बारे मे हम आपको यहां पर बता रहे हैं।
एशियन पेंटस: एशियन पेंटस की वाटरप्रूफिंग पेंट की श्रृंखला में एपेक्स एडवांस्ड डस्ट प्रूफ, एपेक्स ड्यूरेबल, और एपेक्स हाई का प्रयोग आप कर सकते हैं। यह काफी अच्छे पेंट हैं ।
ड्यूक्स पेंट: ड्यूक्स पेंट की वाटरप्रूफिंग पेंट की श्रृंखला में ड्यूक्स ट्विन पर्ल, ड्यूक्स ड्यूरेबल, और ड्यूक्स वायलेट का उपयोग किया जा सकता है।
नेचरल पेंट: नेचरल पेंट की वाटरप्रूफिंग पेंट की श्रृंखला में नेचरल वाटरप्रूफ, नेचरल ग्लो, और नेचरल स्ट्रेंथ शामिल हैं।
बॉश पेंट: बॉश पेंट की वाटरप्रूफिंग पेंट के अंदर बॉश टाइटेनियम, बॉश सील, और बॉश प्रो आते
हैं।
वाल्टन पेंट: वाल्टन पेंट की वाटरप्रूफिंग पेंट मे आपको वाल्टन ड्यूरेबल, वाल्टन ग्लो, और वाल्टन स्ट्रेंथ मिल जाएंगे।
इन जगहों पर आती है सीलन सबसे अधिक
दोस्तों हमारे घर की कुछ ऐसी जगहें होती हैं। जिन जगहों पर सीलन सबसे अधिक आती है , और वहां पर हमें अधिक ध्यान देने की जरूरत हो सकती है , तो आइए जानते हैं। इसके बारे मे
पानी की टंकियां जिन जगहों पर होती हैं , उसके पास यदि कोई मकान आदि बना हुआ है , तो उस मकान के अंदर सीलन आने का खतरा बना रहता है। इसलिए पानी की टंकियों की वाटरप्रूफिंग करना चाहिए । जिससे काफी अधिक फायदा होगा ।
अपने फाउंडेशन और बिल्डिंग की वाटरप्रूफिंग करने से स्ट्रक्चर को कमजोर होने से हम रोक सकते हैं । और आपका मकान काफी लंबे समय तक चलता है।
अपनी दीवारों को वाटरप्रूफिंग सॉल्युशन से नमी और सीलन रेसिस्टेंट बनाने से आपकी दीवार के अंदर पानी का रिसाव नहीं हो पाता है।
अपने घर की छत और बिल्डिंग में वाटरप्रूफ केमिकल का इस्तेमाल करने से घर का मेनफ़्रेम वर्षा, बर्फ और पाले आदि से आप अपने घर की छत को बचा सकते हैं।
आपके घरों और बिल्डिंग्स का टेरेस लगातार बारिश में भींगता है , तो इसके अंदर भी सीलन आने का डर हमेशा ही बना रहता है। इसलिए इसके उपर भी वाटर प्रूफिंग करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है।
आपके बेसमेंट में नमी रिसने के कारण मेटल में जंग लग सकता है । और इसकी वजह से लकड़ी सड़ सकती है , तो वहां पर भी आपको नमी से बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए ।
- रामायण का पाठ करने से होते हैं यह कमाल के 17 फायदे
- पुलिस को काबू कैसे करें ? यदि कोई पुलिस वाला परेशान करें तो यह 13 उपाय करें
- 300 + जबरदस्त दोस्ती निभाने की शायरी dosti nibhane ki shayari
- दुश्मन को सबक सीखाने के 18 दमदार तरीके दुश्मन दुम दबाकर भाग जाएगा
- शादी के पहले शारीरिक संबंध बनाने के 12 फायदे किसी को नहीं पता
यह थे कुछ उपाय जिनकी मदद से आप अपने मकान को सीलन से बचा सकते हैं। यदि आप निर्माण के समय की एक बार ध्यान दे लेते हैं , तो फिर यह समस्या आपके सामने कभी आएगी ही नहीं ।
This post was last modified on December 21, 2023