आपने इंसान की शादी इंसान से होते तो सुना होगा लेकिन आपने क्या ऐसा सुना है कि लड़की के घरवाले उसकी शादी बड़े धूमधाम से किसी कुत्ते के साथ करवा दें ।
किंतु झारखंड के कुछ गावों के अंदर ऐसा ही हो रहा है। यहां पर किसी एक लड़की की शादी इंसानों से नहीं करवाई जाती वरन अभी तक यहां के कई लड़कियों की शादी कुत्तों से हो चुकी है। यह बात सुनने मे बहुत अजीब है किंतु यह सच हैं। यहां के लोग पूरानी परम्परा के अंदर अभी भी विश्वास करते हैं जिसके चलते अपनी लड़की की शादी कुत्ते से भी करना ने से नहीं हिचकते । और तो और यह लोग इस शादी के अंदर पूरी तरह से खुश खुश भाग भी लेते हैं। और जमकर पैसा भी खर्च करते हैं। पीछले दिनों आई एक न्यूज के अंदर बताया गया था कि कुत्ते की शादी के अंदर 10 लाख रूपय खर्च कर डाले ।
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क्यों करवाई जाती है यहां पर कुत्तों से लड़कियों की शादी
यहां पर ऐसे ही किसी भी लड़की की शादी कुत्ते से नहीं करवाई जाती है। वरन इसके पीछे भी कुछ खास कारण होते हैं।
1. लड़की की कुंडली मे दोष
लड़की के मां बाप लड़की की कुंडली को पंडित को दिखाते हैं। यदि उस कुंडली के अंदर कोई दोस होता है तो पंडित लड़की की शादी एक बार कुत्ते से करने की सलाह देता है ताकि लड़की के भावी पति को बाद मे कोई कष्ट नहीं हो । किंतु उसी लड़की की शादी कुत्ते से होती है जिसकी कुंडली के अंदर दोष होता है। सही कुंडली वाली लड़की की शादी कुत्ते से नहीं होती ।
2.मसूंडों के उपरी भाग मे दांत उगना
यदि किसी लड़की के मसूडों के उपरी भाग के अंदर दांत उग आते हैं तो यहां के लोग इसे बहुत अशुभ मानते हैं और ऐसा माना जाता है। कि ऐसी लड़की की एक बार कुत्ते से शादी हो जाने के बाद सारे बुरे प्रभाव टल जाते हैं। इसलिये ऐसी लड़की की भी कुत्ते से शादी करदी जाती है।
लड़कियां नहीं होती कुत्ते से शादी करने को राजी
कुत्ते से शादी करने वाली लड़कियां इसको पसंद नहीं करती हैं। किंतु समाज के इस अंधविश्वास के आगे वे इसके सामने झुकने को मजबूर होती हैं। आज के मोर्डन जमाने कि लडकिया तो वैसे भी इसको पसंद नहीं करती ।
क्या है समाज की मान्यता
यहां के समाज की मान्यता है कि लड़की के दोष का उसके होने वाले पति पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़े उसके लिये एक बार लड़की की शादी कुत्ते से कर दी जाती है। उसके बाद लड़की के दोष का भार कुत्ते पर आ जाता है। और उसके बाद उसकी कहीं ओर शादी कर दी जाती है। वैसे यह वहां के लोगों की रस्म है। लोगों का विश्वास है कि ऐसा करने से लड़की का जीवन बाद मे खुश रहता है। यदि इस तरह की लड़कियों की शादी सीधे ही लड़के से करवादें तो वे दोनों पति पत्नी खुश नहीं रह सकते ।
कैसे होती है यह शादी
इस शादी के अंदर और आम शादी के अंदर वैसे कुछ भी अंतर नहीं होता है कुत्ता एक दुल्हे की तरह ही सजी हुई कार के अंदर आता है। लोग जश्न भी मनाते हैं और साते फेरे भी उसी तरह से लगाए जाते हैं। बाराती नास्ता खाना भी लेते हैं। और दुल्हन को विदा भी किया जाता है। कुल मिलाकर सब कुछ वैसा ही होता है जैसे एक आम शादी होती है।
झारखंड की एक 18 साल की लड़की मांगली जो काफी खूबसूरत थी का पीछले दिलों एक कुत्ते के साथ विवाह किया गया । इसी तरह की आसपास और भी कई घटनाएं होती हैं।
कहां तक सही है लड़कियों की कुत्तों से शादी
हो सकता है आपके विचार इस संबंध के अंदर भिन्न हैं किंतु मेरा मानना है की यह व्यर्थ का ढोंग है जिसको अब बंद कर देना चाहिये । इसका सबसे बड़ा नुकसान तो यह होता है कि लड़की के मां बाप को दो दो बार एक ही लड़की की शादी करनी पड़ती है। और यह बेकार का रिति रिवाज लड़की के परिवार को आर्थिक रूप से कमजोर बनाता है। आज के वैज्ञानिक युग के अंदर इसे अंधविष्वास से अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता । इसके अलावा लड़की के मां बाप के दिमाग पर भी इस वजह से लड़कियों के जन्म के प्रति एक गलत धारणा का विकास होता है। यानि यह रिवाज लिगंाअनुपात को असंतुलित करता है।
क्योंकि कोई भी व्यक्ति पैसे खर्च करने को राजी नहीं होता पर समाज परिवार के दबाव से वह ऐसा करता है। सो वह अपने आप सोचने लग जाता है कि लड़की नहीं होती तो यह सब नहीं करना पड़ता ।
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