vidyalaya shabd roop विद्यालय शब्द रूप के बारे मे यदि हम बात करें तो आपको विधालय शब्द रूप की टेबल दी गई है। और यदि आपको यह पसंद आता है तो आप हमें बता सकते हैं। यदि आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करके बताएं। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
vidyalaya shabd roop विद्यालय शब्द रूप संस्कृत में
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | विद्यालयः | विद्यालयौ | विद्यालयाः |
द्वितीया | विद्यालयम् | विद्यालयौ | विद्यालयान् |
तृतीया | विद्यालयेन | विद्यालयाभ्याम् | विद्यालयै: |
चतुर्थी | विद्यालयाय | विद्यालयाभ्याम् | विद्यालयेभ्यः |
पंचमी | विद्यालयात् | विद्यालयाभ्याम् | विद्यालयेभ्यः |
षष्ठी | विद्यालयस्य | विद्यालययोः | विद्यालयानाम् |
सप्तमी | विद्यालये | विद्यालययोः | विद्यालयेषु |
सम्बोधन | हे विद्यालय | हे विद्यालयौ | हे विद्यालया: |
स्कूल लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। स्कूलों के बारे में दी जाने वाली जानकारी बच्चों को कहाँ भेजना है, इस बारे में निर्णय लेने में सहायक हो सकती है। यह लेख स्कूलों के बारे में कुछ बुनियादी जानकारी प्रदान करेगा।
दोस्तों स्कूल जो होता है वह शिक्षा प्राप्त करने के लिए होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । बच्चा जब 5 साल का होता है तो उसके बाद वह स्कूल जाना शूरू कर देता है। और वहीं पर पहली बार किताबों को पढ़ना सीखता है। पहले आज की तरह स्कूल इतने अधिक नहीं हुआ करते थे । लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है। सरकार ने बच्चों को पढ़ाने के लिए तरह तरह के कॉलेज बनादिये हैं। और अनेक स्कूल बनादी हैं। अब आपको गांव गांव के अंदर स्कूल मिल जाएगा । तो किसी भी बच्चे को पढ़ाना अब काफी आसान हो चुका है।
और इन स्कूल के अंदर पढ़ने का कोई खास पैसा भी नहीं लगता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।और ऐसी स्थिति के अंदर गरीब से गरीब लोग भी जो होते हैं वे अपने बच्चों को स्कूल के अंदर पढ़ा सकते हैं। कोई समस्या नहीं होगी । इसके अलावा सरकार ने अनेक प्राइवेट स्कूल भी खोल रखी हैं।
यदि आप अपने बच्चों को सरकारी स्कूल के अंदर नहीं पढ़ाना चाहते हैं तो उसके बाद प्राइवेट स्कूल के अंदर पढ़ा सकते हैं। जो लोग काफी पैसे वाले होते हैं उनको प्राइवेट स्कूल के अंदर आसानी से प्रवेश मिल जाता है। और हम जैसे गरीब लोग होते हैं उनको सरकारी स्कूल के अंदर पढ़ने का मौका मिलता है।
वैसे आपको यह पता होना चाहिए कि प्राइवेट स्कूल के अंदर भले ही आप अधिक पैसा देते हैं। लेकिन वहां पर जो टीचर काम करते हैं वे सरकारी स्कूल की तरह टैलेंटेड नहीं होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वे कुछ पढ़ लेते हैं और उसके बाद पढ़ाने लग जाते हैं उनको उतना अनुभव भी नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों सरकारी स्कूल के अंदर यह एक अलग बात है कि टीचर उतनी अधिक मेहनत नहीं करते हैं क्योंकि उनके उपर पढ़ाने का किसी तरह का दबाव नहीं होता है। और उनको अपनी तनख्वाह से मतलब होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
लेकिन ऐसा नहीं है कि सरकारी स्कूल के अंदर पढ़ने वाले बच्चे टैलेंटेड नहीं होते हैं। सरकारी स्कूल के अंदर पढ़ने वाले बच्चे भी टैलेंटेड होते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
हमने भी बहुत सारे बच्चे इस प्रकार के भी देखें हैं जोकि सरकारी स्कूल के अंदर पढ़ते थे और उसके बाद भी आज सरकारी नौकरी करते हैं और अच्छे पदों पर हैं। पढ़ने के लिए स्कूल कोई खास मैटर नहीं करता है। यदि आप पढ़ना चाहते हैं तो आप कहीं पर भी पढ़ सकते हैं। लेकिन यदि आप पढ़ना नहीं चाहते हैं तो फिर आप भले ही पराइवेट स्कूल के अंदर जाएं या फिर सरकारी स्कूल के अंदर जाएं कोई भी फायदा नहीं होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
लेकिन आजकल क्या हो रहा है कि स्कूल को एक तरह से कबाड़ा बनाकर दिखाया जाता है। आपको पता होना चाहिए कि स्कूल के अंदर जो शिक्ष बढ़ाते हैं वे गुरू होते हैं और गुरू के साथ किसी भी तरह का लव अफेयर नहीं हो सकता है। लेकिन समाज पथ भ्रष्ट हो चुका है। टीवी सिरियल की दुषित मानसिकता वाले लोग यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि एक लड़का होता है जिसका मेडम के साथ अफेयर हो गया था और उसके बाद दोनों ने शादी करली थी। ऐसी स्थिति के अंदर क्या हो सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों चीजें सही नहीं होती हैं। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । यदि आप इस तरह से यदि किसी मेडम के साथ अफेयर करेंगे तो यह एक तरह से धर्म का उल्ल्घंन होता है और यह एक प्रकार का पाप कर्म ही होता है। लेकिन लोगों को इसकी चिंता नहीं होती है।
कुछ दिनों पहले एक न्यूज आ रही थी जिसके अंदर एक महिला टीचर का एक स्टूडेंट के साथ अफेयर हो जाता है और उसके बाद दोनों एक दूसरे पर जान लुटाते हैं लेकिन महिला और लड़के की उम्र के अंदर काफी अधिक अंतर होता है। ऐसी स्थिति के अंदर महिला लड़के पर शादी के लिए दबाव बनाती है पर लड़का मना कर देता है।
लेकिन उसके बाद भी वह महिला टीचर नहीं मानती है तो लड़का उसकी हत्या कर देता है। इसी तरह की एक घटना और प्रकाश मे आई थी जिसके अंदर होता यह है कि एक महिला टीचर अपने स्टूडेंट को ही भगा कर ले जाती है। तो स्कूल आजकल स्कूल नहीं हर गया है। यह एक तरह से इश्क करने का नया आसियाना बनता जा रहा है।
आज भी आपको यह पता होना चाहिए कि लोग स्कूल कम जाते हैं और कॉलेज के अंदर तो अधिकतर लड़के फैसन करने और नई नई लड़कियों को पटाने के लिए जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
और सबसे बड़ी बात यह है कि जो अच्छे लड़के होते हैं वे कभी भी लड़कियों के आगे पीछे अपने समय को नष्ट नहीं करते हैं। वे आमतौर पर अपने काम पर अधिक ध्यान देते हैं। लेकिन उदंड किस्म के जो लड़के होते हैं । वे लड़कियों के आगे पीछे घूमते हैं और इसका परिणाम यह होता है कि लड़कियां उनके जाल मे फंस जाती हैं। बाद मे ल