vriksh shabd roop वृक्ष के शब्द रूप के बारे मे हमने आपको नीचे बताया है।अकारांत पुल्लिंग संज्ञा , सभी पुल्लिंग संज्ञाओ के शब्द रूप इसी प्रकार बनाते है जैसे – देव, बालक, राम, वृक्ष आदि । यदि आपको हमारा प्रयास पसंद आता है तो आप हमें बता सकते हैं।
vriksha shabd roop in sanskrit वृक्ष के शब्द रूप
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | वृक्षः | वृक्षौ | वृक्षाः |
द्वितीया | वृक्षम् | वृक्षौ | वृक्षान् |
तृतीया | वृक्षेण | वृक्षाभ्याम् | वृक्षैः |
चतुर्थी | वृक्षाय | वृक्षाभ्याम् | वृक्षेभ्यः |
पंचमी | वृक्षात् / वृक्षाद् | वृक्षाभ्याम् | वृक्षेभ्यः |
षष्ठी | वृक्षस्य | वृक्षयोः | वृक्षाणाम् |
सप्तमी | वृक्षे | वृक्षयोः | वृक्षेषु |
सम्बोधन | हे वृक्ष! | हे वृक्षौ! | हे वृक्षाः! |
एक पेड़ एक तना, शाखाओं और पत्तियों से बना एक जीव है। ट्रंक और शाखाओं को आमतौर पर क्रमशः जाइलम और फ्लोएम नामक आंतरिक समर्थन कोशिकाओं द्वारा मजबूत किया जाता है। ये ऊतक पानी, खनिजों और पोषक तत्वों को पेड़ के तने और शाखाओं तक पत्तियों तक पहुँचाते हैं। पत्तियां अक्सर एक विशिष्ट जलवायु या मिट्टी के प्रकार के अनुकूल होती हैं और प्रकाश संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
दोस्तों आपको बतादें कि पेड़ों का इस जीवन के अंदर काफी अधिक महत्व है। इस धरती पर जो भी जीवन है वह सब पेड़ों की वजह से ही है आपको इसके बारे मे पता होगा । बचपन के अंदर यह पढ़ा था के पेड़ पौधे प्रकाश की उपस्थिति के अंदर भोजन बनाने के लिए कार्बनडाई का उपयोग करते हैं और उसके बदले ऑक्सीजन छोड़ते हैं। और इसकी मदद से हम सांस लेते हैं। लेकिन आजकल सबसे बड़ी समस्या यह हो चुकी है कि पेड़ काफी तेजी से काटे जा रहे हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यदि आने वाले दिनों के अंदर इसी तरह से पेड़ कटते रहे तो धरती पर एक भी पेड़ नहीं बचेगा ।
एक समय ऐसा हुआ करता था कि धरती की अधिकांश आबादी पेड़ों से ढकी हुई हुआ करती थी लेकि अब सब कुछ बदल चुका है। जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है उसी गति से पेड़ काटे जा रहे हैं और उधोगों को लगाने के लिए भी बड़ी संख्या के अंदर पेड़ काटे जा रहे हैं।
इसके अलावा जब सर्दियों का मौसम होता है तो लोग सड़क और अन्य आस पास के जो सरकारी भूमी है उनके पेड़ को काट कर ले जाते हैं और जलाते हैं उनको रोकने वाला कोई नहीं है। और उससे भी बड़ी बात तो यह है कि आजकल सरकार खुद ही पेड़ कटवा रही है।
असल मे पेड़ों के फायदे के बारे मे बहुत अधिक पढ़ाया जाता है लेकिन फिर भी यह सब किताबी बातें हैं रियल मे यह लागू ही नहीं होती हैं। यदि आप रेगिस्तानी इलाकों की तरफ जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि दूर दूर तक कोई पेड़ ही नहीं है। यही कारण है कि वहां पर बारिश समय पर नहीं होती है।
और जो पानी है वह भी काफी तेजी से जमीन के नीचे जा रहा है आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। ,खैर इंसान को एक पेड़ यदि काटना भी पड़ता है तो उसके बदले दो पेड़ लगाने चाहिए । फालतू के अंदर ही कुछ लोग पेड़ काट देते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं।
जैसे कि कुछ लोग यह करते हैं कि रस्ते जाते हैं और यदि उनको कोई छोटा पौधा नजर आता है तो वे उसे काट देते हैं आपको कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
पहले बहुत बड़े बड़े जंगल हुआ करते थे और वहां पर जंगली जानवर रहा करते थे लेकिन आजकल जंगली जानवर बस नाम के ही रह गए हैं क्योंकि उनके रहने का कोई स्थान ही नहीं बचा है । इंसान जंगलों के अंदर तक बस चुके हैं।
और आपको पता ही है कि जिस जंगल के अंदर इंसान बस गए हैं वहां पर जंगली जानवर कैसे रह सकते हैं।
और आपको बतादें कि कुछ पेड़ काफी धार्मिक महत्व के होते हैं जैसे कि आप पीपल के पेड़ को ले सकते हैं।पीपल का पेड़ भारत का एक महत्वपूर्ण पेड़ है। यह हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में एक पवित्र और महत्वपूर्ण वृक्ष है। पीपल के पेड़ को महात्मा गांधी के अहिंसक प्रतिरोध के दर्शन का मूल भी माना जाता है। पीपल के पेड़ पूरे दक्षिण एशिया में पाए जाते हैं, जो दक्षिण पूर्व एशिया में फैले हुए हैं। पीपल के वृक्षों की लगभग 25 प्रजातियाँ हैं।
माना जाता है कि इंसान को कभी भी पीपल का पेड़ नहीं काटना चाहिए । यदि कोई इंसान एक पीपल का पेड़ गलती से भी काट देता है तो उसको इसका पाप लगता है। यदि आपने भी पीपल का पेड़ काट दिया है तो आपको कहीं और दूसरा पीपल का पेड़ जरूर ही लगाना चाहिए ।
इसी प्रकार से तुलसी के पौधे के बारे मे भी आप जानते ही हैं। तुलसी का पौधा, जिसे पवित्र तुलसी भी कहा जाता है, हिंदू और बौद्ध धर्म में एक पवित्र पौधा है। ऐसा माना जाता है कि इसमें औषधीय गुण होते हैं और भारतीय व्यंजनों में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। तुलसी के पौधे को उगाना आसान है और यह कई प्रकार की जलवायु को सहन कर सकता है।
और तुलसी के पौधे को अक्सर घर के आंगन के अंदर लगाया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इसको बहुत अधिक पवित्र माना जाता है इसकी पूजा की जाती है और माना जाता है कि इसके अंदर देवताओं का वास होता है। तुलसी का पौधा घर के अंदर लगाने से इसके अनेक फायदे होते हैं।
जैसे आपके घर के अंदर किसी तरह की बुरी शक्तियों का वास है तो उसके लिए आपको अपने घर के अंदर तुलसी का पौधा लगाने की बहुत अधिक जरूरत होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके अलावा अनेक तरह की दवा को बनाने मे और बीमारियों के अंदर भी तुलसी का पौधा काफी अधिक फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको जुकाम है तो इसके अंदर तुलसी के पत्ते आपके लिए काफी अधिक उपयोगी होते हैं। यह आपके शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आप तुलसी के पौधे की सेवा कर सकते हैं तो आपको अपने घर के अंदर तुलसी का पौधा जरूर ही लगाना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि तुलसी का पौधा कितना अधिक फायदेमंद होता है । और इसके अलावा हर एक पौधा काफी उपयोगी होता है। क्योंकि यह हमें ऑक्सीजन प्रदान करने का काम करते हैं। बिना ऑक्सीजन के हम जिंदा नहीं रह सकते हैं।
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