दोस्तों इंसान की सोच ही है जोकि उसे शिखर तक पहुंचा देती है। और इंसान की सोच ही उसे उम्र भर भिखारी बनाकर रख देती है। आपने देखा होगा कि कुछ लोग रोड़पति से करोड़पति हो जाते हैं । जबकि कुछ लोग जिंदगी भर एक ठेले पर ही गोल्ल गप्पे बेचते रह जाते हैं।
यह फर्क है इंसान की सोच का । यदि आप किसी गोल गप्पे वालों से एक बार यह पूछते हैं कि वह घर मे जाने के बाद क्या करता है। तो उनमे से 90 प्रतिशत गोल गप्प वालों का जवाब होगा कि कुछ नहीं बस मौज मस्ती करते हैं। और बाकी 8 प्रतिशत गोल गप्पें वाले आपको अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने का विचार
करते हैं उनमे से केवल 1 प्रतिशत ही लोग आगे बढ़ पाते हैं। जरा सोचिए यह 90 प्रतिशत लोग यदि आगे बढ़ने का विचार ही नहीं करते या आगे बढ़ने की सोच भी नहीं पालते हैं तो वे आगे कैसे बढ़पाएंगे । इसलिए आगे बढ़ने की सोच पालिए यही आगे बढ़ने की पहली सीढ़ी है। और इस सीढ़ी पर चढने का कोई मूल्य नहीं देना होता है।
एक बार की बात है दो जूति गांठने वाले पास पास बैठकर जूति गांठने का काम करते थे । दोनों का स्वभाव अलग अलग था। एक ऐसा इंसान था जो अपने काम से खुश था और संतुष्ट था । जबकि दूसरा अपने काम से खुश नहीं था। वह संतुष्ट भी नहीं था। यही वजह थी कि वह रात दिन अधिक पैसे कमाने की और अपने बिजनेस को आगे
बढ़ाने के बारे मे सोचता था। जब उसे पता चला कि बैंक से लोन लेकर वह एक जूते बनाने की कम्पनी खोल सकता है तो वह बैंक मे गया लोन के बारे मे जानकारी हाशिल की बैंक ने कई दिन तक तो उसको चक्कर कटवाए किंतु अंत मे लोन देदिया और उसने जूते बनाने की एक मशीनरी खरीद ली ।
पहले उसके पास केवल एक ही कर्मचारी था ।वह दिन रात जूते बनाता था। और वह खुद घर घर जानका जूते बेचकर आता था । उसके बनाए जूतों के अंदर खास बात थी। लोग उन्हें पसंद करने लगे । तो उसके बनाए जूतों की मांग तेजी से बढ़ गई। तो उसने कई कर्मचारी और रख लिये । काफी पैसे हो गये तो एक गाड़ी भी खरीद ली । उसके
बाद जब वह एक दिन रोड़ से गुजर रहा था। तो उसने देखा की उसका साथी जूते गांठने वाला बूढा हो चुका है और वहीं पर जूते गांठ रहा है। वह अपनी कार से उतरा और उसके पास गया। वह उसे सूट बूंट मे देखकर चकित रह गया।
और बोला .. तुम्हारे पास इतने पैसे कहां से आए
तब वह अमीर आदमी बोला . इंसान की सोच ही उसे पैसे वाला बना देती है। देखिए इस सोच की वजह से आज तुम वहीं पर हो और इसी की वजह से आज मे तुमसे आगे निकल गया।
सही बात है दोस्तों बड़ी सोच इंसान को बड़ा बनाती है। और छोटी सोच छोटा बना देती है।
भले ही आप एक छोटा सा बिजनेस करते हो किंतु आपको अपनी सोच को उंचा रखना होगा । आपको एक बड़ी सोच रखनी होगी । वरना आपकी भी हालत एक दिन उस जूते गांठने वाले जैसी हो जाएगी । अभी भी समय है आपको सम्भल जाना चाहिए ।