song kaise banaye jate hain? song making process in hindi

‌‌‌दोस्तों आप फिल्मों के अंदर सोंग सनुते हैं। और अनेक सोंग्स को देखते भी हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि यह song kaise banaye jate hain। यदि आपको इनके बारे मे पता है। तो बहुत अच्छी बात है। और यदि आपको इसके बारे मे पता नहीं है तो इस लेख के अंदर हम आपको बताने वाले हैं कि song kaise banaye jate hain ‌‌‌और सोंग्स बनाने की क्या प्रोसेस रहती है। ‌‌‌वैसे आज कल संगीत बनानें के लिए किसी खास तरह की शौली का प्रयोग नहीं किया जाता है। वरन song को बनाने के लिए सबसे पहली बात जो ध्यान दी जाती है। वह यह होती है कि सोग्स को इस प्रकार से डिजाइन करना है। जिसको ज्यादा से ज्यादा लोग पसंद कर सकें।

‌‌‌यदि कोई सोंग्स पोपुलर हो गया तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उसके अंदर कौनसी शैली और क्या यूज किया जा रहा है ? बस आपको सबको पोपुलरटी से मतलब है। सोंग्स बनाने की स्टेप्स को नीचे दिया जा रहा है।

song kaise banaye jate hain song को लिखना

song  बनाने से पहले सोंग्स को लिखा जाता है। फिल्मों के अंदर लेखक होते हैं और वोही सोंग लिखते हैं। सोंग लिखने के अंदर कई चीजों का ध्यान रखा जाता है। जैसे कि किस प्रकार के सोंग आजकल सबसे ज्यादा चल रहे हैं ? उसी हिसाब से सोंग को लिखा जाता है। ‌‌‌जैसे पहले लोग दिल को छू देने वाले गाने सुनते थे तो आजकल डीजे song को लोग अधिक सुनते हैं। उसी तरह से एक लेखक लोगों की भवनाओं को समझता है। और सोंग लिखता है। वैसे फिल्मों के अंदर सोंग सलेक्सन प्रोसेस होता है। जिसमे एक लेखक कई सारे सोंग लिखता है और उनके अंदर से कुछ अच्छे सोंग को सलेक्ट कर ‌‌‌ फिल्मों के अंदर शामिल किया जाता है।

 सोंग को लिखने के बाद और उसे फिल्मों के अंदर लेने से पहले सोंग के अंदर कई प्रकार की कांट छांट भी होती है। सोंग को आजकल की फिल्मों के अंदर फिल्म के नाम पर अधिक बनाया जाता है। सोंग को बनाने के लिए लेखक लय और ताल का भी ध्यान रखता है। और उसके अंदर वर्ड ‌‌‌ बड़ी सावधानी पूर्वक चुनता है। ‌‌‌ वैसे आधुनिक लेखक गीत लिखने से पहले उसके अंदर ध्वनी को भी ध्यान मे रखते हैं। मतलब वे यह सोचते हैं कि वह जो गीत लिख रहे हैं। उसके अंदर किस तरह की ध्वनी को आसानी से जोड़ा जा सकेगा । जो इस पर एक दम से सही फिट होगी ।

Subject of song

फिल्मों के लिए या किसी भी तरह का सोंग लिखने से पहले आपको यह तय करना होता है कि आपको किस तरह के वातावरण पर सोंग लिखना है। जैसे आप किसी फिल्म मे पार्टी सोंग लिख रहे हैं तो उसके अंदर आपके शब्द इस प्रकार के होने चाहिएं कि वह आनन्द को व्यक्त करते हों । इसके अलावा जब आपको‌‌‌किसी ऐसे माहौल पर सोंग लिखना हो जो शौक से जुड़ा होतो फिर आपको उसी के अनुरूप अपने सोंग के अंदर शब्दों का इस्तेमाल करना होगा । एक अच्छा लेखक वह होता है जो परिस्थितियों के अनुसार अपने सोंग के अंदर बदलाव कर सकता है।

Story बताने वाला

आप जो भी सोंग लिखते हैं। वह एक स्टोरी बताने वाला होना चाहिए और उसका कोई अर्थ भी निकलना चाहिए । सोंग को आपको लोगों के दिलों से जोड़ना चाहिए । जिससे सुनकर लोग यह महसूस करें कि वास्तव मे यह सोंग वे खूद गा रहे हैं। सोंग के अंदर की कंडिशन लोगों की कंडिशन होनी चाहिए ताकि‌‌‌लोग सोंग को अच्छे तरीके से महसूस कर सके। वैसे यदि आप ऐसे वैसे ही कोई सोंग लिख देते हैं तो निश्चित रूप से यह सफल नहीं होगा । इस वजह से सोंग हमेशा इस प्रकार का लिखने की कोशिश की जाती है ताकि लोग उसे अपना सोंग बनालें।

श्रोता का ध्यान

एक अच्छे सोंग की खास बात यह होती है कि उसे लोग बार बार सुनना चाहते हैं। सोंग के अंदर कई तरह की उर्जा होती है। कई सोंग के अंदर बस एक समान भावना चलती है। या वे एक समान फील कराते हैं। जबकि कुछ सोंग के अंदर बस साउंड होता है। लेकिन सोंग के अंदर जो एक चीज कॉमन होती है। वह हमेशा एक ‌‌‌लेखक ध्यान मे रखता है। वह होती है सोंग से लोगों को बांधे रखने की ताकत । एक अच्छे सोंग लेखक की खास बात यह होती है कि वह सोंग से लोगों को बांध लेता है। और लोग उस सोंग को सुनने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

‌‌‌फील और सोचना

जब एक लेख सोंग लिख लेता है तो वह अपने लिखे सोंग की समिक्षा भी करता है। सोंग को कई बार पढ़ता है। और सोचता है कि क्या इस सोंग के अंदर स्त्रोता को बांधे रखने की क्षमता है ? उसे जहां पर भी कोई कमी नजर आती है। वह उसके अंदर सुधार करने की कोशिश करता है। और फिर उसकी समिक्षा करता है। ‌‌‌सोंग को सुनने के बाद किस तरह की भावनाएं पैदा हो रही हैं। और उनको और अधिक सुधारने का प्रयास भी करता है।

song kaise banaye jate hain song का अप्रूव

ऐसा नहीं होता है कि सोंग लिखा और उसके बाद तुरन्त ही उसे किसी फिल्म या गाने के अंदर शामिल कर लिया । लेखक के सोंग लिखने के बाद दूसरे लोग जो संगीत की जानकार होते हैं। या जिनको संगीत लिखने के बारे मे अच्छा नॉलेज होता है वे उसका रिव्यू भी करते हैं।‌‌‌वे सोंग के अंदर कुछ बदलाव करने का सूझाव भी दे सकते हैं और उसके अंदर कुछ काट छांट करवा सकते हैं। कुल मिलाकर वे जब अपनी स्वीक्रति जारी कर देते हैं तो एक सोंग को अगली स्टेप के अंदर भेजा जाता है।

‌‌‌म्यूजिक के लिए ताल और झनकार वैगरह सलेक्ट करना

एक लेख ने सोंग तो लिख दिया । लेकिन उस सोंग के लिए ताल और झनकार डोलक आदी का एक ऐसा मेल सलेक्ट करना होता है जोकि उसके लिए एकदम से सही  और सटीक बैठ सके । किस जगह  कौन सटीक बैठेगा । म्यूजिक इंजिनियर यह तय करते हैं। ‌‌‌वैसे इन सब को तय करना कोई आसान काम नहीं होता है। म्यूजिक लाइब्रेरेरी के अंदर बहुत सारी टयून वैगरह होती हैं। और इन सबमे से अपनी बुद्वि की मदद से एक अच्छी टयून का  चुनाव भी किया जाता है।

‌‌‌इस स्टेप के अंदर काफी समय भी लग सकता है। और इस स्टेप्स मे कई सारी चीजों को सुना देखा और समझा जाता है। एक तरह से यह कार्य काफी पेचिदा होता है। सही सोंग पर सही टयून और ताल का सलेक्सन काफी कठिन होता है। ‌‌‌इन सब का सलेक्सन करने के बाद म्यूजिक को अगली स्टेप्स के लिए भेजा जाता है।

song kaise banaye ,Recording a Demo

सोंग लिखने के बाद और उसका मूल्यांकन करने के बाद उसका  Demo Record किया जाता है।‌‌‌डेमो रिकार्ड इस वजह से किया जाता है कि song रिकोर्ड होने के बाद कैसा लगता है। डेमो रिकार्ड की खास बात यह होती है। कि इसके अंदर आप बदलाव भी कर सकते हैं। फिल्मों के अंदर किसी song का डेमो रिकोर्ड करने के लिए गई संगीतकार भी होते हैं। डोमो रिकोर्ड के बाद उसे कई संगीत कारों को सुनाया जाता है।

‌‌‌वे उसके अंदर कुछ जोड़ने और घटाने के संबंध मे कुछ भी आवश्यक सुझाव भी दे सकते हैं। इसके अलावा उसके अंदर कई चीजों को छोड़ भी सकते हैं। कुल मिलाकर डेमों कई बार भी रिकार्ड किया जा सकता है। जबकि वह सूट नहीं बैठता है। ‌‌‌जब संगीत कार डेमो रिकोर्ड से पूरी तरह से संतुष्ट हो जाते हैं तो song को अगली स्टेप के लिए भेजा जाता है।

‌‌‌वैसे देखा जाए तो एक song को रिकोर्ड करने के तुरंत बाद ही प्रकाशित नहीं किया जाता है। song को रिकोर्ड करने के बाद उसको प्रतिक्रिया के लिए भी रखा जाता है। एक रिकोर्ड संगीत को किसी अच्छे संगीतकार को भी सुनाया जा सकता है। और कुछ लोगों को भी सुनाया जा सकता है। ‌‌‌इस संबंध मे वे लोग अपनी राय रखते हैं कि song के अंदर कहां पर कुछ कमी है। और कहां पर स्त्रोता song से उब सी महसूस करने लगता है। उस स्थिति के अंदर सुधार किया जाता है। और जब पूरी तरह से song के अंदर सुधार हो जाता है तो ही उसे अगले चरण के लिए भेजा जाता है।

song kaise banaye with रिहर्सल

‌‌‌ ‌‌‌song बनाने के लिए रिहर्सल भी आवश्यक है।आपने कोई भी संगीत लिख दिया और डेमो रिकोर्डिंग के अंदर व पास हो गया तो अब बात आती है। रिहर्सल की । रिहर्सल के अंदर सब कुछ वैसा ही करने का प्रयास किया जाता है । जैसा कि सोंग के अंदर घटित होने वाला होता है। रिहर्सल के अंदर song के अंदर आने वाले सारे कलाकार भाग लेते हैं।‌‌‌और गायक अपने गाने को बार बार गाकर अभियास करते हैं। कोई भी गायक कलाकार हो उसे नया गाना निकालने से पहले उसे गाने का अभियास करना होता है। अभियास की मदद से वह आसानी से बाद मे रिकोर्डिग के समय गाना गा सकता है। अभियास के दौराना जोभी कमियां नजर आती हैं। उनको दूर किया जाता है।

‌‌‌एक गायक और अन्य कलाकार सब मिलकर स्टूडियों के अंदर अभियास करते हैं और यह अभियास तब तक किया जाता है। जब तक की पूरी तरीके से वे song को गाने के लिए एकदम से तैयार नहीं हो जाते हैं।

‌‌‌इस तरह के रिहर्सल की मदद से song कार संगीत के कमजोर पक्ष के बारे मे भी जानते हैं और यह आसानी से तय कर सकते हैं कि किस जगह पर किस तरह की आवाज सही फिट होगी । एक अच्छे रिहर्सल के अंदर लंबा समय भी लग सकता है।

‌‌‌अच्छे और बड़े संगीतकार अपने गाने की रिहर्सल केवल स्टूडियों के अंदर ही नहीं करते हैं। वरन उनको जब भी अपने गाने की रिहर्सल का मौका मिलता है। वे रिहर्सल करते हैं। ऐसा करने के पीछे उनका मकसद होता है कि वे नए गाने को अच्छे तरीके से गा सकें।

 

रिहर्सल रिकोर्ड

‌‌‌जब रिहर्सल पूरी हो जाती है तो उसके बाद सोंग को रिकोर्ड किया जाता है। और उसके बाद सोंग को फिर समिक्षा के लिए भेजा जाता है। संगीतकार सोंग की समिक्षा करते हैं। आपको बतादें कि सोंग के अंदर दर्श्य बाद मे जोड़ा जाता है। और उसके बाद सोंग को बड़े समिक्षक सुनते हैं। व ‌‌‌इस दौरान सोंग के अंदर छोटे मोटे बदलाव का सुझाव दिया जाता है। वैसे इस स्टेज के अंदर सोंग के अंदर बड़ा परिर्वतन नहीं किया जाता है। आवश्यक परिवर्तन पहले ही पूरे कर लिये जाते हैं।

Song  को एडिट करना

दिये गए सुझावों के अनुसार फिर से song के अंदर एडिट करना होता है। इस दौरान सोंग के अंदर कई प्रकार की एडिटिंग हो सकती है। इसके अंदर song  के स्वर या कुछ अन्य ताल वैगरह को जोड़ा जा सकता है। और उसके अंदर कुछ घटाया जा सकता है।

Final Song  recording

‌‌‌सोंग के अंदर आवश्यक बदलाव करने के बाद सोंग की फाईनल रिकोर्डिंग होती है। इस स्थिति के अंदर बड़े बड़े सोंग एडिटिंग साफटवेयर का भी प्रयोग किया जाता है। हालांकि पूरे सोंग को दुबारा रिकोर्ड करना है या नहीं ? यह सोंग के अंदर किये गए परिवर्तन के हिसाब से तय किया जाता है। कई बार सोंग को मात्र ‌‌‌दुबारा एडिटिंग से ही सुधार दिया जाता है। ‌‌‌यह फाईनल सोंग की रिकोर्डिंग होती है। लेकिन यह केवल वॉइस रिकोर्ड होता है। उसके बाद अगली स्टेप आती है। सोग के अंदर एटिंग एड करना।

Song  के अंदर acting  एड करना

‌‌‌आप जो song एलबम के अंदर एक्टिंग देखते हैं वह बाद मे रिकोर्ड की गई होती है। सोंग के अंदर किस तरह की एक्टिग होगी । इस संबंध मे प्रोडूसर विचार करते हैं। इसके अलावा सोंग किस प्रकार का है ? इस चीज पर भी ध्यान दिया जाता है। ‌‌‌यदि आपका सोंग एक लव सोंग है तो उस हिसाब से एक्टिंग को चुना जाता है। प्रोडूसर का यह प्रयास होता है कि वह हमेशा कुछ ना कुछ बेहतर एक्टिंग चुनता है। ‌‌‌इस स्टेप्स के अंदर प्रोडूसर कई चीजों पर विचार करता है। और एक तरह से कहानीं बनाता है जो कि उस सोंग के उपर पूरी तरह से सटीक बैठती है।

‌‌‌फैसन और एक्टर का चुनाव

उसके बाद की स्टेप के अंदर यह आता है कि अब इस कहानी को रियल रूप देने के लिए कौन इसके अंदर एक्टर होंगे । इस दौरान प्रोडूसर एक्टर का चुनाव करता है। और जगह का चुनाव भी करता है कि कहां पर इस गाने को फिल्माया जाना है ? इसके अलावा एक्टर किस तरह के कपड़े पहने का इन ‌‌‌चीजों पर गहराई से विचार किया जाता है।

एिंक्टग का रिहर्सल

इन सब प्रक्रियाओं के बाद एक्टर को उसका रोल बताया जाता है और उसे पूरी तरह से समझाया जाता है। फिर एक्टर दिये गए निर्देशों के अनुसार काम करने का प्रयास करता है। वह इस दौरान रिहर्सल करता है। जब वह पूरी तरह से तैयार हो जाता है । तो उसके बाद एक्टर का विडियो सूट किया जाता है।

Video shooting

‌‌‌जब सब कुछ तैयार हो जाता है तो फिर एक्टर का विडियो सूट किया जाता है। इस स्टेप के अंदर यदि कुछ भी गलत होता है तो विडियो को दूबारा सूट किया जाता है। कुल मिलाकर इस स्टेप मे कई विडियो को सूट किया जाता है। और जो खराब विडियो होते हैं। उनको बाद मे डिलीट कर दिया जाता है।

song kaise banaye jate hain ?Final Song  editing

‌‌‌सारी प्रोसेस पूरी होने के बाद अब बचती है। अंतिम एडिटिंग । इस स्थिति के अंदर विडियो एडिंग प्रोग्राम की मदद से ओडियो और विडियो को अच्छी तरीके से मिलाया जाता है। और अनावश्यक भाग को डिलीट कर दिया जाता है। कहां पर कौनसी स्थिति के अंदर गलतियां हैं। उनको सुधारा जाता है। ‌‌‌और सब कुछ सही होने के बाद एक song को प्रकाशित कर दिया जाता है।

‌‌‌इस लेख के अंदर आपने जाना कि song kaise banaye jate hain ?

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।