इस लेख मे हम बात करेंगे गैस सिलेंडर का रेगुलेटर कैसे लगाते हैं ? और गैस रेगूलेटर के प्रकार के बारे मे । गैस रेगूलेटर आमतौर पर गैस सिलेंडर के उपर लगाया जाता है।आप अपने घर के अंदर जो सलैंडर यूज करते हैं। उससे कनेक्ट करने के लिए गैस रेगूलेटर का यूज होता है। गैस चुल्हे का प्रयोग करने के लिए चुल्हे को पाइप से रेगूलेटर की मदद से गैस सिलैंडर से कनेक्ट करना होगा । रेगूलेटर कई अलग अलग प्रकार के आते हैं। जिनको एक अलग अलग उदेश्य के लिए प्रयोग मे लिया जाता है ,तो आइए जानते हैं गैस रेगूलेटर के प्रकार के बारे मे
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Bull Nose गैस सिलेंडर का रेगुलेटर कैसे लगाते हैं
Bull Nose Gas Regulator एक स्क्रू-ऑन फिटिंग के साथ है। और इसको पीएल कनेक्टर कहा जाता है।इस कनेक्टर को मेल कनेक्टर भी कहा जाता है।इसको कसने के लिए आपको दक्षिणावर्त anti-clockwise घूमाना होता है।बुलनोज रेगूलेटर या तो हैंडव्हील के साथ आते हैं या फिर एक नट के साथ आते हैं। इस प्रकार का नियामक कम दबाव वाला है। यह केवल प्रोपेन सिलेंडर के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है और 28mbar या 37mbar के पूर्व-निर्धारित दबाव पर गैस वितरित करता है।इसके एक तरफ सिलेंडर से कनेक्ट करने के लिए बना होता है तो दूसरी तरफ गैस की पाइप को कनेक्ट कर सकते हैं।
Bull Nose Regulator कई प्रकार के आते हैं कुछ Bull Nose Regulator के अंदर प्रेशर मीटर भी लगा होता है तो प्रेशर दिखाने का काम करता है। जैसा कि हमने बताया इसके अंदर pol कनेक्टर के पास एक नट लगा होता है जो सिलेंडर से कनेक्ट करके कसा जाता है।जिससे गैस लीक नहीं होती है। Bull Nose Regulator को किस तरह से लगाते हैं ? आइए इसके बारे मे जान लेते हैं।
रेगूलेटर के वाल्व को बंद करें
clockwise direction के अंदर रेगूलेटर के वाल्व को बंद करदें ।वरना रेगूलेटर लगाते समय गैस निकल सकती है। यदि आप वाल्व बंद नहीं कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप आउटलेट से कोई दूसरी पाइप कनेक्ट करलें । जिसके अंदर आपको गैस चाहिए और उसका वाल्व बंद कर सकते हैं।
Check connector
कनेक्टर गैस के सिलेंडर से कनेक्ट होता है।तो सबसे पहले उसे चैक करें कि उसके अंदर किसी भी प्रकार की धूल और गंदगी नहीं होनी चाहिए । यदि धूल और गंदगी है तो उसे साफ करें । यह गंदगी आपकी गैस को दूषित कर सकती है। इसके अलावा कनेक्टर को फिट करने मे समस्या हो सकती है।
regulator को सिलेंडर से कनेक्ट करना
अब कनेक्टर को सिलेंडर से घूमा कर फिट करना होता है।रेगुलेटर हैंडव्हील एंटी-क्लॉकवाइज को मोड़कर मजबूती से कस लेना चाहिए ।
पहले इसको हाथ से कसें और उसके बाद स्पैनर की मदद से थोड़ा कस सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आपको इसको अधिक नहीं कसना चाहिए । वरना इसकी सील को नुकसान हो सकता है और गैस लीक हो सकती है।
कोण को सही करना
वेंट को उल्टा को नीचे की तरफ रखना चाहिए ।यदि आप सिलैंडर बारिश और धूप के अंदर रखते हैं तो वेंट को उल्टा रखना बेहद ही आवश्यक होता है क्योंकि इसके अंदर कचरा वैगरह फंस सकता है।
गैस को वापस चालू करें
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अब सिलेंडर के उपर लगे वाल्व को ऑन करें और उसके बाद गैस चालू हो जाएगी अब रिसाव डिटेक्टर स्प्रे का इस्तेमाल करते हुए । चैक करें कि कहीं पर गैस लीक तो नहीं हो रही है ?यदि गैस लीक हो रही है तो सिलैंडर को बंद करें ।
Clip-On Gas Regulator
Clip-On Gas Regulator का सबसे अधिक प्रयोग हमारे घरों के अंदर किया जाता है।गैस सिलेंडर लगाते समय रेगूलेटर पर आपने ध्यान दिया होगा ।इस रेगूलेटर को लगाना बहुत ही आसान होता है। तो इसको लगाने के लिए सबसे पहले सिलेंडर की सील को तोड़ा जाता है और उसके बाद रेगूलेटर के नीचे के हिस्से को दबाकर सिलेंडर के अंदर डाल दिया जाता है । उसके बाद रेगूलेटर को पकड़ कर सिलेंडर को उठाकर देख सकते हैं । यदि रेगूलेटर नहीं निकलता है तो इसका अर्थ यह है कि रेगूलेटर लग चुका है। Clip-On Gas Regulator को लगाने के बारे मे भी आइए जान लेते हैं।
एक स्विच के साथ एक क्लिप–रेग्युलेटर पर फिटिंग
रेगुलेटर के इस डिज़ाइन में आगे की तरफ एक स्विच होता है जो गैस के प्रवाह और लॉकिंग मैकेनिज्म दोनों को नियंत्रित करता है। यह रेगूलेटर के सबसे सरल प्रकारों के अंदर आता है।
इसमे सबसे पहले आपको गैस स्वीच को ऑफ करना होगा इसको उपर की और घूमा देना है। इससे यह बंद हो जाएगा ।उसके बाद रेगूलेटर के नीचे एक दबाने के लिए होता है जिसको दोनों हाथों से उपर की तरफ दबाएं और सिलेंडर के अंदर डालदें । रेगूलेटर सिलेंडर के अंदर लगने के बाद यह उपर नीचे मूव नहीं होगा । आप सिलैंडर को उठाकर चैक कर सकते हैं। यदि रेगूलेटर सही होगा तो सिलैंडर उठ जाएगा ।
उसके बाद regulator switch anti-clockwise ऑन कर देना है। उसके बाद आप चैक कर सकते हैं कि यह सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं ?
एक क्लिप-रेग्युलेटर को हटाना भी बहुत ही आसान है इसके लिए आप रेगूलेटर के स्वीच को बंद करदें । उसके बाद रेगूलेटर को नीचे से दबा कर उपर की तरफ खींचे यह निकल जाएगा ।
Fitting a Clip-On Regulator With Level
इस डिजाइन के अंदर एक लिवर का प्रयोग किया जाता है जिसकी मदद से आप गैस की आपूर्ति को चालू या बंद कर सकते हैं।
जब आप रेगूलेटर को सिलेंडर मे लगा रहे हैं तो पहले यह सुनिश्चित करें की वाल्व horizontal है। उसके बाद रेगूलेटर को नीचे की तरफ दबाएं ।
गैस की आपूर्ति को चालू करने के लिए, लीवर को घड़ी की विपरीत दिशा में मोड़ें। उसके बाद गैस चालू हो जाएगा ।
इस रेगूलेटर को हटाने के लिए गैस को बंद करें । इसके लिए लिवर को वापस होरीजेंटल की तरफ लेकर आएं ।उसके बाद एक metal button को प्रेस करें और रेगूलेटर को उपर की तरफ खींचे यह अपने आप निकल जाएगा ।
Fitting Three-Way Regulator With Rocker Switch
कुछ रेगूलेटर तीन-तरफ़ा लीवर के साथ आते हैं। सबसे पहले सुनिश्चित करें कि लीवर एक ऊर्ध्वाधर स्थिति में है जो नुकीले सिरे की ओर नीचे की ओर है।अब रेगूलेटर को सिलेडर पर रखकर नीचे की तरफ दबाएं और फिर लीवर को दक्षिणावर्त घुमाएं । तब तक लीवर को दक्षिणावर्त घुमाएं जब तक कि नुकीली नोक ऊपर की ओर न हो। इससे गैस की आपूर्ति खुलेगी।।
रिटेनिंग रिंग के साथ रेगुलेटर फिट करना
बेस पर एक गोल डिस्क का उपयोग करके सिलेंडर वाल्व पर कुछ लॉक एक रिटेनिंग रिंग कहलाता है।सबसे पहले यह देखें कि lever बंद होना चाहिए ताकि प्रयोग के दौरान गैस बाहर ना निकले ।
उसके बाद रेगूलेटर को cylinder पर पुश कर देना चाहिए । उसके बाद रेगूलेटर को नीचे की तरफ दबा दें । अब रेगूलेटर के उपर से सप्लाई को चालू कर देना चाहिए ।
और यदि इसी रेगूलेटर को खोलना हो तो सबसे पहले उपर से सप्लाई को बंद करें और रेगूलेटर को दबाते हुए उपर की ओर खींचे । ऐसा करने से यह खुल जाएगा ।
Bolt-On Gas Regulator
बोल्ट-ऑन, जिसे स्क्रू-इन भी कहा जाता है। इसका प्रयोग कम दबाव वाले गैस सिलेंडरों के अंदर किया जाता है।यह 4.5 किलोग्राम तक यूज मे लिया जाता है।इस कनेक्टर को फीमेल कनेक्टर के नाम से जाना जाता है। बोल्ट-ऑन रेगुलेटर का उपयोग कैम्पिंग स्टोव, गैस फ्रिज, कारवां कुकर, बारबेक्यू और पोर्टेबल हीटर जैसे उपकरणों के लिए किया जाता है। वे 29mbar के पूर्व-निर्धारित दबाव पर उपकरण को गैस छोड़ते हैं।
कुछ कारें भी इस प्रकार के रेगूलेटर का प्रयोग करती हैं।क्योंकि वे 4.5 किलोग्राम सिलेंडर का प्रयोग करती हैं। Bolt-On Gas Regulator को किस प्रकार से फिट किया जाता है। आइए इस बारे मे भी थोड़ा जान लेते हैं।
गैस सिलेंडर को चैक करें
सिलेंडर वाल्व को दक्षिणावर्त दिशा मे चालू करके देखें और उसके बाद । इसकी धूल टोपी को हटा देना चाहिए ।कनेक्टिंग को सिलेंडर से कनेक्ट करें और दक्षिणावर्त दिशा के अंदर घूमाएं ।
रेगूलेटर के कोण को सही करें
रेगूलेटर को सिलेंडर मे लगाने के बाद उसको हाथ से घूमाएं और फिर टूलस की मदद से उसे कस देना है लेकिन अधिक नहीं कसना है। उसके बाद वेट को नीचे की तरफ करदें ताकि गंदगी एकत्रित ना हो ।
गैस को चालू करना और चैक करना
सिलेंडर वाल्व एंटी-क्लॉकवाइज पर हैंडव्हील को घुमाकर गैस पर स्विच करें।रिसाव डिटेक्टर स्प्रे का इस्तेमाल करते हुए गैस को चैक करें कि कहीं से रिसाव तो नहीं हो रहा है ? यदि रिसाव हो रहा है तो गैस को बंद करें । बुलबुले नहीं दिखाई दे रहे हैं तो इसका अर्थ है गैस का रिसाव नहीं हो रहा है।
Campingaz Gas Regulator
4.5kg ब्यूटेन गैस सिलेंडरों में फिट करने के लिए बनाए जाते हैं। वे एक कनेक्टिंग नट के माध्यम से सिलेंडर वाल्व से कनेक्ट किये जाते हैं।
चैक करें
इस रेगूलेटर के सिलैंडर भी अलग प्रकार के होते हैं तो सबसे पहले सिलेंडर हैंडल को एंटी-क्लॉकवाइज घूमाकर अलग कर देना चाहिए ।उसके बाद यह चैक करें कि regulator off है या नहीं यदि ऑफ है तो ठीक है नहीं तो ऑफ करदें ।
डस्ट कैप उतारें
इस रेगूलेटर को सिलैंडर के अंदर लगाने के लिए डस्ट कैप उतारना होता है तो रेगूलेटर को उल्टा घूमाएं और डस्ट कैप को हटा दें ।
रेगूलेटर को सिलेंडर मे लगाएं
रेगुलेटर के निचले सिरे को सिलिंडर वाल्व थ्रेड में डालें और पूरे रेगुलेटर को गोल-गोल घुमाएँ और इसको तब तक घूमाते जाएं जब तक कि यह टाइट नहीं हो जाता है।जब यह फिट होता है तो थोड़ी सी गैस निकल सकती है लेकिन यह सब नोर्मल है। उसके बाद आप गैस चालू करके देख सकते हैं।इस रेगूलेटर को लगाना भी अन्य रेगूलेटर की तरह काफी आसान है।
Changeover Gas Regulator
ऑस्ट्रेलिया में अधिकतर लोग 45केजी के दो सिलैंडर का यूज करते हैं और दोनेां को ही Changeover Gas Regulator से कनेक्ट किया जाता है।हालांकि इसके अंदर एक समय मे केवल एक ही सिलेंडर से गैस को खींचा जाता है। यहां पर दो गैस सिलैंडर रखने का फायदा यह है कि जैसे ही एक गैस सिलेंडर खत्म होता है आप वितरक को आदेश देदेते हैं कि आपके पास सिलैंडर खत्म हो गया है तब तक आप दूसरे सिलैंडर का यूज करते रहते हैं। जबकि आप यदि किसी दूर दराज स्थान पर होते हैं तो आपको बिना सिलैंडर के नहीं रहना पड़ता है।
यह वाल्व दो प्रकार के होते हैं ।Automatic changeover valves और मैनुअल बदलाव वाल्व ।इन दोनों मे से किसी को भी चुना जा सकता है।इनमे कोई अधिक अंतर नहीं है।
Automatic changeover valves
Automatic changeover valves के अंदर सब कुछ अपने आप होता है। जब दो सिलैंडर से यह कनेक्ट रहता है तो जब एक सिलैंडर खाली हो जाता है तो लाल बत्ती जल जाती है जो बताता है कि आपका एक सिलैंडर खाली हो गया है और वाल्व दूसरे सिलैंडर से अपने आप ही कनेक्ट हो जाता है। इसमे आपको कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं होती है।
Manual Changeover Valve
Manual Changeover Valve यदि लगा हुआ है तो गैस के खाली हो जाने के बाद आपको खुद की वाल्व को दूसरे सिलैंडर से कनेक्ट करना होगा ।इसके लिए वाल्व को घूमाने की जरूरत होती है। वाल्व को घूमाते ही वह दूसरे सिलैंडर से कनेक्ट हो जाता है।
वैसे मैन्यूअल रेगूलेटर का फायदा यह है कि इसमे आप गैस का पूरा यूज कर सकते हैं। और आपको यह भी पता रहता है कि आपने गैस का कितना उपयोग कर लिया है ।लेकिन एक ओटोमेटिक रेगूलेटर के अंदर आपको यह भी पता नहीं चल पाता है कि कौनसा सिलैंडर चल रहा है ? हालांकि इसमे हमे रेड लाइट मिलती है लेकिन बहुत बार हम इसकी तरफ भी ध्यान नहीं दे पाते हैं।
रेगूलेटर कितने प्रकार के होते हैं ? लेख के अंदर हमने अलग अलग प्रकार के रेगूलेटर के बारे मे जाना । हमे यकीन है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । और इसके अलावा लेख के बीच मे विडियो भी दिया है जिसको आप देख कर और अधिक समझ सकते हैं।