talwar kaha milti hai , तलवार कहां मिलती है तलवार एक प्रकार का शास्त्र होता है जिसको आज भी लोग अपने घरों के अंदर सुरक्षा के लिए रखते हैं।और रखना भी चाहिए क्योंकि कई बार खुद की सुरक्षा करने के लिए तलवार चलाना पड़ जाता है। लेकिन तलवार का प्रयोग प्राचीन काल मे बहुत अधिक होता था।प्राचीन काल के अंदर युद्ध मे सेनिक तलवार और भालों जैसी चीजों का प्रयोग करते थे आज तलवार की जगह पर बंदूक का प्रयोग किया जाने लगा । इस वजह से तलवार का महत्व कम हो गया है।
लेकिन तलवार को आज भी आम लोग खरीदते हैं।यदि आप भी तलवार खरीदना चाहते हैं तो इस लेख के अंदर हम आपको बताएंगे कि तलवार कहां पर मिलती है ? और आप इसको किस तरह से खरीद सकते हैं।बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो तलवार तो खरीदना चाहते हैं लेकिन उनको पता नहीं होता है।कि वे किस प्रकार से खरीदें । पहले अमेजन पर तलवारें बिका करती थी लेकिन अब आपको यह अमेजन पर नहीं मिलेंगी । हालांकि आप इनको ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
दोस्तों तलवार एक प्रकार की घूमावदार ब्लैड होती है।जोकि काफी तेज धार के साथ आती है। इसकी मदद से किसी भी जानवर का सर काटा जा सकता है या उसे चोट पहुंचाई जा सकती है। तलवार के आगे नोक होती है तो पीछे पकड़ने के लिए मूठ बनी होती है। यह आमतौर पर लौहे की बनी होती है।
इसके अलावा तलवार को म्यान मे डाला जा सकता है।म्यान मे डालने के बाद इसको पीछे आसानी से लटकाया जा सकता है। किसान आंदोलन मे आपने देखा हो कि किस प्रकार से तलवार का प्रदर्शन किया गया था।यदि हम तलवार की मूठी की बात करें तो प्राचीन तलवारों की मूठ सोने और चांदी की बनी होती थी। इनको अच्छी तरह से सजाया भी जाता था। युद्ध के अंदर बड़े लोग इसी प्रकार की तलवारों का इस्तेमाल करते थे ।
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talwar kaha milti hai मेले से खरीदें
दोस्तों आपको तलवारें मेलों के अंदर आसानी से मिल जाती हैं।अपने आस पास देखें कि कौनसा मेला बड़ा भरता है। आप उस मेले के अंदर जाएंगे तो वहां पर आपको तलवारों की दुकान मिलेगी । वहां से आप एक अच्छी तलवार खरीद सकते हैं। जैसे हमारे इलाके मे भी इस प्रकार के कई मेले भरते हैं उनके अंदर तलवार मिल जाती है। हालांकि मेलों के अंदर मिलने वाली तलवारें बिना मुख की होती हैं लेकिन यदि आप चाहें तो बाद मे तलवार का मुख बनवा सकते हैं। मुख वाली तलवारें बेचना समस्या है।
अपने आस पास के दोस्तों को पूछें कि कौनसे मेले मे तलवार मिलती हैं और उसके बाद जब वह मेला आए तो वहां से जाकर आप अलग अलग प्रकार की तलवारें खरीद सकते हैं। तलवार खरीदने का यह सबसे अच्छा तरीका है।
अपने फेमस तलवार मार्केट से तलवार खरीदना
दोस्तों तलवार खरीदने का दूसरा तरीका यह है कि अपने राज्य के किसी बड़े शहर को चुने और गूगल पर सर्च करें जैसे तलवार मार्केट इन जयपूर तो राजस्थान के जयपूर के अंदर आसानी से कई तरह की तलवार मिल जाएंगी ।
इसी प्रकार से आप अपने राज्य के किसी बड़े शहर को चुन सकते है।जब आप यह गूगल पर सर्च करेंगे तो वहां पर आपको उस दुकान का पूरा एड्रस मिल जाएगा । जहां पर तलवारे बेची जाती हैं। आप यदि कभी उस शहर मे गए हों तो उसके बाद आप तलवार खरीद कर ला सकते हैं। इन बड़े शहरों मे आपको कोई एक दुकान नहीं मिलती है।वरन कई सारी दुकाने आपको मिल जाती हैं। वहां से आप अपनी पसंद की किसी भी तलवार को चुन सकते हैं और उसे खरीद सकते हैं।
तलवार को खरीदने का यह दूसरा तरीका है।हालांकि कहां पर किस प्रकार की तलवार मिलती हैं ? यह बताना कठिन होता है। लेकिन यदि तलवार बेचने वाले स्थानों पर जाएंगे तो आपको पता चल ही जाएगा ।
Youtube पर चैक करें
Youtube आजकल बहुत ही फेमस प्लेटफोर्म हो चुका है। वैसे यहां पर तलवार नहीं बेची जाती है लेकिन आपको अपने राज्य के बड़े शहर के तलवार मार्केट की लाइव कवरेज मिल सकती है। और उसका एड्रस भी आपको मिल सकता है। क्योंकि कई लोग जब तलवार मार्केट जाते हैं तो उसके बाद वे इसका विडियो बनाकर Youtube पर अपलोड कर देते हैं जिससे कि आम लोगों की मदद हो सके । आप youtube पर जाएं और उसके बाद वहां पर अपने शहर के तलवार मार्केट के बारे मे सर्च करें।
आपको हो सकता है उस शहर के तलवार मार्केट का विडियो आपको मिल जाए तो उसके बाद वहां पर नीचे शॉप का एड्रस दिया हुआ होता है। उसके उपर जाकर आप तलवार खरीद सकते हैं।
इसके अलावा भी हमने यह देखा है कि कुछ तलवार और अन्य चाकू छूरा बेचने वाले भी Youtube पर अकाउंट बनाकर रखते हैं और उसके बाद वहां पर अपने कान्टेक्ट नंबर वैगरह दिये हुए होते हैं। वे अपने चैनल के माध्यम से ही सब कुछ बेचते हैं। यदि आप ऐसी जगह से खरीदना चाहते हैं तो आपको तलवार घर बैठे ही मिल जाएगी । लेकिन इस प्रकार खरीदने से पहले यह देखलें कि चैनल सही है या नहीं ? वरना आपके पैसे भी इस चक्कर मे बरबाद हो सकते हैं।
मशहूर तलवार शहर से तलवार खरीदना
दोस्तो तलवार के लिए कुछ शहर अपने आप मे काफी मशहूर हैं। आप इन मशहूर शहरों से तलवार खरीद सकते हैं।जैसे कि राजस्थान मे सिरोही शहर तलवार के लिए काफी मशहूर है। एक समय ऐसा माना जाता था कि सिरोही की तलवार ने युद्धों को जीतने मे काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। अपने इसी योगदान की वजह से सिरोही की तलवार काफी मशहूर हो चुकी थी।
एक समय ऐसा था जब सिरोही के अंदर तलवार बनाने के लिए काफी लोग काम करते थे हालांकि समय के साथ तलवारों की मांग मे कमी आई है। जिससे कि अब केवल कुछ ही लोग बचे हैं जो तलवार बनाने का काम करते हैं।
आपको बतादें कि यहां पर तलवार को परम्परागत तरीके से बनाया जाता है। सबसे पहले लौहे को गर्म किया जाता है और उसके बाद उसको कूट कर तलवार जैसी संरचना मे ढाला जाता है। दोस्तों आपको बतादें कि सिरोही तलवार कई तरह की आती है।सकिला तलवार और रोटी तलवार जैसी कई तरह की तलवारें आपको देखने को मिलती हैं। यदि आपको पंजाब के अमृतसर जैसे मशहूर शहर के अंदर जाना हो तो आप वहां से भी तलवार खरीद सकते हैं।
punjabhandicrafts
punjab handicrafts नामक एक वेब है जो भी तलवारें बेचती है। आप इनके यहां से तलवारें खरीद सकते हैं। यहां पर आपको कई रेंज के अंदर तलवारें मिलेंगी 1400 रूपये से लेकर 10000 से भी महंगी रेंज के अंदर आपको तलवारें मिल जाएंगी । इसके अलावा इसके अलावा यहां पर आपको दुकान का एड्रस भी दिया हुआ है।यदि आप उस एड्रस पर जा सकते हैं तो वहां से भी ले सकते हैं। यदि आप पूछताछ करना चाहते हैं तो आपको फोन नंबर दिया हुआ मिलेगा । उस फोन नंबर पर कॉल करके आप पूछताछ कर सकते हैं।
shree amritsar sword
shree amritsar sword नामक एक दूसरी वेब है। जिसके उपर आपको एक से बढ़कर एक तलवार मिलती हैं। यहां पर आपको कई कैटेगरी की तलवारे मिल जाती हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार तलवारों को ले सकते हैं। और कम कीमत से लेकर अधिक कीमत तक आपको तलवारें मिल जाती हैं। इस वेबसाइट पर आपको एड्रस भी दिया हुआ है। यदि आप उसी क्षेत्र के अंदर रहते हैं तो दुकान पर सीधे जाकर भी आप तलवार को खरीद सकते हैं। और यदि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो डायरेक्ट ऑनलाइन ऑडर कर सकते हैं। फोन नंबर पर आप बात कर सकते हैं।आपको जो कुछ भी पूछना है आप पूछ सकते हैं।
indian sikh store
indian sikh store नामक एक अन्य ब्लॉग है। और इसके उपर भी आपको कई तरह के तलवार और चाकू मिल जाते हैं। आप उनको खरीद सकते हैं। यहां पर आपको कम कीमत से लेकर अधिक कीमत तक की रेंज के तलवार मिल जाते हैं। और यदि आपको शादी मे यूज करने के लिए तलवार चाहिए तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगी । यहां पर भी आपको फोन नंबर दिया हुआ है। आप उसपर संपर्क कर सकते हैं और तलवार के बारे मे जान सकते हैं। इसके अलावा मैल पर भी आप संपर्क करके जान सकते हैं।
तलवार खरीदें india mart से
दोस्तों indiamart एक ऐसा स्थान है जहां पर आपको हर कुछ मिल जाता है। क्योंकि यहां पर कई तरह के सैलर जुड़े हुए हैं।indiamart पर जब आप जाएंगे तो वहां पर सर्च बार मे तलवार सर्च करें वहां पर कई तरह के सैलर की लिस्ट आपको मिल जाएगी । आप किसी भी सैलर से संपर्क कर सकते हैं और उसके बाद आप उससे तलवार खरीद सकते हैं। आप अपने शहर के नाम को भी सर्च कर सकते हैं कि कहीं आपके शहर मे भी तलवार मिलती हो ।
तलवार के बारे मे मजेदार तथ्य
दोस्तों तलवार के बारे मे आप जानते ही हैं।तलवार कहां पर मिलती है। इस लेख के अंदर हमने यह जाना कि हम किस प्रकार से बाजार से तलवार खरीद सकते हैं ? आइए अब हम तलवारों के बारे मे रोचक तथ्यों को जान लेते हैं।
- पहली तलवार 3 सहस्राब्दी ईसा पूर्व दिखाई दी थी।
- कोई भी एक तलवार सभी उदेश्यों की पूर्ति के लिए नहीं बनाई जाती है।जरूरत और उदेश्यों के अनुसार अलग अलग तरह की तलवारें बनाई जा सकती हैं।
- पहले जो तलवारे बनती थी वे छोटी थी ।लेकिन बाद मे अच्छे मटैरियल की खोज के साथ ही लंबी तलवारों का उत्पादन किया जाने लगा ।और उसके बाद तो ऐसी तलवारें बनाई जाने लगी जो कि आसानी से मुड़ती भी नहीं थी।
- मध्य युग में, तलवारें स्टील की बनी होती थीं और वे इतनी तेज और भारी होती थीं कि वे एक आदमी को आधा काट सकती थीं।
- जर्मन छठी शताब्दी के अंदर तलवार बनाने के लिए काफी फेमस हो चुका था।
- टोलेडो, स्पेन मे एक ऐसा केंद्र था जोकि लंबी तलवारों के बनाए जाने के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध था।टोलेडो तलवार के बारे मे यह कहा जाता है कि जब इस तलवार को एक रूमाल पर फेंका जाता था तो वह रूमाल को काट देती थी।
- भारत वूट्ज़ स्टील नामक उच्च गुणवत्ता वाले स्टील का निर्यातक था।
- लौहे की तलवार बनाने का परम्परागत तरीका यह था कि सबसे पहले लौहे को गर्म करके और उसके उपर हथोड़े मारे जाते थे और उसके बाद तलवार बनाई जाती थी।
- मध्य युग के दौरान तलवारें सबसे छोटी ब्रॉडस्वॉर्ड से लेकर 75 सेंटीमीटर लंबी ग्रेटस्वर्ड्स तक 185 सेंटीमीटर लंबी थीं।
- समुराई लोगों का यह मानना था कि उनकी तलवारों के अंदर योद्धाओं की आत्मा का निवास होता है। इसीलिए वे अपनी तलवार का एक नाम रखते थे ।
- बास्टर्ड तलवार एक प्रकार की शक्तिशाली तलवार होती है जोकि लंबी होती है। यह भारी होने की वजह से इसको एक हाथ से पकड़ने की बजाये दोनों हाथों से पकड़ा जाता था और यह शक्तिशाली प्रहार को सहने मे भी सक्षम होती है।
- समुराई तलवारों में पहले सीधा ब्लेड था लेकिन बाद मे यह ढेडा बनाया जाने लगा इसका कारण यह था कि यह आसानी से म्यान के अंदर से खींचे जा सकते थे और काटने मे भी अधिक प्रभावी थे ।
- और जब गन का आविष्कार हुआ तो तलवारों का प्रयोग धीरे धीरे कम होता गया ।आज लोग तलवारों को अपने घर मे शौक से रखते हैं। तलवारों से कोई भी युद्ध नहीं लड़ा जाता है।
भारत मे तलवार पर कानून
वैसे तलवार के लिए लाइसेंस के बारे मे प्रार्याप्त जानकारी नहीं है।लेकिन यदि आप तलवार जैसी चीज का किसी भी सर्वाजनिक स्थान पर पदर्शन करते हैं तो आपको पुलिस उठाकर लेकर जा सकती है। इसलिए यदि आपके पास तलवार है तो आप उसे किसी भी सर्वाजनिक स्थान पर लेकर ना जाएं । यह नियमों के खिलाफ है।
1984 ई से पहले सरकार ने यह नियम बनाया था कि यदि कोई तलवार जैसी चीजों को घर मे रखता है तो उसे लाइसेंस लेना होगा। और केंद्रसरकार ने भी इस संबंध मे अब एक गाइडलाइन जारी की थी। जिसके अनुसार तलवार का लाइसेंस 500 रूपये देकर प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि इस संबंध मे अभी कोई खास जानकारी भी उपलब्ध नहीं है।जैसे तलवार का लाइसेंस कौन जारी करता है और इसके लिए प्रोसेस क्या है ? इस बारे मे कोई भी जानकारी नहीं है।
वैसे आपको बतादें कि तलवार जैसी चीजों के लिए सरकार ने लाइसेंस लेने का प्रावधान तो बना दिया है। लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार इन सब के लाइसेंस के लिए कोई भी आवेदन नहीं आ रहा है।
टीपू सुल्तान की तलवार
दोस्तों टीपू सुलतान की तलवार काफी फेमस तलवार रह चुकी है। ऐसा माना जाता है कि टीपू सुलतान ने अपनी तलवार के दम पर बड़ो बड़ों को नाकों चने चबा दिये थे ।यह तलवार रत्नों से जड़ित है और इसको अब नीलाम कर दिया गया है।1799 में टीपू सुल्तान की मौत के बाद 220 साल तक यह तलवार गुमनाम दुनिया के अंदर रही उसके बाद यह कहा जाता है कि यह एक दंपति की छत पर ऐसे ही पड़ी रही । बाद मे यह पता चला कि यह एक टीपू सुलतान की तलवार है। जिसकी कीमत काफी उंची उठ सकती है। उसके बाद इस तलावर की नीलामी होगी । और इसको वापस भारत लाने के प्रयास चल रहे हैं।
प्रसिद्ध सुल्तान की वर्ष 1799 में सेरिंगपटम में युद्ध के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी के मेजर थॉमस हार्ट इस तलवार को अपने साथ लेकर आए थे । इस तलवार की बनावट भी खास है। और यह तेज तो इतनी है कि यदि इस तलवार के संपर्क मे कोई लौहा भी आ जाए तो यह उस लौहे को भी आसानी से काट सकती है।
वर्तमान मे यह तलवार 21 करोड़ रूपये के अंदर निलाम हुई है। इस तलवार पर बाघ का चिन्ह बना हुआ है और एक तरफ कुरान की आयते लिखी हुई हैं। जो युद्ध मे फतह का संदेश देती हैं।
भवानी तलवार
दोस्तों आपने भवानी तलवार के बारे मे तो सुना ही होगा । यह तलवार शिवाजी महाराज के पास थी और इसको एक बड़ी ही चमत्कारी तलवार माना जाता है। यह माना जाता है कि उनकी कुल देवी ने उनको यह भेंट की थी। इस तलवार की मदद से उन्होंने कई फतहें हाशिल की थी।
आपको बतादें कि भवानी तलवार का वजन 66 किलो नहीं था वरन वह तलवार केवल 12 ग्राम की ही थी क्योंकि खुद शिवाजी का वजन ही 72 किलो था। और यह तलवार ब्रिटिश के किसी भी संग्राहलय मे नहीं रखी हुई है।महाराष्ट्र मे भवानी तलवार का पर्दशन भी किया गया था।
7 मार्च 1659 को शिवाजी कोंकण के दौरे पर थे। उसी वक्त उन्होंने एक जहाज पर आक्रमण किया इसके अंदर पुर्तगाल के सेनापति डिओग फर्नांडिस की एक तलवार मिली थी।कृष्णा जी ने इस तलवार को शिवाजी को भेंट कर दिया था।और शिवाजी को इस तलवार की लंबाई काफी पसंद आई और उसके बाद उन्होंने कृष्णा जी को 300 सोने के सिक्के भेंट किये थे ।
और शिवाजी को यह तलवार बहुत अधिक पसंद आई और उसके बाद शिवाजी ने अपने सैनिकों के लिए इस प्रकार की लंबी और भी तलवारें बनाने का आदेश दिया था।
महाराणा प्रताप की तलवार
महाराणा प्रताप के बारे मे आप जानते ही होंगे ।इस महान वीर ने कभी भी मुगलों के आगे सर नहीं झुकाया । अकबर की यह हमेशा ही इच्छा रही की महाराणा उसके आगे नाक रगड़े लेकिन अकबर चाहकर भी महाराणा प्रताप को जीत नहीं सके ।
इनके बारे मे यह कहा जाता है कि यह 80 किलो का भाला और दो 208 किलों की तलवारें लेकर युद्ध करते थे ।लेकिन असल मे यह बात सच नहीं है। एक अन्य न्यूज वेब के अनुसार महाराणा प्रताप आमतौर पर अपने साथ मात्र 35 किलो का ही वजन लेकर चलते थे जोकि एक आम बात है।
वैसे महाराणा प्रताप की तलवार एक तरह से काफी फेमस तलवार मानी जाती है।और सबसे बड़ी बात तो यह थी की महाराणा प्रताप ने अकबर की अधीनता को स्वीकार नहीं किया था।
हकीम खां सूरी, हल्दी घाटी युद्ध में महाराणा प्रताप की तरफ से लड़ने वाले एकमात्र मुस्लिम सरदार थे।और महाराणा प्रताप के 22 हजार सैनिक और अकबर के 80 हजार सैनिकों पर भारी पड़े जिससे अकबर भी युद्ध नहीं जीत पाया था।आज भी हल्दी घाटी के अंदर तलवारें दबी हुई पाई जाती है।।एक बार मेवाड को अकबर ने जीत लिया था लेकिन उसके बाद भी महाराणा प्रताप ने मेवाड के 85 फीसदी हिस्से पर दुबारा कब्जा कर लिया था। इस प्रकार से महाराणा प्रताप ने स्वतंत्रता के लिए घास की रोटी भी खाई थी।
अपने पास तलवार रखने के क्या फायदे होते हैं ?
दोस्तों वैसे तो आजकल गन का जमाना है।लेकिन तलवार भी आपको एक तरह से बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकती है। जैसे कि आपके घर मे पांच तलवारे हैं। और पांच ही लोग रहते हैं। यदि पांच लोग पांच तलवारें लेकर एक साथ आएंगे तो घर मे चौरी या डकैती करने के लिए आए कोई बदमास बुरी तरह से डर जाएंगे और भाग जाएंगे ।क्योंकि एक साथ इतने लोगों को तलवार लिए देखना काफी घातक होता है। इसलिए आप अपनी सुरक्षा के लिए तलवार अपने पास रख सकते हैं। बहुत से लोगों को यह लगता है कि पुलिस है तो तलवार की जरूरत ही क्या है ? लेकिन यह गलत बात है। पुलिस आपको बचाने के लिए हर समय नहीं रहती है।सो आपके पास यदि तलवार होगी तो बस आप अपनी सुरक्षा कर सकते हैं।
यह तो सुरक्षा की बात है लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जोकि तलवार को अपने शौक के लिए रखते हैं। कुछ लोगों को अलग अलग प्रकार की तलवारें रखने का शौक होता है। यदि आपको भी अलग अलग प्रकार की तलवारें रखने का शौक है तो आप भी रख सकते हैं। इसके अलावा कई बार इंसान के हालात इतने खराब हो जाते हैं कि तलवार जैसा हथियार ही काम आता है। पुलिस पहुंचने तक देर हो जाती है।
भले ही आपके पास तलवार हो लेकिन आपको कभी भी उसको बिना वजह किसी को डराने या धमकाने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह आपके लिए अच्छा नहीं है।
उम्मीद करते हैं कि तलवार कैसे मिलेगी ? लेख आपको पसंद आया होगा ।यदि इस संबंध मे आपका कोई विचार है तो हमें कमेंट करके बतायें । हम आपकी मदद अवश्य करेंगे । और किसी भी जगह से तलवार खरीदने से पहले अच्छी तरह से छानबीन करलें । वरना इसके नुकसान के जिम्मेदार आप खुद ही होंगें ।
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