इस लेख के अंदर हम बात करने वाले हैं।महिलाओं के बालों का क्या बनता है ? tute huye balo se kya banta hai झड़े हुए बालों से क्या बनता है ,
आपके घर मे भी बाल लेने वाले भी आते ही होंगे । आजकल हर गांव और शहर के अंदर बाल के बदले बर्तन देने और पैसे देने वाले घूम रहे हैं। यह लोग काफी सस्ते पैंसों के अंदर बालों को खरीदते हैं और महंगे के अंदर बेच देते हैं। हमारे यहां पर भी एक बाल लेने वाला आया था । घर के अंदर थोड़े से बाल पड़े हुए थे तो हमने उन बालों को देदिया । और उनके बदले कुछ बर्तन लेलिया ।आपको यह पता होना चाहिए कि भारत के अंदर बालों का 30 हजार करोड़ तक का बालों का कारोबार हो चुका है। और इन बालों को चीन तक भेजा जाता है।
8 इंच के लंबे बाल और यह यदि कटे हुए नहीं हो तो इनसे अच्छी कमाई होती है।आज बालों के कारोबार मे कई लोग जुड़े हुए है। एक न्यूज वेबसाइट के अनुसार अकेले मध्यप्रदेश मे ही हर साल 100 करोड़ का बालों का व्यापार होता है।
आमतौर पर बालों को एकत्रित करने का काम छोटे फैरीवाले करते हैं। यह लोग गांव गांव घूमते हैं और घर घर जाकर बालों को एकत्रित कर लेते हैं और उसके बाद वे इनको बड़े प्यापारियों के बेच देते हैं। यह बड़े व्यापारी बहुत सारे बालों को कोलकाता, चेन्नई और आंध्रप्रदेश के प्यापारियों को बेचते हैं और यहां से बालों को विदेशों मे सप्लाई कर दिया जाता है।
यदि हम केवल कोलकता के अंदर बालों की कीमत की बात करें तो यह होली के समय 2000 रूपये किलो तक पहुंच जाती है। नाई की दुकान पर काटे गए बाल तो बिकते ही हैं। इसके अलावा बड़े झड़े हुए बालों को बहुत अधिक पसंद किया जाता है।
220 करोड़ का बालों का कारोबार सिर्फ तिरुपति मंदिर के अंदर ही हो जाता है।और यह बताया जाता है कि यहां पर सबसे अधिक महिलाओं के बाल आते हैं। जिनको बाद मे बेच दिया जाता है।
आप जो बाल नाइक के पास छोड़कर आते हैं कोई भी नाई उन बालों को फेंकता नहीं है । वरन उनको एकत्रित करके बेच दिया जाता है तो आइए जानते हैं बालों का क्या क्या बनता है?
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महिलाओं के बालों का क्या बनता है wig बनाने मे उपयोग
विग बनाने मे महिलाओं के बालों और दूसरे कटे बालों का प्रयोग होता है।और इन बालों की मदद से इस प्रकार का विग तैयार किया जाता है कि यह देखने मे बिल्कुल असली लगता है। मार्केट के अंदर कई प्रकार के विग मौजूद हैं।आप विग को अमेजन से खरीद सकते हैं। इनकी कीमत की बात करें तो यह 700 रूपये से लेकर लाखों की कीमत के आते हैं। कुछ महिलाएं अपने बालों को लंबा दिखाने के लिए विग का इस्तेमाल करती हैं। विग की वजह से उनके बाल बहुत अधिक सुंदर और लंबे दिखते हैं।
इतना ही नहीं जिन पुरूषों के बाल गिर जाते हैं वे भी विग पहनते हैं। जिससे यह पता ही नहीं चलता है कि उनके बाल ही नहीं हैं। देखने मे यह बिल्कुल असली जैसा दिखता है।
मिस्र के समाज के पुरुषों और महिलाओं के बाल आमतौर पर साफ मुड़े हुए या कटे हुए बाल होते थे और वे अक्सर विग पहनते थे।प्राचीन मिस्रवासियों ने सूरज से मुंडा, बाल रहित सिर ढाल करने के लिए विग बनाया। उन्होंने विगों को रखने के लिए मधुमक्खियों और राल का उपयोग करके अपने बालों के ऊपर विग्स भी पहना था।
फोनीशियन, प्राचीन इज़राइल में यहूदी, यूनानियों और रोमनों ने भी विग का इस्तेमाल रोज़मर्रा के फैशन के रूप में किया।
हेयर विग्स आमतौर पर दो प्रकार के आते हैं। एक हाथ से सिले हुए विग और दूसरे मशीन से सिले हुए विग । मशीन से सिले हुए विग को काफी अधिक पहना जाता है।हाथ से सिला विग विभिन्न सिर के आकार को समायोजित करने के लिए पीछे की पट्टियों के साथ आता है।
यह आमतौर पर दिखने मे अच्छे नहीं होते हैं और इनको काफी कम मात्रा मे ही पहना जाता है।इसके अलावा फीता विग एक आधुनिक विग है जो काफी लोकप्रिय हो चुका है। स्विस लेस मटेरियल बेस के साथ बनाया जाता है।और इसके अंदर हर बाल को अच्छी तरीके से लगाया जाता है जो देखने मे पूरी तरह से असली ही लगता है।
विगस को बनाने मे अधिकांश रूप से मानव के बालों का प्रयोग किया जाता है। और चीनी या “मलेशियाई”, भारतीय, इंडोनेशियाई और कोकेशियान लोगों के बाल इसमे होते हैं।और अधिकतर मानव विग चीनी और भारत के बालों से बने होते हैं क्योंकि यह सस्ते होते हैं जबकि यूके और दूसरी जगहों के बालों से बने विग काफी अधिक महंगे होते हैं।
झड़े हुए बालों से क्या बनता है। सोया सॉस बनाना
आपको यह जानकर हैरानी होगी की चीन की एक कम्पनी मानव बाल की मदद से सोया सॉस बनाने का काम करती है।मानव बाल प्रोटीन सामग्री में समृद्ध है, सोयाबीन, गेहूं और चोकर की तरह, सोया सॉस के उत्पादन के लिए इनका प्रयोग किया जा रहा है। हालांकि इस कम्पनी के बारे मे अभी जानकारी नहीं है लेकिन इस कम्पनी को बालों से सोया सास बनाते हुए देखा गया है तो संभव है कि बालों का खाने पीने के सामानों मे भी उपयोग हो रहा है।
कॉस्मेटिक ब्रश बनाने के लिए
बालों पर तराजू कॉस्मेटिक पाउडर कणों को पकड़ सकते हैं और इसे त्वचा या सतह पर समान रूप से लागू कर सकते हैं। इसलिए, मानव बाल कॉस्मेटिक ब्रश बनाने में उपयोग किया जाता है । लगभग सभी प्रकार के सीधे बाल ब्रश के लिए उपयोग किए जा सकते हैं। कॉस्मेटिक ब्रश बनाने के लिए छोटे बालों का प्रयोग किया जाता है। अक्सर आपने यह देखा होगा की महिलाएं मेकअप करने के बाद एक ब्रश को अपने पूरे चेहरे पर घूमाती हैं।वही कॉस्मेटिक ब्रश होता है जो चेहरे पर मेकअप समान रूप से वितरित कर देता है। वैसे यह अधिक महंगा नहीं होता है।
मानव बाल का उपयोग कीट नियंत्रण मे
आपको यह भी पता होना चाहिए कि मानव बाल का उपयोग कीट नियंत्रण के अंदर भी किया जाता है।बालों की मदद से हिरण ,चूहे और जंगली सूअर का को रोका जाता है। यह जानवर सूंघ कर अपना शिकार पाते हैं। खेत मे बाल बिखरे होने की वजह से सूंघने मे इन जानवरों को असुविधा होती है। इन बालों से निकलने वाली गंध भी इन जानवरों को परेशान करती है।मानव बाल से बनी गेंद को नारियल की नोड़स पर रखा जाता है जो बिटल्स को रोकता है।
उर्वरक बनाने मे प्रयोग
मानव बालों मे उच्चतम नाइट्रोजन होता है।जबकि गोबर के अंदर 0.02 तक नाइट्रोजन होता है। इसके अलावा मानव बालों के अंदर सल्फर और कार्बन के जैसे 20 और तत्व होते हैं। जो उर्वरक के लिए बहुत अधिक उपयोगी होते हैं। आपको बतादें कि मानव के बाल का प्रयोग चीनी लोग पशुओं की गोबर की खाद के साथ भी करते हैं।जब भारत के अंदर भी कुछ लोग मानव बाल का प्रयोग जैविक खाद को बनाने के लिए प्रयोग मे लेते हैं। इसके अलावा बागवानी के पौधों के अंदर भी मानव बाल की खाद का प्रयोग किया जा रहा है।
स्मार्टग्रो नाम की एक कंपनी ने अमेरिका में इंसानी बालों के उर्वरक उपयोग को अलॉट पौधों के लिए हेयर मैट के रूप में बेचकर लोकप्रिय बना दिया है।आपको बतादें कि मवेशी के गोबर के साथ मानव बाल को मिलाकर 2 महिने के अंदर खाद तैयार की जा सकती है। गर्म तापमान पर बाल केवल कुछ ही घंटों के अंदर हाइड्रोलाइजिंग हो जाते हैं।
कलाकृति
कलाकृति को बनाने मे भी मानव बालों का प्रयोग होता है।चीन के अंदर 13 वीं शताब्दी के आस पास चीनी महिलाओं ने अपने बालों के साथ बुद्ध की प्रतिमा बनाई थी।19 वीं सदी के स्कैंडिनेवियाई मे बालों से कला करने का तरीका अधिक जोर पकड़ा और बाद मे यह अमेरिका और इंग्लेंड जैसे देशों के अंदर फैल गया ।गहने, फूल, बटन, ब्रोच बनाने मे मानव के बालों का प्रयोग किया गया । इसके अलावा मरे हुए इंसान के बालों से उसकी छवी को बनाया जाता था ताकि उसके यादे रह सके ।आज भी बालों से बनी कई सारी सजावट की चीजें आपको देखने को मिल जाएंगी ।
बालों से रस्सियां बनाना
आपको यह अजीब लग सकता है लेकिन बालों से रस्सी भी बनाई जाती है। और कुछ साल पहले हमारे पास एक ऐसी कुर्सी थी जिसको बालों से बनाया गया था।जापान मे मंदिरों की घंटियों को टांगने के लिए रस्सी का प्रयोग होता है जो बालों से बनी होती है। इसके अलावा अमेरिका मे घुड़सवारी मे बालों से बनी रस्सी का इस्तेमाल किया जाता है।
बाल से बने कपड़ें
बाल से कपड़े भी बनाए जाते हैं।भारत के अंदर अरूणाचल प्रदेश के लोग याक के बाल और कपास व इंसान के बालों से मिलाकर कपड़ा बनाते हैं।चीन में, मानव बाल, याक के बाल, और कपास का उपयोग कोट और जैकेट के लिए इंटरलाकिंग कपड़े बनाने के लिए किया जाता है।काले रंग के कंबल को आप उपयोग मे लेते ही होंगे ।इस कंबल को बनाने के लिए उन और मानव बाल का ही प्रयोग किया जाता है। मानव बाल को महसूस करना पशु बाल की तुलना मे कठिन होता है।इसके अलावा चैन्नई के अंदर एक ऐसी भी कम्पनी है जो पूरी तरह से बालों के ही कपड़े बनाती है।
स्टफिंग खिलौने, गद्दे व अन्य घरेलू सामान मे उपयोग
बालों की मदद से खिलौने, फर्नीचर, गद्दे, रजाई, जैकेट बनाते हैं। इनकी अच्छी गुणवकता होने की वजह से यूएस ए मे हेयर पिन बनाने मे भी इनका उपयोग होता है।खिलौने और गद्दे की भराई के लिए मानव बालों को कपास के साथ मिलाकर प्रयोग मे लाया जाता है।
बालों का वैज्ञानिक उपकरणों मे प्रयोग
आपको बतादें कि होरेस-बेनेडिक्ट डी सॉसर द्वारा 1783 में आर्द्रता माप के लिए एक बाल हाइग्रोमीटर बनाने के लिए किया गया था यह बालों की मदद से बना था।हालांकि अब अच्छे आद्रता मापने के यंत्र आ चुके हैं लेकिन यह यंत्र आज भी प्रयोग मे लिया जाता है क्योंकि यह दूसरे यंत्रों की तुलना मे काफी सस्ते पड़ते हैं।
खाद्य उद्योग मे
खाद्य उद्योग मे भी मानव के बालों का प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है।बालों से मिलने वाले अमीनो एसिड का प्रयोग पिज्जा के आटे और कृत्रिम मांस स्वाद के अंदर किया जाता है हालांकि इसके उपर कई बार विवाद भी हो चुका है।
ऊतक पुनर्जनन
मानव बालों का प्रयोग ऊतक पुनर्जनन मे भी किया जा रहा है। वैज्ञानिक रिसर्च ये यह पता चला है कि मानव बालों के रोम जैसे बाहरी रूट म्यान कोशिकाओं से घाव के उपचार करने मे अच्छे से काम कर सकते हैं।
सर्जरी मे मानव बालों का प्रयोग
सर्जरी के लिए भी मानव बालों का प्रयोग किया जाता है बालों की मदद से गांठों को बांधना बहुत आसान होता है।अब मोतियाबिंद और नेत्रश्लेष्मला घाव की मरम्मत सर्जरी मनुष्यों और जानवरों पर सामान्य सर्जरी और माइक्रोसर्जरी में मानव बाल टांके दिये जा रहे हैं।
दवा और उपचार मे
मानव बालों का प्रयोग कई तरह के उपचार मे भी किया जाता है।चीनी लोग रक्तस्राव, जलन, घाव और निशान के इलाज के लिए किया गया है । यह रक्तस्राव को रोकने और पेशाब को बढ़ावा देने के लिए पशु चिकित्सा में यूज करते हैं।
बालों की राख को दर्द से रिकवरी के लिए प्रयोग मे लिया जाता है।एनीमिया, अस्थमा, मूत्र पथरी, बवासीर, चूहे के काटने , पैर की मोच, यौन समस्याओं, और बच्चे के दर्द के उपचार के लिए मानव बाल का यूज होता है।खुले घांवों और मुंह के छाले ,दाद और फोफलों के अंदर भी मानव बाल का प्रयोग किया जाता है।
हालांकि यह सब पुरानी पद्धति हैं और अब इन सबके बारे मे बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन यह एक घरेलू उपचार की तरह प्रयोग मे ली जाती हैं।
बाल देखभाल के उत्पादों के रूप मे
मानव बाल से केराटिन प्रोटीन के हाइड्रोलिसिस द्वारा प्राप्त एमिनो एसिड और पॉलीपेप्टाइड्स का मिश्रण, जिसे हाइड्रोलाइज्ड मानव बाल केरातिन प्रोटीन (एचएचकेपी) के रूप में जाना जाता है, का उपयोग कई कंपनियों द्वारा बाल देखभाल उत्पादों में किया जाता है।यह माना जाता है कि इससे बालों की देखभाल अच्छे से हो सकती है।
हेवी मेटल प्रदूषकों को हटाना
मानव के बालों का प्रयोग हेवी मेटल प्रदूषकों को हटाने मे प्रयोग किया जाता है।फॉर्मलाडेहाइड और फिनोल और भारी धातुओं जैसे पारा (Hg), तांबा (Cu), कैडमियम (Cd) और जलीय घोल से चांदी (Ag) को अवशोषित कर सकते हैं।और यह कम लागत वाले अवशोषक हो सकते हैं।
तेल–जल पृथक्करण मे उपयोगी
मानव बाल का प्रयोग तेल-जल पृथक्करण मे भी किया जाता है।अलबामा, अमेरिका के अंदर तटिये तेल को अलग करने के लिए मानव बाल का उपयोग किया जाता है।मानव बाल पानी में पायसीकृत तेल को भी अलग कर सकते हैं, जो अन्य तरीकों से साफ करना बहुत महंगा है ।
पक्षियों के घोसले मे प्रयोग
मानव बाल का पक्षियों के घोसले के अंदर भी किया जाता है।इसके पीछे कारण यह है कि बाल नरम होते हैं और यह पक्षियों के प्रजनन को बढ़ा सकते हैं। जबकि दूसरे घास फूस बालों के जितने नरम नहीं होते हैं।
भारत के अंदर बाल एकत्रित करने के स्त्रोत
यदि हम भारत के अंदर बाल एकत्रित होने के स्त्रोत की चर्चा करें तो हमे 5 प्रकार के स्त्रोत मिलते हैं। इन तरीकों के बारे मे हम आपको नीचे बता रहे हैं।
नाई और बाल स्टाइलिस्ट की दुकानें
भारत के अंदर 6 इंच तक के बाल नाई या बाल काटने की दुकानों से एकत्रित किये जाते हैं। भारत के अंदर अनेक नाई की दुकाने हैं। यहां पर बाल एकत्रित होते हैं। हालांकि यहां पर एकत्रित होने वाले बाल पहले फेंक दिये जाते थे लेकिन अब इनका प्रयोग कई काम जैसें रजाई, कंबल, अमीनो एसिड, उर्वरक के अंदर किया जा रहा है।
धार्मिक स्थान से बालों को एकत्रित करना
तिरूपति बालाजी और भारत के वाराणाशी जैसे स्थानों पर बाल बड़ी संख्या के अंदर मिलते हैं। लोग यहां पर अपनी धार्मिक प्रथाओं की वजह से बाल कटवा कर जाते हैं। महिलाएं भी यहां पर अपने बाल कटवाती हैं। बाल उच्च गुणवकता के होते हैं। जिनको बाद मे मंदिर प्रशासन्न के द्वारा इनको बेच दिया जाता है।
फेरीवाले के द्वारा बाल एकत्रित करना
दोस्तों फेरीवाले के बारे मे हम आपको उपर बता ही चुके हैं। फेरीवाले घर घर घूमते हैं और घर के अंदर एकत्रित बालों को कम कीमत पर खरीदते हैं।घर के अंदर महिलाएं बालों को एकत्रित करते हैं। अपने झड़े हुए बाल वे रख लेती हैं।19 वीं शताब्दी में प्रशिया, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली और रोमानिया के अंदर लगने वाले मेलों के अंदर युवा लड़कियां अपने बालों को रिबन और दूसरी चीजों के बदले बेच देती थी।
कूड़े बिनने वाले के द्धारा बालों को एकत्रित करना
आमतौर पर कई जगह पर बालों को संग्रहित नहीं किया जाता है। वरन उनको घर से बाहर फेंक दिया जाता है । उसके बाद कूड़े बिनने वाले इन बालों को एकत्रित करते हैं और कचरे को छांटते हैं। उसके बाद बालों को साफ करने के बाद बेच देते हैं।
बालों का दान
कई चैरिटी संगठनों ने सैलून, स्कूल के छात्रों, व्यक्तियों और आगे से मानव बाल दान एकत्र करना शुरू कर दिया है ।
प्रेमा सेल्वम की कहानी जिसने खाने के लिए बेचे बाल
आज भारत की स्थिति काफी विकट है। एक न्यूज मे इस कहानी को छापा गया था।यह महिला 31 साल की है और महिला ने बताया कि उनके घर के अंदर रासन नहीं था ।
और उनके पास कोई पैसा भी नहीं था कि राशन खरीद सके ।इस महिला के पास बच्चों को खाना खिलाने के लिए कुछ भी नहीं था।बस घर के अंदर कुछ प्लास्टि की बाल्टी रखी हुई थी । उसके बाद इनको याद आया कि एक दुकान है जो बालों को खरीदती है तो यह उस दुकान पर गई और वहां से बालों को लेकर आई । इन बालों के 150 रूपये मिले । इतने पैसों के अंदर वह एक होटल पर खाना नहीं खा सकती थी।वह घर पर आई और उसके बाद 20 रूपये के अंदर चावल खरीदे । और अपने बच्चों की भूख मिटाई।
आइए जानते हैं गुलाब का इत्र बनाने की विधि gulab se itra banana trika
मछली पालने के 24 फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे
दुकान का उद्घाटन करने से पहले जानें यह टिप्स
अपने बाल बेचने के बाद प्रेमा अच्छे से जानती थी कि वह इतने पैसे के अंदर अपना काम नहीं चला पाएगी । उनके पति भट्टा पर काम करते थे । लोन लेकर भट्टा बनाया था लेकिन वह नहीं चल पाया तो प्रेमा के पति ने खुद को आग लगा ली ।उसके बाद वह और अधिक कर्ज के बोझ मे बद गई।
पति की मौत हो जाने के बाद कर्ज का दबाव बढ़ गया ऐसी स्थिति के अंदर प्रेमा ने मौत को गले लगाने के बारे मे सोचा । वह एक दुकान पर गई और कीटनाशक मांगा लेकिन दुकान वाले ने देने से मना कर दिया ।उसके बाद वह घर पर आइ और एक जहीरले पौधों को पीसा लेकिन उसके बाद प्रेमा की बहन ने उसको ऐसा करने से रोका ।
प्रेमा पहले एक ईंट भटटे पर काम करती थी और उसे 200 रूपये दिन के मिल जाते थे लेकिन बाद मे वह बीमार हो गई तो उसकी आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो गई। उसके बाद मुरुगन नामक एक व्यक्ति को प्रेमा की हालत के बारे मे पता चला तो उसने प्रेमा की मदद की कुछ पैसा प्रेमा को दिया और अपनी कहानी के बारे मे बताया । उसने बताया कि जब वह छोटा था तो उसके परिवार का भी यही हाल था खाने को दाना भी नहीं था।
मुरुगन ने बताया कि एक बार उनकी मां ने भी सुसाइड करने की कोशिश की थी। हम सब भाई बहनों को जहर की गोली दी जानी थी । पहले मुरूगन की मां ने गोली खा ली थी।उसके बाद उनकी मां को तो बचा लिया गया था और हमलोगों ने सुसाइड का विचार भी छोड़ दिया था।
उसके बाद मुरुगन ने प्रेमा के लिए लोगों से मदद की अपील की । तो कई लोगों ने उनकी मदद की । खैर भारत के अंदर प्रेमा जैसे कई लोग आज भी रहते हैं जिनको एक समय तक का खाना भी सही तरीके से नशीब नहीं हो पाता है। सरकार ने अनेक प्रकार की योजनाएं चला रखी हैं लेकिन जो लोग पढ़े लिखे नहीं हैं उनको इनके बारे मे जानकारी नहीं होती है और वे छोटा मोटा काम भी नहीं कर सकते हैं। महिलाओं के बालों का क्या बनता है ? लेख के अंदर हमने यह जाना कि बालों की मदद से क्या क्या बनता है ? इस लेख पर आपके क्या विचार हैं ?
Excellently explained. Thank you very much for this informative write-up. Have a nice time.