दोस्तों आज गलाकाट प्रतियोगिता है। चारों और लोग एक दूसरे का गला काटने मे लगे हुए हैं। ऐसी स्थिति के अंदर वही जीत सकता है। जिसका दिमाग काफी तेज चलाता हो और वह हर दाव पेच अच्छी तरह से जानता हो। इसके लेख के अंदर हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने वाले हैं। जिनकी मदद से आप अपने सामने वाले को मात दे सकते हैं। आज कल तो होता यह है कि एक व्यक्ति कुछ सामान बेच रहा है तो दूसरा उसके सामने आकर सामान बेचने लग जाता है। और यदि जिसके अंदर स्किल नहीं होता है।
वह हिम्मत हार जाता है। अपना धंधा समेट कर चला जाता है। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है। तो अब डरने की कोई बात नहीं है हम आपको इसका हल सूझाने वाले हैं। इसके लिए हमारे सारे टिप्स को फोलों करें ।
Table of Contents
1. अपनी स्थिति पर गम्भीरता से सोचे
आपके बिजनेस की स्थिति कैसी है? इस बारे मे आपको इसके लिए गम्भीरता से सोचना होगा । आप सोच सकते हैं सामने वाले के क्या प्लान हैं? इन प्लान से उसे क्या नुकसान होगा ? और इन नुकसान से बचने का रस्ता क्या हो सकता है। इन बातों पर आपको और भी गहराई से विचार करना होगे।इस काम को करने का तरीका भी हम आपको बता देते है। आप अकेले मे बैठ और उपरोक्त प्रश्नों पर गहराई से विचार करें । मन को शांत करके ही ऐसा करें ।
2. सामने वाले के दांव को पहचाने
जब तक आप सामने वाले के दांव को नहीं पहचानेंगे । तब तक आप कुछ नहीं कर पाएंगे । यदि सामने दूसरे विक्रेता की वजह से आपको काफी नुकसान हो रहा है तो आपको सबसे पहले सामने वाला क्या दांव खेल रहा है? उसका हल निकालना जरूरी है और उस दांव का तुरन्त हल निकाले वरना आपको इसका बहुत अधिक नुकसान हो सकता है। मुकेश अंबानी के दांव को दूसरी कम्पनी जल्दी से नहीं समझ पाई थी। बहुत सारा वक्त निकल गया था । जिसका बहुत अधिक खामयाजा इन कम्पनियों को भुगतना पड़ा । कई तो बेचारी बंद तक हो गई । कहने का मतलब है समय रहते सामने वाले के मन की बात झांप लेना ।
3. अगले की कमजोरियों को हथियार बनाएं
हर बिजनेस कर्ता के उत्पाद के अंदर कई सारी कमियां होती है। बस आपको इन कमियों की पहचान करनी है। इसके अलावा और भी बहुत सारी कमियां होती हैं। यदि आप अपने प्रतिस्पर्धी को घूटने टेके हुए देखना चाहते हैं तो आपको यह सब करना होगा ।
आपको उन्हीं कमजोरियों को अपना हथियार बनाना है। बस आपका प्रतिस्पर्धी आपके सामने टिक नहीं पाएगा । रिलायंस जीओ ने भी ऐसा ही किया । दूसरी कम्पनियां एक तो कस्टमर से पैसा अधिक वसूल रही थी और उपर से स्पीड भी कम दे रही थी। बस इसी कमजोरी को हथियार बनाकर सारी कम्पनी को मात देदी ।
ऐसा कभी नहीं होता है कि सामने वाला हमेशा सब कुछ अच्छा करता हो । वरन उसकी भी कुछ गलतियां होती हैं। जिनको आपको पहचानना है।
4. खुद की कमजोरियों के अंदर सुधार करते चले जाएं
आप अपने बिजनेस को क्यों इम्प्रुव नहीं कर पा रहे हैं? आप इस प्रश्न का उत्तर हर उस समय के अंदर खोजने की कोशिश करें जब आप अकेले होते हों । आपको इसके पीछे बहुत सारे रिजन मिल जाएंगे । आप उन सारे रिजन की लिस्ट बनाते चले जाएं । और उसके बाद उन सभी के अंदर एक एक करके सुधार करते चले जाएं।जितना ज्यादा आप खुद के बिजनेस के अंदर सुधार करते रहेंगे । उतना ही अधिक आपका बिजनेस आगे बढेंगा ।
5. एक एक फायदे को जोड़कर आगे बढ़ें
दोस्तों आजका टाइम ऐसा आ चुका है। जिसमे वह बिजनेस कर्ता सबसे अधिक सफल हो रहा है जो कस्टमर की समस्या को कम से कम बना देता है। अपने बिजनेस प्लान के द्वारा । जैसे पीछले दिनों मे एक कूलर रिपेयरिंग शॉप पर किसी काम से गया था । उस शॉप का बिजनेस मॉडल काफी अलग था।
कस्टमर केवल एक फोन करते थे और दुकान के मिस्त्री कस्टमर के घर जाकर अपने आप ही कूलर फ्रीज वैगरह ठीक करके आ जाते थे। जब मैंने उनसे पूछा की आपके पास कितने कस्टमर के एक दिन मे कॉल आ जाते हैं। तो उन्हें बताया यही कोई 200 के आस पास । वहीं जब उस दुकान पर जाकर मैंने बात की जिस पर यह सर्विस नहीं थी तो उन्होंने केवल एक दिन मे 70 से भी कम कस्टमर आने की बात कही । मतलब सीधा है कि जो बिजनेस कर्ता अपने फायदे के
साथ साथ कस्टमर के फायदे को भी देखता है। वही सक्सेस होता है।
अपने प्रतिस्पर्धी बिजनेस कर्ता को कैसे पस्त करते हैं? जानने के लिए यह स्टोरी पढ़े आपको सब कुछ समझ मे आ जाएगा
। रामू शहर के अंदर आम की दुकान लगाता था । उसका धंधा काफी अच्छा चल रहा था । क्योंकि उसकी दुकान के आस पास कोई और दुकान नहीं लगती थी । लेकिन कुछ दिन तो सही से चलता रहा ।एक दिन जब रामू अपनी दुकान पर आया तो उसने देखा कि सामने ही एक आम की दुकान और खुल गई। रामू को दुख हुआ लेकिन वह कुछ नहीं कर सकता था । लेकिन उस दुकानदार ने पैंतरे से रामू की सारी कमाई को धर लिया बेचारा रामू कुछ दिन तो देखता रहा फिर परेशान होगया ।
रामू यह तो जान गया कि ऐसा ही चलता रहेगा तो उसे भारी नुकसान होने लगेगा । और उसने सामने वाले को पस्त करने के लिए एक प्लान बनाया । दूसरे दिन वेश बदलकर उसकी दुकान पर पहुंचा और एक किलो आम लिया । वह आम को लेकर वहीं बैठ कर खाने लगा और उस दुकानदार की कमजोरियों को देखने लगा । उसने गौर से देखा कि वह एक तो माल को कम तौलता था । दूसरा वह बहुत बार माल गला हुआ देदेता था । कई कस्टमर इसकी शिकायत कर चुके थे । लेकिन उसका एक प्लस पांइट था कि वह कीमत रामू से कम लेता था । अब रामू सब कुछ समझ चुका था । और दूसरे दिन आकर अपनी दुकान को खोला और एक बड़ा सा पोस्टर छपवा दिया । उस पर उसकी सारी कमजोरियों को फायदे की तरह इस्तेमाल कर लिखवादिया । बस कुछ ही दिनों मे रामू का धंधा काफी अच्छा चलने लगा ।