हंसना मानव स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है? लेख के अंदर हम इस संबंध मे हुए विभिन्न रिसर्च की बात करेंगे । जैसाकि आपको पता होगा हसने से दिमाग के अंदर कई प्रकार के ब्रेन कैमिकल पैदा होते हैं। जोकई प्रकार की बिमारियों को दूर करता है। हंसने से दिमाग फ्रेस होता है। और डिप्रेशन के समय इंसान को ज्यादा से ज्यादा हंसने की कोशिश करनी चाहिए । चिंता की स्थिति मे भी हंसना लाभदायक रहता है।एक व्यक्ति को दिन मे कम से कम एक बार तो अवश्य ही हंसना चाहिए ।
जिस तरह से हम घर को साफ करने के लिए झाड़ू का प्रयोग करते हैं। उसी तरह से हसना एक झाडू की तरह है जो दिमाग को साफ करती है।
वैसे देखा जाएतो हंसने केऔर भी बहुत सारे फायदे हैं।हंसने से तनाव हार्मोन जैसे कोर्टिसोल,एपिनेफ्राइन का स्तरकम होता है।यदि आप दर्द से पीड़ित रहते हैं तो हंसने सेदर्द का एहसास भी कम होजाता है। इसके अलावा हंसने सेहम अधिक आसावादी और हल्का महसूस करते हैं।
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व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है ?
यह पुख्ता तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है कि कोई व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है ? बस यह आंकड़े एक आधार मात्र हैं। जिससे आपको यह तय करने मे मदद मिलती है कि एक व्यक्ति इन आंकड़ों के नजदीग हंसता है। इसके अलावा व्यक्ति की उम्र के हिसाब से भी व्यक्ति की हंसी प्रभावित होती है।
बच्चे 12 घंटे जानगते हैं। ऐसा और वे बच्चे जो हंसने लायक हैं। हम उनकी बात कर रहे हैं। एक रिसर्च के अनुसार बच्चे रोजाना 300 बार हंसते हैं। यानि 2 मिनट के अंदर कम से कम एक बार हंसेगे । हालांकि यह आंकड़ा कहां तक सही इस इस बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता । लेकिन हंसना बहुत सी चीजों से प्रभावित भी होता है। जैसे बच्चा किस माहौल मे रह रहा है आदि। और अब तक जो शोध हुए हैं। वे केवल एक क्षेत्र विशेष पर ही हुई हैं। जिससे आसानी से यह तय नहीं किया जा सकता है। कि एक व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है ?
एक एडल्ट व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है ?
आपको बतादें कि इस संबंध मे किये गए शोध असंगत हैं।मार्टिन आरए, कुइपर एनए के एक रिसर्च के अनुसार एक वयस्क दिन मे 17 बार हंसता हैं। हालांकि यह रिसर्च तर्क संगत नहीं लग रहा है। उपर जो तथ्य लिखा गया था । वह एकदम से गलत था । हालांकि अधिकतर वैज्ञानिकों ने इससे मानने से इंनकार कर दिया ।जर्मन साइकोथेरेपिस्ट डॉ माइकल टिटज़ ने भी हंसने की इस संख्या को गलत बताया था ।1 99 8 मे विलियम फ्राई और पैच ने कहा की वयस्क दिन मे 17 बार और बच्चे दिन मे 400 बार हंसते हैं।
उपर दिये गए हंसने के आंकड़ों के अलावा मैंने काफी कुछ सर्च किया लेकिन कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी । अभी तक मिली जानकारी के अनुसार एक वयस्क दिन के अंदर 17 से 20 बार तक हंसता है। और बच्चे 300 से लेकर 400 बार तक हंसते हैं।
व्यक्ति दिन मे कितनी बार हसता है पर रिसर्च
व्यक्ति दिन मे कितनी बार हंसता है। और हंसने का एवरेज क्या है? इस संबंध मे अनेक रिसर्च हुए हैं तो आइए वे रिसर्च इस संबंध मे क्या कहते हैं ? वह भी जान लेते हैं।
Brigham Young University के अनुसार एक बच्चा दिन मे केवल एवरेज 400 बार हंसता है। और एक वयस्क दिन मे केवल 15 बार ही हंसता है।
Crown Publishers, 2003 मे एक लेख के अंदर बताया था कि एक व्यक्ति को दिन मे कम से कम 100 बार हंसना चाहिए।
Discovery Health के अनुसार एक बच्चा दिन मे कम से कम 300 बार हंसता है। और एक वयस्क दिन मे केवल 17 बार हंसता है।
Clayton College of Natural Health, Alabama के अनुसार बच्चा दिन मे 400 बार हंसता है और वयस्क केवल 15 बार हंसता है। एक अच्छी हंसी 3 मिनट की होती है।
एक रिसर्च के अनुसार एक बेबी जब 10 वीक का होता है तो हंसना शूरू कर देता है। और 16 सप्ताह तक के बच्चे प्रतिदिन एक घंटा हंसते हैं। 5 साल की उम्र के बच्चे प्रति घंटे 15 बार हंसते हैं। और एक वयस्क केवल 15 बार हंसता है।
एक व्यक्ति को दिन मे कितनी बार हंसना चाहिए ?
यह वैज्ञानिक रूप से तय नहीं है कि एक व्यक्ति को दिन मे कितनी बार हंसना चाहिए । लेकिन जहां तक हमारा मानना है । एक व्यक्ति को दिन मे जहां तक हो सके हंसते रहना चाहिए । यदि आप हंसते रहेंगे तो इसके बहुत सारे फायदे हैं। इस वजह से जब भी आपको मौका मिले हंस लेना चाहिए । और ज्यादाहंसने के कोई नुकसान भी नहीं हैं।
आपने देखा होगा कि जो लोग अधिक हंसते हैं वे कम हंसने वाले लोगों की तुलना मे अधिक खुश रहते हैं। इस वजह से आपको हमेशा हंसते रहना चाहिए। यदि आप चाहते हैं कि आप हमेशा से खुश रहें आपके उपर टेंशन हावी ना हो तो इसका एक ही तरीका है। हर घड़ी के अंदर हंसते रहना । हर घड़ी का मतलब है दुख मे भी हंसना ।
हंसने से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य
हंसने के संबंध मे अनेक रिसर्च हुए हैं। विभिन्न रिसर्च के आधार पर हम हंसने से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्यों के बारे मे जानते हैं। एक रिसर्च के अंदर 50 पुरुष और 30 महिलाओं को शामिल किया गया । जिनके अंदर 17 साल से लेकर 80 साल के लोग शामिल थे । इस रिसर्च मे प्रत्येक प्रतिभागी को हंसी के 3 दिन के रिकोर्ड देने के लिए कहा । इस रिसर्च मे निम्न दिलचस्प तथ्य निकलकर सामने आए।
हंसी की आवृत्ति शाम के समय अधिक होती है
इस रिसर्च के अंदर यह मानागया कि दिन की तुलना मे शाम को हंसी की आवृत्ति बढ़ जाती है। मतलब शाम को लोग दिन की तुलना मे ज्यादा हंसते हैं। हालांकि इसकेपीछे का रिजन यह भी हो सकता है कि अधिकतर व्यक्ति दिन मे काम करते हैं। और शाम कोअपने सगे संबधियों के अंदर बैठते हैं तो हंसना अपने आप ही बढ़ जाता है। कुछ लोग अपनेफैमेली के साथ भी हंसी मजाक करते हैं।
आपको बतादें की पुरूष और महिलाओं दोनों मे दिन की तुलना मे शाम को हंसी की आवृत्ति मे अधिक व्रद्वि हुई।मैननेल और मैकमोहन (1 9 82) के अंदर यह बात स्पष्ट होती है। 24 प्रतिशत हंसी सुबह होती है। दोपहर को 36 प्रतिशत और शाम को 41 प्रतिशत हो जाती है।स्थिति में सहज रूप से उत्पन्न हुईं (यानी, लगभग 56%
हंसी की कुल दैनिक आवृत्ति)। दैनिक हंसी के स्रोत बड़े पैमाने पर मीडिया थे।
(लगभग 18%), घटनाओं (15%), और चुटकुले (11%) याद चीजें।
व्यक्ति दूसरों के साथ अधिक हंसता है
रिसर्च के अंदर भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने बताया कि वे सबसेज्यादा तब हंसते हैं। जब वे दूसरों के साथ होते हैं। एक अकेला व्यक्ति बहुत कम हंसताहै। और दूसरों के साथ के अंदर भी व्यक्ति तब अधिक हंसता है। जब वह मजाकिया लोगों के साथ होता है।रिसर्च के अनुसार हंसी की 88 प्रतिशत घटनाएं किसी और व्यक्ति के द्वारा उत्पन्न हुई। थी और अकेले के अंदर व्यक्ति केवल 12 प्रतिशत घटनाएं पैदा करता है। इस वजह से यह भी कहा जा सकता है कि हंसी एक सामाजिक गतिविधि है।
- इसके अलावा इस रिसर्च के अंदर कुछ अन्य तथ्य निम्नलिखित थे
- छोटी उम्र की महिलाएं बड़ी उम्र की महिलाओं की तुलनामे कम बार हंसने की कोशिश की ।
- छोटे बच्चों को छोड़कर पुरूषों के अंदर उम्र की वजहसे हंसी मे बदलाव नहीं देखा गया ।
- लिंग भेद हंसी को प्रभावित नहीं करता ।
- एक पुरानी कहावत है कि हंसी सबसे अच्छी दवा है।
- हंसी से आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है। और ऐसा लगताहै कि आप व्यायाम कर रहे हैं। 10 से 15 मिनट के लिए हंसते हुए आप लगभग 50 कैलोरी जला देते हैं।
- हंसी का विज्ञानऔर शरीर पर इसके प्रभाव को जेलोटोलॉजी कहा जाता है
- यदि आप एक अच्छी हंसी हंसना चाहते हैं तो अपने दोस्तोंया परिवार के साथ एक मजाकिया फिल्म देखें ।
- हंसी तनाव से लड़ती है। जब आप हंसते हैं तो आपकेदिमाग से एंडोर्फिन जारी होता है। जिससे आप खुश हो जाते हैं।
- जब आप ज्यादा हंसते हैं तो आपके बिमार होने की संभावनाकम होती है। हंसी से एचजीएच नामक रासायन निकलताहै। जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। जिससे रोग होने की संभावना कम होती है।
- आप खुद को गुदगुदी करवा के हंस नहीं सकते जो एक अजीबबात है।
- आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि चूहे भी हंसते हैं। मनोवैज्ञानिक जैक पंकसेप ने पहली बार 1 99 0 केदशक के अंदर चूहों को हंसते हुए देखा था । इसके लिए एक विशेष यंत्र की आवश्यकता होतीहै। चूहे तब हंसते हैं। जब वे खेलते हैं।
- आपका दिमाग नकली हंसी का पता लगा सकता है।प्रोफेसरस्कॉट के रिसर्च के अनुसार आपका दिमाग नकली और असली हंसी के अंदर फर्क महसूस करता है।जब आप नकली हंसी सुनते हैं तो पूर्ववर्ती मध्यवर्ती प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स मे हलचल होतीहै।
- हंसी संक्रामक होती है। मतलब जिस जगह पर कोई यदिजोर जोर से हंसता है। तो दूसरे लोग भी उसे देखकर हंसे बिना नहीं रह सकते । भले ही उन्हेंकिसी बात का पता ना हो ।
- रिसर्च से पता चला है कि हंसना आपके रिश्तों के लिएअच्छा है। पता चला है कि किसी भी विषय पर चर्चा करते समय यदि हंस कर आप चर्चा करतेहैं। तो इससे आपके रिश्तों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- हंसने से आपकी यादाश्त बेहतर होती है।कैलिफोर्नियाके लोमा लिंडा विश्वविद्यालय के द्वारा कियेगए रिसर्च के अनुसार हंसी वयस्कों के अंदरहोने वाली स्म्रति गिरावट को रोकने मे मददगार है।रिसर्च कतार्ओं ने वयस्कों के दो समूह लिए ।और दोनों समूह को एक 20 मिनट का विडियो दिखाया गया । उसमे से एक समूह को हास्यसमूह कहा गया और दूसरा समूह बिना हास्य था । बाद मे मैमोरी परिक्षण के अंदर पाया किहास्य समूह की मैमोरी मे 43 प्रतिशत सुधार हुआ था।
हास्य से सबसे अधिक लोग हंसते हैं
ग्रेवन और मॉरिस (1 975) के अंदर और इससे पहले हुई रिसर्च इस बात को प्रमाणित करती हैं। की दुनिया के अंदरहास्य की मदद से सबसे अधिक लोग हंसते हैं। हास्य के अंदर कई सारी चीजे आती हैं। जैसेटीवी हास्य , चुटकले , और आपसी बात चीत हास्य। ग्रेवन और मॉरिस ने हंसी के स्त्रोतजानने के लिए रिसर्च किया था। उन्होने प्रतिभागियों को एक 5-प्वाइंट लिकर्ट स्केल भीदिया । जिस पर वे अपने मनोरंजन के स्तर को इंगित कर सकते थे ।कुल मिलाकर, हास्य घटनाओंकी औसत संख्या 18.1 थी । और अधिक हंसी से जुड़ी घटनाएं 13.4 थीं, जिनमें पुरुषों और महिलाओं बीच के बीच कोई महत्वपूर्ण मतभेद नहीं था ।
सकारात्मक लोग अधिक हंसते हैं
रिसर्च के अंदर यह देखा गया है कि जो लोग लगभग हर चीज पर अपना रैवया सकारात्मक रखते हैं। वे उन लोगों की तुलना मे अधिक हंसते हैं जोकि अपना रैवया नकारात्मक रखते हैं। इसकी वजह है कि सकारात्मक लोग हमेशा
आशावादी होते हैं। इस वजह से वे दिमाग मे टेंशन नहीं पालते हैं। लेकिन नकारात्मक लोग दिमाग के अंदर तरह तरह की टेंशन पाल लेते हैं। इस वजह से वे कम हंस पाते हैं। कई बार तो हंसी के माहौल के अंदर भी वे हंस नहीं पाते ।
वयस्क बच्चों की तुलना मे कम क्यों हसंते है ?
जैसा कि वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर बताया गया है कि एक वयस्क दिनके अंदर केवल 15 से 18 बार हंसता है। और बच्चे 300 बार हंसते हैं। एक वयस्क व्यक्ति इस वजह से बच्चों की तुलना मे कम हंस पाता है क्योंकि उसके सामने कई सारी चुनौतियां होती हैं।और आजकल का समय तो ऐसा हो गया है कि वयस्क को हंसने का मौका ही नहीं मिलपाता है। 12 घंटे तक तो उसे काम करना पड़ता है। तो वह हंसेगा कब? जबकि बच्चों की बातकरें तो उनको खेलने और पढ़ने के अलावा और कोई काम नहीं होता । और नकारात्मकता जैसी चीजों के बारे मे वे नहीं जानते हैं। इस वजह से वे ज्यादा हंसते हैं।
व्यक्ति दिन मे कितनी बार हंसता है लेख आपको कैसा लगा कमेंट करके बताएं।