इस लेख के अंदर हम बात करने वाले हैं। लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य के बारे मे । यदि आप एक लड़के हैं तो आपको यह लेख पढ़ना चाहिए और यदि आप एक लड़की हैं तो आपको यह लेख अवश्य ही पढ़ना चाहिए।
दोस्तों लड़कों के अंदर कुछ खास चीजे होती हैं जो लड़कियों से अलग होती हैं और उनके बारे मे हम इस लेख मे चर्चा करने वाले हैं। आज के दौर मे भले ही लड़कियों को लड़कों के समान अधिकार दिये जाने की बातें हो रही हैं। लेकिन जमीनी हकिकत कुछ और होती है।आज भी दुनिया के अंदर बहुत से लोग अपने घर के अंदर लड़की के जन्म होने की बजाय एक लड़के का जन्म देखना चाहते हैं।
वैसे हमारे समाज मे लड़कों को बलमान माना जाता है और उनकों हर काम करने के काबिल माना जाता है। महिला चाहे कितनी भी पढ़ी लिखी क्यों ना हो ।वह रात को अकेले बाहर नहीं निकल सकती । यदि वह ऐसा करती है तो उसके घर वाले उससे हजारों सवाल पूछते हैं। वैसे भी महिलाएं इस देश मे उतनी सुरक्षित नहीं हैं जितनी की होनी चाहिए । तो आइए अब जान लेते हैं लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य के बारे में ।दोस्तों हो सकता है यह तथ्य 100 प्रतिशत सच ना हों लेकिन कुछ हद तक यह सत्य होते हैं ।
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1. लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य पुरूष कम भावनात्मक होते हैं।
दोस्तों यह आपको भी पता होगा कि लड़कियों के अंदर फिलिंग बहुत अधिक होती है। वे अपनी भावनाओं के भंवर मे बहुत जल्दी बह जाती हैं। यदि कोई लड़का आप से प्यार करता है वह आपके प्यार को उतना अच्छे से कभी फील नहीं कर पाएगा । जितना की आप कर पाती हैं। आपने देखा होगा कि कई भावनात्मक क्षणों के अंदर लड़कियां जल्दी ही रोने लग जाती हैं। लेकिन लड़के उतने नहीं रो पाते हैं।
इसके अलावा आपने देखा होंगा कि किसी के घर मे किसी सदस्य की मौत हो जाती है तो उसके बाद महिलाओं पर इसका असर बहुत लंबे समय तक रहता है। लेकिन पुरूषों पर इसका असर अधिक समय तक नहीं रह पाता है।
6 महिने पहले मेरी एक बड़ी बहन जिसका नाम तुलसी था वह खत्म हो गई। उसके बाद मेरे वाइफ और मेरी मॉम इसके लिए बहुत रोई और आज भी वे वक्त बे वक्त रोने लग जाती हैं। लेकिन हम लोग उतना नहीं रोए । ऐसा नहीं है कि हम लोगों को इस बात का दुख नहीं है। लेकिन हम लोग अपने दुखको रोकर व्यक्त नहीं कर पाते हैं। कहने का मतलब है की पुरूष कम भावनात्मक होते हैं बजाय महिलाओं के ।
मेरी वाइफ का नाम पूजा है। और एक दिन हम दोनों मे किसी बात को लेकर बहुत झगड़ा हो गया । आपको तो पता ही झगड़े के बाद महिलाएं बहुत जल्दी से रोने लग जाती हैं। मैंने उससे बात करना बंद कर दिया । वह उसके बाद कुछ देर तक रोती रही फिर मैंने उसको चुप करवाया । हालांकि इस लड़ाई झगड़े के दौरान मेरी आंखों मे एक बार भी आंसू नहीं आए । इस तरह की अनेक घटनाएं आपके भी सामने आई होंगी ।जिनसे यह साबित हो जाता है कि पुरूष कम भावनात्मक होते हैं।
2. लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य पुरूष के लिए अनजान साथी के साथ एडजस्ट होना आसान होता है या लड़के खुले विचारों के होते हैं
लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य यह भी है कि वे खुले विचारों के होते हैं। खुले विचारों का मतलब है कि वे किसी एक ही साथी को पकड़ कर नहीं बैठे होते हैं। जैसा कि लड़कियां करती हैं। यदि उनको किसी अनजान महिला के साथ रहने को कहा जाए तो वे आसानी से रह सकते हैं।
उनको कभी भी इसके अंदर अनकम्फोरटेबल महसूस नहीं होगा । लेकिन इसके विपरित बहुत ही कम महिलाएं खुले विचारों की होती हैं। वे अपने पार्टनर को छोड़कर किसी दूसरे पर जल्दी से विश्वास भी नहीं करती हैं। रहना तो बहुत दूर की बात है।
3.लड़के अधिक Flirt करते हैं
भले ही आप यह माने या ना माने लेकिन यह सच है कि लड़के अपनी महिला पार्टनर को ज्यादा धोखा देते हैं और उसके साथ चीट करते हैं।जबकि लड़कियां ऐसा कम ही करती हैं। लड़कों के चीट करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जिसमे से सबसे पहला कारण तो यह होता है कि लड़कों को चीट करने का माहौल अधिक मिलता है।
और दूसरा लड़के पर किसी भी तरह का कोई मनोवैज्ञानिक दबाव नहीं होता है।और तीसरा होता है किसी को पता ना चलने का विचार । जिन लड़कों को मौका मिला वे तो Flirt कर ही चुके हैं। लेकिन जिन लड़कों को मौका नहीं मिला वे इसके बारे मे केवल सोच कर ही रह रहे हैं। और मौके की फिराक मे हैं।
हम यह नहीं कहते हैं कि आपने असल मे चीट नहीं किया है तो आप चीट नहीं कर रहे हैं। यदि आप अपनी गर्लफ्रेंड के सिवाय किसी दूसरी लड़की के बारे मे सोचते भी हैं तो इसका मतलब है कि आप चीट कर रहे हैं।मुझे नहीं लगता कि आज के समय मे ऐसा कोई लड़का मिलेगा जिसको दूसरे की थाली मे पड़ा बैंगन भी बैंगन ही नजर आता हो ।
4.हर खूबसूरत लड़की को देखकर लड़के बोलते हैं — काश यह मेरी गर्लफ्रेंड होती ?
क्या आप इस बात पर यकीन करते हैं कि लड़के हर खूबसूरत लड़की को देखने के बाद मन ही मन कुछ कहते हैं ? दोस्तों यदि आप एक लड़के हैं तो आपको पता होगा कि जब भी कोई बेहद खूबसूरत लड़की आपके पास से गुजरती है तो आपको क्या महसूस होता है ? यही की काश मेरी गर्लफ्रेंड ऐसी होती ? लड़के इस तरह की भावनाओं को किसी के सामने जाहिर नहीं करते हैं। वे इनको सिर्फ अपने दूसरे देास्तों को बताते हैं जो उनके जैसे ही होते हैं।
और कई बार तो कुछ लड़के जैसे ही एक सुंदर लड़की को देखतें हैं तुरन्त अपनी भावनाओं को दबा देते हैं। और इस प्रकार का विचार दिमाग मे नहीं आता है। इस तरह के विचार सोचने का मतलब यह नहीं है कि हर लड़का अपने साथी को धोखा देता है। यह सिर्फ मानसिक विचार है।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उनके पास उस लड़की से बढ़कर भी एक सुंदर गर्लफ्रेंड है या पत्नी है।उसके बाद भी वे इस प्रकार के विचारों को आसानी से नहीं रोक पाते हैं।
5.लड़के के लिए खुद को बदलना बहुत मुश्किल होता है
हमारे समाज के अंदर लड़के को एक सवौच्च भूमिका मिली हुई है। और उसकी अपनी इच्छाएं होती हैं उसके अपने सपने होते हैं। लड़कों को खुद को बदलना बहुत ही मुश्किल काम होता है। कहने का मतलब है कि लड़के अपनी इच्छाओं और सपनों के लिए अपने पार्टनर के साथ समझोता नहीं कर पाते हैं।
यदि आप एक महिला हैं और आप यह सोच रही हैं कि शादी के बाद आपके पति आपके लिए अपनी सभी इच्छाओं का त्याग कर सकते हैं तो आप गलत सोच रही हैं कोई भी लड़का ऐसा नहीं कर पाएगा । भले ही उसने एक बार आपका दिल रखने के लिए ऐसा कह दिया हो । लड़के खुद को बदल तो सकते हैं लेकिन यह उतना आसान नहीं होता है। लड़कियां अपने पार्टनर के लिए खुद को पूरी तरह से बदल सकती हैं।
6.लड़कों के लिए खूबसूरती नंबर वन है
आपको यह जानकर हैरानी होगी की हर लड़का लड़की को उसकी खूबसूरती से आंकता है। यदि कोई लड़की खुबसूरत नहीं है तो लड़के उसे इग्नोर कर देंगे और उसको बहुत कम या ना के बराबर लड़के लाइन मारेंगे । लेकिन यदि कोई लड़की काफी खूबसूरत है तो उसे लड़के अधिक लाइन देंगे ।हर लड़के की तमन्ना होती है कि उसकी गर्लफ्रेंड काफी खूबसूरत होनी चाहिए । यह बात 100 प्रतिशत सच है।
आज तक आपने इतनी फिल्मे देखी होगी । उन सभी फिल्मों मे हिरोइन का मेकअप बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।क्योंकि बिना खूबसूरती के हिरोइन की वैल्यू मे कमी आ जाएगी ।सो हम कह सकते हैं कि लड़कों के लिए लड़कियों की खूबसूरती 1 नंबर पर होती है।
7.लड़कों की बेवफाई उनके चेहरे से दिख जाती है।
यह भी एक लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य है। आपको बतादें की लड़कों की बेवफाई उनके चेहरे से दिख जाती है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के अंदर एक दिलचस्प रिसर्च हुआ । इस रिसर्च के अंदर 1500 महिलाएं और पुरूष शामिल हुए । रिसर्च के अंदर पुरूषों के समूह को दूसरे पुरूषों के चेहरे को देखकर उनको बेवफाई के आधार पर अंक देने को कहा गया । पुरूषों ने दूसरे पुरूषों के चेहरे के आधार पर सही रेकिंग की ।
उसके बाद कुछ महिलाओं के समूह को पुरूषों के चित्र दिखाए गए और उसके बाद उनको रैकिंग देने को कहा गया । महिलाओं ने भी पुरूषों को उनकी वफादारी के आधार पर सही रैकिंग दी । लेकिन महिलाएं एक दूसरी महिला को बेवफाई के आधार पर रैंकिग देने मे असफल रही । जिससे यह साबित होता है कि महिलाओं को उनके चेहरे देखकर यह तय नहीं किया जा सकता है कि वे बेवफा हैं। जबकि पुरूष के चेहरे पर लिखा होता है कि वह बेवफा है या नहीं ।
8.लड़के शोर्ट टर्म रिलेशनशिप मे विश्वास करते हैं
लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य यह भी है कि अधिकतर लड़के सिर्फ कम समय की रिलेशनशिप के अंदर ही विश्वास करते हैं। अधिकतर लड़के नई नई लड़कियों को बदलते रहते हैं। यदि आप एक लड़की हैं तो आपको पता होगा कि आपका ब्योयफ्रेंड अधिकतर केसों के अंदर आपसे शादी करने के बारे मे मना कर देगा ।
लड़कों का शादी करने के पीछे मना करने का कारण यह है कि वे दोस्ती केवल मजे के लिए करना चाहते हैं और जब मन भर जाता है तो लड़की को छोड़ देते हैं। वे आपकी देखभाल और आपके साथ अच्छा व्यवहार तब तक करते हैं जब तक कि वे आपको पसंद करते हैं ।उसके बाद वे ऐसा करना बंद कर देते हैं और बदलने लगते हैं।
आपने देखा होगा कि अधिकतर केसों के अंदर लड़के महिलाओं को शादी का झांसा देकर फंसा लेते हैं और उसके बाद अपना काम निकाल कर छोड़ देते हैं। इस तरह के रोज अखबारों मे एक दो केस आते ही रहते हैं।
9.बेवफा पार्टनर का लड़कों के लिए बर्दाश्त करना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है
यदि लड़कों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल चीज की बात करें तो वह बेवफा पार्टनर को बर्दाश्त करना है। यदि वे किसी लड़की से सच्चा वाला प्यार करते हैं और उसके बाद वह लड़की बेवफा निकलती है तो उनके लिए यह बर्दाश्त करना सबसे मुश्किल काम होता है। जब शादी सुदा महिला का किसी के साथ चक्कर चलता है तो इसका सबसे अधिक बुरा असर उसके पति पर पड़ता है। क्योंकि समाज के लोगों द्वारा बार बार उसको ताने दिये जाते हैं। इसकी वजह से कई बार तो लड़का खुद सुसाइड तक कर लेता है।
10.बौद्विक मामले मे लड़के महिलाओं से आगे होते हैं
दोस्तों यह बात वैज्ञानिक भी साबित कर चुके हैं कि बौद्विक मामले मे लड़के महिलाओं से कहीं आगे होते हैं। लड़कों का दिमाग बेहतर तरीके से तर्क वितर्क कर सकता है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि महिलाएं किसी से कम होती हैं। लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे होते हैं जहां पर लड़के अच्छा पदर्शन कर सकते हैं। जैसे गणित के क्षेत्र मे लड़के बेहतर होते हैं।
11.लड़के बहुत कम रोते हैं
दोस्तों लड़के कम भावनात्मक होते हैं। यह एक मनोवैज्ञानिक तथ्य है। दूसरा लड़के काफी कम रोते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि लड़कों को बचपन मे ही रोना नहीं सीखाया जाता है। वरन उनको मुश्बितों से लड़ना और उनका मुकाबला करना सीखाया जाता है। यही वजह है कि वे हर बड़ी से बड़ी मुश्बित आ जाने के बाद भी वे रोते नहीं हैं । एक बार तो लड़के का सबसे प्रिय इंसान अगर मर भी जाएगा तो भी वे उतना नहीं रो पाएंगे ,जितना कि महिलाएं रोती हैं।
12. 90 प्रतिशत लड़के नशे के आदी होते हैं
दोस्तों क्या आपको पता है कि भारत मे 90 प्रतिशत लड़के ऐसे हैं जो किसी ना किसी चीज का नशा अवश्य ही करते हैं। कुछ लड़के शराब पीते हैं तो कुछ खैनी या पुड़िया का नशा करते हैं। यदि हम अपने शहर मे नजर डालें तो यहां पर 98 प्रतिशत लड़के नशा करते हैं। लड़कों का अधिक नशेड़ी होने के पीछे की वजह यह है कि उनको घर परिवार से काफी अधिक आजादी मिलती है। और उनको रोक टोक उतनी नहीं होती है। जबकि लड़की को बहुत रोक टोक झेलनी होती है।
13. लड़के बहुत कम बात करते हैं
लड़कों की तुलना मे महिलाएं अधिक बात करती हैं।नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड लेज़र और उनकी एक टीम ने रिसर्च किया ।133 वयस्क विषयों का अध्ययन किया और उन सभी को “सोशियोमीटर” दिया, जो एक स्मार्ट फोन के आकार के बारे में एक उपकरण है जो सामाजिक इंटरैक्शन को मापता है।
इसके बाद परिणाम मे यह पाया गया कि महिलाएं पुरूषों की तुलना मे अधिक बोलती हैं।2007 में साइंस जर्नल में प्रकाशित शोध में, पेनेबेकर ने पाया कि महिलाओं ने औसतन 16,215 शब्दों का उच्चारण किया, जबकि पुरुषों ने 15,669 शब्द बोले। जो एक नगण्य अंतर था।
बोलने के मामले मे अब तक कई रिसर्च किये जा चुके हैं। लेकिन कुछ रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि महिलाएं अधिक बोलती हैं। जबकि कुछ रिसर्च मे इसमे कोई अधिक अंतर नहीं होता है।
14. लड़के हर विषय पर खुलकर बात कर सकते हैं
दोस्तों यदि आपको पता होगा कि सारे लड़के जो कक्षा मे रहते हैं वे पूरी कक्षा के सामने ही हर प्रकार की आपस मे बात कर लेते हैं। जैसे वे अपने कक्षा के हर लड़के के साथ चाहे जो सवाल पर बात कर लेते हैं। लेकिन लड़कियां आपस मे उतनी क्लोज नहीं होती हैं। वे शारीरिक संबंध जैसे विषयों पर कभी भी खुलकर बात नहीं करते हैं।
इन सबको देखकर लगता है कि लड़के दूसरे लड़के से अधिक खुलकर रहते हैं और अपनी भावनाओं को आसानी से शैयर भी करते हैं। लेकिन लड़कियां ऐसा नहीं कर पाती हैं। वे अपने बारे मे हर किसी लड़की को नहीं बतापाती हैं।
15. लड़कों को पोर्न की लत अधिक होती है
यह भी एक लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य है दोस्तों एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार अधिकतर लड़कों को पोर्न देखने की आदत होती है। एक वेबसाइट के अनुसार भारत के अंदर 76 फीसदी पुरूष पोर्न देखते हैं जबकि महिलाओं की संख्या केवल 24 फीसदी है। अब आपको यह देखना है कि आपका पुरूष मित्र को तो पोर्न देखने की लत नहीं है। यदि आपके पुरूष मित्र को इसकी लत लग गई है तो आपको यह लत छुटाने का प्रयास करना चाहिए । कई बार पुरूष अपनी इस लत को किसी को बताते नहीं हैं।
16. लड़कों को उनकी हर बात मानने वाली सीधी सादी लड़की शादी के लिए चाहिए होती है
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अधिकतर लड़के लड़की की तड़क भड़क और उसके नग्न शरीर को देखना पसंद करते हैं। लेकिन यदि किसी लड़के से यह पूछा जाए कि आप इस तरह की लड़की से शादी करोगे तो इस मामले मे अधिकतर लड़के मना करदेंगे । दरसअल लड़के रंगीन लड़कियों के साथ संबंध तो रखना चाहते हैं। लेकिन जब बात शादी की आती है तो फिर वे हमेशा सिंपल लड़की को चुनना पसंद करते हैं। क्या आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है?
बहुत से लड़के ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि यह तड़क भड़क उनकी जिंदगी को नर्क बनाकर रखदेगी । और उन्हें अपने माता पिता की अच्छे से सेवा करने वाली लड़की चाहिए होती है। जो घर का काम कर सके । ऐसी नहीं जो कार मे घूमकर टाइम पास करती रहे ।
17. लड़कों को घर का काम करना पंसद नहीं होता
एक सर्वे के अंदर 700 लड़कों को शामिल किया गया और उनसे यह पूछा गया कि क्या आपको घर का काम करना पसंद है। उनमे से 680 लड़कों ने कहा कि उनको घर का काम करना अच्छा नहीं लगता है। वैसे यह सर्वे विदेशों के अंदर किया गया था। यदि भारत के अंदर इस तरह का सर्वे करें तो आप पाएंगे कि लड़कों को घर का काम करना सबसे कठिन लगता है।
ऐसा लगने का प्रमुख कारण यह है कि भारत का माहौल ही इसी प्रकार का होता है।यहां परलड़कों को घर का काम करना नहीं सीखाया जाता है।
18. हर लड़के को होती है अपने भविष्य की चिंता
यदि आपने कभी गौर किया हो तो लड़कों को अपने भविष्य की चिंता सबसे ज्यादा होती है। एक लड़के को बचपन से ही यह सीखाया जाता है कि उसे घर के लिए कमाकर लाना है और उसी के पैसों से घर चलेगा । इसके अलावा वह समाज और परिवार के पुरूषों की भूमिका को देखता है तो उसको अपनी भूमिका का का अपने आप ही पता चल जाता है।
यही वजह है कि उसे इस बात की चिंता रहती है कि वह भविष्य के अंदर किस तरह से पैसा कमाएगा और कौनसा काम करेगा ? इसके अलावा यदि लड़कियों की बात करें तो उनके बारे मे यही कहा जाता है कि उनको तो कोई शादी करके लेकर जाएगा वह अपने आप ही कमाकर खिलाएगा ।
19. लड़के ज्यादा आक्रमक होते हैं और अधिक लड़ते हैं
लियोनार्ड ने अपने लंबे रिसर्च के बाद यह बताया की लड़के लड़कियों की तुलना मे 20 गुना ज्यादा लड़ते हैं।इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया की लड़के जन्म के समय से ही आक्रमक होते हैं। अक्सर महिलाएं जन्म के समय और बाद मे शांत रहती हैं। लेकिनलड़के युवा होने के बाद अधिक झगड़े करते हैं। इन सबके अलावा लेखक ने कहा कि अधिकतर झगड़े लड़कों का परिणाम होते हैं। जबकि महिलाओं का आपस मे बहुत कम झगड़ा होता है।
20. लड़के एक समूह मे बेहतर तालमेल बना सकते हैं
दोस्तों लड़को की एक खूबी होती है कि वे दूसरे लड़कों के साथ आसानी से हर बात को शैयर कर सकते हैं। जैसे कि हम लड़के जब आपस मे बैठते थे तो हर प्रकार की बातें कर लेते थे । भले ही हम आपस मे एक दूसरे को ज्यादा जानते ना हो ।लेकिन लड़कियां ऐसा नहीं कर पाती थी। और एक समूह के अंदर अच्छा तालमेल बनाए रखने के लिए बेहतर तरीके से बातचीत का होना बहुत आवश्यक होता है। जो लड़के आसानी से कर सकते हैं।लड़के भीड के अंदर ज्यादा रहना पसंद करते हैं। वे भीड से अकेले रहना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन लड़कियों पर यह बात लागू नहीं होती है।
21. लड़के बातों को गुप्त रखने मे आगे होते हैं
लड़के अपने घर की बात को दूसरों को नहीं बताते हैं। जैसे उनके घर के अंदर क्या हो रहा है? इन सब बातों को वो अपने दोस्तों के साथ शैयर नहीं करते हैं। लेकिन इसके विपरित महिलाएं बातों को पचा नहीं पाती हैं।महिलाएं अपने घर की बात को दूसरी महिलाओं को आसानी से कह देती हैं। आम भाषा के अंदर इनको चुगली कहा जाता है। लड़के चुगली नहीं करते हैं। क्योंकि उनको यह सब करना अच्छा नहीं लगता है । लेकिन महिलाएं चुगली करने मे आगे होती हैं।
22. लड़के अपने दुख दर्द को अच्छे से छुपाना जानते हैं
दोस्तों यदि हम लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य की बात करें तो लड़के अपने दुख और दर्द को हर किसी के सामने व्यक्ति नहीं करते हैं। वे अपने दुख को छुपाना अच्छी तरह से जानते हैं। वे अपने दुख को अधिकतर केसों मे छिपाए ही रखते हैं और जिससे वे सबसे ज्यादा प्यार करते हैं उसके सामने ही अपने दुख को व्यक्त करते हैं। ऐसा करने का कारण यह है कि वे हर किसी के सामने अपने दुख को कहकर दूसरों की नजरों मे खुद को कमजोर साबित नहीं होने देना चाहते हैं।
एक बार जब मेरे ब्लॉग के अंदर कोई समस्या हो गई और उस वक्त मेरे पास ब्लॉग का बैकअप भी नहीं था तो मैंने उस समस्या को दूर करने की कोशिश की लेकिन नहीं कर सका । उस वक्त मैं अपने घर वालों के सामने तो नोर्मल था लेकिन मेरी वाइफ के सामने जाते ही मेरी आंखों मे आंसू आ गए ।उसने पूछा क्या प्रोब्लम सोल्व हुई। मैंने मना कर दिया ।उसके बाद उसने कहा तुम टेंशन मतलो सब ठीक हो जाएगा ।
23.लड़के लड़कियों की तुलना मे ज्यादा चालाक होते हैं
ऐसा नहीं है कि लड़कियां चालाक नहीं होती हैं। लेकिन औसतन कम ही लड़कियां चालाक होती हैं। लेकिन अधिकतर सारे लड़के चालाक होते हैं। यदि बात धोखे ,फेरब की आती है तो लड़के इसमे आगें होंते हैं। पीछले दिनों एक ऐसा आशिक पकड़ा गया था जिसकी 1000 से ज्यादा लड़किया गर्लफ्रेंड बन चुकी थी और उसके साथ शादी करना चाहती थी। यह एक लड़का था जो खुद को फेसबुक पर आइपिएस बता रहा था। लेकिन असल मे वह आईपिएस था नहीं ।
24. औसतन एक लड़का दिन मे 19 बार s ***x के बारे मे सोचता है
यह भी एक लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य है रिलेशनशिप पर रोजाना नए नए रिसर्च पेपर आते रहते हैं। और इसी तरह से न्यूयॉर्क की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी मे एक दिलचस्प रिसर्च किया गया । रिसर्च के अंदर कुछ पुरूषों को उनके दिमाग मे आने वाले विचारों के प्रकार को रिकोर्ड करने के लिए कहा गया । और उनको एक मशीन दिया गया जिसके अंदर तीन प्रकार के बटन लगे हुए थे । अब लड़को के दिमाग मे जिस प्रकार का विचार आता उस हिसाब से उनको बटन दबाना था। परिणाम भी चौकाने वाले आए । इनके अनुसार एक लड़का दिन मे लगभग 19 बार xxx के बारे मे सोचता है।
25. लड़के दिन मे सिर्फ 15 बार हंसते हैं
एक रिसर्च के अनुसार जहां बच्चे दिन मे 40 बार हंसते हैं तो पुरूष दिन के अंदर केवल 15 बार ही हंसते हैं। हालांकि यह एक औसत है। बहुत से लड़के तो दिन मे 15 बार से भी कम हंसते हैं। और वैसे भी आजकल इतनी अधिक समस्याएं बढ़ चुकी हैं कि हंसान बहुत ही मुश्किल होता है। जो लोग शहर के अंदर रहते हैं और काम करते हैं उनको तो हंसने का समय भी नहीं मिल पाता है। जब हम कम्पनी मे काम करते थे तो 12 घंटे काम करने के बाद हंसी आनी ही बंद हो जाती थी।
26. जब लड़के प्यार मे होते हैं तो अपने पार्टनर की छोटी मोटी गलतियों को नजरअंदाज कर देते हैं
दोस्तों यह बात सच है कि जब लड़के प्यार मे होते हैं तो वे अपनी महिला पार्टनर की छोटी मोटी गलतियों को नजर अंदाज कर देते हैं। लेकिन जब शादी के बाद एक लंबा समय बीत जाता है तो प्यार का असर कम हो जाता है।उसके बाद वे महिला की उन्हीं छोटी छोटी गलतियों के लिए टोकने लग जाते हैं।यदि आप एक महिला हैं और आपकी शादी को लंबा समय बीत चुका है तो आपको इस बारे मे पता होगा , आपने नोटिस भी किया होगा ।
27.लड़के अपनी जिंदगी के कई साल आइने के सामने खर्च नहीं करते
दोस्तों एक लड़की जहां अपनी जिंदगी के कई साल आइने के सामने सजने और संवरने मे खर्च कर देती है। वहीं लड़के अपने संजने और संवरने को अधिक महत्व नहीं देते हैं। यही वजह है कि वे संजने और संवरने मे आइने के सामने बहुत ही कम समय बिताते हैं।एक महिला अपनी शादी से पहले ही संजने लगती है और यह उसके बूढे होने तक चलता रहता है। लेकिन लड़के ऐसा बहुत कम करते हैं।
28. लड़के ज्यादा झूंठ बोलते हैं
वैसे तो लड़की और लड़के दोनों ही झूंठ बोलते हैं लेकिन लड़के लड़की की तुलना मे ज्यादा झूंठ बोलते हैं।इसके पीछे की वजह यह है कि लड़कों को वैसा ही माहौल मिलता है। अधिकतर लड़के मित्रमंडली के अंदर रहते हैं और वहां पर छोटी छोटी बातों के लिए झूंठ बोलना सबसे आम बात होती है । यही वजह है कि लड़के छोटी छोटी बातों पर भी झूंठ बोलते हैं।जबकि लड़कियां ऐसा तभी करती हैं जब उन्हें कुछ छुपाना होता है।लेकिन लड़के तो आखिर लड़के ही होते हैं यह तो बिना जरूरत के भी झूंठ बोलते हैं।
29. प्यार के मामले मे लड़के दिल से काम लेते हैं
दोस्तों आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वैज्ञानिक जब उत्तेजना बढ़ाने वाली गोली का परिक्षण कर रहे थे तो इसके परिणाम लड़कों पर अधिक सकारात्मक आए । यह गोली रक्त प्रवाह को बढ़ाने का काम करती है। जिससे यह साबित होता है कि लड़के प्यार के मामले मे दिल की ज्यादा सुनते हैं। इसके विपरित प्यार के मामले मे महिलाएं दिल की नहीं वरन दिमाग की सुनती हैं। इसी वजह से फीमेल विगोरा आज तक उतनी सफल नहीं हो पाई है।
30. लड़के गुस्से मे बेकाबू हो जाते हैं
लड़कों एक साथ एक समस्या यह भी है कि लड़के गुस्से के अंदर बेकाबू हो जाते हैं। लड़कों को गुस्सा अधिक आता है। यदि महिलाओं को देखें तो महिलाओं को बहुत कम गुस्सा आता है। इसके अलावा वे अपने गुस्से को दबाकर रखती हैं। लेकिन लड़के अपने गुस्से पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं ।उनको गुस्सा काफी ज्यादा ही आता है।
31 लड़कों को सबसे ज्यादा शर्म तब महसूस होती है जब उन्हें कोई नामर्द कहे
दोस्तों लड़कों को सबसे ज्यादा बुरा यह वर्ड लगता है कि जब उन्हें कोई नामर्द कहता है। आपने देखा होगा कि महिला का बांझ होना आम बात हो सकती है। लेकिन लड़कों की यह इज्जत का सवाल होता है।जब लड़कों की नई नई शादी होती है तो हर लड़का यही चाहता है कि उसकी बीवी उसे मर्द समझे और वे अपनी मर्दानगी को साबित करने के लिए कई पैतरे अपनाते हैं।
बहुत बुरा लगता है जब लड़कों को उसकी ही बीवी यह कहती है कि तुम नामर्द हो और मैं तुम्हारे साथ नहीं रह सकती ।और तुमने मेरी जिंदगी खराब करदी ।
32. लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य लड़के सबसे ज्यादा गाली देते हैं
यदि आप एक लड़के हैं तो आपको पता होगा कि लड़के कितनी गाली देते हैं। कुछ लड़कों को तो गाली देने की आदत सी लग जाती है। बात बात पर गाली देना उनकी आदत मे शुमार होता है।दोस्तों इसमे मैं भी शामिल हूं । जब हम लोग कम्पनी के अंदर काम करते थे तो हमारे साथ भी कुछ लड़के काम करते थे और हम सब लोग मिलकर पूरे दिन गालियां निकालते थे ।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि काम के 8 घंटों के दौरान रोजाना 2 घंटे तो हम गालियां निकालने मे खराब कर देते थे । ऐसा केवल हमारे साथ ही नहीं था वरन हमारे सुपरवाइजर भी ऐसे ही थे ।इसके विपरित यदि हम लड़कियों की बात करें तो अधिकतर लड़कियां अपनी सहेलियों को भी गाली नहीं देती हैं। अक्सर लड़कियां गाली देने मे शर्म महसूस करती हैं।
33. लड़के अपने रिलेशनशिप के बारे मे कभी भी सिरियस नहीं होते
दोस्तों यदि आप एक लड़की हो तो आपको पता होगा कि शादी की बात सिर्फ पहले आपकी तरफ से ही की जाती है। लड़के अपने रिलेशन को लेकर उतने सिरियस नहीं रहते हैं। जितने की वे अपने कैरियर को लेकर सिरियस रहते हैं। यदि वे कभी क भार सिरियस हो भी जाते हैं तो यह केवल कुछ समय के लिए ही होता है।उसके बाद वापस अपने ढर्रे पर आ जाते हैं।
34. सोने जाने से पहले लड़के उस लड़की के बारे मे एक बार जरूर सोचते हैं जिससे वो वास्तव मे प्यार करते हैं
लड़के भले ही पूरे दिन दूसरी लड़कियों से बात करते हैं या उनके साथ मौज मस्ती करते हों लेकिन सोने जाने से पहले वे उस लड़की के बारे मे जरूर सोचते हैं। जिससे वे प्यार करते हैं या जिसे वे पसंद करते हैं।लड़के भले ही दूसरी लड़कियों के साथ मौजमस्ती करलें लेकिन वे उनके लिए अपनी मूल पत्नी या उस लड़की को कभी नहीं छोड़ते हैं।
जिससे वे दिल से चाहते हैं। अक्सर मौजमस्ती को वे अपनी रियल लाइफ से अलग रखना पसंद करते हैं।यही वजह है कि बहुत बार लड़के दूसरी लड़कियों से संबंध बनानें को तो तैयार होते हैं। लेकिन उनके लिए अपनी पत्नी को छोड़ने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं होते ।
35.लड़की की एक मुस्कान पर लड़के फिदा हो जाते हैं और लड़को को पटाना बहुत आसान है
दोस्तों एक लड़की की एक मुस्कान पर लड़के फिदा हो जाते हैं। यही वजह है कि लड़कियों के लिए लड़कों को पटाना बहुत ही आसान काम होता है। लेकिन बात करें लड़कियों की तो लड़की को पटाने के लिए लड़कों को पूरा एड़ी चोटी का जोर लगाना होता है।और कई बार तो बात यहां तक पहुंच जाती है कि लड़कों को जूते भी खाने पड़ते हैं।
36. लड़कों को ऐसी लड़कियां पसंद आती हैं जो उनकी मां की तरह ख्याल रख सकें
दोस्तों भले ही आपको यह सब मजाक लग रहा हो लेकिन सच है। अधिकतर लड़के हमेशा ऐसी लड़कियों को पसंद करते हैं जो उनका पूरा ख्याल रख सके । जो घर के हर काम को आसानी से सम्हाल सके ।अक्सर जो लड़कियां घर के कामों को अच्छे से करने मे दक्ष नहीं होती हैं लड़के भले ही उनके साथ प्यार करलें लेकिन बाद मे वे उनसे उब जाते हैं। उन्हें यह लगने लग जाता है कि यह मेरे सर पर एक बोझ है।इसको कमाकर मैं ही खिलाउं और घर पर बनाकर भी खिलाउं ।
37.लड़कियों के बारे मे लड़के अधिक बातूनी हो जाते हैं
दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च बातते हैं की लड़के लड़कियों से कम बोलते हैं। लेकिन एक अन्य रिसर्च मे यह भी सामने आया है कि जब बात लड़कियों की आती है तो अचानक से लड़के अधिक बातूनी हो जाते हैं। लड़कियां एक ऐसा विषय है जिसके उपर लड़के सबसे ज्यादा बात करते हैं।इतना ही नहीं लड़के इंटरनेट के उपर लड़कियों के बारे मे सबसे ज्यादा सर्च करते हैं। वे लड़कियों के नाम ,फोन नंबर और उनसे जुड़ी जानकारी सर्च करते हैं।
38.बात बात पर लड़को मे रूठने की आदत नहीं होती
दोस्तों यदि आपकी कोई गर्लफ्रेंड है या अपकी पत्नी है तो आपको पता होगा कि महिलाओं मे बात बात पर रूठने की आदत होती है। यदि आप उनको उनकी पसंद की चीज नहीं लाकर दोगे तो वे नाराज हो जाएंगी । यदि आप उनके साथ थोड़ा साभी गलत करोगे तो वे नाराज हो जाएंगी ।लेकिन लड़के ऐसा नहीं करते हैं। वे बहुत कम नाराज होते हैं और यदि वे नाराज हो भी जाते हैं तो उनको बनाना बहुत ही आसान होता है। लेकिन लड़कियों को मनाना उतना आसान नहीं होता है।
39. लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य लड़को को मजाक करना बहुत पसंद है
दोस्तों यदि हम मजाक की बात करें तो लड़को को मजाक करना बहुत अधिक पसंद आता है। लड़के हर किसी चीज पर मजाक कर लेते हैं। वे अपने दोस्तों के साथ ऐसे ऐसे विषयों पर मजाक कर लेते हैं। जैसे विषयों के बारे मे महिलाएं बात करना पसंद नहीं करती । लेकिन आप अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मजाक करने की सोच रहे हैं तो आपको सोच समझ कर मजाक करना चाहिए । क्योंकि लड़कियों को मजाक पसंद नहीं होता है। यदि आपने उसके मम्मी पाप के उपर मजा कर लिया तो समझो आप काम से गए ।
40. आप बहुत सुंदर हैं इसका मतलब है वह आपको पसंद करता है
यदि कोई लड़का आपके पास आता है और उसके बाद यह कहता है कि आप बहुत सुंदर हैं और उसके बाद चला जाता है तो इसका मतलब है कि वह आपको पसंद करता है। अक्सर लड़के जिस लड़की को पसंद करते हैं उनकी नजरों मे वह सुंदर लगने लग जाती है।अक्सर लड़के सिर्फ उन्हीं लड़कियों को ऐसा बोलते हैं जिनकी ओर वे आकर्षित होते हैं।
41.अधिकतर लड़कों को बड़े बुब्स वाली महिलाएं पसंद आती हैं
यह भी एक लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य है कि अधिकतर लड़के बड़े बुब्स वाली महिला को ज्यादा पसंद करते हैं। पीछले दिनों हुए एक सर्वे के अंदर कुछ लड़कों को कई प्रकार की महिलाओं के चित्र दिखाए गए । और पूछा गया कि उनको किस तरह की महिला पसंद है ? तो इसके चौकाने वाले परिणाम आए । अधिकतर लड़कों ने बड़े बुब्स वाली महिलाओं को पसंद किया । जब लड़कों से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि बड़े बुब्स वाली महिलाएं आम महिलाओं की तुलना मे ज्यादा होट लगती हैं और उनके साथ रहना किसी रोमांच से कम नहीं होगा ।
लड़कों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके बताएं । दोस्तों यह तथ्य 100 प्रतिशत सच हों यह आवश्यक नहीं है। लेकिन अधिकतर लड़कों पर यह लागू होते हैं। वैसे भी मनोवैज्ञानिक तथ्य बहुत अधिक परिर्वतनशील होते हैं। जिनको फिक्स नहीं किया जा सकता है।
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मुझे तो यह पोस्ट पढ़ कर बहुत मजा आया