इस लेख मे बात करेंगे परीक्षा में तुक्का लगाने के तरीके ,परीक्षा में तुक्का कैसे लगाएं ,तुक्का मारने की सबसे अच्छी ट्रिक ,तुक्का मारने की विधि के बारे मे दोस्तों वैसे तो परीक्षा के अंदर कोई भी तुक्का नहीं लगाना चाहता है। सब सही सही लिखना चाहते हैं। लेकिन बहुत से ऐसे कारण होते हैं जिसकी वजह से हमे तुक्का लगाने को मजूबर होना पड़ता है। कुछ स्टूडेंट तो पूरी साल पढ़ते नहीं हैं।उसके बाद जब परीक्षा देने जाते हैं तो उनके पास तुक्का लगाने के अलावा कोई चारा नहीं बचता है। तो दोस्तों आपको बतादें कि आप तुक्का मार कर कभी भी सक्सेस नहीं हो सकते है। और तुक्का मार कर कोई भी परीक्षा को पास नहीं कर सकते हैं।
बहुत से लोगों को आपने कहते सुना होगा कि उन्हें तो एक दिन भी किताब खोल कर नहीं देखी और परीक्षा के अंदर केवल तुक्का मार कर ही पास हो गए । तो दोस्तों आपको उसके वहम के अंदर नहीं रहना चाहिए । क्योंकि हो सकता है कि उसने कुछ पढ़ा होगा और आपके सामने उसने झूठ बोल दिया हो और आप उसे सच समझ कर फोलो करने लगे हों ।
दोस्तों क्लाश के अंदर अलग अलग तरह के स्टूडेंटस होते हैं। कुछ स्टूडेंस ऐसे होते हैं जो सबको पढ़ते हुए दिख जाते हैं। जबकि कुछ ऐसे होते हैं जो क्लाश के अंदर आवारा गर्दी करते हैं। और घर जाकर अपने बनाए रूटीन के अनुसार पढ़ते हैं।उनको देखने वाले अन्य स्टूडेंट यही समझते हैं कि यह तो पक्का फैल हो जाएगा । लेकिन वैसा कुछ नहीं होता है।
इसके अलावा कुछ लोग वास्तव मे ऐसे होते हैं जोकि कोर्स की किताबों को बिना पढ़े पास हो जाते हैं। तो दोस्तों इसकी वजह उनका नॉलेज होता है। उन्हें कोर्स की चीजों का बहुत पहले से ही नॉलेज होता है। उदाहरण के लिए एक बच्चे के घर के अंदर कम्प्यूटर है और वह उसे चलाता है तो उसका उसे बेसिक नॉलेज तो हो ही जाएगा तो वह अपने आप बिना पढ़े परीक्षा के अंदर पास हो जाएगा । तुक्का मारने की ट्रिक उसी स्टूडेंट के लिए काम करती है जोकि कुछ जानता हो । यदि उसे कुछ भी नहीं पता तो उसके लिए यह कोई भी काम नहीं करती है।
तो आइए जानते हैं परीक्षा में तुक्का लगाने के तरीके के बारे मे ।
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तुक्का मारने की विधि और परीक्षा में तुक्का लगाने के तरीके OMR Sheet
दोस्तों आपको पता होगा कि आजकल रेल्वे एग्जाम आदि के अंदर आपको वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को ही हल करना होता है। मतलब उनके अंदर आपको आप्सन दिया जाता है। और उन आप्सन के अंदर से सही आप्सन का चुनाव करना होता है। और उसे कोष्ठक के अंदर लिखना होता है। इस प्रकार के पेपर मे तुक्का मारने की विधि और परीक्षा में तुक्का लगाने के तरीके आम परीक्षा के अंदर तुक्का मारने के तरीके से अलग होता है। तो आइए सबसे पहले हम प्रतियोगी परीक्षा के अंदर आप तुक्का किस तरीके से मारते हैं।उसके बारे मे विस्तार से बात करते हैं।
तुक्का मारने की कन्फयूजन विधि
तुक्का मारने का तरीका यह सबसे बेस्ट है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस विधि का प्रयोग जो लोग पढकर जाते हैं। वे ही कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा के अंदर होता यह है कि हम बहुत सी चीजों को पढ़ते हैं। लेकिन उनमे से कुछ चीजें भूल जाते हैं। और वे हमे सही तरीके से ज्ञात नहीं होती हैं।
परीक्षा के अंदर ऐसे बहुत से प्रश्न होते हैं। जिनको देखकर हमारे मन मे विचार आता है कि इन दो आप्सन मे से कोई एक सही हो सकता है। या यह आप्सन सही हो सकता है। मतलब आपका मन कहता है। ऐसे प्रश्न को को हल करने के लिए आप यह तरीका प्रयोग ले सकते हैं। मतलब आप उनके बारे मे कुछ जानते हैं।
यदि आपको किसी भी प्रश्न के अंदर यह महसूस हो रहा है तो जिस उत्तर का पलड़ा आपको भारी लगे बस वही करदें । कम से कम उसके सही होने के चांस सबसे अधिक होंगे । ध्यानदें । जिन ऑप्सन के अंदर आप कन्फयूज हैं उनमे से ही कोई एक चुने जो अधिक सत्य के निकट हो सकता है।
तुक्का लगाने का आसान तरीका रिसर्च विधि
दोस्तों इस तरीके से तुक्का लगाने के लिए सबसे पहले परीक्षा के अंदर जो प्रश्न आपको आते हैं। उन सबको हल करना है। मतलब आपको जो प्रश्न सही सही आते हैं।उनको हल करने के बाद उन सभी प्रश्नों के अंदर देखें की किसी प्रकार से ऑन्सर का क्रम चल रहा है। बस उसी प्रकार से क्रम को आप पूरा कर सकते हैं।ऐसा करने से प्रश्न के सही होने के चांस बहुत अधिक बढ़ जाते हैं। आइए इस चीज को थोड़ा विस्तार से समझते हैं। दोस्तों मान लिजिए एक पेपर के अंदर 100 प्रश्न आए हैं। और उनमे से आपने 60 प्रश्नों का उत्तर सही दिया है तो आपको उन 60 प्रश्नों के अंदर सही क्रम को देखना है जैसे a b c d d c b a b c c c d c d c
अब आप यह देखें के उपर के सही 10 प्रश्न के अंदर सबसे ज्यादा सही आप्सन कौनसा आया है। माना a 5 बार आया है और b 3 बार आया है तो नीचे के 10 प्रश्न के अंदर इनके आने की संभावना कम हो जाएगी ।उस हिसाब से उत्तर विकल्प का चैन करें । ध्यादें आंख बंद करके ना भरें उत्तर को पढ़ने के बाद उन पर सोचे की आप जो लिख रहे हैं। वह सही हो सकता है या नहीं । यदि आपको लग रहा है कि सही है तो आप उस आप्सन को चुन सकते हैं। लेकिन तुक्का मारने का यह तरीका भी पूरी तरीके से आपके लिए काम करे यह आवश्यक नहीं है। लेकिन यदि आप प्रश्न को पढ़कर उसका हल करेंगे तो यह आपके लिए काम कर सकता है। यदि आपने कुछ पढ़ा है तो ।
कुछ जानकार यह बातते हैं कि परीक्षा के अंदर हर ऑनसर का प्रतिशत लगभग बराबर सा होता है। उदाहरण के लिए मान लिजिए किसी परीक्षा के अंदर आपके पास 100 क्यूशन आते हैं। तो
25 = A
25 = B
25 = C
25 = D
आप उपर सही ऑन्सर का प्रतिशत देख सकते हैं। यह मात्र एक उदाहरण है। और आपको यह मानकर चलना है कि परीक्षा के अंदर केवल 25 प्रश्न का ए सही होता है। और बाकी 25 का बी सही होता है। उस हिसाब से अब आपने जो प्रश्न किये हैं।उनमे देखना है कि सबसे कम प्रतिशत किस चीज का आ रहा है। बस बचे हुए प्रश्नों के अंदर उस सबसे कम वाले आप्सन को भर देना है। जैसे सी के आपके पास केवल 10 प्रश्न ही हल हैं और ए के आपके पास 30 प्रश्न हल हैं और बी के आपके पास 20 प्रश्न हल हैं ।उस हिसाब से आप यह आसानी से तय कर सकते हैं। मतलब जो आप्सन आपके पास सबसे कम बार आया है। आपको जो प्रश्न नहीं आते हैं।उनके अंदर आपको उसे अधिक बार यूज करना है।
तुक्का मारने की सबसे अच्छी ट्रिक कर्व तरीका
दोस्तों परीक्षा के अंदर एक ऑनसर सीट आपको दी जाती हैं। और वह नीचे कुछ इस प्रकार से होती है जैसे
A b c d
A b c d
A b c d
A b c d
A b c d
आप उपर चित्र के अंदर देख सकते हैं कि पांच प्रश्नों का a d a d और उसके बाद c सही होता है। मतलब यदि आप 50 प्रश्न एक साथ हल करोगे तो आपकी ओ एम आर सीट के अंदर सही प्रश्नों का एक कर्व बन जाएगा और उससे आपको पता चलेगा कि कर्व किस तरीके से जा रहा है। बस उस कर्व को आगे बढ़ाते जाएं और प्रश्नों को हल करदें । आप चाहें तो 25 प्रश्नों का कर्व बना सकते हैं। और उसके बाद दूसरे प्रश्न भी उसके के हिसाब से हल कर सकते हैं। परीक्षा मे तुक्का मारने का तरीका यह अधिक विश्वसनिए नहीं है। लेकिन इतना बुरा भी नहीं है। क्योंकि इस तरीके के अंदर एग्जाम पेपर पर रिसर्च नहीं किया जाता है।
तुक्का मारने की सबसे अच्छी ट्रिक कर्व तरीका नम्बर 2
दोस्तों यह तरीका पहले कर्व तरीका नम्बर 1 से अधिक बेस्ट है। तो दोस्तों इस तरीके को यूज करने से पहले आपको रिसर्च करना पड़ेगा । सब कैसे करना है। आइए इस बारे मे हम आपको बताते हैं। सबसे पहले आपको जो भी एग्जाम देने जा रहे हैं।उसके पीछले 10 सालों के पेपर को निकालना है। और उनकी ऑनसर सीट आपके पास होनी चाहिए । उन सभी ऑन्सर सीट के उपर आपको एक सही कर्व बनाना है। मानलिजिए आप जिस एग्जाम को दे रहे हैं। उसके एक साल मे एक बार पेपर लगता है तो आपके पास 10 ऑन्सर सीट हो जाएंगी । हर ऑन्सर सीट पर एक कर्व बनाएं । उसके बाद आपको 10 साल के ऑन्सर सीट के के कर्व के अंदर कुछ ना कुछ सेम नजर आएगा । आप उन सभी चीजों को नोटिस करें और गहराई से चीजों को समझें ।
यदि आप 10 सालों के ऑन्सर सीट के अंदर बनाए गए कर्व के बीच कनेक्सन स्थापित करने मे कामयाब रहे तो इसका मतलब है कि आप सक्सेस हो सकते हैं।
अब जब भी आप परीक्षा देने जाते हैं तो आपको करना यह है कि सबसे पहले पेपर के अंदर सही प्रश्न करने हैं। और उसके बाद आपको पता चल जाएगा कि कौनसा कर्व बन रहा है। बस उसके बाद कर्व को अपने रिसर्च के अनुसार पूरा कर लिएलिए ।
दोस्तों तरीका बहुत अधिक दमदार है। लेकिन यह तरीका तभी काम करेगा । जब आप पीछले 10 सालों के अंदर के कर्व से कोई ना कोई कनेक्सन स्थापित कर पाएंगे । इसके अलावा यदि आप अगले 3 सालों के ऑन्सर सीट के कर्व से भी कनेक्सन बना लेते हैं तो यह तरीका काम करेगा ।
तुक्का लगाने का आसान तरीका रिसर्च विधि 2
यह तरीका पूर्व तरीके के सामान ही है। लेकिन इसके अंदर आपको करना यह है कि आपको पीछले 10 साल के ऑन्सर सीट लेने हैं। यदि आपको 10 साल के ऑन्सर सीट नहीं मिल रहे हैं तो आप 5 साल तक के ले सकते हैं। उसके बाद हर ऑन्सर सीट के अंदर आपको रिसर्च करना है।
A का प्रतिशत चैक करें हर साल की ऑन्सर सीट के अंदर
दोस्तों आपको ऑन्सर सीट के अंदर यह देखना है कि ऐसे कितने क्यूशन आए हैं। पहले साल के पेपर के अंदर जिनका ए सही था माना
A1 = 35 उसके बाद दूसरे साल के पेपर के अंदर
A2 = 40
A3 = 30
A4 = 25
A5 = 27
इन सब को देखकर आप यह आसानी से अनुमान लगा सकते हैं कि परीक्षा के अंदर ऐसे अधिक से अधिक 40 प्रश्न आएंगे जिनका A सही होगा और कम से कम 25 प्रश्न आ सकते हैं। अब इसी तरीके से आपको ab or cd का प्रतिशत निकाल लेना है। जिससे आपको यह पता चलेगा कि परीक्षा के अंदर किसका कितना हिस्सा आ सकता है।
एक या दो आप्सन भरते चले जाएं
दोस्तों सबसे पहले आप जब परीक्षा देने जाएं तो सही उत्तर लिखें ।उन सही उत्तरों को लिखने के बाद यह चैक करें कि ABCD का प्रतशित कितना कितना है। मान लिजिए
A = 10 =45
B = 25 = 30
C = 30 =30
D = 5 = 35
आपने उपर देखा कि आप बी के 25 प्रश्न हल कर चुके हैं। जबकि उसका कोटा 30 है। उसके बाद c के आप 30 प्रश्न हल कर चुके हैं और उसका कोटा 30 ही है। तो अब बाकी बचे प्रश्नों के उत्तर A or D मे से ही होंगे और बस इन दोनों आप्सन को देखें और जो सही लगे उसे भरता चले जाएं ।
लेकिन यह तरीका सबसे बेस्ट तब काम करेगा । जब आप किन्हीं दो ऑप्सन को पहले ही पूरा कर चुके हों ।
जब आप्सन एक ही पूरा हुआ हो
कई बार क्या होता है कि हम किसी एक ही आप्सन को पूरा कर पाते हैं। जैसे मानलिजिए आपने A कोटा को पूरा कर लिया है तो आपके पास तीन आप्सन बच गए हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपको एक आप्सन को रिजेक्ट कर देना है। मतलब आपको एक प्रश्न को पढ़ना है और तीन आप्सन के अंदर से एक आप्सन को रिजेक्ट करना है जिसकी संभावना कम से कम हो।
परीक्षा मे तुक्का मारने की विधि के सामन्य नियम
दोस्तों किसी भी प्रतियोगी परिक्षा के अंदर यदि आप सही तरीके से तुक्का नहीं लगाएंगे तो आपको नुकसान हो सकता है। सो आपको तुक्का लगाते समय कई बातों को ध्यान मे रखना होगा । ताकि आपको तुक्का लगाना है या नहीं ? इस पर आप सही निर्णय ले सकें।
जब आपको लगे कि आप एग्जाम तोड़ सकते हैं
जब आपको यह लगे कि आप एग्जाम को फाइट कर सकते हैं। और एग्जाम के अंदर माइनस मार्किंग है तो आपको तुक्का लगाने से बचना चाहिए । क्योंकि ऐसी स्थिति के अंदर आपके आए हुए नंबर से भी कट सकते हैं। ऐसी स्थिति मे तुक्के से दूर ही रहें।
जब आप कुछ ही पीछे चल रहे हों
यदि एग्जाम के अंदर माइनस मार्किंग है और आपको लगता है कि आपके यदि कुछ प्रश्न सही हो जाएंगे तो आपका नंबर आ सकता है। तो ऐसी स्थिति के अंदर आपको सोच समझ कर तुक्के लगाने चाहिए । क्योंकि यदि आप ज्यादा गलत तुक्के लगादेंगे तो आपकी जॉब आपके हाथों से जा सकती है। और हो सकता है आपको ऐसा मौका बार बार ना मिले ।
दिल खोल कर तुक्का लगाएं
जब आपको लगे कि आपका नम्बर दिल खोलकर तुक्का लगाने से भी आना मुश्किल है लेकिन यह संभव हो सकता है । तो तुक्का आपको दिल खोलकर लगाना चाहिए । क्योंकि हो सकता है आपका लक काम कर जाए ।
जब माइनस मार्किग ना हो
आप जो एग्जाम देने जा रहे हैं। उसके अंदर माइनस मार्किंग नहीं है तो बस एक ही सिद्वांत काम करता है कि आप दिल खोलकर तुक्का लगाएं। आपके प्रश्न सही ही होंगे आपको इसमे कोई नुकसान भी नहीं होगा । बस यदि आपके तुक्के से 30 मे से 10 प्रश्न भी सही हो जाते हैं तो कोई बुराई नहीं है।
तुक्का लगाने का तरीका आम परीक्षा के अंदर
दोस्तों आम परीक्षा के अंदर तुक्का लगाने का तरीका अलग होता है। जैसे यदि आप 10 वीं का एग्जाम दे रहे हैं या कॉलेज कर रहे हैं तो वहां पर आपको चीजों का वर्णन करना होता है। इस वजह से वहां तुक्का लगाने का तरीका पूरी तरह से अलग हो जाता है। यदि आप कोई आम एग्जाम दे रहे हैं तो आपको तुक्का कैसे लगाना है। इस संबंध मे हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं। जिनको आपको फोलो करना है।
सबसे पहले सही प्रश्नों का हल करें
दोस्तों यहां पर भी वह प्रमुख नियम लागू होंता है कि सबसे पहले आपको जो जो प्रश्न सही सही आते हैं। उनका हल करना है। उसके बाद आपको तुक्का मार विधि पर काम करना है। यदि आप सही सही प्रश्न पहले पहले कर देते हैं तो कॉपी जांच करने वाले पर इसका एक पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। और इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि आगे वह आपके प्रश्नों के उत्तर को अच्छे से नहीं पढेगा तो आपको अच्छे नंबर भी मिल सकते हैं।
निकट तुक्का प्रयोग करना
दोस्तों निकट तुक्के का मतलब होता है कि जैसे एग्जाम के अंदर कोई प्रश्न पूछा जाता है कि बाबर के बारे मे बताओ ? तो आपको बाबर के बारे मे जो कुछ भी याद है वही लिख देना है। इसको निकट तुक्का कह सकते हैं। लेकिन यदि आप बाबर के बारे कुछ नहीं जानते हैं और आप महाराणा प्रताप के बारे मे लिख रहे हैं तो यह तुक्का नहीं है। यह एकदम से गलत है। इसके अलावा आप तुक्के के अंदर बाबार के जीवन के किसी भी हिस्से को लिख सकते हैं। और बेहतर तरीके से समझने के लिए ।
प्रथम विश्व युद्व क्यों हुआ था ?
अब आपको इसके कारण पता नहीं है तो कोई बात नहीं है आप प्रथम विश्व युद्व के बारे मे जो कुछ भी जानते हैं वही लिखदें । बस यही तुक्का लगाना है। इसके अंदर आपको ज्यादा नंबर तो नहीं मिलेंगे लेकिन कुछ नंबर आपको कॉपी चैक करने वाला अवश्य देगा । यह परीक्षा मे तुक्का मारने का तरीका आप तभी यूज कर सकते हैं। जब आप चीजों के बारे मे कुछ तो जानते ही हैं। अक्सर जो लोग बिना पढ़े पास होते हैं। वे इसी तरीके से पास होते हैं।
तुक्का कैसे मारे जब आप कुछ नहीं जानते हों
दोस्तों यदि आप किसी प्रश्न के बारे मे कुछ भी नहीं जानते हैं तो फिर आपको उस प्रश्न का नेचर समझना होगा । जैसे प्रश्न के अंदर पूछा गया है कि बाबर की सेना के बारे मे बताएं । तो दोस्तों आपको एक सेना के बारे मे लिख देना है। जैसे बाबर बहुत अधिक ताकतवर था। उसके पास यह था वो था। बस एक बात का ध्यान रखना है कि आप जो भी लिखें उसके अंदर बाबर और उसकी सैना का नाम बार बार आना चाहिए । बस यही कंडिशन आपको फोलो करनी है। जब आप किसी भी प्रश्न के बारे मे कुछ भी नहीं जानते हो ।
तुक्का कैसे मारें गणित के अंदर
गणित के अंदर तुक्का मारना कोई आसान काम नहीं है। दोस्तों यदि आपको गणित का कोई सवाल नहीं आ रहा है तो आप बस उपर ही उपर सही सूत्र लिखकर छोड़ दें और नीचे उस सूत्र के अनुसार सवाल को हल करने की कोशिश करें । याद रखें गणित के अंदर तुक्का नहीं चलता है। यदि आपको किसी भी सवाल के बारे मे कुछ भी पता नहीं है तो आप उसे करें या ना करें । क्योंकि गणित मे आपको गलत चीज का कुछ भी नहीं मिलता है। सो गणित मे आपको अच्छे से तैयारी करनी चाहिए । ना कि तुक्का के भरोसे रहना चाहिए।
दोस्तों परीक्षा के अंदर कई बार हमे तुक्का लगाना पड़ता है। और यदि आप सही तरह से तुक्का लगाते हैं , तो काम बन जाता है। मगर गलत तरीके से तुक्का लगाने पर काम नहीं बनता है। जैसे कि आपको होली के बारे मे पूछा जाता है , और आप दीवाली के बारे मे बताने लग जाते हैं , तो इससे आपको किसी तरह का फायदा नहीं होगा । साथ ही तुक्का लगाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए ।
जैसे कि तुक्का लगाते समय उपर उपर सही बातें आपको लिखने की कोशिश करनी चाहिए ।
बीच बीच मे आप गपशप कर सकते हैं। लेकिन उस प्रश्न के उत्तर से ही रिलेटेड होना चाहिए । नहीं तो कोई फायदा नहीं होगा । परीक्षा मे कॉपी चैक करने वाला उत्तर को काट सकता है।
एक तुक्का भी तभी काम करता है , जब आप पहले चीजों को याद करते हैं। यदि आप चीजों को पहले याद ही नहीं करते हैं। या परीक्षा के आने से पहले आप कुछ तैयारी भी नहीं करते हैं , तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि क्या लिखना है ? और क्या नहीं लिखना है ? ऐसी स्थिति के अंदर आपको बस निराशा ही हाथ लगेगी । इसके अलावा कुछ भी नहीं हो सकता है।
बहुत से लोग तुक्का तो लगाते हैं , मगर रिलेटेड चीजें नहीं लिख पाते हैं। जिसकी वजह से तुक्का काम नहीं करता है। और तुक्का आपको परीक्षा के अंदर सफलता नहीं दिला सकता है। इस बात को आपको समझ लेना चाहिए । आप इसकी मदद से कुछ नंबर तो पा सकते हैं। मगर आपका पास होना काफी अधिक कठिन हो सकता है।
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