क्या इस लेख के अंदर हम आपको बताने वाले हैं। कि प्याज काटने पर आंसू क्यों आते हैं और आंसूओं के बारे मे कई वैज्ञानिक तथ्य । आंसू क्यों आते हैं?
प्याज काटने से आंसू आने लगते हैं। इस वजह से बहुत से लोगों को प्याज काटना बहुत कठिन काम लगता है। इसके अलावा प्याज भी अलग अलग तरह के होते हैं। आपने देखा होगा कि कुछ प्याज काटने पर आसूं बहुत कम आते हैं तो कुछ प्याज के काटने पर आसूं ज्यादा आते हैं। ऐसा इस वजह से होता है कि कुछ प्याज के अंदर रसायन जो हमारे आसूं पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं अधिक मात्रा के अंदर होता है। जबकि कुछ के अंदर काफी कम होता है। इस वजह से कम आंसू आते हैं।
आपने नोटिस नहीं किया कि इंसान के आंसू भी काफी दिलचस्प हैं। इंसानों के अलावा अन्य किसी भी जानवरों के अंदर आंसू पाए तो जाते हैं लेकिन उनका उपयोग ना के बराबर होता है। लेकिन इंसान अपने आंसूओं का काफी उपयोग करता है। भावुक क्षणों के अंदर इंसान आंसू बहाता है। जिससे उसका मन हल्का हो जाता है। आंसू आंख को सूखने से बचता है। यह आंसू नलिका से निकलने वाला पदार्थ होता है। जोकि नमक और पानी से बना होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार भावात्मक आंसू सिर्फ इंसान ही बहा सकता है। दूसरे जीव ऐसा नहीं कर सकते । और इस संबंध मे वैज्ञानिक अध्ययन भी बहुत कम हुए हैं।वैसे आंसूओं पर अध्ययन किया जाना भी सरल नहीं है। क्योंकि हर व्यक्ति अलग अलग कंडीसन पर रोता है।
Table of Contents
आंसू बहाने की वजह क्या है ?
आंसू बहाने की कई सारी वजह हो सकती हैं। यदि आंसू बहाने के मामले के अंदर देखें तो अमरीका के अंदर लोग सबसे ज्यादा रोते हैं । और बुल्गारिया के मदर्द सबसे कम रोते हैं। आइसलैंड की औरते भी कम रोती हैं। यदि रोने के कारणों की बात करें तो इनके पीछे कई कारण आ जाते हैं। जैसे अपने पूराने दुख को याद कर रोना , और अन्य दुखों की वजह से रोना । मतलब जब इंसान किसी न किसी वजह से दुखी होता है तो रोता है।
महिलाएं ज्यादा आंसू बहाती हैं।
एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार महिलाएं पुरूषों के मुकाबले ज्यादा रोती हैं। एक शोध के अंतर्गत वैज्ञानिकों ने किसी ऐसी जगह पर आग लगादी और लोगों को बोला गया कि उनके घरों के आस पास आग लगी हैं। तो इसमे रोने वाली या आंसू बहाने वाली सिर्फ 99 प्रतिशत महिलाएं थी । यह बात स्वभाविक ही होती है कि पुरूष कि तुलना मे महिलाएं ज्यादा आंसू बहाती हैं।इसी बात को साबित किया है 1982 के अंदर एक रिसर्च पेपर ने । इस पेपर के अनुसार औरतों की तुलना मे मर्द कम रोते हैं। कई जगह पर मर्दों का रोना भी बुरा माना जाता है।एक महिला महिने के अंदर 5 से 6 बार रोती है। और इतना ही समय खर्च करती है। जबकी मर्द एक या दो बार मुश्किल से महिने मे रो पाते हैं।एक अन्य जर्मन रिसर्च पेपर के मुताबिक महिलाओं के अंदर एक अंसू ग्रंथी Lachrymal Gland पुरूषों की तुलना मे ज्यादा एक्टीव होती हैं। इस वजह से महिलाएं पुरूषों की तुलना मे ज्यादा रोती हैं।
वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक जब लड़के लड़की 11 साल तक के होते हैं तो दोनों के रोने के अंदर या आंसू बहाने के अंदर कोई अंतर नहीं होता है। लेकिन उसके बाद लड़कियां अधिक रोती हैं और आंसू बहाती हैं। और लड़के कम आंसू बहाते हैं।
कुछ वैज्ञानिक रिसर्च यह भी बताते हैं की टेस्टोस्टेरोन का हमारे रोने से गहरा संबंध है। जिन लोगों के अंदर यह हार्मोन कम हो जाता है। वे अधिक रोते हैं। 2015 के अंदर हुए एक रिसर्च के अनुसार रोने से हमारा दिमाग हलका होता है और हम अच्छा महसूस करते हैं। इसी लिए रोते हैं।
कैसे निकलते हैं आंसू
आंसू निकलने की वजह है अधिक हंसना और दुख । जब हम कई बार अधिक दुखी होते हैं और हंसते हैं तो दिमगा का नियंत्रण हमारी अंसू ग्रंथियों से हट जाता है। तब हमारे आंसम निकलने लग जाते हैं।और जब आप ज्यादा भावुक होते हैं या ज्यादा हंसते हैं तो चेहरे की कोशिकओं पर दबाव पड़ता है इस वजह से भी आंसू निकल जाते हैं।
यह क्रिया अलग अलग व्यक्ति के लिए अलग हो सकती है। और महिलाओं और पुरूषों के अंदर भावुकपन समान नहीं होने की वजह से महिलाएं ज्यादा और पुरूष कम आंसू बहाते हैं।
इंसान भावुक कम या अधिक हार्मोन की वजह से होता है। हंसने पर दिमाग का जो हिस्सा सक्रिय होता है। रोने पर भी वही हिस्सा सक्रिय होता है।कॉर्टिसोल और एड्रिनालाइन नामक हॉर्मोन्स का स्त्राव होता है। यही हार्मोन हंसने या रोने के दौरान पैदा होता है।जब व्यक्ति के शरीर के अंदर ग्लुकोज की मात्रा कम हो जाती है। कॉर्टिसोल हॉर्मोन निकलता है।एड्रिनालाइन हार्मोन भी पैदा होता है। ऐंसी स्थिति के अंदर इंसान के दिल की घड़कन तेज हो जाती है ।इंसान घबरा जाता है और दिमाग तक संदेस जाता है और हमारी आंखों मे आंसू निकलआते हैं।
प्याज काटने पर आंखों के अंदर आंसू क्यों आते हैं
आपने जब प्याज काटे होंगे तो देखा होगा कि हमारी आंखों के अंदर आंसू आने लग जाते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? यदि आपको नहीं पता तो चलिए हम आपको बताते हैं। साइन-प्रोपेंथियल-एस-ऑक्साइड नामक रसायन प्याज के अंदर होता है। लेक्राइमल ग्लैंड को यह उत्तेजित कर देता है। जिसकी वजह से हमारी आंखों के अंदर आंसू निकलने लग जाते हैं।
1. एक इंसान का जन्म रोने के साथ ही होता है। और जब आप बड़े होते हैं तो प्रतिदिन औसतन 5 से औंस आंसूओं का उत्पादन करते हैं।
- आंसूओं के अंदर तीन परते पाई जाती हैं। तेल पानी और बलगम ।जिसमे पानी की सबसे ज्यादा मात्रा पाई जाती है। और इसमे इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे सोडियम और पोटेशियम), प्रोटीन (ज्यादातर एंजाइम), ग्लूकोज और अन्य पदार्थ शामिल हैं
3. वैसे आंसू आंखों के लिए काफी फायदे मंद होते हैं यह आंखों को शुष्क होने से बचाते हैं। क्योंकि शुष्क आंखों की वजह से द्रष्टि धीमी हो जाती है। इसके अलावा यह आंखों को साफ रखने मे मदद भी करते हैं। यदि आंखों के अंदर कोई कचरा गिर जाता है तो आंसू से साफ हो जाता है। इसके अलावा आंसू आंखों के लिए एक प्रतिरक्षा तंत्र का भी काम करते हैं।
- इंसान के आंसू भी तीन प्रकार के होते हैं।Continuous (or basal)tears ,Reflex (or irritant) tears तब होते हैं जब हम हमारी आंखों को सूर्य आदि के प्रकाश के अंदर देखते हैं।
- सूखी आंखे काफी नुकसान पैदा करती हैं। यदि आंखों के अंदर आंसूओं का उत्पादन कम हो जाता है तो आंखे सूख जाती हैं और सूजन भी आ सकता है। ऐसी स्थिति के अंदर सूखी आंख सिंड्रोम के कारण धुंधली दृष्टि हो सकती है और आंख को संभावित रूप से नुकसान पहुंचा सकता है लैसिक सर्जरी से आर्टिफिसियल रूप से आंसू का उत्पादन किया जा सकता है। लेकिन यह ज्यादा सफल नहीं है।
प्याज काटने पर आंसू निकले से कैसे रोके
यदि आप प्याज केवल इस वजह से नहीं काट रहे हैं कि आपको आंसू निकल आते हैं तो हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं। जिसकी मदद से आप प्याज काटने से निकले वाले आंसू से परेशान नहीं होओेगे ।
प्याज काटने पर आंसू निकले से रोकने के लिए प्याज हमेशा खुले के अंदर काटें
बहुत बार हम प्याज को बंद कमरे के अंदर काटते हैं। इस वजह से रसायन हवा के अंदर रहते हैं और बाहर नहीं जा पाते । इस वजह से हमे अधिक आंसू आते हैं। इसके अलावा यदि आप प्याज को खुले के अंदर काटते हैं तो आंसू कम आएंगे ।
प्याज काटने पर आंसू निकले से रोकने के लिए पंखा या कूलर बंद रखें
यदि आप पंखे के नीचे बैठकर प्याज काट रहे हैं तो आपको निश्चित रूप से ज्यादा आंसू आएंगे । यदि आप प्याज काटते वक्त पंखा बंद कर देते हैं तो आपकी आंखों के अंदर आंसू नहीं आएंगे । पंखे से प्याज के रसायन पूरे कमरे के अंदर फैल जाते हैं।
प्याज काटने पर आंसू निकले से रोकने के लिए चश्मा का प्रयोग करें
यदि आप प्याज काटते वक्त आपकी आंखों को पूरी तरह से कवर करने वाली चश्मा का प्रयोग करते हैं तो आपको इससे काफी फायदा होगा प्याज काटने पर आंखों मे आंसू नहीं आएंगे । क्योंकि आपकी चश्मा प्याज के रसायनों को आंखों तक पहुंचने से रोक लेगी।