आइए इस लेख मे जानते हैं ullu kya khata hai उल्लू का भोजन क्या है ?और उल्लू का पाचन तंत्र कैसा होता है ? उल्लू के बारे मे आप जानते ही होंगे ।उल्लू रात के अंदर विचरण करने वाला पक्षी है। उल्लू की आंखे और इसकी 270 डिग्री तक गर्दन घूमाने की क्षमता की वजह से इस पक्षी को काफी अजीब माना जाता है। और यही वजह है कि इसके साथ कई तरह की मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। कई जगह पर उल्लू को बुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
लेकिन भारत के अंदर उल्लू को लक्ष्मी का वाहन माना जाता है और रात के अंदर उल्लू का घर आना शुभ माना जाता है। लेकिन उल्लू को मूर्ख पक्षी के रूप मे भी जाना जाता है। किसी मूर्ख इंसान को उल्लू कहा जाता है। जबकि वैज्ञानिकों के अनुसार उल्लू एक मूर्ख पक्षी नहीं है।
आपको बतादें कि उल्लू की इस धरती पर 200 से अधिक प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है।लेकिन सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि उल्लू की संख्या तेजी से भारत के अंदर घटती जा रही है । क्योंकि उल्लू को बड़ी संख्या मे लोगों के द्धारा मारा जा रहा है। कुछ लोग उल्लू का प्रयोग अनेक प्रकार की तांत्रिक क्रियाओं मे करते हैं।पीछले दिनों एक ऐसा ही तांत्रिक पकड़ा गया था जिसने 200 से अधिक उल्लू को जान से मार दिया था।हालांकि भारत के अंदर उल्लू का शिकार करना अपराध है।
उल्लू अपना शिकार रात के अंदर ही करते हैं।इनके कान काफी संवेदनशील होते हैं जिससे यह हर प्रकार की ध्वनी को आसानी से सुन सकते हैं। इसके अलावा उल्लू बिना आवाज किये कई मील तक यात्रा कर सकते हैं। इनके पंजे होते हैं जिसकी मदद से यह अपने शिकार को पकड़ सकते हैं ।
वैसे आपको बतादें कि वैज्ञानिकों के अनुसार उल्लू इस धरती पर 6 करोड़ साल पहले भी निवास करता था । इतने साल पुराने उल्लू के जिवाश्म मिले हैं।
उल्लू एक कुशल शिकारी होते हैं। वे अच्छी तरह से अपने शिकार को पकड़ना जानते हैं।उनकी नजर इस प्रकार की होती है कि वे अंधरे मे भी अपने शिकार का पता लगा सकते हैं।और उल्लू की कुछ प्रजातियां तो ऐसी होती हैं जो घोर अंधेरे मे ही शिकार करने मे सफल होती हैं।उल्लू के पंख इस प्रकार के होते हैं कि वे जरा भी शौर उड़ते समय नहीं करते हैं।
उल्लू कई तरीके से अपना शिकार करते हैं। कुछ उल्लू की प्रजातियां सबसे पहले अपने शिकार पर मंडराती हैं और उसके बाद उनको पकड़ लेती हैं। जबकि कुछ उल्लू की प्रजातियां शिकार पर तुरन्त हमला कर देती हैं।
इसके अलावा एक बार जब उल्लू अपना शिकार को पकड़ लेता है तो फिर या तो वह उसे तुरन्त ही खा जाता है और यदि तुरन्त नहीं खाता है तो वह इसको कुछ समय के लिए अपने घोसले के अंदर सहेज सकता है।
आपको यह भी पता होना चाहिए कि उल्लू की प्रजाति पर उसके भोजन का स्वरूप निर्भर करता है। जैसे स्कोप्स और स्क्रीच उल्लू कीड़े पर ज्यादातर भोजन करते हैं, जबकि बार्न उल्लू मुख्य रूप से चूहे, श्रेयस और वॉल्यूम खाते हैं।
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उल्लू का भोजन क्या है मछली
जिन इलाकों के अंदर मछलियां होती हैं । उल्लू वहां पर मछलियों का शिकार भी करता है।उल्लू बड़ी मछली का शिकार नहीं कर सकता है। यह छोटी छोटी मछलियों का शिकार करता है। यह उल्लू पानी के उपर उड़ते हैं और फिर मौका मिलते ही मछली को दबोच लेते हैं। मछलियां उल्लू का सबसे पसंदिदा भोजन मे से एक है।
कीडे
उल्लू की कुछ प्रजातियां कीड़े का सेवन भी करती है।उल्लू पेड़ पौधों पर पाये जाने वाले कीड़ों को पकड़ते हैं और उनका शिकार बनाते हैं। हालांकि , स्कोप्स और स्क्रीच उल्लू की प्रजातियां कीड़े खाती हैं। वैसे इनके लिए कीड़ों को पकड़ना बहुत ही आसान होता है।और इसके अंदर इनको अधिक मेहनत भी नहीं करनी होती है।
ullu kya khata hai केंचुए
उल्लू केंचुआ को भी खाते हैं।यह एक कृमि है जो लंबा, वर्तुलाकार, ताम्रवर्ण का होता है और बरसात के दिनों में गीली मिट्टी पर रेंगता नजर आता है।उल्लू केंचुआ का आसानी से शिकार कर लेते हैं। यह सीधे इनको मिट्टी से अपनी चोंस से पकड़ते हैं और उसके बाद निगल जाते हैं। उल्लू के लिए केंचुआ काफी उपयोगी आहार है।
मकड़ी
उल्लू मकड़ी का भी सेवन करते हैं।जंगलों और पेड़ पौधों पर कई प्रकार की मकडिया पाई जाती हैं। उल्लू मकड़ी के जाले वाले स्थानों पर मडराते रहते हैं और जब भी कोई उपयुक्त मकड़ी उनको नजर आती है वे इसका सेवन कर सकते हैं। लेकिन अधिकतर उल्लू मकडियों के भोजन पर निर्भर नहीं रहते हैं। यह उनके भोजन का अधिक प्रतिशत प्रदान नहीं कर पाती हैं।
घोंघे
घोंघे भी उल्लू का प्रमुख भोजन होते हैं। घोंघे के बारे मे आप जानते ही होंगे । इनकी अधिकांश प्रजातियां समुद्र के अंदर रहती हैं। कुछ घोंघे समुद्र के तट पर रेंगते हैं तो कुछ किचड़ और बालू मे रहते हैं।और कुछ घोंघे पानी के उपर उल्टे तैरते हैं। घोंघे समुद्र की काफी गहराई तक पाये जाते हैं। उल्लू आमतौर पर समुद्र की सतह पर रेंगने वाले घोंघे को खा जाते हैं।हालांकि उल्लू घोंघे की हर प्रजाति का सेवन नहीं करते हैं। उनके लिए कुछ खास प्रकार की प्रजतियां अधिक उपयुक्त होती है।
केकड़े
केकड़े भी उल्लू की पसंद होते हैं। केकड़ा (Blue) आर्थ्रोपोडा संघ का एक जन्तु है। और आपको बतादें कि केकड़े सिर्फ उल्लू ही नहीं खाते हैं वरन इंसान भी इनको पकाकर खाते हैं ।केकड़े हर द्वीपों पर पाये जाते हैं। यह समुद्र के नीचे रहते हैं और अब तक इनकी 850 से अधिक प्रजातियां खोजी जा चुकी हैं।
केकड़ों के बारे मे यह कहा जाता है कि यह जुरासिक काल के हैं।और अब तो वैज्ञानिक भी इस बात की पुष्टि कर चुके हैं।
सरीसृप
उल्लू का भोजन सरीसृप भी होता है। साँप, छिपकली,मेंढक, मगरमच्छ सरीसृप के अंदर आते हैं। यह जमीन पर रैंगकर चलते हैं।यह हवा में सांस लेने वाले रीढ़धारी जंतुओं का समूह है।
उल्लू सांप का बहुत ही शानदार तरीके से शिकार कर सकता है। यह शांप को सबसे पहले बीच से पकड़ता है और उसके बाद उसके फन को घायल कर मार देता है।
इसके अलावा उल्लू छिपकली का भी शिकार करता है । उल्लू छिपकली को चोंच से पकड़ता है और उसके बाद पंजे मार कर खा जाता है। और अधिकतर खेतों मे रहने वाली छिपकलियां रात के अंदर घूमती हैं।सुबह भी घूमती हुई देखी जा सकती हैं।
चूहे]
चूहे उल्लू का प्रमुख भोजन है और रेगिस्तानी इलाकों के अंदर भी चूहे आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।हमारे यहां पर रेगिस्तान है और कोई दूसरे जानवर का मिलना मुश्किल होता है लेकिन चूहे बहुत अधिक होते हैं। कई बार हमने उल्लू को चूहों पर हमला करते हुए देखा है।
आमतौर पर उल्लू अंधरे मे किसी उंचे पेड़ वैगरह पर बैठे रहते हैं और अपनी गोल गर्दन को घूमाते हुए जमीन पर देखते रहते हैं। जैसे ही चूहे किसी स्थान पर दिखते हैं वे उनपर हमला कर करके उनको खा जाते हैं।
उल्लू के इलाकों के अंदर चूहे बहुत ही कम पाये जाते हैं।लेकिन अब उल्लू की संख्या कम होने की वजह से चूहों की संख्या बहुत अधिक हो चुकी है। बार्न उल्लू मुख्य रूप से चूहे को भोजन के रूप मे लेते हैं।
खरगोश
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उल्लू खरगोश को भी खा सकते हैं।Eagle Owl काफी बड़ा होता है और यह एक खरगोश को अपने पंजे के अंदर पकड़कर उड़ भी सकता है। इस प्रकार का उल्लू आकाश के अंदर उड़ते हैं और जब कोई खरगोश दिखाई देता है तो यह उसके उपर अपने दांतों से हमला कर देता है। जिससे वह घायल हो जाता है। इसके अलावा यह भी हो सकता है।उल्लू अपने पंजों के अंदर पकड़कर खरगोश को लेकर उड़ जाए । लेकिन यह एक हल्के खरगोश के साथ किया जा सकता है।
अन्य पक्षी और अंडे
उल्लू अन्य कई प्रकार के छोटे मोटे पक्षी खाता है। उल्लू पक्षियों के अंडे भी खा जाता है।और पक्षियों के छोटे बच्चों को निशाना बनाता है। घोसलों के अंदर रहने वाले छोटे बच्चों पर यदि एक बार उल्लू की नजर पड़ जाती है तो उसके बाद उनका शिकार किये बिना नहीं रह पाता है।
बतख
बतख भी उल्लू का भोजन होती है। हालांकि बड़े ईगल उल्लू ही बतख का शिकार कर सकते हैं। यह बड़े उल्लू बतख पर सबसे पहले हमला करते हैं और अपनी तीखी चोंच से उसको घायल कर देते हैं और उसे उठाकर अपने कोटर के अंदर ले जाते हैं। जितनी भूख होती है उतना खाते हैं बाकी रख देते हैं।
छोटी लोमड़ी
बाज के समान उल्लू छोटी लोमड़ी पर हमला कर सकते हैं। और इनका हमला इतना चुपके से होता है कि लोमड़ी को एहसास भी नहीं होता है। इनके नकुले दांत लोमडी को बुरी तरह से घायल कर सकते हैं।
उल्लू का पाचन तंत्र
उल्लू का पाचन तंत्र दुसरे जीवों की तुलना मे बहुत अधिक अलग होता है।हमे उल्लू के पाचन तंत्र के बारे मे भी थोड़ा जान लेना चाहिए ।उल्लू अन्य पक्षियों की तरह चबा नहीं सकता है। यह छोटे जीवों को तो सीधे ही निगल जाता है और बड़े पक्षियों और जानवरों को पहले टुकड़ों के अंदर तोड़ता है। और उसके बाद ही सेवन करता है।
उल्लू के पेट के दो भाग होते हैं। पहला भाग ग्रंथि पेट या प्रोवेन्ट्रिकुलस है, जो एंजाइम, एसिड और बलगम का उत्पादन करता है जो पाचन की प्रक्रिया शुरू करते हैं।
दूसरा भाग पेशी पेट, या गिजार्ड है। गिजार्ड में कोई पाचन ग्रंथियां नहीं होती हैं, और शिकार के पक्षियों में, यह एक फिल्टर के रूप में कार्य करता है
जो हड्डियों, फर, दांत और पंख आदि को वापस करता है।और भोजन के नरम भागों को आगे गुजरने की अनुमति देता है।यह नरम भाग पाचन तंत्र और छोटी आती व बड़ी आंत से गुजरते हैं।
जिगर और अग्न्याशय पाचन एंजाइमों को छोटी आंत में स्रावित करते हैं जहां भोजन शरीर में अवशोषित होता है।खाने के 1 घंटे के बाद अपचने वाले भाग जैसे पंख और नाखुनों की एक गोली बन जाती है। यह गोली वापस गीज़ार्ड से प्रोवेंटरिकुलस तक जाती है। और यह गोली 10 घंटे तक अंदर रहती है। जब तक यह वापस नहीं आती है तब तक उल्लू कुछ नहीं खाता है।
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जब एक उल्लू गोली को बाहर निकालता है तो यह दर्दनाक होता है। ऐसी स्थिति मे उल्लू आंखे बंद करता है और चोंच खोलता है उसके बाद थूक के साथ गोली बाहर निकलती है। इस दौरान उल्लू आराम करना पसंद करता है।
ullu kya khata hai उल्लू का भोजन क्या है लेख आपको कैसा लगा ?
This post was last modified on August 14, 2020